जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक
अयोध्या। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह की अध्यक्षता में बाल विकास विभाग की समीक्षा कलेक्टेªट सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में जनपद में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के 156 पदों पर सीधी भर्ती के सम्बन्ध में चल रही कार्यवाही की समीक्षा कर जिलाधिकारी ने तत्काल चयन प्रक्रिया पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से पोषण को जन-आंदोलन बनाने व बच्चों को खेल-कूद के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने संबंधी ’पोषण भी पढ़ाई भी’ कार्यक्रम की समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना’ जो पूर्व में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित की जा रही थी, का हस्तांतरण अब बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, विभाग को किया जा चुका है। इस योजना के अन्तर्गत पात्र लाभार्थी को पहले दो जीवित बच्चों (द्वितीय संतान बालिका होने पर) के जन्म पर प्रसूता को वित्तीय सहयोग दिया जाता है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि इस योजना के क्रियान्वयन हेतु लक्षित लाभार्थियों का निर्धारण कर योजना का लाभ दिया जाना सुनिश्चित किया जाये। इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाये। सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों एवं मुख्य सेविकाओं को लक्ष्य दिये जाये और कार्य में प्रगति लायी जाये। मुख्य चिकित्साधिकारी को ’मातृ शिशु रक्षा कार्ड (एम0सी0पी0 कार्ड) पर पंजीकरण संख्या अवश्य दर्ज कराने को भी निर्देशित किया गया। मेडिकल कालेज दर्शन नगर में पृृथक वार्ड से संचालित, अतिकुपोषित बच्चों का वार्ड जिसे पोषण पुनर्वास केन्द्र के नाम से जाना जाता है, में अतिकुपोषित बच्चों के ऐडमिट की स्थिति से अवगत कराते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि विगत माह नवम्बर 2024 में कुल 21 सैम बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र संदर्भित किया गया। समिति को अवगत कराया गया कि पोषण पुनर्वास केन्द्र में सैम बच्चों को दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से लाने के लिए तो एम्बुलेंन्स अथवा आर0बी0एस0के0 के वाहन आदि की व्यवस्था तो हो जाती है किन्तु डिस्चार्ज होने के पश्चात वापस जाने के लिए किसी वाहन की व्यवस्था नहीं हो पाती है जिसके लिए जिलाधिकारी द्वारा अलग से प्रस्ताव प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया। जनपद अयोध्या में पूर्व से चिन्हित अतिकुपोषित बच्चों के पोषण पुनर्वास केन्द्र (एन0आर0सी0) से वापस लौटने के पश्चात सम्बन्धित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा फालोअप की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने चिकित्सीय जटिलता से ग्रस्त सैम बच्चों का विवरण अलग से प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया तथा सभी एन0आर0सी0 से वापस लौटे बच्चों का चार माह तक फालोअप सुनिश्चित कराया जाय। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा अतिकुपोषित बच्चों के घर गृह भ्रमण को परिणाम उन्मुख result oriented) बनाने, गुणवत्तापूर्ण वजन कराने व पोषण स्तर के चिन्हांकन में गुणवत्ता लाने तथा बाल विकास परियोजना अधिकारी व मुख्य सेविका के निरीक्षणों की समीक्षा सहित अन्य बिन्दुओं पर बाल विकास विभाग की गहन समीक्षा की गई। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 03 से 06 वर्ष के लाभार्थियों को गर्म पका-पकाया भोजन दिये जाने सम्बन्धी हाॅट कुक्ड मील योजना के सम्बन्ध में समिति को अवगत कराया गया कि जनपद के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर इस योजना का संचालन किया जा रहा है। इस हेतु जिलाधिकारी द्वारा 90 लाख रूपये सभी 2381 आंगनबाड़ी केन्द्रों हेतु निर्गत किये गये हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण, बाल मैत्रिक शौचालय के निर्माण, आंगनबाड़ी केन्द्रों हेतु पेयजल एवं चिन्हित आंगनबाड़ी केन्द्रों को लर्निग लैब के रूप में विकसित किये जाने आदि समस्त निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने लंबे समय से चल रहे निर्माण कार्यो को शीघ्र पूर्ण कराने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया साथ ही सभी निर्माण कार्यो की समीक्षा साप्ताहिक रूप से कराने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। अयोध्या धाम के 15 वार्डो में 70 आंगनबाड़ी केन्द्रों की प्रस्तावित नवीन स्थापना की स्वीकृति एवं भवन निर्माण हेतु भूमि चिन्हांकन के कार्य में अपेक्षित प्रगति न होने पर इसकी समीक्षा भी साप्ताहिक रूप से कराने हेतु जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह, डी0पी0आर0ओ0, डी0सी0 मनरेगा, सम्बंधित विभाग के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
Dec 16 2024, 19:50