केरल में कुदरत का कहरः वायनाड भूस्खलन में अब तक 143 की मौत, मौसम विभाग ने फिर चेताया
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केरल में भारी बारिश ने भीषण तबाही मचाई है। वायनाड जिले में भूस्खलन की कई घटनाओं में अभी तक 146 लोगों की मौत हो चुकी है। सैंकड़ों लोग लापता हैं। सेना की मदद से अब तक 1000 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। वायनाड के दो जगहों पर भारी लैंडस्लाइड मंगलवार के तड़के तकरीबन 2 से 4 बजे के करीब हुआ। लैंडस्लाइड से हुए भीषण हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं सैकड़ों लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका के चलते मृतकों की संख्या बढ़ने का अनुमान है।
भारी बारिश का रेड अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की मानें तो खतरा अभी टला नहीं है। वायनाड के पहाड़ी जिले और केरल के सभी उत्तरी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 घंटों के भीतर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने केरल के पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम और एर्नाकुलम जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वायनाड, कोझिकोड़, कन्नूर और कासरगोड़ जिले में भी अगले तीन घंटे में भारी बारिश होने वाली है। आपदा और लगातार बारिश को देखते केरल के 11 जिलों- कासरगोड, कन्नूर, कोझीकोड, वायनाड, मलप्पुरम, पलक्कड़, त्रिशूर, इडुक्की, एर्नाकुलम, अलाप्पुझा और पथानामथिट्टा में आज स्कूल और कॉलेज में छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है।
सेना की टीम मोर्चा संभाला
वायनाड में मंगलवार को भूस्खलन के बाद ही सेना की टीम को सर्च ऑपरेशन के लिए लगा दिया गया था। मंगलवार को लगभग 225 फौजियों की चार टुकड़ियां रेस्क्यू में लगी हुईं थी। इनके अलावा, कम से कम 140 जवानों वाली दो और टुकड़ियों को तिरुवनंतपुरम में स्टैंडबाय पर रखा गया है, ताकि किसी आपात स्थिति में उन्हें हवाई मार्ग से घटना स्थल तक ले जाया जा सके। सेना के अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन के बाद लोगों की मदद और बचाव अभियान में तेजी के लिए भारी मशीनों और स्निफर डॉग की टीमों को हेलिकॉप्टर से पहुंचाया जा रहा है। साथ ही भारतीय केस्ट गार्ड फोर्स ने अपनी आपदा राहत टीमें भी घटनास्थल पर भेजी हैं।
45 राहत शिविरों में 3,000 से अधिक लोगों को लाया गया
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया जिले में स्थापित 45 राहत शिविरों में 3,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है। उन्होंने बताया कि लोगों को ढूंढने और मदद करने के लिए ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद भी ली जा रही है। इलाके में बारिश की वजह से हालात इतने ज्यादा खराब हैं कि, रेस्क्यू टीम को लोगों के शव निकालने में भी कड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
Jul 31 2024, 10:08