विनेश फोगाट पर “सियासी नूराकुश्ती”, हरियाणा विधानसभा चुनाव में लाभ लेने की होड़ में बीजेपी-कांग्रेस
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पेरिस ओलंपिक 2024 में कुश्ती फाइनल से पहले अयोग्य घोषित होने के बाद पहलवान विनेश फोगाट ने गुरुवार को संन्यास की घोषणा की। ओलंपिक कुश्ती फाइनल के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली भारतीय महिला बनने के बाद विनेश का बुधवार की सुबह 100 ग्राम वजन ज्यादा पाया गया। जिसके कारण उन्हें 50 किग्रा वर्ग की स्पर्धा से अयोग्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद विनेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संन्यास का ऐलान किया। विनेश के ओलंपिक से बाहर होने और संन्यास का ऐलान करने के बाद से भारत में इसे लेकर राजनीति शुरू हो गयी है।
विनेश फोगाट ओलंपिक से अयोग्य ऐसे समय करार दी गई हैं, जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी तपिश गर्म है। राजनीतिक पार्टियां चुनावी बिसात बिछाने में जुट गई हैं। ऐसे में हरियाणा से आने वाली विनेश फोगाट के ओलंपिक से बाहर होने के मुद्दे को सियासी रंग दिया जाने लगा है। विनेश फोगाट के मामले को लेकर हरियाणा का सियासी माहौल और गरमा गया है।
पेरिस ओलंपिक के घटनाक्रम को हरियाणा विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है।पहलवान विनेश फोगाट के मामले ने हरियाणा में कांग्रेस को बीजेपी के खिलाफ बैठे बिठाए बड़ा मुद्दा दे दिया है। अब कांग्रेस इस मामले को लेकर भाजपा को जमकर घेर रही है। राज्य के नेताओं की ओर से जमकर बयानबाजी हो रही है। राजनीति के जानकार बताते हैं कि इस मामले का पूरा असर विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा।
विनेश के मामले में कांग्रेस ने बीजेपी को सरकार घेरा है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे षड्यंत्र बताया है। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट के खिलाफ रचा गया षड्यंत्र एक न एक दिन बेनकाब होगा, ये षड्यंत्र का चक्रव्यूह टूट कर रहेगा। सुरजेवाला ने कहा कि कौन है जिसने हरियाणा और देश की बेटी की पीठ में छुरा घोंपा? कौन है इस नफरती षड्यंत्र के पीछे? कौन है जिससे विनेश फोगाट की जीत हजम नहीं हुई? किसका चेहरा बचाने की हुई कोशिश? सबका पर्दाफाश होगा।
वहीं, कांग्रेस नेता और रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जब सारी दुनिया के एथलीट कुश्ती के मैट पर अभ्यास कर रहे थे, तब वह महिला पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए धरने की दरी पर बैठी थीं। इसके बावजूद भी वह फाइनल में पहुंची, लेकिन उसे ओलंपिक से बाहर करने की साजिश रची गई है। इस तरह से कांग्रेस के तमाम दूसरे नेताओं ने विनेश फोगाट को लेकर सवाल उठाए और मोदी सरकार के घेरते हुए नजर आए।
बता दें कि विनेश फोगाट ने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और बीजेपी नेता बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
वहीं दूसरी तरफ, वहीं हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने सिल्वर मेडल विजेता की तरह विनेश फोगाट का सम्मान करने का ऐलान कर अपना दांव चल दिया। हरियाणा की बीजेपी सरकार ने घोषणा की है कि फोगाट को रजत पदक विजेता के बराबर सम्मानित किया जाएगा और उनके लौटने पर भव्य स्वागत किया जाएगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी का कहना है कि विनेश भले ही फाइनल मुकाबला नहीं लड़ पाईं हो लेकिन वे सभी के लिए एक चैंपियन हैं। उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें वह सभी पुरस्कार और सुविधाएं देगी जो रजत पदक विजेता को दी जाती हैं।
सैनी के ऐलान पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपिंदर हुड्डा ने भी बड़ा दांव खेल दिया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में उनके पास पर्याप्त संख्या होती तो वह कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में फोगाट को राज्यसभा के लिए चुनाव में उतारते। हुड्डा ने ऐसा कहकर चुनाव से पहले बीजेपी को मानसिक तौर भी झटका देने की कोशिश कर रहे हैं। विनेश अगर चुनाव लड़ती हैं तो विधानसभा के चुनाव से पहले राज्यसभा के चुनाव में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
बता दें कि हरियाणा में 2 महीने बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। हरियाणा में अभी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार है। लोकसभा चुनाव के नतीजे देखें तो हरियाणा में भाजपा की स्थिति उतनी मजबूत नहीं है। ऐसे में विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। यहां मुख्य मुकाबला सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच है। हरियाणा में सबसे ज्यादा ओबीसी वर्ग की नाराजगी देखी जा रही है। इसके अलावा प्रदेश में एंटी इंकम्बेंसी का माहौल भी है। लोगों में सरकार से नाराजगी देखी जा रही है। इसी दौरान पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट को अयोग्य करार दिए जाने का मामला सामने आ गया। जो बीजेपी के खिलाफ जा सकता है।
Aug 13 2024, 19:38