पी०वी०यु०एन०एल०, पतरातू की कल्याणकारी संस्था स्वर्ण रेखा महिला समिति सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना जगाने के लिए प्रतिबद्ध
इस संस्था को लेकर किसी तरह का भ्रामक खबर फैलाना पूर्वाग्रह से है प्रेरित, आपसी सहभागिता से किये जाते हैं कार्यक्रम
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डेस्क खबर
रामगढ़ : पी०वी०यु०एन०एल०, पतरातू की कल्याणकारी संस्था स्वर्ण रेखा महिला समिति द्वारा पिछले दिन आयोजित बसंत मेला को लेकर कुछ समाचार पत्रों में जिस तरह की भ्रामक ख़बरें प्रकाशित की गयी उसका समिति ने पुरजोड़ खंडन किया है.
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इस सम्बन्ध में समिति की ओर से कहा गया है कि एक या दो समाचार पत्रों में जो खबर प्रकाशित किया गया कि संस्था ने लौटरी द्वारा दन संग्रह किया यह पूर्णत: तथ्यों से परे है.यह सही जानकारी वास्तविक तथ्यों पर आधारित नहीं हैं और इसमें भ्रामक दावे किए गये है। स्वर्ण रेखा महिला समिति द्वारा आयोजित बसंत मेला एक सास्कृतिक कार्यक्रम था जिसका थीम “विविधता में एकता" रखी गई थी.
जिसका उद्देश्य समुदाय के बीच सैहार्द्र बढाना था. यह आयोजन पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया था, और किसी प्रकार की अवैध वसूली या दबाव डाल कर धन-संग्रह करने के लिए लौटरी सिस्टम का उपयोग नहीं किया गया है.
यह मेला मुख्य रूप से स्थानीय निवासियों, कर्मचारियों और उनके परिवारों के मनोरंजन एवं सामाजिक सहभागिता के लिए आयोजित किया गया था. इसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद और पारंपरिक उत्सव शामिल थे. इससे प्राप्त राशि समिति द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओ मे व्यय किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि स्वर्ण रेखा महिला समिति सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था है,और इस संस्था द्वारा इसके स्थापना काल
आस-पास के गांवो में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओ का संचालन करती आयी है.
पीवीयुएनएल के स्थापन के समय से यह समिति महिला सदस्यों द्वारा बाल भवन, आस-पास के ग्राम के बच्चों के सर्पूण विकास हेतू विविध कार्यक्रम, महिलाओ के सशक्तिकरण हेतू सिलाई प्रशिक्षण, ब्युटिशियन प्रशिक्षण मशरूम प्रशिक्षण, स्कूल बच्चियों के स्वास्थ्य एवं मानसिक जगरूगता कार्यक्रम, गरीब व असाहयो के मध्य सामाग्री का वितरन इत्यादि कार्य निरन्तर कार्य करती आ रही है. जिससे क्षेत्र के लोग बच्चें महिलाएं लाभान्वित होती रही है.
यह संस्था अपने उद्देश्य और कार्यक्रमों के द्वारा क्षेत्र में सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना जागृत करने के लिए प्रतिबद्ध है और आपसी सहभागिता से यह काम करती आयी है. करती रहेगी.
Feb 07 2025, 19:10