झारखंड में सत्ता की बाग-डोर एक बार फिर हेमंत सोरेन संभालेंगे चंपई बनेंगे समन्वय समिति के अध्यक्ष
रांची : हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद झारखंड की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल देखने को मिल रहा है। सत्ताधारी गठबंधन ने विधायक दल की बैठक चल रहीं है। इसमें झारखंड के कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर भी मौजूद हैं। सूत्रों से खबर आ रही है कि बैठक में हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनने पर मोहर लग चुका है। वही इस बैठक को लेकर मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। कहा यह जा रहा है कि चंपाई सोरेन समन्वय समिति के अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। चुकी वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे रहे हैं इसीलिए उन्हें सम्मानजनक पद देने की उम्मीद जताई जा रही है।
झारखंड में तेजी से बनते-बिगड़ते सियासी समीकरण के बीच पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इंडिया अलायंस विधायक दल का नेता चुन लिया गया। बैठक में उपस्थित गठबंधन के सभी विधायकों ने एक मत से हेमंत सोरेन को अपना नेता चुनने की सूचना छन कर सामने आ रही है। तस्वीरों में भी आप साफ देख सकते हैं कि बीच में कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद और उनके दाहिने तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और बाएं तरफ मुख्यमंत्री चंपई सोरेन बैठे है। हालांकि अभी तक इंडिया अलायंस की ओर से नेतृत्व परिवर्तन को लेकर औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।
साहेबगंज जिले के बरहेट विधानसभा के विधायक हेमंत सोरेन झारखंड में तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। हेमंत सोरेन पहली बार 13 जुलाई 2013 को मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन 31 जनवरी को ईडी ने लैंड माइंस मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जमानत पर रियाह होने के बाद एक बार फिर से हेमंत सोरेन सत्ता संभालने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं।
Jul 03 2024, 18:03