पुलिस मुख्यालय में डीजीपी प्रशांत कुमार ने फहराया तिरंगा
लखनऊ ।पुलिस महानिदेशक यूपी (डीजीपी) प्रशांत कुमार द्वारा रविवार को तिलक मार्ग, स्थित आवास व कैम्प कार्यालय, लखनऊ एवं पुलिस मुख्यालय गोमती नगर विस्तार के प्रांगण में गणतन्त्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया तथा शपथ दिलायी गयी। इस अवसर पर बेहतर कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया गया।
पुलिस के अधिकारी एवं कर्मचारियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि आज 76वें गणतंत्र दिवस के इस ऐतिहासिक अवसर पर, सबसे पहले मैं हमारे स्वतंत्रता सेनानियों, संविधान के निर्माताओं, और उन सभी को नमन करता हूं जिन्होंने हमारे लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपना योगदान दिया।आज सम्पूर्ण देश राष्ट्रप्रेम की भावना से अभिभूत होकर गरिमामयी रूप से पूरे हर्षोल्लास के साथ राष्ट्रीय पर्व मना रहा है। इस गौरवपूर्ण अवसर पर मैं उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी जवान एवं उनके परिवारीजन को हार्दिक बधाई देता हूं।
हमारा संविधान, जो 75 वर्ष पहले अपनाया गया था
डीजीपी ने कहा कि हमारा संविधान, जो 75 वर्ष पहले अपनाया गया था, केवल एक दस्तावेज नहीं है। यह हमारे लोकतंत्र की आत्मा है। यह एक पवित्र समझौता है जो राज्य और उसके नागरिकों के बीच है। यह न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदर्शों का प्रतीक है। एक पुलिस अधिकारी के रूप में, यह हमारा प्राथमिक कर्तव्य है कि हम इन संवैधानिक मूल्यों को अपने हर कार्य में, हर निर्णय में और जनता के साथ हर बातचीत में लागू करें।
पुलिसिंग केवल कानून लागू करने तक सीमित नहीं
पुलिसिंग केवल कानून लागू करने तक सीमित नहीं है; यह लोगों की सेवा करने, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनकी गरिमा बनाए रखने का कार्य है। हमारे संविधान का अनुच्छेद 21 हर नागरिक को जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार देता है, और हम, कानून के रक्षक, इस अधिकार के संरक्षक हैं। जब भी हम किसी कमजोर व्यक्ति की रक्षा करते हैं, किसी विवाद का समाधान करते हैं, या किसी अपराध को रोकते हैं, हम संविधान को जीवंत बनाते हैं।
हमारा संविधान “हम भारत के लोग“ से शुरू होता है: प्रशांत कुमार
डीजीपी ने कहा कि हमें यह भी याद रखना चाहिए कि यह पवित्र कर्तव्य बड़ी जिम्मेदारी के साथ आता है। यह हमसे सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता और सहानुभूति की अपेक्षा करता है। हमारा संविधान “हम भारत के लोग“ से शुरू होता है, और यह हमें याद दिलाता है कि हमारी सर्वोच्च निष्ठा उन लोगों के प्रति है जिनकी हम सेवा करते हैं। वे केवल आंकड़े या मामले नहीं हैं-वे अधिकारों, सपनों और आकांक्षाओं वाले व्यक्ति हैं।
हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है : डीजीपी
हमारे दिन-प्रतिदिन के कार्य में हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है कभी तनाव, संसाधनों की कमी, और कभी-कभी आलोचना भी। लेकिन ये चुनौतियां हमें कमजोर नहीं करेंगी। बल्कि, इन्हें हमें और अधिक समर्पित और प्रतिबद्ध बनाना चाहिए। हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि हमारा हर निर्णय लोगों के जीवन पर प्रभाव डालता है, और हर दया का कार्य पुलिस और जनता के बीच के बंधन को मजबूत करता है।
हम न्याय को बिना किसी भेदभाव के लागू करें
संविधान के रक्षक के रूप में हमारी भूमिका यह भी है कि हम न्याय को बिना किसी भेदभाव के लागू करें। संविधान कानून के समक्ष समानता की गारंटी देता है, और यह हमारे कार्यों में परिलक्षित होना चाहिए। उत्तर प्रदेश पुलिस जैसे गौरवशाली पुलिस बल का प्रमुख होना मेरे जीवन का एक स्वर्णिम अध्याय है। प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने राष्ट्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है, चाहे वह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की सुरक्षा हो, आपदा प्रबंधन में सहयोग हो, आतंकवाद का मुकाबला हो, या साइबर अपराध जैसी आधुनिक चुनौतियों का सामना हो।
उत्तर प्रदेश पुलिस दृढ़ता का प्रतीक बनकर उभरी
अपनी अटूट निष्ठा, साहस और जनसेवा के माध्यम से, उत्तर प्रदेश पुलिस दृढ़ता का प्रतीक बनकर उभरी है, जिसने करोड़ों लोगों का विश्वास और सम्मान अर्जित करते हुए एक सुरक्षित और प्रगतिशील समाज की मजबूत नींव रखी है।विराट मानवता के महोत्सव महाकुंभ 2025 में व्याप्त सुरक्षा और प्रबंधन की कुशलता किसी चमत्कार से कम नहीं है। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्री योगी आदित्यनाथ जी के ओजस्वी नेतृत्व में यह अविस्मरणीय उपलब्धि उत्तर प्रदेश पुलिस की असाधारण कार्यक्षमता और अटूट प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से रेखांकित करता है।
33 कार्मिकों को वीरता पदक, 5 को राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक
गणतन्त्र दिवस-2025 के अवसर पर भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस के 33 कार्मिकों को वीरता पदक, 05 को राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक व 78 को सराहनीय सेवा के लिये पदक प्रदान कर गौरवान्वित किया है। सभी प्रदेशों में उत्तर प्रदेश पुलिस को सबसे ज्यादा वीरता पदक, राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक एवं सराहनीय सेवा के लिये पदक प्रदान किये गये हैं।
46 पुलिस कार्मिकों को उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह
इस अवसर पर 46 पुलिस कार्मिकों को उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह, 201 पुलिस कार्मिकों को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह, 473 पुलिस कार्मिकों को पुलिस महानिदेशक का प्रशंसा चिन्ह प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री, उ0प्र0 द्वारा 10 पुलिस कर्मियों को मा0 मुख्यमंत्री का वीरता पदक एवं 06 पुलिस कर्मियों को मुख्यमंत्री का प्रशस्ति-पत्र स्वीकृत किया गया। आप सभी पुलिस कार्मिकों को मेरी ओर से हार्दिक बधाई।
हम खतरों के सामने साहसी बनें, दुख के सामने करुणामय बनें
इस गणतंत्र दिवस पर, मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि संविधान के मूल्यों को अपने जीवन और कार्य में उतारने का संकल्प लें। आइए, हम खतरों के सामने साहसी बनें, दुख के सामने करुणामय बनें, और न्याय की खोज में अडिग रहें। हम संविधान को अपना मार्गदर्शक बनाकर आगे बढ़ें। साथ मिलकर, हम ऐसा समाज बनाएं जहां न्याय प्रबल हो, स्वतंत्रता फले-फूले, और हर नागरिक सुरक्षित और संरक्षित महसूस करे।पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा गणतन्त्र दिवस के अवसर पर मुख्यालय में नियुक्त निम्न पुलिस कर्मियों को पदक से अलंकृत किया गया।
‘उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह’
1. रूप कृष्ण त्रिपाठी, निरीक्षक ना0पु0, अपराध शाखा, मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 लखनऊ।
‘सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह’
1. राम बिलास, मुख्य आरक्षी चालक, परिवहन शाखा, मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 लखनऊ।
2. आशीष कुमार, मुख्य आरक्षी, कानून व्यवस्था शाखा, मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 लखनऊ।
‘पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 का प्रशंसा चिन्ह (प्लेटिनम)’
1. सतीश चन्द्र सचान, प्रतिसार निरीक्षक, मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 लखनऊ।
‘पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 का प्रशंसा चिन्ह (गोल्ड)’
1. मोहित कुमार, सहायक उ0नि0(लिपिक), कानून व्यवस्था शाखा, मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 लखनऊ।
‘पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 का प्रशंसा चिन्ह (सिल्वर)’
1. गंगाराम, निरीक्षक (लिपिक), कार्मिक शाखा, मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 लखनऊ।
2. मनोज कुमार गौड़, आरक्षी चालक, परिवहन शाखा, मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 लखनऊ।
पुलिस मुख्यालय के अलावा रिजर्व पुलिस लाइन, पीएसी, सीओ कार्यालय, थाना और तमाम सरकारी कार्यालयों में तिरंगा फहराया। इस दौरान मिष्ठान का वितरण कराया गया।
Jan 28 2025, 13:53