क्या जाकिर नाइक को भारत को सौंपेगा मलेशिया? जानें मलेशियाई पीएम का जवाब
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भारत यात्रा पर आए मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने जाकिर नाइक के प्रत्यपर्ण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर सबूत पेश किए जाएं तो हम आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे। बता दें कि विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक कथित धन शोधन मामले और नफरती भाषणों के जरिए चरमपंथ भड़काने के मामले में भारत के लिए वांछित है।जाकिर नाइक 2017 में भारत से भागकर मलेशिया चला गया था। वहां महाथिर मोहम्मद के कार्यकाल में उसे सरकारी संरक्षण प्रदान किया गया। अनवर इब्राहिम को भी जाकिर नाइक का खास बताया जाता है।
मलेशियाई प्रधानमंत्री ने संकेत दिया कि उनकी सरकार विवादास्पद इस्लामी धर्म प्रचारक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के भारत के अनुरोध पर विचार कर सकती है, बशर्ते कि वह उसके खिलाफ सुबूत मुहैया कराए।दिल्ली में ‘इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स’ में एक सत्र के दौरान इब्राहिम ने कहा कि सबसे पहले, यह मुद्दा भारतीय पक्ष द्वारा नहीं उठाया गया। प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने इसे बहुत पहले उठाया था, कुछ साल पहले... लेकिन, मसला यह है कि मैं एक व्यक्ति के बारे में बात नहीं कर रहा हूं, मैं उग्रवाद की भावना के बारे में बात कर रहा हूं, एक बाध्यकारी मामले और सबूत के बारे में बात कर रहा हूं। जो किसी व्यक्ति या समूह या गुट या पार्टियों द्वारा किए गए अत्याचारों का संकेत देते हों, जो किसी व्यक्ति या समूह या गुट या पार्टियों द्वारा किए गए महापाप को साबित करे।
मलेशियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार अगर कोई भी अनुरोध और सबूत दिया जाता है तो उस पर विचार के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, हम आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देंगे इसको लेकर हमारा रुख स्पष्ट है और हम आतंकवाद के खिलाफ इनमें से कई मुद्दों पर भारत के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि इस एक मामले की वजह से हमें आगे के सहयोग और हमारे द्विपक्षीय संबंध में गतिरोध पैदा करना चाहिए।
कौन है जाकिर नाइक
जाकिर नाइक का पूरा नाम जाकिर अब्दुल करीम नाइक है। जो भारतीय मूल के इस्लामिक प्रचारक है। जाकिर नाईक का जन्म 18 अक्तूबर 1965 को मुंबई में हुआ था। वह खुद को इस्लामी विद्वान बताता है, लेकिन उसके भाषण आतंकवाद, धर्मांधता को बढ़ाते हैं। वह इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन और पीस टीवी का संस्थापक और अध्यक्ष भी है। दुनियाभर के 500 इस्लामी विद्वानों की सूची में भी जाकिर नाइक का नाम शामिल है। वह खुद को इस्लाम की किसी एक विचारधारा से जुड़ा हुआ नहीं बताता है, लेकिन उसे सलाफी विचारधारा का समर्थक माना जाता है।
भारत में जाकिर नाईक के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं और उस पर देशद्रोह और आतंकवाद को बढ़ावा देने जैसे गंभीर आरोप हैं। भारत सरकार जाकिर नाईक को देश वापस लाने की कोशिश कर रही है।नाइक वर्तमान में भारत में एक वांछित भगोड़ा है। 2016 में नाइक पर मलेशिया में विदेश में रहने के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा। तब से नाइक भारत नहीं लौटा और मलेशिया का स्थायी निवासी बन गया।
Aug 21 2024, 16:11