मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पीजीटी शिक्षको को दिया नियुक्ति पत्र,नवनियुक्त शिक्षको ने जताया आभार
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची :- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार 12 जुलाई को प्रभात तारा मैदान में 1500 पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया। हेमंत सोरेन के दूसरे कार्यकाल में इस कार्यक्रम को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इससे पहले यह कार्यक्रम 3 जुलाई को होना था, लेकिन राजनीतिक बदलाव के कारण अब नई सरकार में नियुक्ति पत्र वितरित किया गया।
पीजीटी अभ्यर्थियों ने भी इसके पीछे काफी संघर्ष किया। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद यह अभ्यर्थी खुशी से गदगद है। उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।
हेमंत सोरेन नियुक्ति पत्र देने के बाद वहां मौजूद भीड़ को संबोधित किया। कहा कि यह पहला मौका नहीं है, जब हमने नियुक्ति पत्र दिया है। इसके पहले भी हमने नियुक्ति पत्र का वितरण किया है।हमने अब तक 20 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र दिए हैं। कुल मिलाकर 60 हजार से अधिक नौजवानों को हमने नियुक्ति पत्र दिए हैं।
2022 में 3120 पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई थी। इनमें से पहले चरण में लगभग 1000 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दे दिया गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने यह नियुक्ति पत्र दिया था। चयनित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच हो गयी है। आज शुक्रवार को 1500 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सीएम हेमंत सोरेन ने दे दिया। इससे शिक्षकों में उत्साह काफी था।
वही इस नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्षी पार्टियों पर जमकर बरसा। उन्होंने कहा कि हमारे विपक्ष पार्टी अलग-अलग संस्थाओं की मदद से षड्यंत्र रचते है। हमें काम करने से रोकने की कोशिश भी की, लेकिन हम रुके नहीं. चलते रहे. चलते रहे। हमें तो अपनी मंजिल तक पहुंचना था। हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे विरोधी सुनियोजित तरीके से घात लगाकर षड्यंत्र रचते हैं। हम झारखंड के लोग इनके षड्यंत्र को कभी-कभी समझ नहीं पाते। इसका नतीजा हुआ कि मुझे 5 महीने जेल में रहना पड़ा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार के नीतियों पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा उनकी नीतियों की वजह से कई छोटे-मंझोले उद्योग कोरोना में बंद हो गए। सरकार की नीतियों की वजह से वे फिर से नहीं खुल सके। उसमें काम करने वाले लोग एक बार बेरोजगार हुए, तो आज तक दर-दर भटक रहे हैं।
Jul 12 2024, 22:45