गजब : नगर निगम, IAS अधिकारी के बेटे ने तीन तीन बार लिया जन्म प्रमाण पत्र
झारखंड में मचा सियासी बवाल… बीजेपी ने उठाए 4 सवाल
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : झारखंड में रांची नगर निगम की गजब कहानी। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी राजीव रंजन के बेटे के नाम नगर निगम ने तीन जन्म प्रमाण पत्र जारी किया है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सरकार और निगम पर चार सवाल उठाया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने कहा कि जहां आम लोग को नगर निगम से जन्म प्रमाण पत्र बनाने में परेशानी होती है, वहीं झारखंड के एक ऐसे आईएएस अधिकारी हैं जिन्होंने अपने बेटे का नगर निगम से तीन जन्म प्रमाण पत्र बनवाए हैं। इस पर सवाल पूछे जाने पर सरकार ने स्पष्ट किया है कि आईएएस अधिकारी राजीव रंजन के बेटे के एक जन्म प्रमाण पत्र को वैध माना गया है।
बाकी जन्म प्रमाण पत्रों को निरस्त कर दिया गया है। बच्चे का पहला बर्थ सर्टिफिकेट में बर्थ डेट है 13 अक्टूबर 2013, दूसरा बर्थ सर्टिफिकेट में बर्थ डेट 13 अक्टूबर 2015 और तीसरा सर्टिफिकेट में बर्थ डेट 10 अक्टूबर 2017 है। अजय साह ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि नगर निगम ने आखिर किस बर्थडे सर्टिफिकेट को मान्यता दी है, 2013 का, 2015 का या फिर 10 अक्टूबर 2017 का। उन्होंने यह भी पूछा है कि यह निर्णय किस आधार पर लिया गया कि आईएएस अधिकारी के बेटे का कौन-सा प्रमाण पत्र असली है और कौन सा फर्जी?
अजय साह ने यह भी कहा कि बच्चे के जन्म के 21 दिन के बाद जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करते समय शपथ पत्र देना होता है। राजीव रंजन ने भी शपथ पत्र दिया होगा, इस तीन शपथ पत्र में कौन फर्जी है। क्या नगर निगम ने संबंधित आईएएस अधिकारी के खिलाफ फर्जीवाड़े का मामला दर्ज कराया है? नगर निगम के उस अधिकारी पर क्या कार्रवाई की गयी, जिसने तीन अलग-अलग जन्म प्रमाण पत्र जारी किये और उन्हें सत्यापित किया?
उन्होंने कहा कि झारखंड में कानून का खुलेआम मजाक उड़ाया जा रहा है। यहां आम जनता और बड़े अधिकारियों के लिए अलग-अलग कानून की व्यवस्था लागू हैं। यदि ऐसा फर्जीवाड़ा किसी सामान्य व्यक्ति ने किया होता तो नगर निगम उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करता लेकिन चूंकि यह मामला एक बड़े अधिकारी से जुड़ा है। इसलिए निगम का रवैया नरम दिखाई दे रहा है।
Jan 24 2025, 15:04