पीएम मोदी ने लाल किले से बांग्लादेश का किया जिक्र, बोले-भारत चाहता है पड़ोसी देश शांति की राह पर रहे
देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। पूरे देश में उत्साह का माहौल है। प्रधानमंत्री मोदी ने 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया।
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मेरा हर पल देश के लिए- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा हर पल देश के लिए है। मेरा कर्ण-कर्ण मां भारती के लिए है। तीसरे कार्यकाल में तीन गुना गति से काम करूंगा। आपने मुझे जो जिम्मेदारी दी है, उसे मैं पूरा करूंगा।मैं चुनौतियों से डरता नहीं हूं. मैं आपके बेहतर भविष्य के लिए हूं।
वन नेशन वन इलेक्शन पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन के लिए देश को आगे आना होगा। भारत की प्रगति के लिए इस सपने को पूरा करना होगा। मैं सभी पार्टियों से अपील करता हूं कि वो आगे आएं।
सेकुलर सिविल कोड समय की मांग: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि सेकुलर सिविल कोड समय की मांग है। धर्म के आधार पर भेदभाव मुक्ति जरूरी है। परिवारवाद और जातिवाद से मुक्ति जरूरी है। गलत कानूनों का आधुनिक समाज में स्थान नहीं है।
बांग्लादेश पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि देश में कुछ लोग भ्रष्टाचार का जय जयकार कर रहे हैं। ये स्वस्थ समाज के लिए चिंता की बात है। भ्रष्टाचारियों में डर का माहौल बनाना जरूरी है। उनपर कार्रवाई होती रहेगी। पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हुआ वो चिंता की बात है। उम्मीद है कि वहां हालात जल्द सामान्य होंगे। वहां के हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो। भारत चाहता है कि पड़ोसी देश शांति की राह पर रहे। आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा में हमारा शुभचिंतन ही रहेगा।
राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को कड़ी सजा दी जाए: पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “…मैं आज लाल किले से एक बार फिर अपना दर्द व्यक्त करना चाहता हूं। एक समाज के तौर पर हमें महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के बारे में गंभीरता से सोचना होगा – इसके खिलाफ आक्रोश है मैं इस आक्रोश को महसूस कर सकता हूं। देश को, समाज को, राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेना होगा, महिलाओं के खिलाफ अपराधों की त्वरित जांच हो, इन राक्षसी कृत्यों को अंजाम देने वालों को जल्द से जल्द सख्त सजा मिले। ये विश्वास जगाने के लिए जरूरी है। समाज से मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जब महिलाओं पर बलात्कार और अत्याचार की घटनाएं होती हैं तो उस पर व्यापक चर्चा होती है, लेकिन जब ऐसी राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को सजा दी जाती है तो वह खबरों में नहीं दिखती, बल्कि एक कोने तक ही सीमित रहती है। समय की मांग है कि सजा पाने वालों पर व्यापक चर्चा की जाए ताकि यह पाप करने वाले समझें कि इससे फांसी होती है, मुझे लगता है कि यह डर पैदा करना बहुत जरूरी है।
महिला अत्याचार पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि बेटियों पर अत्याचार हो रहे हैं। सरकारों को महिला अत्याचार को गंभीरता से लेना चाहिए। महिलाओं के प्रति अपराधों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए देश में आक्रोश है। जल्दी सजा पर चर्चा करना जरूरी है, जिससे दोषियों में डर पैदा हो।






भारत आज यानि कि 15 अगस्त 2023 को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है।इस आजादी को पाने के लिए न जाने कितने वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी।कई सालों के संघर्ष के बाद ब्रिटिश संसद ने आखिरकार भारत को आज़ाद करने का फ़ैसला किया। भारत के अंतिम ब्रिटिश गवर्नर जनरल लुइस माउंटबेटन को 30 जून, 1948 तक भारत को सत्ता हस्तांतरित करने का आदेश दिया। हालांकि, माउंटबेटन ने तारीख को आगे बढ़ाने का फैसला किया और भारत सरकार को सत्ता हस्तांतरित करने के लिए 15 अगस्त, 1947 को चुना। ब्रिटिश हुकूमत से भारत 30 जून 1948 को ही आजाद हो गया था। यानि कि 30 जून को भारत को अंग्रेजों ने सत्ता सौंप दी थी। लेकिन उसी समय नेहरू और जिन्ना के बीच भारत व पाकिस्तान के बंटवारे का मुद्दा शुरू हो गया। इस दौरान मोहम्मद अली जिन्ना ने पाकिस्तान की मांग कर दी। जिसके बाद सांप्रदायिक दंगे की संभावना बढ़ गई। जिसके बाद भारत को 15 अगस्त 1947 को ही आजादी करने का फैसला लिया गया। भारत की आजादी को लेकर 4 जुलाई 1947 को माउण्टबेटन द्वारा ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स में इंडियन इंडिपेंडेंस बिल पेश किया गया था। इस बिल को ब्रिटिश संसद द्वारा तुरंत मंजूरी दे दी गई और 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को आजादी देने की घोषणा कर दी गई। यह दिन भारत के आखिरी वायसराय लोर्ड माउण्टबेटन के लिए बेहद खास था। उन्होंने इस कदम को दो कारणों से उचित ठहराया। सबसे पहले, उन्होंने कहा कि वे रक्तपात या दंगे नहीं चाहते थे, और दूसरा माउंटबेटन ने 15 अगस्त को इसलिए चुना क्योंकि यह तारीख द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के आत्मसमर्पण की दूसरी वर्षगांठ थी। 15 अगस्त 1945 को द्वितीय विश्र्व युद्ध के दौरान जापानी आर्मी ने ब्रिटिश सरकार के सामने घुटने टेक दिए थे। जापान के आत्मसमर्पण के कारण 15 अगस्त उनके लिए एक खास दिन था।
Aug 15 2024, 10:53
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