बांग्लादेश में तख्तापलट सीआईए की साजिश? जानें क्यों सवालों के घेरे में यूएस
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पूरी दुनिया में अमेरिका एकमात्र ऐसा देश है, जो हर किसी के भी “फटे में टांग अड़ाता” है। इस वक्त बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। जानकार इस बवाल की वजह खोज रहे हैं। एक तरफ तो बांग्लादेश में भारी हिंसा की वजह पाकिस्तान से जोड़ा जा रहा है। वहीं, बांग्लादेश के इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब अमेरिका भी सवालों के घेरे में है। कई विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने इस तख्तापलट में भूमिका निभाई है और वही अब नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश का पीएम बनाना चाहती है।
दरअसल, बांग्लादेश के तख्तापलट में अमेरिका की भूमिका को लेकर इसलिए भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि अमेरिकी उप विदेश मंत्री आफरीन अख्तर ने साल 2023 में ही शेख हसीना को खुली धमकी दी थी। नॉर्थ ईस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी मंत्री ने यह धमकी सीधे शेख हसीना को दी थी। आफरीन ने कहा था कि 3 नवंबर को होने वाले चुनाव के बाद शेख हसीना संवैधानिक तरीके से पद से हट जाएं नहीं तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
*अमेरिका ने शेख हसीना को दिए थे दो विकल्प*
नॉर्थ ईस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक उस समय अमेरिकी उप विदेश मंत्री ने शेख हसीना को दो विकल्प दिए थे। पहला विकल्प ये था कि शेख हसीना पद से इस्तीफा दे दें और सत्ता राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को सौंप दें। अमेरिका ने शेख हसीना को दूसरे विकल्प में कहा था कि हसीना संसद के स्पीकर शिरिन शर्मिन चौधरी को चुनाव से पहले सत्ता सौंप दें, जिससे बांग्लादेश में निष्पक्ष चुनाव का रास्ता साफ हो सके।
*हसीना ने यूएस की धमकी को किया अनसुना*
हालांकि, शेख हसीना ने अमेरिका की धमकी को दरकिनार कर दिया था और चुनाव में उन्हें बड़ी जीत मिली थी। इस चुनाव का विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था।
*हसीना ने किया 'व्हाइट मैन' के ऑफर का खुलासा*
यही नहीं शेख हसीना ने 'व्हाइट मैन' के ऑफर और साजिश का खुलकर जिक्र किया था। इसी साल 2024 के मई महीने में बांग्लादेश के तत्कालीन पीएम शेख हसीना ने कहा था, "अगर मैंने एक खास देश को बांग्लादेश में एयरबेस बनाने की अनुमति दी होती, तो मुझे कोई समस्या नहीं होती।" उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव एक "व्हाइट मैन" की ओर से आया था, लेकिन उन्होंने किसी देश का नाम नहीं बताया। उन्होंने आगे कहा था कि ऐसा लग सकता है कि यह केवल एक देश के लिए है, लेकिन ऐसा नहीं है। मुझे पता है कि वे और कहां जाने का इरादा रखते हैं।
*क्या चाहता है अमेरिका?*
अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर अमेरिका बांग्लादेश को क्यों तोड़ना चाहता है। इसका जवाब ये है कि अमेरिका की मंशा एक दम साफ है। एशिया में दादागिरी जमाने के लिए अमेरिका को एक जगह चाहिए। जिससे वह चीन, हिंद महासागर और भारत समेत कई देशों में दखल दे सके।
बता दें कि दुनिया के लगभग 80 देशों में अमेरिका के 175 से अधिक बेस बने हुए हैं। यहां अमेरिकी फोर्स मौजूद हैं। दुनियाभर में अमेरिका के दो लाख सैनिक की मौजूदगी है। अमेरिका दुनिया पर कंट्रोल करने के लिए एक विशेष क्षेत्र में अपना बेस बनाकर छोड़ देता है। लेकिन म्यामांर, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश हो या भारत अमेरिकी बेस की मौजूदगी नहीं है।
Aug 07 2024, 19:39