भूपेश बघेल के खिलाफ अमित जोगी का चुनाव लड़ना दुर्भाग्यपूर्ण था- डॉ. रेणु जोगी
रायपुर- जोगी परिवार कांग्रेस में वापसी करना चाहता है. वापसी को लेकर जोगी परिवार की ओर से आवेदन भी दिया गया है. आवेदन दिए जाने के बाद से राजनीतिक गलियारों में यही कहा जा रहा है जल्द ही कांग्रेस में जोगी परिवार की वापसी हो जाएगी. न सिर्फ जोगी परिवार की बल्कि जनता कांग्रेस से जुड़े सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की. क्योंकि जेसीसी की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी और प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी अपनी पार्टी का विलय ही कांग्रेस में कराना चाहते हैं. हालांकि इस पर निर्णय कांग्रेस की ओर से बनाई गई समिति को लेना है जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत सहित कई बड़े नेता शामिल हैं, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव शामिल नहीं हैं. ऐसे में बघेल और सिंहदेव जैसे नेताओं का क्या रुख रहेगा यह देखना भी महत्वपूर्ण है. हालांकि समिति अगर निर्णय ले भी तो अंतिम निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से लिया जाएगा और जाहिर इसमें बघेल और सिंहदेव की सहमति भी ली जाएगी.
वैसे इन चर्चाओं के बीच डॉ. रेणु जोगी का एक बयान महत्वपूर्ण है जो उन्होंने कहा है. डॉ. रेणु जोगी ने अमित जोगी के उस निर्णय को गलत ठहराया है, जिसमें उन्होंने भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन में चुनाव लड़ा था. श्रीमती जोगी ने कहा कि मैं मानती हूं कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण था. अमित का यह निर्णय सही नहीं था. जिस दौरान अमित ने यह निर्णय लिया था, तब मैं कोटा में अपने चुनाव में व्यस्त थीं.
वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि वह जल्द ही भूपेश बघेल से मुलाकात करेंगी. क्योंकि बघेल उनके पड़ोसी हैं. पड़ोसियों के साथ मुलाकात और बात होती रहनी चाहिए. वैसे भी मेरे साथ बघेल का संबंध बेहतर ही रहे हैं. वे जब मुख्यमंत्री रहे तो मैं विधायक थीं. मुझे भरपूर सम्मान उनकी ओर से मिलता रहा. इसी तरह टीएस सिंहदेव से भी नाता अच्छा रहा है. कांग्रेस में वापसी को लेकर आवेदन करने से पूर्व ही मैं काफी पहले उनसे मिल चुकी हूं. मुझे यह विश्वास है जोगी परिवार की वापसी को लेकर दोनों ही नेता जरूर सहमत होंगे.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें किया नमन
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारतरत्न पंडित मदन मोहन मालवीय जी की 25 दिसम्बर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मालवीय जी भारत की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले अग्रणी नेताओं में से एक थे। पत्रकारिता, वकालत, समाज सुधार, मातृभाषा तथा भारत माता की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने वाले मालवीय जी ने नवयुवकों के चरित्र-निर्माण के लिए और भारतीय संस्कृति की जीवंतता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की। उनका मानना था कि संसार के जो राष्ट्र उन्नति के शिखर पर हैं, वे शिक्षा के कारण ही हैं। वे अपने सरल स्वभाव के कारण लोगों के बीच प्रिय थे। वे भारत के पहले और अंतिम व्यक्ति थे जिन्हें 'महामना' की उपाधि से विभूषित किया गया। मालवीय जी का निस्वार्थ जीवन हम सभी को सदा निस्वार्थ देशसेवा और मानवसेवा के लिए प्रेरित करते रहेगा।
पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजीत पाठक का हुआ सम्मान, रायपुर चैप्टर के सदस्यों को मिला अवार्ड
रायपुर- पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के 46वें राष्ट्रीय सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजीत पाठक को बस्तर की कला-संस्कृति प्रतीक अवार्ड से सम्मानित किया गया. इस मौके पर डॉ. अजीत पाठक ने रायपुर चैप्टर के सदस्यों को अवार्ड और सर्टिफिकेट वितरित किए.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पहली बार जनसंपर्क का महाकुंभ का तीन दिवसीय भव्य आयोजन होटल बेबीलोन इंटरनेशनल में किया गया. जहां देश भर से जनसंपर्क से जुड़े लगभग दो सौ लोगों का आगमन सम्मेलन में हुआ. सम्मेलन में जहां देश भर से जाने-माने लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं प्रदेश से भी काफी लोगों ने अपना अहम योगदान दिया.
समापन अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया डॉ अजीत पाठक का सम्मान रायपुर चैप्टर के अध्यक्ष डॉ शाहिद अली ने किया. इस मौके पर पीआरएसआई की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनु मजूमदार, जयपुर चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष रवि शंकर शर्मा, दिल्ली से डॉ रागिनी पाठक, सरगुजा के डॉ. अजय शर्मा, छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग के आलोक देव को भी स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजीत पाठक ने तीन दिवसीय जनसंपर्क महाकुंभ को सफल निरुपित किया. डॉ. पाठक ने बताया कि रायपुर में 46 वें आल इंडिया पब्लिक रिलेशन्स कांफ्रेंस नई उपलब्धियां और जनसंपर्क के क्षेत्र को नया आयाम प्रदान करेगा. डॉ पाठक ने कांफ्रेंस की सफलता के लिए छत्तीसगढ़ की जनता और सरकार के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा जी एवं अरुण साव सहित सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया.
डॉ. पाठक ने कांफ्रेंस की सफलता के लिए रायपुर चैप्टर के अध्यक्ष डॉ शाहिद अली के और उनकी टीम के प्रयासों और परिश्रम की सराहना करते हुए सदस्यों को छत्तीसगढ़ के वैभवशाली स्मृति चिन्हों से सम्मानित किया. जिनमें प्रमुख रूप से डॉ कुमार तोप्पा, डॉ दानेश्वरी संभाकर, सोनाली दत्ता, रुखसार परवीन, श्वेता शर्मा, भूपेश त्रिपाठी, रितु लता तारक, विकास शर्मा, डॉ राहुल तिवारी, डॉ अनुराधा दुबे, भारती गजपाल, निधि अग्रवाल, प्रफुल्ल तिवारी, रेहाना तबस्सुम, तेजेश्वर साहू, ब्रजेश तिवारी, राकेश कुमार, डॉ अनुपमा कुमारी, पीयुष शर्मा, देवेन्द्र कुमार नेताम, श्रृष्टि सिंह, कनक झा, गीत तिवारी, जनक राम साहू, चंदन वर्मा, यासिर अराफात, पूजा, अर्चना किरण, देवराज सिंह, लवि शर्मा, शेखर घोष आदि रहे. चैप्टर चैयरमेन डॉ शाहिद अली ने कांफ्रेंस में उपस्थित नेशनल कौंसिल के सदस्यों, सहभागियों, जनसंपर्क, गणमान्य नागरिकों, मीडिया, विद्यार्थियों और शोधार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने डॉ. हरिसिंह गौर की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रसिद्ध विधिवेत्ता, शिक्षाविद, समाज सेवी और सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. हरिसिंह गौर की 25 दिसंबर को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डॉ.गौर बीसवीं शताब्दी के सर्वश्रेष्ठ शिक्षाविदों में से एक थे। उन्होंने शिक्षा, कानून, और साहित्य के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान दिया। वे भारतीय संविधान सभा के सदस्य भी रहे। उन्होंने युवाओं में उच्च शिक्षा के प्रसार हेतु सागर विश्वविद्यालय की स्थापना की। देवदासी प्रथा को बंद कराने और महिलाओं को वकालत करने का अधिकार दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि डॉ. गौर का व्यक्तित्व प्रेरणादायक और सम्पूर्ण जीवन अनुकरणीय है।
राजधानी के जैन मंदिर चोरी कांड का खुलासा: मंदिर में काम करने वाले मां और दो बेटे निकले चोर, 15 लाख का सामान बरामद
रायपुर- राजधानी के तेलीबांधा क्षेत्र स्थित दिगंबर जैन मंदिर में 22 दिसंबर को हुई बड़ी चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. मंदिर में चोरी करने वाले कोई और नहीं, बल्कि वहीं कार्यरत कर्मचारी ही निकले. पुलिस ने मामले में तीन अंतरराज्यीय आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला और उसके दो पुत्र शामिल हैं. आरोपियों के कब्जे से सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन, कलश समेत लगभग 15 लाख रुपये मूल्य की चोरी की गई सामग्री बरामद की गई है.
मंदिर के सदस्य रासू जैन ने तेलीबांधा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि 22 दिसंबर की सुबह मंदिर का मुख्य द्वार और गर्भगृह का ताला टूटा हुआ मिला. सीसीटीवी कैमरों के तार भी काट दिए गए थे. मंदिर के अंदर रखे चांदी और सोने के आभूषण, बर्तन, कलश, और अन्य सामग्री चोरी हो गई थी. चोरी किए गए सामान में चांदी की थाली, कलश, झारी, पंचमेरू और भगवान की वेदी पर रखे आभूषण शामिल थे.
चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए रायपुर एसपी अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह ने मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की. एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और तेलीबांधा पुलिस की संयुक्त टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मुखबिरों की मदद ली. जांच के दौरान मंदिर में काम करने वाले कर्मचारी सुदीप माली पर शक गहराया. पूछताछ में उसने बार-बार बयान बदलकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की. सख्ती से पूछताछ करने पर सुदीप ने अपनी मां सुषमा माली और भाई सागर माली के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम देना कबूल किया.
पुलिस ने आरोपियों के पास से चांदी की थाली, कलश, झारी, पंचमेरू, और सोने का कलश सहित कुल ₹15 लाख मूल्य का चोरी किया गया सामान बरामद किया है. बरामद सामग्री में चांदी की थालियां, अभिषेक के कलश, शांति धारा की झारी, चांदी के छत्र, प्लेट, लोटा और सोने का कलश शामिल है.
क्रिसमस और नए साल के जश्न को लेकर रायपुर पुलिस सख्त : एसएसपी ने होटल, रेस्टोरेंट और कैफे संचालकों की बैठक बुलाई
रायपुर- क्रिसमस और नव वर्ष आयोजनों के मद्देनजर रायपुर के एसएसपी लाल उम्मेद सिंह ने होटल, बार, रेस्टोरेंट और कैफे संचालकों की बैठक ली. इस बैठक में एसएसपी ने आयोजनों के दौरान सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं। एसएसपी ने होटल और बार संचालकों से कहा कि नव वर्ष आयोजनों के दौरान सभी नियमों और शर्तों का पालन किया जाए. उन्होंने कहा कि सभी कार्यक्रमों के लिए आवश्यक अनुमति प्राप्त की जाए और आयोजनों में शामिल होने वाले व्यक्तियों, सेलेब्रिटी और कार्यक्रम के प्रकार की जानकारी अनिवार्य रूप से प्रशासन को दी जाए.
इसके अलावा, एसएसपी ने कहा कि क्रिसमस और नव वर्ष के आयोजनों में डी.जे. पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा और रात 10:00 बजे के बाद खुले में किसी भी प्रकार का साउंड सिस्टम बजाने की अनुमति नहीं होगी. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि होटल, रेस्टोरेंट, कैफे और बार के बाहर वाहनों की पार्किंग की समुचित व्यवस्था की जाए ताकि मुख्य मार्ग और सर्विस रोड में वाहनों की पार्किंग ना किया जाए जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित हो.
एसएसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि 31 दिसंबर की रात सभी कार्यक्रम रात 12:30 बजे से 1:00 बजे के बीच समाप्त हो जाएंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी स्थान पर शराब का सेवन खुलेआम किया गया तो संबंधित संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा, कार्यक्रम के दौरान हुडदंग और नशीली पदार्थों जैसे हुक्का, गांजा और अन्य ड्रग्स का सेवन करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे और ऐसे संस्थानों का लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा. जो भी होटल में रूके हैं उनका प्रापर आईडी प्रुफ जरूर रखे. जिसे जब भी मांगा जाए पुलिस को शेयर करें.
एसएसपी उम्मेद सिंह ने निर्देश दिए कि सभी आयोजक सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम करें और कार्यक्रमों के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था और हुडदंग की स्थिति उत्पन्न न हो. रायपुर पुलिस 31 दिसंबर को वीआईपी रोड सहित अन्य मुख्य मार्गों पर चेकिंग प्वाइंट्स लगाएगी और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगी.
नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव के लिए आचार संहिता की गाइडलाइन जारी, कलेक्टर की अनुमति के बिना छुट्टी नहीं, ट्रांसफर पर भी लगा बैन …
रायपुर- छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव का चुनावी बिगुल बजने वाला है। 30 दिसंबर को जिला पंचायत अध्यक्ष का आरक्षण होगा और इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग 31 दिसंबर को चुनाव की तिथियों की घोषणा करेगा। यदि 31 दिसंबर को घोषणा नहीं होती, तो चुनाव महीना भर के लिए टलने संभावना है, क्योंकि 1 जनवरी से नई मतदाता सूची पर काम शुरू हो जाएगा। लिहाजा राज्य निर्वाचन आयोग को इससे पहले चुनाव कार्यक्रम का ऐलान करना होगा। चुनाव की तैयारियों के बीच राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने अधिकारियों को आचार संहिता के संदर्भ में गाइडलाइन जारी किया है।
बता दें कि राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव अविनाश चंपावत द्वारा जारी 14 पेज की गाइडलाइन में चुनाव की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू करने का उल्लेख किया गया है। इसके तहत सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं। गाइडलाइन के मुताबिक, कलेक्टर की अनुमति के बिना अधिकारियों और कर्मचारियों को अवकाश स्वीकृत नहीं होगा और चुनाव की घोषणा के साथ ही नियुक्ति और पोस्टिंग पर भी प्रतिबंध लग जाएगा। चुनाव के दौरान सरकार के मंत्री कोई नई घोषणाएं नहीं कर सकेंगे और न ही भूमिपूजन या उद्घाटन कार्यक्रमों में हिस्सा ले सकेंगे।
इसके साथ ही मंत्रियों के लिए भी सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं। यदि मंत्री निजी दौरे पर हैं या प्राइवेट स्थान पर गए हैं, तो उनकी सुरक्षा में कोई अतिरिक्त फोर्स नहीं लगाई जाएगी। उन्हें जो सुरक्षा दी गई है, उसी में यात्रा करनी होगी। इसके साथ ही रेस्ट हाउस या सर्किट हाउस में मंत्री केवल सरकारी अधिकारियों या कर्मचारियों को बुला सकते हैं, लेकिन किसी निजी स्थान पर उनसे मिलना मना होगा।
आधुनिक ज्ञान विज्ञान के साथ ही स्कूली बच्चे प्राचीन सांस्कृतिक ज्ञान और मूल्यों से भी हों परिचित - मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
रायपुर- उत्साह से भरे स्कूली बच्चों से जब भी मैं मिलता हूँ, मुझमें भी नई ऊर्जा का संचार हो जाता है। आप लोग छत्तीसगढ़ का भविष्य हैं। सभी बच्चे खूब पढ़ें और अपने संस्कार को कभी न छोड़ें। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने धमतरी जिले के ग्राम सांकरा में डीपीएस स्कूल के वार्षिकोत्सव अनुभव 2024 में बच्चों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जब भी मैं आप लोगों के बीच आता हूँ तो अपने स्कूली जीवन और अपने शिक्षकों को याद करता हूँ। मेरे शिक्षकों ने जो शिक्षा और संस्कार मुझे दिये, उसकी बदौलत मैं आज यहां खड़ा हूँ। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बच्चे कच्ची मिट्टी के घड़े की तरह होते हैं, उनके शिक्षक और अभिभावक उन्हें आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाई गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आधुनिक ज्ञान विज्ञान के साथ ही हमारे प्राचीन सांस्कृतिक ज्ञान और मूल्यों पर भी जोर दिया गया है। हमने प्राथमिक शिक्षा मातृ-भाषा में बच्चों को शिक्षा देने की व्यवस्था की है। स्कूली बच्चों को समृद्ध इतिहास और संस्कृति के बारे में शिक्षा दी जा रही है। इसके साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और रोबोटिक्स के बारे में भी पढ़ा रहे हैं। इन सबका उद्देश्य यह है कि हमारे स्कूली बच्चे रामायण और महाभारत की कहानियां भी जाने और सूचना प्रौद्योगिकी में आ रहे नये बदलावों से भी परिचित हों।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए शिक्षा जरूरी है। शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। हम लोगों ने समाज की भागीदारी से स्कूलों में न्योता भोज आरंभ किया है। इसमें लोग अपना जन्मदिन अब सरकारी स्कूलों में बच्चों के बीच मनाते हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए हमने विकसित छत्तीसगढ़ का विजन तैयार किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी डबल इंजन सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बेटे और बेटियों को प्रदेश में ही बेहतर शिक्षा प्राप्त हो रही है। हमारी सरकार प्रयास स्कूल के माध्यम से आवासीय सुविधा उपलब्ध कराते हुए बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 341 स्कूलों का चयन पीएमश्री स्कूल के रूप में किया गया है। यहां शिक्षा के लिए अच्छी अधोसंरचना तथा स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्तर के सभी प्रमुख शैक्षणिक संस्थान संचालित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि डीपीएस विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद को अहमियत दी जा रही है। यहां बच्चों को खेल एवं अच्छे संस्कार भी प्रदाय किए जा रहे हैं। उन्होंने बच्चों को यह संदेश दिया कि पढ़ाई के साथ खेलकूद तथा सह-शैक्षणिक गतिविधियां उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने वार्षिक उत्सव के दौरान बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना की तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर डीपीएस स्कूल के शिक्षक एवं पालकगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान फेंकी पेट्रोल से भरी बोतल, बाल-बाल बचे भाजपा विधायक…
बेमेतरा- गुरु घासीदास जयंती कार्यक्रम के दौरान बेमेतरा विधायक दीपेश साहू को पेट्रोल से भरी शराब से मारने का प्रयास किया गया. हालांकि, बोतल विधायक को न लगकर साउंड ऑपरेटर को लगा, जिससे वह लहूलुहान हो गया. घटना से मचे हड़कंप के बीच पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है.
बता दें कि सोमवार को जिला मुख्यालय से लगभग 7 किमी दूर ग्राम चारभांठा में आयोजित गुरु घासी दास जयंती कार्यक्रम में बेमेतरा विधायक दीपेश साहू बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों के स्वागत के दौरान मंच के बगल से अचानक किसी अज्ञात उपद्रवी तत्व ने पेट्रोल से भरी बोटल मंच पर फेंककर विधायक दीपेश साहू पर हमले की कोशिश की.
पेट्रोल से भरी बोटल विधायक साहू की बजाए साउंड ऑपरेटर पवन मिर्चे की सिर पर लगी, जिससे वह लहूलुहान हो गया. आनन-फानन में ग्रामीणों ने युवक को उपचार के लिए डॉक्टर के पास ले गए. वहीं कार्यक्रम में मचे हड़कंप के बीच पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई.
गौरतलब हो कि क्षेत्र में घासीदास जयंती उत्सव पूरा महीने भर चलता है. इसी दौरान उक्त गांव में भारी संख्या में भीड़ थी, और मौका देखकर उपद्रवियों का इस हरकत को अंजाम देना कहीं ना कहीं सुरक्षा को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं.
प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा तेज, जानिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने क्या कहा …
रायपुर- छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार हरियाणा फार्मूला के तहत किया जाएगा. हालांकि, विस्तार के संबंध में सीएम ने कहा कि ‘वह सब होगा, लेकिन इंतजार करना पड़ेगा.’ आज बैठक हुई जो संगठन को लेकर था.
बता दें कि साय मंत्रिमंडल में इस वक्त मंत्रियों के दो पद रिक्त हैं. संगठन की कोशिश है कि हरियाणा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी 14 मंत्रियों का फार्मूला लागू किया जाए. सत्ता और संगठन के अहम चेहरे दिल्ली दौरे पर हैं, जहां एक उच्च स्तरीय बैठक की गई है. हालांकि यह बैठक संगठन चुनाव पर केंद्रित थी, मगर माना जा रहा है कि तमाम आला नेताओं की मौजूदगी में मंत्रिमंडल विस्तार पर भी मुहर लगाई है. इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव समेत कई नेता शामिल थे.
विष्णुदेव साय सरकार को एक साल बीत गए हैं. सरकार ने पहले एक मंत्री पद रिक्त रखा गया था, लेकिन बृजमोहन अग्रवाल के सांसद निर्वाचित होने के बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल में दो पद रिक्त हो गए. बृजमोहन के विभाग मुख्यमंत्री के अधीन आ गए. पहले से ही विभागों का बोझ मुख्यमंत्री पर था. लोक सभा चुनाव के ठीक बाद मंत्रिमंडल विस्तार कर लिए जाने की चर्चाएं थी, लेकिन महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव खत्म होने तक विस्तार टाल दिया गया. सरकार ने हाल ही में एक वर्ष का जश्न भी मना लिया है. नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव सिर पर है. कई कद्दावर नेता मंत्रिमंडल विस्तार की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं. उन्हें उम्मीद है कि विस्तार होने की स्थिति में उनका नंबर लग सकता है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात
दिल्ली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की है. माना जा रहा है कि इस मुलाकात में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा की गई है. संगठन सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात में मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले संभावित चेहरों को लेकर रायशुमारी की गई है. पिछले दिनों राज्य सरकार के जनादेश पर्व के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा छत्तीसगढ़ आए थे. उस दौरान भी भाजपा प्रदेश कार्यालय में राज्य के आला नेताओं के साथ बंद कमरे में उनकी रायशुमारी हुई थी. उस वक्त भी कयास लगाए गए थे कि मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की गई है.
संभावित नामों में कौन-कौन?
मंत्रिमंडल विस्तार की हर चर्चा में दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव का नाम सामने आता रहा है. गजेंद्र यादव आरएसएस के पूर्व प्रांत प्रमुख बिसराराम यादव के बेटे हैं. कहते हैं कि साय मंत्रिमंडल के गठन के वक्त भी गजेंद्र यादव के नाम पर चर्चा की गई थी, मगर तब किन्हीं कारणों से उनका नाम अंतिम सूची में नहीं आ सका था. यादव समाज से आने की वजह से भी उनका पलड़ा भारी है. राज्य में ओबीसी वर्ग में साहू समाज के बाद सर्वाधिक संख्या यादवों की है. ऐसे में सामाजिक समीकरण भी गजेंद्र यादव के पक्ष में बनते दिख रहे हैं. इधर बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल का नाम भी संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में तेजी से उछला है. 14 साल तक मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए पहचाने जाते हैं. भीड़ से अलग रहकर काम करने में भरोसा करने वाले अमर अग्रवाल ने पूर्ववर्ती रमन सरकार में आबकारी पॉलिसी बनाई थी. शराब बिक्री का ठेका सिस्टम खत्म किया था. इस फैसले से आबकारी राजस्व में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई थी. अमर अग्रवाल देश में इकलौते चेहरे रहे हैं, जो सर्वाधिक लंबे समय तक जीएसटी काउंसिल में बतौर सदस्य शामिल थे. मंत्रिमंडल विस्तार में राजेश मूणत का नाम भी सुर्खियों में है. रमन सरकार में आवास एवं पर्यावरण, ट्रांसपोर्ट, पीडब्ल्यूडी, नगरीय प्रशासन जैसे बड़े विभाग संभाल चुके मूणत की पहचान बड़े से बड़ा टास्क पूरा करने के लिए जाना जाता है. विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह के करीबी माने जाते हैं. मंत्रिमंडल विस्तार के लिए संभावित नामों में अजय चंद्राकर भी एक नाम हैं. तेजतर्रार छवि के अजय चंद्राकर अपने संसदीय ज्ञान और गहरी राजनीतिक समझ के लिए पहचाने जाते हैं. अगर बस्तर संभाग से मंत्रिमंडल में चेहरा लिए जाने की वकालत की गई, तब ऐसी स्थिति में मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव का नंबर लग सकता है. लोकसभा चुनाव में किरण देव अपने नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन कर चुके हैं. विक्रम उसेंडी भी एक अहम नाम साबित हो सकते हैं. इन संभावित नामों के इतर रायपुर दक्षिण उप चुनाव जीतने वाले सुनील सोनी भी वाइल्ड कार्ड एंट्री पा सकते हैं. सांसद रहते सुनील सोनी की टिकट कट गई थी. उनकी जगह बृजमोहन अग्रवाल को पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ाया था. लोकसभा चुनाव जीतने के बाद बृजमोहन अग्रवाल की खाली हुई रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से सुनील सोनी ने चुनाव लड़ा और बड़ी जीत दर्ज की. किन्हीं कारणों से पूर्व मंत्रियों का पत्ता मंत्रिमंडल विस्तार में कटता है, तब ऐसी स्थिति में सुनील सोनी का नंबर लग सकता है.
Dec 25 2024, 08:22