*पिता की विरासत को आगे बढ़ा रहीं प्रेरणा और रिद्धी* *26 और 24 साल की उम्र में 19 अंतरराष्ट्रीय मेले में ले चुकी है भाग*
भदोही। 47वें इंडिया कारपेट एक्सपो में जहां कश्मीर, जयपुर, पानीपत समेत भदोही और आसपास के कालीन बेल्ट में बने मखमली कालीन खरीदारों के आकर्षण का केंद्र हैं। वहीं मेले में पिता के कारोबार की विरासत को आगे बढ़ा रहीं दो बहनें भी आधी आबादी को संदेश दे रही हैं। महज 26 साल की प्रेरणा और रिद्धी गोयल (24) दस साल पहले से ही पिता के कारोबार में सहयोग कर रही हैं। इतनी कम उम्र होने के बाद भी वे अब तक कुल 19 अंतरराष्ट्रीय कालीन मेलों में भाग ले चुकी हैं। देश-विदेश की यात्रा में अकेले ही करती हैं।नगर के कालीन निर्यातक राम गोपाल गोयल की तीन बेटियां प्रेरणा, रिद्धी और वंशिका हैं। उनका कोई बेटा नहीं है, लेकिन बेटियों ने पढ़ाई कर नाैकरी करना पसंद न कर कारोबार में पिता का सहयोग करने के बारे में सोचा। प्रेरणा और रिद्धी बताती हैं कि कालीन कारोबार का उन्हें विरासत में मिला है।1995 से पिताजी कालीन बना रहे हैं। उनके साथ हमने कालीन उत्पादन न केवल नजदीक से देखा, बल्कि 15 वर्ष की उम्र से ही कारोबार में भी कदम रख लिया था। आज डोमोटेक्स (जर्मनी) हो या इंडिया कारपेट एक्सपो देश-विदेश में एक दर्जन से अधिक कालीन मेलों में हिस्सा ले चुकी हैं। आज उन्हें कारोबार में पिता के सहयोग की भी आवश्यकता नहीं पड़ती। आज के फेयर में उनके स्टाॅल पर एक दर्जन से अधिक आयातकों ने कदम रखा। बताया कि सभी से अच्छी वार्ता हुई और आगे काम शुरू होने की भी संभावना है।
Oct 16 2024, 17:45