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कलेक्टर-एसपी ने चिंगरापगार जलप्रपात स्थल का किया औचक निरीक्षण

गरियाबंद।  प्राकृतिक और वनांचल क्षेत्रों से आच्छादित गरियाबंद जिले के राजिम गरियाबंद मार्ग में स्थित बारूका गांव में चिंगरापगार जलप्रपात पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। जलप्रपात स्थल को पर्यटकों के सुविधा के लिए व्यवस्थित करने, आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था करने तथा प्राकृतिक स्थल में स्वच्छता बनाए रखने के उद्देश्य से कलेक्टर दीपक अग्रवाल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले ने आज चिंगरा पगार जलप्रपात स्थल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने रिमझिम बारिश के बीच वहां आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था एवं पर्यटकों की सुविधाओं का जायजा लिया।

कलेक्टर श्री अग्रवाल ने पर्यटन स्थल को प्राकृतिक रूप में रखने, दूषित नहीं करने एवं साफ सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने बारिश के मौसम में जलप्रपात स्थल में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही पर्यटकों के गाड़ियों के लिए व्यवस्थित पार्किंग, चेंजिंग रूम, नदी के दोनो किनारे रस्सी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटकों से अधिक जल भराव की स्थिति एवं पत्थरों से सावधानी बरतने की भी अपील की। इस दौरान वन मंडलाधिकारी लक्ष्मण सिंह, अतरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र चंद्राकर, एसडीएम विशाल महाराणा, डीएसपी निशा सिन्हा एसडीओ मनोज चंद्राकर सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

पर्यटन स्थल में नशीली चीजों से रहे दूर, जलप्रपात में फिसलन भरी चट्टानों से रहे सतर्क –

इस दौरान कलेक्टर श्री अग्रवाल ने चिंगरापगार जलप्रपात में विहंगम दृश्य से परिपूर्ण प्राकृतिक दृश्य का आनंद लेने के अलावा सावधानी भी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि चिंगरापगार पर्यटन स्थल सार्वजनिक जगह है। यहां पर नशीली चीजों को ना ले जाए। साथ ही नशीली पदार्थ का सेवन ना करे। इसके अलावा कलेक्टर ने बारिश के मौसम में जलप्रपात स्थल में फिसलन भरी चट्टानों से भी सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण पत्थरों में शैवाल उग आते है, जिसके कारण पत्थर में फिसलन आ जाती है। पत्थर पर चलने से फिसल कर गिरने का खतरा बना रहता है। इसलिए सावधानी और सतर्क होकर जलप्रपात स्थल पर जाएं।

जलप्रपात स्थल को स्वच्छ रखने में निभाएं भागीदारी –

स्थल निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि प्राकृतिक स्थलों एवं पर्यटन स्थलों को सुरक्षित एवं स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। प्रकृति द्वारा दिए गए चीजों का सदुपयोग करना भी हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने पर्यटन स्थल में कचरा नहीं फैलाने, उन्हें प्राकृतिक रूप से संरक्षित रखने और पर्यावरण जागरूकता में भागीदारी निभाने की अपील लोगों से की। इस दौरान कलेक्टर श्री अग्रवाल ने जलप्रपात स्थल में पर्यटकों की सुविधाओं के विस्तार के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं विकसित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही पर्यटन स्थल में कचरा नहीं फैलाने से संबंधित सूचना बोर्ड भी लगाने के निर्देश दिए।

विहंगम प्राकृतिक दृश्य से परिपूर्ण है 110 फीट ऊंचा जलप्रपात –

राजधानी रायपुर जाने वाले मार्ग में गरियाबंद से 13 किलोमीटर की दूरी पर चिंगरा पगार जलप्रपात चारों दिशाओं से घनी जंगल, ऊंची पहाड़ों एवं प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है। यह झरना कचना धुरवा एवं बारुका के जंगलों पर स्थित है, जिसकी ऊंचाई लगभग 110 फीट ऊंचा है, जो देखने में बहुत खूबसूरत लगता है। चिंगरा पगार जलप्रपात की सुंदरता का आनंद लेने के लिए सैलानी छत्तीसगढ़ के साथ साथ अन्य राज्यो से भी आते है। चिंगरा पगार जलप्रपात में पर्यटकों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। बरसात के मौसम के लगते ही यहां का जल स्तर काफी बढ़ जाता है, जिसके कारण यह जलप्रपात का नजारा और भी आनंदमयी प्रतीत होता है।

कलेक्ट्रेट आगजनी घटना में शामिल शिक्षक मोहन बंजारे निलंबित
रायपुर-     बलौदाबाजार में विगत 10 जून को संयुक्त जिला कार्यालय में हुई आगजनी घटना के अभियुक्त शिक्षक मोहन बंजारे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मोहन बंजारे व्याख्याता (एल.बी.) के रूप में शा.उ.मा.वि गोड़ा विकासखण्ड पलारी में पदस्थ थे। उनके विरूद्ध थाना सिटी कोतवाली बलौदाबाजार में अपराध कमांक 381/2024 धारा 147, 148, 149, 294, 506, 186, 353, 332, 307, 435, 120बी, 427 भादवि सार्वजनिक सम्पत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3,4 के अन्तर्गत दिनांक 15 जुलाई 2024 को गिरफ्तार कर विधिवत न्यायिक रिमाण्ड पर लिया गया है। उक्त कार्रवाई छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के उपनियम (2) (क) के तहत किया गया है। निलंबन अवधि में सम्बंधित को नियमानुसार केवल जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की नितिन गडकरी से मुलाकात, छत्तीसगढ़ में सड़क परियोजनाओं और आदिवासी क्षेत्रों की कनेक्टिविटी पर चर्चा

रायपुर-    आज नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से उनके निवास पर मुलाक़ात की।

इस महत्वपूर्ण बैठक में राज्य में चल रही सड़क परियोजनाओं और आदिवासी क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री श्री साय ने मंत्री श्री गडकरी को इन परियोजनाओं की प्रगति और आवश्यकताओं से अवगत कराया। मंत्री श्री गडकरी ने छत्तीसगढ़ में सड़क बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। यह मुलाक़ात राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से नई दिल्ली में महत्वपूर्ण मुलाक़ात
नई दिल्ली-   छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नई दिल्ली में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मुलाक़ात की। संसद भवन में आयोजित इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य और केंद्र के बीच समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देना था। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ के विकास से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें विशेष रूप से राज्य के बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं और आगामी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने लोक सभा अध्यक्ष को राज्य में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति से अवगत कराया और केंद्र सरकार से निरंतर समर्थन की अपेक्षा व्यक्त की।
पटवारियों की हड़ताल खत्म : आज से लौटेंगे काम पर, राजस्व मंत्री से मुलाकात के बाद लिया फैसला

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पटवारियों की हड़ताल खत्म हो गई है. राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा से मुलाकात के बाद पटवारियों ने आज से ही काम पर लौटने का फैसला लिया. बताया जा रहा कि पटवारियों की मांग पर बनी सहमति बन गई है. मंत्री टंकराम ने कहा, सभी पटवारी आज से काम शुरू करेंगे. पहले भी चर्चा हुई थी. वो सार्थक नहीं हो पाई थी. आज सार्थक चर्चा हुई है।

मंत्री वर्मा ने कहा, भुइयां एप मामले में भी चर्चा हुई है. गलती अपने से नहीं करते हैं. इस पर भी सुधार किया जाएगा. वहीं तहसीलदारों के 22 तारीख तक आश्वासन को लेकर मंत्री ने कहा, वो काम पर लौट गए हैं. मांग पर सहमति बनी है, वो काम करेंगे.

ओलंपिक योजना बंद कर क्रीड़ा योजना से जोड़ा जाएगा, इस मामले में मंत्री टंकराम ने कहा, उसकी जगह पर दूसरी योजना कई है. इसका व्यापक रूप रहेगा. ग्रामीण प्रतिभा को योजना के तहत आगे बढ़ाएंगे. उत्कृष्ठ खिलाड़ियों को नौकरी मिलने को लेकर उन्होंने कहा, हमारी अभी समिति की बैठक होगी, जिसमें इस विषय को रखेंगे. भाजपा कार्यकाल में ही खिलाड़ियों के हित में काम शुरू हुआ था.

राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा को भारत स्कॉउट एवं गाइड के मुख्य आयुक्त ने सौंपा ज्ञापन
रायपुर।     राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा के निवास कार्यालय में आज भारत स्कॉउट एवं गाइड के राज्य मुख्य आयुक्त डॉ. सोमनाथ यादव ने सौजन्य भेंट की। डॉ. यादव ने भारत सरकार स्काउट एवं गाइड्स के छत्तीसगढ़ में आयोजित गतिविधियों से अवगत कराते हुए स्काउट गाइड्स झीपन में आबंटित भू-खण्ड के विकास के लिए मंत्री श्री वर्मा को ज्ञापन सौंपा।

डॉ. यादव ने मंत्री श्री वर्मा को अवगत कराया कि भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के निर्माणाधीन राज्य प्रशिक्षण केन्द्र ग्राम झीपन, तहसील सिमगा जिला बलौदाबाजार-भाटापारा स्थित भूमि खसरा नं. 11, रकबा 13.40 हेक्टयर में से 5 हेक्टयर भूमि को भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ राज्य प्रशिक्षण केन्द्र हेतु ग्राम पंचायत के सहयोग से शासन द्वारा हस्तांतरित किया गया है। इस राज्य प्रशिक्षण केन्द्र में बाऊन्ड्रीवाल निर्माण करने का ज्ञापन सौंपते हुए डॉ. यादव ने कहा कि भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ द्वारा विविध प्रशिक्षण एवं अन्य गतिविधियों का संचालन जैसे आपदा प्रबंधन शिविर, एडवेंचर कैंप इत्यादि का आयोजन किया जाता है जिसके लिए मैदान में समतलीकरण किया जाना अतिआवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने आवश्यक एडवेंचर बेस का निर्माण और राज्य प्रशिक्षण केन्द्र झीपन का सौंदर्यीकरण करने का ज्ञापन सौंपा।
जैतखाम तोड़े जाने के साथ बलौदाबाजार हिंसा और आगजनी की जांच करने पहुंचे आयोग के अध्यक्ष…

बलौदाबाजार-     जिले के ग्राम महकोनी स्थित अमर गुफा में जैतखाम तोड़े जाने व बलौदाबाजार हिंसा व आगजनी की जांच औपचारिक तौर पर आज से शुरू हो गई. घटना की जांच करने न्यायिक आयोग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश सीबी बाजपेयी बलौदाबाजार पहुंचे. 

सेवानिवृत्त न्यायाधीश सीबी बाजपेयी ने बलौदाबाजार सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि अभी तो हम यहां व्यवस्था देखने आए हैं. बलौदा बाजार में ही जांच आयोग बैठेगी. इसके लिए न्यायालय परिसर की व्यवस्था देखेंगे.

सेवानिवृत्त न्यायाधीश सीबी बाजपेयी ने संयुक्त जिला कार्यालय परिसर पहुंचने के बाद अपर कलेक्टर कार्यालय में दस्तावेज देखकर अपर कलेक्टर को तैयारी को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इसके बाद ग्राम महकोनी स्थित अमर गुफा व गिरौदपुरी जाएंगे. सभी पक्षों से शपथ पत्र में जानकारी लेंगे. इसके बाद प्रति परीक्षण और बयान की कार्रवाई होगी.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने माओवादी हिंसा की घटना में जवानों की शहादत को नमन किया

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने माओवादी हिंसा की घटना में जवानों की शहादत को नमन किया है। उन्होंने शहीद जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र में माओवादियों द्वारा किए गए IED ब्लास्ट में एसटीएफ के 2 जवानों के शहीद होने और 4 जवानों के घायल होने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई है। ईश्वर से शहीद जवानों की आत्मा की शांति और घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा है कि माओवाद के खात्मे के लिए हमारी सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान से नक्सली विचलित हैं और कायराना हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। माओवाद के खात्मे तक हमारी ये लड़ाई जारी रहेगी।

मुख्यमंत्री ने बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन
रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और छत्तीसगढ़ में किसान सत्याग्रह के प्रणेता बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव की पुण्यतिथि 18 जुलाई को उन्हें नमन किया है। बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव के योगदान को याद करते हुए श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जनमानस को जागृत करने में ‘बाबू साहब‘ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व में शोषण और अन्याय के विरूद्ध किसानों ने ‘कंडेल नहर सत्याग्रह‘ किया। प्रदेश में स्वतंत्रता आंदोलन की अलख जगाने में भी उनकी अहम भूमिका रही। श्री साय ने कहा कि ’बाबू साहेब‘ सच्चे मायने में दृढ़ता और संकल्प के प्रतीक थे। उनके जीवन और विचार मूल्य हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।
कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई में भूपेश बघेल अलग-थलग पड़ गए हैं: संजय श्रीवास्तव

रायपुर-   भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी में मचे घमासान के चलते पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अलग-थलग पड़ गए हैं। सत्ता में रहते हुए सत्ता व संगठन में तालमेल नहीं रहने के कारण कांग्रेस पहले भी कई गुटों में बँटी नजर आ रही थी और हालात आज भी वही, या कहें कि उससे भी बदतर, हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनावों में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस की यह अंदरूनी तकरार अब मौके-बेमौके खुलकर सामने आ रही है।

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीवास्तव ने कहा कि सत्ताकाल के दौरान तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और तत्कालीन मुख्यमंत्री बघेल के बीच की अंतर्कलह हो या फिर जयसिंह अग्रवाल के साथ मनभेद हो, आज के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मंत्री कवासी लखमा का मनमुटाव हो, कांग्रेस संघर्ष से उबरने का नाम ही नहीं ले रही है।

मुख्यमंत्री रहते बघेल ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के पद से मोहन मरकाम को हटाने के लिए लगातार जोड़-तोड़ करते रहे और उसमें वह कामयाब भी हो गए लेकिन उसके बाद भी कांग्रेस पार्टी में लगातार तकरार जारी रही। आज हालात ये हैं कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के शर्मनाक प्रदर्शन की जिम्मेदारी तय तक नहीं हो रही है।

श्रीवास्तव ने कहा कि बैज और लखमा के बीच की लड़ाई तो जगजाहिर है। कैसे बैज की टिकट काटकर लखमा को दे दी गई? विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी जिस प्रकार से अंतर्द्वंद के चलते लगातार गर्त में चली गई और उससे भी तेज रफ्तार से लोकसभा चुनाव में उसे रसातल में जाना पड़ा है। कांग्रेस लगातार 5 वर्षों से अपनी अंदरूनी लड़ाई लड़ती रही।

इसकी शुरुआत ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री वाले फार्मूले के साथ हुई जब भूपेश बघेल का ढाई वर्ष का कार्यकाल समाप्त हुआ तब टीएस सिंहदेव मुख्यमंत्री बनने के लिए बेताब नजर आए लेकिन भूपेश बघेल ने अपनी पहुँच का फायदा उठाते हुए सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनने से रोक दिया। आज भूपेश बघेल की वजह से कांग्रेस पार्टी पूरी तरह बिखर चुकी है और खुद भूपेश बघेल आज अकेले पड़ गए हैं।