50 साल बाद 'कोसी' ने फिर मचाया हाहाकार, उत्तर बिहार के बाढ़ में डूबने का डर, गंगा और कोसी उफान पर
डेस्क: बिहार में गंगा और कोसी नदी एक बार फिर पूरे उफान पर है जिस वजह से राज्य पर गंभीर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. एक तरफ जहां गंगा में बढ़ते जल स्तर की वजह से 13 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं अब वहीं कोसी नदी में जल स्तर में भारी वृद्धि की वजह से उत्तर बिहार और सीमांचल के भी जलमग्न होने की आशंका है.
रिपोर्ट के मुताबिक 50 साल बाद कोसी नदी में इतना पानी देखा जा रहा है जो उत्तर बिहार के कई जिलों को डुबा सकता है. लोगों में इसको लेकर हाहाकार मचा हुआ है.
वहीं इसको लेकर एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बिहार सरकार ने शनिवार को वाल्मिकीनगर और बीरपुर बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद राज्य के उत्तरी और मध्य हिस्सों में उफनती कोसी, गंडक और गंगा नदियों में बाढ़ की चेतावनी जारी की है.
राज्य जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने बताया कि कोसी नदी पर बीरपुर बैराज से दोपहर तक कुल 5.7 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो हाल के दिनों में सबसे अधिक है. उन्होंने कहा कि तटबंधों की सुरक्षा के लिए सभी उपाय सुनिश्चित किये जा रहे हैं. इसी तरह वाल्मिकीनगर बराज से दोपहर तक 4.20 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.
पिछले दो-तीन दिनों से लगातार बारिश के बाद राज्य भर में कई नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है. नेपाल के कई क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण कई स्थानों पर नदियां खतरे के स्तर को छू रही हैं या खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं.
इन दोनों बैराजों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद नदी का अतिरिक्त पानी पश्चिम चंपारण के जोगापट्टी, नौतन, गौनाहा, बगहा-1, बगहा-2, रामनगर, मझौलिया और नरकटियागंज ब्लॉकों के निचले इलाकों और पूर्वी चंपारण के कई इलाकों में प्रवेश कर गया है. बिहार के कई जिलों में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया है क्योंकि आईएमडी ने भारी बारिश की चेतावनी दी है और कहा है कि कई हिस्सों में कम से मध्यम बाढ़ आ सकती है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा शुक्रवार को जारी बुलेटिन में कहा गया है कि पश्चिम और पूर्वी चंपारण, सीतामढी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, पटना, जहानाबाद, मधुबनी और भोजपुर जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. कहा गया है कि इन इन जिलों में अगले 24 घंटों में कम से मध्यम बाढ़ का खतरा है.'
वहीं दूसरी तरफ लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ से नेपाल में कम से कम 39 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है. नेपाल के कुछ हिस्से शुक्रवार से भारी बारिश की वजह से जलमग्न हो गए हैं, जिससे आपदा प्रबंधन अधिकारियों को अचानक बाढ़ की चेतावनी देनी पड़ी है.
भारी बारिश की वजह से काठमांडू में नौ, ललितपुर में 16, भक्तपुर में पांच, कावरेपालनचौक में तीन, पंचथर और धनकुटा में दो-दो और झापा और धाडिंग से एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि कुल 11 लोग लापता हैं.
Sep 30 2024, 09:53