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माइक्रोफाइनेंस बैंक में लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो अपराधी को गया पुलिस ने टांग लिया: देसी कट्टा, जिंदा कारतूस और मोबाइल बरामद

गया। बिहार के गया में गया पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर निजी माइक्रोफाइनेंस बैंक में लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो अपराधी को गिरफ्तार कर कांड का खुलासा किया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से देसी कट्टा, जिंदा कारतूस, घटना में उपयोग किए गए मोटरसाइकिल, मोबाइल और लूटी गई ₹5 लाख में से 96 सौ बरामद किया है। इसकी खुलासा गया के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस वार्ता कर की है। 

एसएसपी आशीष भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि बुनियादगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत खंजाहापुर में एक निजी माइक्रोफाइनेंस बैंक में लूट की घटना को अपराधियों द्वारा दी गई थी। लूट की घटना के बाद 9 मिनट के अंदर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन में जुट गई थी और अपराधियों के गिरफ्तारी के लिए नजदीकी दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। इसके बाद एक विशेष एसआईटी टीम का गठन किया गया और इस कांड में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष दिशा निर्देश दिए गए। पुलिस को सूचना मिली कि लूट की घटना को अंजाम देने वाले अपराधी मानपुर के गांधीनगर स्थित अपने घर में छुपा हुआ है।

सूचना के बाद पुलिस वहां पर पहुंचकर छापेमारी की और एक अपराधी बबलू कुमार, पिता राजेश पासवान को गिरफ्तार किया, जिससे पूछताछ किया गया तो इस घटना में अपनी संलिप्ता को स्वीकार है। जब इसका तलाशी लिया गया तो इसके पास से एक मोबाइल और 4700 नगद बरामद हुआ। इसके निशानदेही पर मानपुर गोरे रोड में छापेमारी कर गोपी कुमार, पिता मुरली गुप्ता को गिरफ्तार किया गया जिसके पास से 1 पीस देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस, एक मोबाइल और 4900 नगद बरामद किया गया। इन दोनों के निशानदेही से चाकन्द थाना अंतर्गत सड़क किनारे से घटना में प्रयुक्त दो मोबाइल फोन को बरामद किया गया। पूछताछ में अपराधियों ने इस घटना को कार्य करने में माइक्रोफाइनेंस बैंक के एक एजेंट की भूमिका बताई है। जिसका भी छानबीन की जा रही है अगर संलिप्ता पाई जाती है तो उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तार दोनों अपराधियों पर बुनियादगंज थाना में कई मामले भी दर्ज है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के बहालियों में पिछड़ा वर्ग के छात्रों के साथ दोहरी नीति अपना रही केंद्र सरकार: बीरेन्द्र गोप

गया। ओबीसी महासभा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय जनता दल बिहार के प्रदेश महासचिव एड० बीरेन्द्र कुमार उर्फ बीरेन्द्र गोप ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा देश के प्रतिष्ठित अस्पताल एम्स एवं केंद्र अधीनस्थ अस्पतालों में निकाले गये बहाली के आवेदन शुल्क सामान्य वर्ग के छात्रों के बराबर ओबीसी वर्ग के छात्रों का रखा जाना एवं ईडब्ल्यूएस के तहत वही सामान्य वर्ग के छात्रों का आवेदन शुल्क कम रखकर केन्द्र सरकार पिछड़ा वर्ग के छात्रों के साथ दोहरी नीति अपना रही है।

श्री बीरेन्द्र गोप ने कहा कि आठ लाख प्रतिवर्ष आय वाले छात्रों का आवेदन शुल्क 2400 और छ: लाख प्रतिवर्ष आय वाले छात्रों का आवेदन शुल्क 3000 रखा जाना कहीं से न्यायोचित नहीं है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी सबका साथ सबका विकास की बात करती हैं तो दूसरे तरफ पिछड़ा वर्ग के छात्रों के साथ भेदभाव कर खुद पर पिछड़ा विरोधी होने का मुहर लगा दी है,जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम होगी। श्री बीरेन्द्र गोप ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से समान्य वर्ग के छात्रों की तरह पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के छात्रों को भी ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र जारी कर सरकारी एवं नीजि संस्थानों में आरक्षण का प्रावधान करने की मांग की है।

साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण पर तंज कसते हुए कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं तो दूसरे तरफ उनके ही मंत्री वर्चस्व की लड़ाई में एक दूसरे पर आरोप लगाकर आपस में सर फुटव्वल करने में लगे हुए हैं जो बाढ़ पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा कार्य है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

लूट की योजना बनाते दो अपराधी को गम्हरिया टांड़ जंगल से पुलिस ने किया गिरफ्तार, शेरघाटी- दो के एसडीपीओ ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी

गया/डोभी। जिले के बहेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत मौला नगर के समीप गम्हरिया टांड़ के जंगल में लूट की योजना बनाते गुरुवार की सुबह हथियार के साथ दो अपराधी को बहेरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

दोनो अपराधी अन्य साथियों के साथ हथियार से लैस होकर बड़ी घटना करने की योजना बना रहे थे। वहीं ग्रामीणों की सूचना के बाद यह करवाई की गई। इस मामले में शेरघाटी 2 के एसडीपीओ संजीत कुमार प्रभात ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तृत जानकारी दी। इस मामले में एसडीपीओ के नेतृत्व में बहेरा थानाध्यक्ष पवन कुमार के द्वारा कार्रवाई की गई है। इसमें दो अपराधी जिसकी पहचान बाराचट्टी थाना क्षेत्र के सुंदर कुम्हारी निवासी संजीवन पासवान का पुत्र सौरभ कुमार एवं चालीतर पासवान का पुत्र राज कुमार को गिरफ्तार किया गया। दोनों अपराधी के पास से एक देसी कट्टा, एक देसी थरनट, एक मोबाइल, एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है।

वहीं उक्त स्थल पर लूट की योजना बनाते एक अन्य मोटरसाइकिल सवार पुलिस को देख भागने में सफल रहा।पुलिस काफी दूर तक पीछा कर पकड़ने का प्रयास किया है। एसडीपीओ ने बताया अन्य अभियुक्तों को पुलिस गिरफ्त में आने आए अभियुक्त के निशानदेही पर छापेमारी कर जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।

डीएम-एसएसपी की अध्यक्षता में दुर्गा पूजा त्यौहार को लेकर शांति समिति की हुई बैठक: सभी आयोजकों व सदस्यों से लिए सुझाव, दिए गए यह निर्देश

गया। गया शहर के समाहरणालय सभाकक्ष में डीएम-एसएसपी की अध्यक्षता में दुर्गा पूजा त्यौहार को लेकर जिला स्तर के पूजा आयोजन समितियों, शांति समिति के सदस्यों एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति के साथ बैठक करते हुए कई आवश्यक सुझाव लिए गए तथा प्रशासन द्वारा कई आवश्यक निर्देश सभी आयोजकों तथा शांति समिति के सदस्यों को दिए गए। बैठक में दुर्गा पूजा त्योहार के मद्देनजर जिले में विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था तथा आपसी भाई चारे के साथ पर्व पूरे खुशी माहौल में संपन्न हो, इसके लेकर की गई। 

बैठक को संबोधित करते हुए डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी शांति समिति के सदस्य तथा आयोजक मूर्ति विसर्जन के दौरान अपने-अपने क्षेत्र में स्वयं उपस्थित रहना सुनिश्चित करेंगे। सभी संवेदनशील स्थलों को चिन्हित किया जा चुका, उस क्षेत्र में लगातार निगरानी एव स्थानिय लोगो से बात चीत कर स्थिति का जानकारी भी ली जा रही है। राज्य सरकार की साफ नीति है कि कहीं भी कोई शांति व्यवस्था भंग नही हो, इसका पूरा ख्याल एव नियंत्रण रखे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पूरी सतर्कता एवं निगरानी बरतनी होगी। राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश है की भीड़ नियंत्रण पर बेहतर प्रबंधन की व्यवस्था हर हाल में रखनी होगी।

डीएम ने कहा कि गया ज़िले में कुल 23 स्थानों पर रावण दहन होने की सूचना प्राप्त हुए है। जिस स्थान पर भी रावण दहन कार्यक्रम आयोजित होना है, वहां पर आयोजक समिति हर हाल में पर्याप्त एंट्री एवं एग्जिट गेट, क्राउड कंट्रोल की पूरी व्यवस्था, मजबूती बेरीकेटिंग, लाउडस्पीकर, सीसीटीवी, पर्याप्त साइनेज इत्यादि की पूरी व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित करवाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपने क्षेत्र के सभी पूजा पंडाल आयोजकों को निर्देश दे कि किसी भी संकीर्ण रास्तों पर कोई पूजा पंडाल का निर्माण नहीं हो। चुकी आम आदमी पूरी खुशी माहौल में पर्व त्यौहार को मनाने एवं विभिन्न प्रतिमाओं को देखने पंडाल में जाते हैं, आम जनों को कोई परेशानी नहीं हो, इस पर विशेष ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन या पुलिस प्रशासन के बिना अनुमति का कोई भी मेला या झूला का आयोजन नहीं होगा, इस पर पूरी निगरानी रखें।

डीएम ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अपने क्षेत्र में जिस रास्ते से भी प्रतिमाओं का विसर्जन होगा उसे रास्ते में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हर हाल में रखें। इसके अलावा उन्होंने बिजली विभाग के तमाम पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि प्रतिमा विसर्जन एवं जुलूस के रास्ते में जहां भी लूज वायर या नीचे लटका हुआ तार है, उसे अभी समय है ठीक करवा लें ताकि प्रतिमाओं के विसर्जन में कहीं कोई दिक्कत नहीं हो सके। डीएम ने कहा कि पिछले वर्ष केदारनाथ मार्केट में बने पूजा पंडाल में प्रतिमा को देखने के लिए आम जनों की काफी भीड़ देखी गई थी, इस बीच संकीर्ण रास्ते में लकी ड्रा कूपन का एक काउंटर रहने के कारण आम जनों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा था। उन्होंने हिदायत देते हुए निर्देश दिया कि केदारनाथ मार्केट सहित अन्य कोई भी संकीर्ण गलियां जहां भी प्रतिमाओं की स्थापना हो रही है उन रास्तों में कोई भी अनावश्यक दुकान नहीं रहे, जिसके कारण भीड़ प्रबंधन करने में कोई समस्या हो सके। आम जनता को अच्छी तरीके से निकासी एवं प्रवेश हो सके, इसके पूरा ख्याल रखते हुए जो भी आवश्यक व्यवस्थाएं करनी हो वह कर लें। 

    

बैठक में बताया गया कि गया शहरी क्षेत्र से लगभग 100 से 110 मूर्तियां स्थापित किया जा रहा है। डीएम ने सभी थाना अध्यक्ष तथा अनुमंडल पदाधिकारी सदर को निर्देश दिया कि कौन से क्षेत्र से कितने बजे तथा किस तिथि में एवं किस रूट से मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा, संबंधित पूरी विवरण थाना बार तैयार रखें ताकि विसर्जन के समय कोई समस्या ना हो। उन्होंने सभी पूजा पंडाल के आयोजक को निर्देश दिया कि अपने-अपने पूजा पंडाल को पूरी मजबूती के साथ बनावे इसके साथ पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, सीसीटीवी कैमरा, पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था, यदि किसी परिस्थिति में आग लगने पर आग से बचाव हेतु व्यापक व्यवस्था इत्यादि अनिवार्य रूप से रखे इत्यादि अनिवार्य रूप से रखें। साथ भी भीड़ नियंत्रण की पूरी पुख्ता इंतजाम करवाने को कहा। पर्याप्त वोलिएंटर्स भी रखने को कहा है। डीएम ने सभी आयोजन समितियों को सख्त हिदायत दिया कि बिना लाइसेंस की एक भी मूर्ति नहीं बैठाया जाएंगे। इसके साथ ही लाइसेंस लेने के दौरान आयोजक के साथ-साथ 10 आयोजन समिति के सदस्यों का नाम भी अनिवार्य रूप से देना सुनिश्चित करें। पूर्व के सभी पर्व त्यौहार काफी अच्छे शांति माहौल में संपन्न हुए हैं।

आगामी दुर्गा पूजा भी उसी शांति माहौल में गुजरे इसे सभी शांति समिति के सदस्य सुनिश्चित करावे। सभी पूजा समिति अपने लाइसेंस को अपने पंडाल में हर हाल में प्रदर्शित करवाये। पंडालों में विधिवत बिजली का कनेक्शन ले, ताकि लूज वायर या सॉर्ट सर्किट की कोई समस्या नही हो सके। पर्व के अवसर पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरा पुख्ता रखे, ताकि लोगो को जाम की समस्याओं से झूझना न पड़े। उन्होंने सभी पूजा समिति को कहा कि हर हाल में 13 अक्टूबर तक सभी प्रतिमाओं का विसर्जन करवा लें। बैठक को संबोधित करते हुए एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि दुर्गा पूजा श्रद्धा आस्था का पर्व है, उसे उसी आस्था एवं श्रद्धा के साथ मनाएं। किसी भी स्थिति में हुरदंगबाजी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पर्व को देखते हुए पेट्रोलिंग की ओर सख्त व्यवस्था रखी गई है ताकि कहीं भी कोई छोटी एक छोटी घटना भी ना हो सके। उन्होंने कहा कि मूर्ति विसर्जन के दौरान किसी भी हाल में हथियार प्रदर्शन पर पूरी तरह प्रतिबंधित है।

इसके साथ ही डीजे भी पूरी तरह बंद रखा गया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर पूरी नजर रखी जा रही है। साइबर सेल गठन करते हुए 24 घंटे एक्टिवेट मोड में रखा गया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्हाट्सएप ग्रुप फेसबुक इत्यादि सोशल साइट पर आपत्तिजनक फोटो या वीडियो या वैसे कुछ खबर जो किसी संप्रदायिक भावना को ठेस पहुंचे उस स्थिति में ग्रुप एडमिन पर भी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी हाल में धार्मिक भावना आपसी भाईचारा को ठेस ना पहुंचे, इसे ध्यान में रखें। अपने-अपने पूजा पंडालों के समीप भीड़ नियंत्रण हेतु समुचित व्यवस्था अनिवार्य रूप से सभी आयोजक रखें। सभी पूजा पंडाल में दर्शकों के एंट्री एवं एग्जिट प्वाइंट का पर्याप्त व्यवस्था रखें। पूरी धार्मिक माहौल में धार्मिक गाना का ही प्रयोग करें आपत्तिजनक कोई भी बातें/ नारे या गाना को नहीं बजावे। उन्होंने कहा कि इस बार विशेष कर महिलाओं के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था किया गया है कि यदि कोई भी महिला यह महसूस करती है कि वह किसी स्थान से गंतव्य स्थान तक जाने में असुरक्षित महसूस करती हैं तो वह सीधे डायल 112 पर कॉल करके सूचित करेंगे एवं जिस स्थान पर वह असुरक्षित महसूस करेंगे, उसे स्थान पर पुलिस की टीम आएगी और उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचने का कार्य करेगी।

विदित होगी दुर्गा पूजा से फेस्टिव सीजन छठ पूजा तक चलता है, देर रात्रि तक बाजारों में आना जाना लगा रहता है। इस कारण से पुलिस प्रशासन भी पूरी तात्पर्यता से कार्य कर रही है। जिलावासी पूरी निर्भीक होकर पूजा एवं त्यौहार का आनंद ले, पुलिस प्रशासन आप सभी के साथ खड़ा है। बैठक में नगर निगम के उप महापौर, नगर आयुक्त, अपर पुलिस अधीक्षक, अपर समाहर्ता राजस्व, अपर समाहर्ता आपदा, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर, ज़िला आपूर्ति पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता राजीव रंजन, पुलिस उपाधीक्षक विधि व्यवस्था, पुलिस उपाधीक्षक नगर- 02 सहित सम्मानित शांति समिति के सदस्यगण, ज़िला स्तरीय पदाधिकारी गण, पुलिस पदाधिकारी गण, विभिन्न थानों के थाना प्रभारी गण उपस्थित थे। इसके अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एव अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया जिला का 160वां स्थापना दिवस पर टावर चौक से गांधी मैदान तक वाॅक फोर गया का हुआ आयोजन, स्कूली बच्चे, एनसीसी कैडेट्स सहित समाजसेवी भी हुए शामिल

गया जिला का आज 160वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर आज "वाॅक फोर गया" का भी आयोजन किया गया, जो गया शहर के टावर चौक से निकाला जो जीबी रोड, केदारनाथ मार्केट, समाहरणालय, सिविल कोर्ट, काशीनाथ मोड होते हुए गांधी मैदान पहुंच कर समाप्त हुआ।

इसकी शुरुआत जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश के द्वारा टावर चौक से हरि झंडी दिखाकर किया गया। वाॅक फोर गया में स्कूली बच्चे, एनसीसी कैडेट्स सहित समाजसेवी भी इसमें शामिल हुए। 

वही, गांधी मैदान पहुंचकर अधिकारियों ने सभी स्कूली बच्चों को स्वच्छता को लेकर भी इस संदेश दिया। अधिकारियों ने गया जिला का ऐतिहासिक धरोहर सहित गया जिले में अब तक क्या-क्या विकास हुआ इसके बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दिया। वहीं छात्रों से अपील किया है कि गया जिला का मान सम्मान बढ़ाने का भी काम आप लोग करेंगे, ताकि गया का नाम देश दुनिया में बना रहे। गया मोक्ष और ज्ञान की भूमि है। यहां एक तरफ जहां पितृपक्ष में लाखों तीर्थ यात्री आते हैं तो वही बोधगया में लाखों विदेशी पर्यटक भी आते हैं। इस हिसाब से गया जिला एक बहुत ही विश्व में एक स्थान रखता है।

वही, गया जिला स्थापना दिवस के मौके पर आज दिन भर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। वही संध्या में गया समाहरणालय में 160 वर्ष के मौके पर 160 कैंडल जलाकर एवं केक काटकर गया जिला स्थापना दिवस मनाया जाएगा। बता दे कि आज ही के दिन 3 अक्टूबर 1865 को झारखंड के रामगढ़ से अलग होकर गया जिला बना था। उस समय औरंगाबाद और नवादा जिला गया के हिस्से में ही आते थे। बाद में नवादा और औरंगाबाद को अलग जिला बनाया गया।

के.के कंपटेटिव क्लासेस के द्वारा गांधी जयंती पर छात्र-छात्राओं ने 30 मिनट के भीतर शिक्षकों के कड़ी निगरानी में लिया गया परीक्षा

गया/शेरघाटी। शहर के नूतन नगर स्थित के.के कंपटेटिव क्लासेस के द्वारा गांधी जयंती के शुभ अवसर पर छात्र-छात्राओं को महात्मा गांधी जी के जीवनियों पर अनुभवी शिक्षकों द्वारा 60 मॉडल प्रश्न पत्र तैयार कर समय अवधि 30 मिनट के भीतर शिक्षकों के कड़ी निगरानी में परीक्षा लिया गया। कार्यक्रम का शुरुआत महात्मा गांधी जी के तैलीय चित्र पर बिहार गीतों के साथ शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं ने बारी-बारी से पुष्प अर्पित किया गया। 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डायल 112 कोर्ट परिसर में महिला कांस्टेबल के रूप में पदस्थापित संगम राज शर्मा,सोनम कुमारी उपस्थित थी। के.के कम्प्टेटिव संस्थापक कुंदन कुमार द्वारा मुख्य अतिथियों को अंग वस्त्र एवं माला पहनकर स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में परीक्षा में सफल होने वाले विद्यार्थियों को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

संस्थापक कुंदन कुमार ने बताया कि गांधी जयंती के अवसर पर कोचिंग क्लास के द्वारा छात्र-छात्राओं के मानसिक विकास के लिए गांधी जी के जीवनियों पर नई पहल के साथ परीक्षा लिया गया है। परीक्षा में अधिक अंक लाने वाली चांदनी कुमारी, नीतीश कुमार, संतोष संगम, मोहम्मद नुमान इत्यादि दर्जनों छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरण किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक गौरव कुमार सिंह, पिंटू कुमार, बसंत यादव, शशि कुमार,संतोष कुमार शामिल थे।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

गया में खुला शिव नरेश का शोरूम, ट्रैकसूट, शूज और स्पोर्ट्स की सामग्री उचित दामों में मिलेगी, अभी मिलेगी इतने की छूट
गया। गया शहर के जीबी रोड में शिव नरेश का फ्रेंचाइजी शोरूम की ओपनिंग बुधवार को गया नगर निगम के मेयर गणेश पासवान और पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव के द्वारा फीता काटकर किया गया इस मौके पर शिव नरेश शोरूम के प्रोपराइटर शब्बीर आजम ने बताया कि शिव नरेश हिंदुस्तान की कंपनी है. मेड इन इंडिया है. यहां से इंडियन आर्मी के लिए और पुलिस के लिए सप्लाई दी जाती है. गया शहर में अरसे से इसकी फ्रेंचाइजी नहीं थी और नहीं आउटलेट था. छोटे-छोटे दुकानों में कुुछ सलेक्ट सामान ही मिलते था, लेकिन अब एक बेहतर शोरूम शिव नरेश का खुला है, जिसमें स्पोर्ट्स सामग्री, ट्रैकसूट, शूज एक से बढ़कर एक उपलब्ध हैं. सारे रनिंग आइटम यहां मिल जाएंगे. वहीं अभी शूज पर 40 से लेकर 50% की छूट भी है. गया शहर वासियों से अपील करते हैं, कि यहां आकर विजिट करें.
+2 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय डोभी का उद्घाटन, डीपीओ ने फीता काटकर किया

गया/डोभी। डोभी नगर पंचायत क्षेत्र स्थित +2 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय डोभी का उद्घाटन डीपीओ गोपाल कृष्ण ने फीता काटकर किया।इस दौरान डीपीओ ने भवन का निरीक्षण किया।

उद्घाटन के बाद बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखें फिर बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया। डीपीओ ने बताया प्लस टू कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नौवीं से 12वीं कक्षा के 100 बच्चियों को निशुल्क शिक्षा के लिए नामांकित किया जाना है।पठन- पाठन के साथ छात्राओं को तमाम व्यवस्थाएं बिहार सरकार एवम भारत सरकार के द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। समाज के वंचित वर्ग के लोगों को बच्चियों को मुख्य धारा में आने के लिए भारत सरकार एवं बिहार सरकार का प्रयास काफी अच्छा है।

उपस्थित लोगों से डीपीओ ने अपील किया कि अपने बच्चियों को यहां पढ़ाएं। +2 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय डोभी में वार्डेन के रूप में श्रद्धा श्रीवास्तव को नियुक्त किया गया है। इसमें अभी 25 बच्चियों का नामांकन किया गया है। इस कार्यक्रम के दौरान वार्डेन अर्चना कुमारी, विभिन्न विद्यालय के शिक्षक, छात्राएं सहित अन्य लोग मौजूद थे।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।

डोभी में एक तालाब से मिला एक महिला का शव, पुलिस ने किया बरामद, पोस्टमार्टम के लिए भेजा

गया/डोभी। जिले के डोभी थाना क्षेत्र के डोभी गया सड़क मार्ग स्थित अठ्ठासी बीघा तालाब के समीप एक महिला का शव डोभी पुलिस ने बुधवार के सुबह बरामद किया है।

महिला की पहचान बजौरा पंचायत अंतर्गत जोल बीघा गांव के समीप मिस्त्री टोला के किशोर यादव की 23 वर्षीय पत्नी रेणु देवी के रूप में हुई है। इस घटना के बाद शव की पहचान को लेकर काफी संख्या में लोगों की भीड़ काफी देर तक जुटी रही। पहचान के बाद डोभी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए गया मगध मेडिकल कॉलेज भेजा है।

आसपास के लोगों का कहना है। मृतक महिला घास गढ़ने के लिए उक्त स्थल पर आई थी। घटना स्थल से उक्त महिला का चप्पल,हसुआ एवं टोकरी भी मिला है।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार

गया में 16 दिवसीय चल रहे पितृपक्ष मेला आज हो गया समापन: इस वर्ष गयाजी में आये 22 लाख तीर्थ यात्री, 1 लाख से ऊपर पैकेजिंग कराकर दिया गया गंगाजल

गया। बिहार के गया में 17 सितंबर से चल रहे 16 दिवसीय पितृपक्ष मेला का आज समापन हो गया। इस वर्ष का पितृपक्ष मेला काफी ऐतिहासिक मेला साबित हुआ है। जिला प्रशासन की ओर से लगभग 3 महीना पहले से ही पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के लिए हर स्तर पर तैयारी की गई थी, जिसका परिणाम रहा कि पितृपक्ष मेला में 22 लाख से अधिक संख्या में आए तीर्थ यात्री ने सरकार एवं प्रशासन को प्रशंसा की और धन्यवाद दिया है। जिला प्रशासन द्वारा हर जगह पर तीर्थ यात्रियों को पूरी मदद, सेवा भाव एवं समर्पण के साथ उनका सहयोग देने का कार्य किया है।

पितृपक्ष मेला को सफल बनाने में तमाम पदाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों, सफाई कर्मियों, स्वयं सेवी संस्थानों, समाजसेवियों, NCC, NSS के बच्चे, स्काउट गाइड के बच्चे, नेहरू युवा केन्द्र के वोलेंटियर, विभिन्न मीडिया हाउस के प्रतिनिधियों सहित अन्य सभी लोगो के साथ साथ गया जिला वासियों को इस वर्ष पितृपक्ष मेला को ऐतिहासिक बनाने, स्मरणीय बनाने तथा यादगार बनाने के साथ साथ सफल बनाने में जो भी योगदान किया है, जिन्हें मैं धन्यवाद देता हूं। इस वर्ष का मेला सालो साल इतिहास के रूप में याद किया जाएगा। देश विदेश से आए पिंडदानी गया जिला के साथ-साथ बिहार का अच्छा छवि लेकर घर वापस लौटे। सभी यात्रियों ने इस वर्ष के मेले की व्यवस्थाओं से काफी खुश दिखे और इस आयोजन के माध्यम से बिहार एवं गयाजी के छवी और बेहतर होगी ऐसा मेरा भरोसा है. पितृपक्ष मेला के अवसर पर 22 लाख से अधिक तीर्थयात्री गया जी आकर अपने पूर्वजों का पिंडदान किया है साथ ही लगभग 25 से अधिक विदेशी पिंडदानी जो रसिया, फ्रांस, जर्मनी, साउथ अफ्रीका सहित अन्य देशों से आकर अपने पूर्वजों का पिंडदान किए हैं। विदेशी पिंडदानी ने भी कहा कि जिस फल्गु नदी में पानी नहीं होती थी, वहां अब लबालब पानी देखने को मिल रहा है। गया जी डैम बहुत बड़ा आकर्षण का केंद्र बना है। पहले पिंडदानी गड्डा खोदकर पानी निकालकर तर्पण करते थे। अभी लबालब पानी मे यात्री तर्पण कर काफी संतुष्ट हो रहे हैं।

पितृपक्ष मेला 2024 समापन संबंधित सारांश

◆ इस वर्ष गयाजी आये कुल तीर्थ यात्रियों की संख्या- 22 लाख 

◆ वर्ष 2023 में गयाजी आए तीर्थ यात्रियों की संख्या- 15 लाख

◆ वर्ष 2022 में गयाजी आए तीर्थ यात्रियों की संख्या- 13 लाख

◆ इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर निशुल्क अवसान प्रदान किए गए इसमें लगभग डेढ़ लाख (1.5 लाख) तीर्थयात्री अवसान किए हैं।

◆ विभिन्न स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से 82 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों ने स्वास्थ्य लाभ लिया है।

◆ निशुल्क ई रिक्शा का लाभ 3 लाख 20 हजार तीर्थयात्रियों ने लिया है।

◆ गयाजी आये तीर्थ यात्रियों को गंगाजल का पाउच पैकेजिंग कराकर 1 लाख से ऊपर यात्रियों के बीच वितरित करवाया गया है।

◆ बुजुर्ग एवं दिव्यांग तीर्थ यात्रियों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा रखी गई थी, व्हीलचेयर लगभग 2000 तीर्थयात्रियों ने प्रयोग किया है।

◆ घाटों पर तीर्थयात्री अपने परिजन से बिछड़ जाते हैं इसे लेकर खोया पाया सेल बनाया गया था, इस सेल के माध्यम से 470 तीर्थ यात्रियों को उनके परिजन से मिलने का कार्य किया गया है।

◆ आईवीआरएस सिस्टम /शिकायत नियंत्रण कक्ष के माध्यम से 940 से ऊपर समस्याओं को निदान करवाया गया है।

◆ पिंडदान मोबाइल एप लगभग 2700 से अधिक तीर्थ यात्रियों ने इसका भरपूर मदद उठाया है।

◆ विभिन्न सहायता केंद्र द्वारा सहयोग लेने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या 3400 है।

    

इसके अलावा इस वर्ष लोकार्पित विष्णुपथ भी यात्रियों के लिये काफी मददगार साबित हुई है। अब विष्णुपद एरिया पूरी तरह कॉरिडोर के रूप में विकसित हुआ है। सरकार एवं माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुरूप पितृपक्ष मेला को हर वर्ष नए नए ऊँचे आयाम तक पहुंचाया जा रहा है। इस वर्ष मुख्यमंत्री के निर्देश के आलोक में गयाजी आये तीर्थयात्रियों के लिये गंगाजल को पाउच में पैकिंग करवाकर उपहार स्वरूप उन सभी के बीच वितरित करवाने का कार्य किया गया है। गंगाजल आस्था का प्रतीक है इसके लिए सभी तीर्थ यात्रियों ने राज्य सरकार को कोटि-कोटि धन्यवाद भी दिया है।

    

इसके अलावा इस वर्ष टेंट सिटी में रहने वाले तीर्थ यात्रियों को पीने के लिए गंगा जल भी उपलब्ध कराया गया है साथ ही विष्णु पद मंदिर के समीप प्याऊ तथा देवघाट एवं सीता कुंड में प्याऊ के माध्यम से आए हुए सभी तीर्थ यात्रियों को गंगाजल पिलाने का कार्य' बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा किया गया था, साथ ही गया बोधगया एव सभी पिंड वेदियों तक गंगाजल पहुँचाया गया है। इस व्यवस्था को लेकर देश-विदेश से आए सभी तीर्थ यात्रियों ने काफी सराहा है। जिला प्रशासन एव पंडा समाज द्वारा पितृपक्ष मेला के अवसर पर 01 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के बीच गंगाजल का वितरण किया गया है। पितृपक्ष मेला के अवसर पर गांधी मैदान में बनाए गए टेंट सिटी में तीर्थ यात्रियों को निशुल्क सभी व्यवस्था उपलब्ध करवाना एक बहुत बड़ी उपलब्धि साबित हुई है। यहां जो भी पिंडदानी रहने आए उन सभी ने सरकार एवं प्रशासन का सराहना किया है। टेंट सिटी में जीविका दीदियों द्वारा लगाए गए स्टॉल, सुधा के काउंटर भी लगाए गए थे। 'टेंट सिटी में लगभग 15000 से ऊपर तीर्थ यात्रियों ने आवासन किया है।

विगत 3-4 वर्षों से मेला का स्वरूप में बड़ी बदलाव हुई है। तीर्थ यात्रियों को जगह-जगह पर निशुल्क ई-रिक्शा की व्यवस्था रखकर उन्हें यह सुविधा उपलब्ध करवाई गई। विशेष रूप से विष्णुपद मंदिर से चांद चौराहा एवं विष्णुपद मंदिर से बंगाली आश्रम तक नो व्हीकल जोन बनाकर यात्रियों के लिए पर्याप्त संख्या में ई रिक्शा की व्यवस्था रखी गई। इस व्यवस्था को लेकर सभी तीर्थ यात्रियों ने काफी सराहा है एवं भरपूर ई रिक्शा का प्रयोग किया है। लगभग 3 लाख 20 हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने निःशुल्क ई रिक्शा का लाभ लिया है। मंदिर परिसर में यात्री अच्छे तरीके से भगवान का दर्शन करें इसके लिए क्यू सिस्टम बनाकर यात्रियों को कतारबद्ध रूप से गर्वगृह में प्रवेश करवाया गया, जिससे भगदड़ जैसी कोई भी स्थिति उत्पन्न नही हुई। अब शतप्रतिशत तीर्थयात्री भगवान का दर्शन कर पा रहे हैं। क्यू सिस्टम बनने से कोई भी श्रद्धालु भगवान के दर्शन से वंचित नहीं रह पाये।

मेला क्षेत्र के विभिन्न संकीर्ण गलियों एवं मंदिर परिसर के चिन्हित बिंदुओं पर वॉकी-टॉकी के साथ पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया था ताकि अत्यधिक भीड़ बढ़ने पर अलग-अलग स्पॉट पर भीड़ की कैसी स्थिति है इसका पूरा निगरानी हो सके। और भीड़ नियंत्रण कर सके। दूर दराज से आए सभी पिंड दानियों को स्वास्थ्य सुविधा की पूरी मुकम्मल व्यवस्था इस बार रखी गई। सिविल सर्जन एवं उनके स्तर पर निरंतर इसकी जांच एवं समीक्षा की गई। कहीं भी कोई भी छोटी से छोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा क्विक रिस्पांस दिया गया। पूरे 17 दिनों में 67 स्वास्थ्य शिविर में 82540 से अधिक तीर्थयात्री चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा 255 तीर्थ यात्रियों को कैंप में रखकर जरूरी उपचार यथा स्लाइन पानी चढ़ाना, बैंडेज इत्यादि का इलाज किया गया। इसके अलावा 198 तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य शिविर से बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल, जयप्रकाश नारायण अस्पताल सहित अन्य डेडीकेटेड बनाए गए अस्पतालों में रेफर किया गया। इसके अलावा बीटीएमसी बोधगया द्वारा भी महाबोधि मंदिर के समीप निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाए गए थे जिसमें 15 प्रकार की दवाइयां रखी गयी थी और 3 हजार से ऊपर की संख्या में उपचार किये गए थे।

फूड इंस्पेक्टर की टीम बनाकर निरंतर मेला क्षेत्र के विभिन्न दुकानों प्रतिष्ठानों में दूषित खाना का जांच करवाया गया, जिसमें 344 दुकानों में छापेमारी की गई उसमें 362 फूड सैंपल संग्रह किये गए तथा जांच हेतु सैंपल को लैब में भेजा गया, जांच रिपोर्ट के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। तीर्थयात्री के छोटी-छोटी सुविधाओं पर विशेष ध्यान इस वर्ष रखा गया है। तीर्थयात्री जब भगवान के दर्शन करने जाने पर अपने जूते चप्पल को एक जगह सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 3 अलग-अलग स्थान पर चप्पल जूता स्टैंड बनवाया गया, जहां विभिन्न स्वयंसेवी संस्था द्वारा इसका संचालन किया गया। अनेकों तीर्थ यात्री इसका भरपूर लाभ उठाएं। विष्णुपद मंदिर दर्शन करने आने वाले अति बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों को विशेष रूप से व्हीलचेयर की सुविधा इस वर्ष उपलब्ध कराई गई। पूरे मेला अवधि में लगभग 2 हजार तीर्थ यात्रियों को व्हीलचेयर की सुविधा मुहैया कराई गई।

देवघाट पर बनाए गए नियंत्रण कक्ष में लगभग 470 तीर्थ यात्रियों को खोया पाया काउंटर के माध्यम से उनके परिजन से मिलाने का कार्य किया गया है। इसके अलावा संवास सदन नियंत्रण कक्ष में बनाए गए आईवीआरएस सिस्टम के तहत 940 से अधिक कॉल्स तीर्थ यात्रियों का सीधे पदाधिकारी से संपर्क स्थापित कराकर उनके आवश्यक सुविधा के बारे में जानकारी ली। विभिन्न तालाबों एवं सरोवर में एसडीआरएफ एवं गोताखोर के टीम द्वारा लगभग 20 से ऊपर रेस्क्यू ऑपरेशन कर तीर्थ यात्रियों को सहायता प्रदान किया है। इस पितृपक्ष मेला के दौरान नदी तालाबो में बढ़े हुए जलस्तर को लेकर एसडीआरएफ एव गोताखोरों की संख्या को बढ़ाया गया था, साथ ही हर नदी तालाब में नाव सहित टीम को रखा गया था, जिसके कारण से डूबने जैसी कोई समस्या नहीं हुई।

इस वर्ष पितृपक्ष मेला में पहली बार निर्बाध बिजली आपूर्ति के साथ-साथ मेला क्षेत्र में कहीं भी लो वोल्टेज की समस्या नहीं आने के उद्देश्य से मेला क्षेत्र के अलग-अलग स्थान पर जरूरत के अनुसार अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगवाए गए थे। साफ सफाई के क्षेत्र में भी काफी उत्कृष्ट कार्य नगर निगम द्वारा किए गए हैं। नदी के पानी को स्वच्छ रखने के लिए पर्याप्त सफाई कर्मी द्वारा जाल के साथ पानी से यत्र तत्र पूजन सामग्री को लगातार साफ करने का कार्य किए हैं। इसके अलावा मेला क्षेत्र, टेंट सिटी एवं सभी आवासन स्थल में डेंगू से बचाव हेतु विशेष रूप से फोगिंग की व्यवस्था रखी गई थी। नगर निगम द्वारा पूरे मेला क्षेत्र को 5 जोन अन्यर्गत 61 सेक्टर में बाटते हुए सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराई है। सफाई व्यवस्था में 1200 सफाई कर्मी तीन पालियों में लगाए गए थे, इसके अलावा सफाई की निगरानी हेतु 30 पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी, 80 की संख्या में सीएनजी वाहन के माध्यम से पिंड सामग्रियों को डिस्पोज में लगाई गई थी।

विष्णुपद मंदिर गर्वगृह में यात्रियों को कोई फिसलन ना हो इसे ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रांगण एवं मंदिर परिसर में लगातार साफ सफाई की व्यवस्था करवाई गई है। इस वर्ष किसी भी तीर्थ यात्रियों को फिसलन जैसी कोई समस्या नहीं हुई। पितृपक्ष मेला प्रारंभ होने के पहले से प्रशासन का एक प्रमुख चौलेंज था, यातायात को सुगम रखना। पितृपक्ष मेला के पहले विभिन्न मुख्य सड़कों को युद्ध स्तर पर मरम्मत करवाए गए थे एव नए सिरे से कुछ सड़कों का निर्माण भी करवाए थे, जिसमें मुख्य रूप से चांद चौरा से विष्णुपद मंदिर तक, पिता महेश्वर की मुख्य सड़क, रामशिला प्रेतशिला की मुख्य सड़क तथा घुगड़ी ताड़ बाईपास सड़क को नए सिरे से पितृपक्ष मेला के पहले बनवाने का कार्य पूर्ण किया गया था, ताकि देश विदेश से आने वाले लाखों लाख तीर्थ यात्रियों को आवागमन में कोई समस्या नहीं हो।

उन्होंने कहां की पितृपक्ष मेला में हर एक तिथि के अनुसार सभी अपने-अपने पिंड वेदी स्थल का धार्मिक आस्था की दृष्टिकोण से एक अलग महत्व है। इन सभी चीजों को देखकर उक्त तिथियों पर अतिरिक्त पदाधिकारी का डेप्लॉयमेंट, पुलिस की डेप्लॉयमेंट एवं सफाई व्यवस्था रखी जाती थी ताकि तीर्थ यात्रियों को कहीं कोई समस्या नहीं हो। संपूर्ण मेला क्षेत्र को 43 जोन में विभक्त कर कुल 324 सेक्टर में बाँटते हुए प्रशासनिक दृष्टिकोण से सभी व्यवस्थाएं मुकम्मल कराई गई थी।

भविष्य के लिए गयाजी के विकास के लिए मुख्यमंत्री द्वारा गयाजी धर्मशाला का निर्माण तुरन्त ही शुरू होनेवाला है। इसमें निशुल्क आवासन की क्षमता बढ़ेगी। विष्णुपद मंदिर एवं विष्णुपथ एवं सीतापथ में जानेवाले यात्रियों के लिए पार्किंग स्थल का निर्माण घुघरीटाँड़ के दोनो तरफ निर्माण कार्य शुरू होगा। मनसरवा नाला के उपर सड़क का निर्माण, वैकल्पिक मार्ग का मजबूतीकरण एवं चौड़ीकरण इसी साल प्रारम्भ हो जायेगा। ऐसा उम्मीद है इन कार्यों से 2025 का पितृपक्ष मेला और बेहतर रूप प्रदान करेगा।