नवादा :- अपने कार्यकाल में एसपी ने ख़ुद की गर्दन फंसते देख की पहली बार बड़ी कार्रवाई,खखन्दुआ हत्याकांड में नप गए थाली के प्रभारी थानाध्यक्ष
नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित खखन्दुआ पत्थर खदान क्षेत्र में एक संवेदक के कर्मी विनोद सिंह की हत्या के मामले में थाली थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष ललन कुमार पर कार्रवाई की गाज गिरी है। उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है। एसपी नवादा के स्तर से उक्त कार्रवाई की गई है।
हालांकि, आधिकारिक तौर पर एसपी द्वारा इससे संबंधित सूचना मीडिया को नहीं दी गई है, लेकिन पुलिस सूत्र इसकी पुष्टि कर रहे हैं। वैसे अपने अबतक के कार्यकाल में खुद की गर्दन फंसते देख एसपी ने पहली बार किसी पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई की है। वैसे शराब के एक मामले में सिरदला थानाध्यक्ष पर गाज गिरी थी लेकिन कांड के सूत्रधार मुंशी अब भी थाने में जमा है।
खखन्दुआ की घटना और इसके बाद कार्यों में लापरवाही के मामले में थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की बात कही जा रही है। यह भी सूचना है कि उन्हें निलंबित भी किया जा सकता है। फिलहाल, वैकल्पिक व्यवस्था होने तक अकबरपुर के थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी को थाली थाना का प्रभार दिया गया है।
यहां के थानाध्यक्ष विकास कुमार अवकाश पर चल रहे थे। ऐसे में ललन कुमार के जिम्मे प्रभार था। इस मामले में मृतक के परिजन सहित हिसुआ के पूर्व बीजेपी विधायक अनिल सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल मेहता ने वहां के थानाध्यक्ष पर विनोद के जिंदा रहते फर्द बयान नहीं लेने सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए थे।
हाल के दिनों में जिले में क्राइम का ग्राफ काफी बढ़ा है। ऐसे में किसी थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की यह पहली घटना है। वैसे, कुछ दिनों पूर्व मुफस्सिल के अपर थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया था। जिले में निर्माणाधीन क्रशर प्लांट के कर्मी की बेरहमी पूर्वक पिटाई की गई। गंभीर रूप से घायल कर्मी की मौत इलाज के दौरान हो गई। थाली थाना क्षेत्र के खखन्दुआ पत्थर खदान के पास शुक्रवार की रात घटना को अंजाम दिया गया था। राजधानी पटना के अपोलो अस्पताल में रविवार को कर्मी की मौत हुई। शव को सदर अस्पताल लाया गया। जहां सोमवार की सुबह पोस्टमार्टम हुआ।
बताया जाता है कि खखन्दुआ पहाड़ी का कुछ हिस्सा नालंदा जिले के पटेल एग्रो नामक कंपनी को पत्थर उत्खनन के लिए आवंटित हुआ है। वहां खनन का काम शुरू करने के पूर्व क्रशर प्लांट लगाने का काम चल रहा है। इस प्लांट की सुरक्षा के लिए रात्रि प्रहरी का काम पास के नाद गांव के विनोद सिंह किया करते थे। शुक्रवार की रात विनोद सिंह अपनी ड्यूटी पर थे। इसी दौरान कुछ बदमाशों ने उनके साथ बुरी तरह से मारपीट किया। गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को सदर अस्पताल लाया गया जहां सीटी स्कैन कराया गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें हायर संस्थान रेफर कर दिया गया। परिजन उन्हें अपोलो अस्पताल पटना ले गए। जहां रविवार को उनकी मौत हो गई।
सोमवार को सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इस मामले में कुछ हमलावरों मुन्ना यादव, सुधीर यादव, महेश यादव, कपिल यादव, कारू यादव सहित अन्य के नाम सामने आए हैं। घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक व उनका परिवार भाजपा नेता व हिसुआ के पूर्व विधायक अनिल सिंह के काफी नजदीकी थे। मौत की खबर के बाद रविवार की रात को ही वे सदर अस्पताल पहुंच गए थे। सोमवार को भी पोस्टमार्टम के वक्त सदर अस्पताल में मौजूद थे।
पूर्व विधायक के अलावा भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल मेहता सहित भाजपा के कई नेता भी पोस्टमार्टम होने तक सदर असप्ताल में डटे रहे। घटना से लोगों में आक्रोश है। घटना को लेकर कई तरह की चर्चा:- घटना के पीछे रहे कारणों को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही है। कुछ लोगों का कहना है कि कोई बाहरी व्यक्ति यहां पत्थर खनन करे, यह उन लोगों को मंजूर नहीं था। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि हमलावर बदमाश भी खदान में काम चाह रहे थे। संवेदक के इंकार करने पर काम में खलल डालने के लिए ऐसा किया गया। बहरहाल, घटना की वजह तो पुलिस अनुसंधान में ही सामने आएगा।
लेकिन, इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जिले में विधि-व्यवस्था की स्थिति काबू में नहीं है। हाल के दिनों में कई ऐसी घटनाएं हुई जो पुलिसिंग सिस्टम पर सवाल खड़ा करता है। घटना कितनी बड़ी हो जाय पुलिस सूचना के बावजूद कभी पहुंचने का जहमत नहीं उठाती। कारण स्पष्ट है पुलिस कितना भी कुकर्म कर ले एसपी सुनते सिर्फ पुलिस की हैं। यही कारण है कि पुलिस की बेइज्जती न हो जाय इसलिए राज को राज रहने दो की तर्ज पर एसपी मामले पर पर्दा डालने में लगे हैं।
नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
Sep 03 2024, 16:50