आम बजट के बाद झारखंड की राजनीति में आया बवाल, देखें राजनीतिक नजरिए से कैसा है बजट
झामुमो और कांग्रेस ने झारखंड की उपेक्षा का लगाया आरोप तो बीजेपी ने कहा सभी वर्गों का रखा गया ख्याल
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रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए आज 1 फरवरी को संसद में बजट पेश किया। बजट आर्थिक सर्वेक्षण के अनुरूप रहा, जिसमें कई तरह की घोषणाएं की गई। वही इस आम बजट को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा- यह बजट सामान्य नागरिक, विकसित भारत के मिशन को पूरा करने वाला है। तो विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह बजट बुलेट इंजरी (गोली के घाव) पर बैंड-ऐड लगाने जैसा है।
बजट को लेकर राज्य की बात करें तो झारखंड में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वर्षों बाद इतनी अच्छी बजट आई है जिसमें सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है। जिसमें महिला युवा छात्रों उद्योगों को ध्यान में रखकर बजट बनाया गया है। बजट में 12 लाख तक की आय को टैक्स फ्री किया गया है। इसका बहुत बड़ा फायदा हमारे मिडिल क्लास, नौकरीपेशा लोगों को होगा। बजट में किसानों के लिए घोषणा हुई है। 100 जिलों में सिंचाई और इन्फ्रास्ट्रक्चर का डेवलपमेंट होगा।
केंद्रीय बजट को लेकर झारखंड के सत्ता पक्ष झामुमो और कांग्रेस ने इस बजट में झारखंड की अनदेखी करने और चुनावी साल होने के कारण पड़ोसी राज्य बिहार के लिए पिटारा खोलने का आरोप लगाया है। दोनों पार्टी के नेताओं ने इसे आम बजट की जगह चुनावी बजट करार दिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता मनोज पाण्डे ने कहा कि पड़ोसी राज्य बिहार को बहुत कुछ मिला है, और मिलना भी चाहिए, लेकिन झारखंड के साथ सौतेलापन क्यों? चुकी 2025 में बिहार में चुनाव विधानसभा चुनाव होना है और बिहार चुनाव में भाजपा की नैया डूबती दिख रही है, इसलिए भाजपा किसी तरह से बजट में प्रावधान दिखाकर वोट की तलाश में दिख रही है।कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने बजट में झारखंड की पूर्ण उपेक्षा का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस बार भी केंद्रीय बजट में झारखंड के साथ धोखा हुआ है, क्योंकि इस राज्य में चुनावी जनादेश भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ गया था, इसलिए इस राज्य को कुछ नहीं मिला।
Feb 01 2025, 21:17