पटना कोतवाली थाना में दर्ज मामलों की जांच गति धीमी होने की खुली पोल, थानेदार समेत कई आईओ से स्पष्टीकरण की मांग
डेस्क : राजधानी पटना के कोतवाली थाने में दर्ज मामलों की जांच गति धीमी होने की बात सामने आई है। इस बात का खुलासा डीआईजी सह पटना एसएसपी राजीव मिश्रा के वार्षिक जांच में हुई है। अब पुलिस कप्तान ने कोतवाली के थानेदार राजन कुमार और अनुसंधान विभाग में तैनात कई आईओ से इसको लेकर स्पष्टीकरण की मांग की है। जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
दरअसल बीते सोमवार को डीआईजी सह पटना एसएसपी राजीव मिश्रा वर्ष 2024 के वार्षिक निरीक्षण में कोतवाली थाने पहुंचे थे। यहां तीन घंटे तक उन्होंने लंबित मामलों की समीक्षा की। पता चला कि कई आईओ ने नौ माह में चार मामलों का भी निपटारा नहीं किया है। इसे लेकर पुलिस कप्तान ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों की जमकर क्लास ली।
दरअसल, थाने के अनुसंधान विभाग में तैनात आईओ को अन्य ड्यूटी नहीं दी जाती है। ऐसे में अगर नौ महीने में उन्होंने इतने कम मामलों का निपटारा किया है तो यह गंभीर मामला है। जांच की गति धीमी होने के कारण पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगेंगे।
आईओ से भी मांगा गया स्पष्टीकरण
पुलिस कप्तान राजीव मिश्रा ने कहा कि कोतवाली थाने में लंबित कांडों का अनुसंधान संतोषजनक नहीं था। लिहाजा थानेदार समेत अन्य आईओ से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। बकौल एसएसपी हरेक थानों की पुलिस को जांच ठीक समय पर पूरा करने के निर्देश दिये गये हैं। अगर कोई ऐसा नहीं करता तो उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की लापरवाही किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
Oct 01 2024, 14:59