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कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के सातवीं कक्षा की तीन छात्राओं ने एक छात्रा का किया गला घोंट कर मारने का प्रयास,कारण जान कर राह जाएंगे हैरान


गुमला: झारखंड के गुमला जिले में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रायडीह में शनिवार को सातवीं कक्षा की छात्रा संतोषी कुमारी को विद्यालय की ही तीन छात्राओं ने दुपट्टा से गला घोंटकर मारने का प्रयास किया। तीनों छात्राएं भी सातवीं में ही पढ़ती हैं।

घटना के कारणों की बात करें तो, शुक्रवार की शाम इन्हीं तीनों छात्राओं ने नौवीं कक्षा की एक छात्रा का बेड, कपड़े, और पुस्तकों में आग लगा दी थी, जिसे संतोषी ने देख लिया था।

साक्ष्य छुपाने की नीयत से तीनो छात्राओं ने शनिवार को संतोषी को अपने कमरे में बुलाया और उसके गले में दुपट्टा लपेटकर उसे मारने का प्रयास किया। जबउसकी स्थिति मरनासन्न हो गई, उसे तड़पता छोड़कर तीनों भाग खड़ी हुई।

संयोग से दर्द से कराहती संतोषी पर महिला गार्ड पवंती केरकेट्टा की नजर पड़ी और उसे आनन-फानन में गुमला सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

संतोषी को जान से मारने के प्रयास में शामिल छात्राओं के अनुसार, वे कस्तूरबा विद्यालय में पढ़ना नहीं चाहती हैं। इनमें से दो छात्राएं स्कूल की चारदीवारी फांदकर एक बार घर भाग चुकी है। बाद में उनके माता पिता ने उन्हें जबरन स्कूल पहुंचा दिया था।

छात्राओं के अनुसार, उनकी सोच थी कि इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने के बाद स्कूल बंद हो जाएगा और छात्राएं पढ़ाई से मुक्त हो जाएंगी।

वार्डन के खिलाफ होगा एक्शन

प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी अभिजीत के अनुसार, वार्डन द्वारा तीनों छात्राओं के कारनामे को उच्चाधिकारियों तक नहीं पहुंचाने से यह घटना घटी।

इधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी मो. नूर आलम के अनुसार, विद्यालय में छात्राओं के बीच मारपीट की घटना हुई है। पूरे मामले की जांच होगी, जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

पंख एक नई दिशा संस्था ने बुजुर्गों को गर्मी से राहत के लिए सप्रेम भेंट की एयर कूलर

धनबाद :शनिवार को सबलपुर सहयोगी नगर स्थित बुजुर्गों के आश्रय स्थल ओल्ड एज होम में पंख एक नई दिशा संस्था की ओर से इस भीषण गर्मी से वृद्ध जनों की सुविधा के लिए एयर कुलर दिया गया। 

साथ ही बुजुर्गों को फल वितरण कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। आश्रम के अध्यक्ष नौशाद गद्दी ने कहा पिछले दिनों से ओल्ड एज होम के बुजुर्ग इस गर्मी से काफ़ी परेशान थे उनके आग्रह पर संस्था की उपाध्यक्ष नम्रता गुप्ता के द्वारा एक एयर कुलर भेंट स्वरूप दिया गया।

 जिससे वृद्धजन को काफी राहत है। साथ ही ओल्ड एज होम में बुजुर्गों की सेवा में संस्था की अध्यक्ष पिंकी गुप्ता, सुषमा प्रसाद,सुधा गुप्ता,श्रुति गुप्ता,शशि शेखर गुप्ता,मनीष गुप्ता,शिव शंकर गुप्ता सक्रिय थे।बुजुर्गों का सेवा सम्मान व ध्यान रखने के लिए लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम सेवा श्रम के अध्यक्ष एवं ओल्ड एज होम के संचालक नौशाद गद्दी ने संस्था के सदस्यों का आभार व्यक्त कर धन्यवाद दिया।

धनबाद : उपायुक्त की अध्यक्षता में खनन टास्क फोर्स की बैठक ,अवैध कारोबार के चिन्हित हॉटस्पॉट पर छापेमारी का निर्देश


बीसीसीएल को सीसीटीवी, हाई मास्क लाइट लगाने का निर्देश

झारखंड डेस्क 

धनबाद :उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी माधवी मिश्रा की अध्यक्षता में शनिवार को जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई। बैठक के दौरान उपायुक्त एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ह्रदीप पी जनार्दनन ने खनिज संपदाओं के अवैध खनन, परिवहन, भंडारण के रोकथाम व कोयले के अवैध खनन में संलिप्त लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए दिशा निर्देश दिए। 

खनन क्षेत्र में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश करने एवं कोयला चोरी किए जाने की शिकायत पर चर्चा की गई। इस दौरान खनन क्षेत्र में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश के रोकथाम के लिए पूर्व के बैठकों में दिए गए दिशा निर्देशों की उपायुक्त द्वारा समीक्षा की गई। इसको लेकर उपायुक्त ने बीसीसीएल के पदाधिकारियों को सीसीटीवी, हाई मास्क लाइट, चहारदिवारी समेत अन्य व्यवस्थाओं हेतु निर्देशित किया। 

उपायुक्त ने जिला खनन पदाधिकारी से खनन टास्क फोर्स द्वारा कारवाई, गिरफ्तारी, अवैध कोयला, बालू की जब्ती, हाइवों की जब्ती, मशीन एवं उपकरणों की जब्ती की रिपोर्ट की जा सके।

विशेष लोक अदालत में एक अरब 66 करोड़ से अधिक परिसंपत्तियों का हुआ वितरण


कुल एक लाख 63 हजार 441 विवादों का हुआ निस्तारण

 

धनबाद : झारखंड विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा बीसीसीएल सामुदायिक भवन, कोयला नगर धनबाद मे एक दिवसीय भू अधिग्रहण, राजस्व संग्रहण, पुनर्वास से संबंधित मुकदमों के निपटारे के लिए स्पेशल लोक अदालत का आयोजन हुआ। 

विशेष लोक अदालत में झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सह झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सुजीत नारायण प्रसाद न्यायाधीश आनंदा सेन, न्यायाधीश प्रदीप कुमार श्रीवास्तव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। 

जिनके द्वारा विभिन्न तरह के विवादों का ऑन स्पॉट निस्तारण कर एक अरब 66 करोड़ 34 लाख 63 हजार रुपए की परिसंपत्तियों,व नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया।वहीं एक लाख 63 हजार 441 विवादों का ऑनस्पॉट निष्पादन कर दिया गया । 

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई, जिसके बाद नालसा का थीम सोंग हुआ। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम शर्मा द्वारा स्वागत भाषण किया गया।

 जिसके बाद न्यायमूर्ति आनंदा सेन ने सभागार में उपस्थित लोगों को संबोधित किया अपने संबोधन मे न्यायाधीश श्री सेन ने कहा कि भू अधिग्रहण से संबंधित विवाद के मामले में ज्यादा बढ़ते जाते हैं जल्द से जल्द उन्हें पुनर्वासित करने तथा उसे समुचित मुआवजा दिलाना हम लोगों का सामाजिक दायित्व और कर्तव्य है।विशेष लोक अदालत में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद ने कहा कि मुआवजा का अर्थ केवल यह नहीं कि उन्हें रुपए का भुगतान कर दिया जाए परंतु बल्कि मुआवजा का अर्थ यह भी है कि सामाजिक सुरक्षा के तहत उनके परिवार के जीवन यापन और उन्हें रहने के लिए छत की व्यवस्था करना जस्टिस श्री नारायण ने डीसी धनबाद एवं सीएमडी बीसीसीएल से अनुरोध किया कि वह मुआवजा संबंधित विवादों का निस्तारण तीस दोनों के अंदर करें ताकि लोगों को समुचित उसका लाभ मिल सके वह वह दर -दर की ठोकर खाने से बच जाए ।इसके बाद नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया जिसमें अग्नि प्रभावित क्षेत्रों से विस्थापित किए गए लोगों के दर्द को दिखाया गया,डालसा के प्रयास से उन्हें नया घर मिला।मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए न्यायाधीश श्री नारायण ने कहा कि चुकी धनबाद में कोयला उत्खनन व भू अधिग्रहण के ज्यादातर मामले पाए गए जिसमें लोगों को समय पर मुआवजा नहीं मिल पाया था इस कारण धनबाद को ही विशेष आयोजन के लिए चुना गया उन्होंने जिला प्रशासन हुआ समस्त पीएसयू कंपनी के अधिकारियों को सुझाव दिया कि पीड़ित के जगह व खुद को रखकर देखें तब जाकर समस्या का जल्द से जल्द समाधान होगा।

हाथी ने कुचला डालसा ने दिलाया मुआवजा

छह माह पूर्व टुंडी के एक युवक की मौत हाथी द्वारा कुचल देने के कारण हो गई थी उसकी विधवा रेशोमुनि सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाते लगाते थक गई थी परंतु उसे मुआवजा नहीं मिला था डालसा ने उसकी सुध ली और मृतक की पत्नी रेशोमुनी को वन विभाग से चार लाख रुपए मुआवजा का भुगतान कराया।

 वहीं बिजली के पोल में गाय के सट जाने और उसकी मौत हो जाने के मामले में भी डालसा ने पहल करते हुए गाय के मालिक मंटू यादव,एवं अरविंद कुमार को बिजली विभाग से तीस तीस हजार रुपए मुआवजा का भुगतान कराया।

भूअधिग्रहण के मामले में लाभुकों को मिला चेक

नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा सड़क निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण किए जाने के मामले में महीनो दफ्तर का चक्कर लगाते थक गए राजबल मुरमुर को 2 करोड़ 9 लाख 42 हजार 211 रूपए, जीतन मांझी को 5 लाख54 हजार 843 रूपए। जिला प्रशासन द्वार अजय कुमार महतो को 2 लाख 51 हजार 547 रूपए,अर्जुन रवानी को 15 लाख 14 हजार 438 रूपए का भुगतान किया गया ।

44 को मिला ऑनस्पाट नियुक्ति पत्र 

विशेष लोक अदालत में न्यायाधीश द्वारा कल 44 लोगों को ऑन स्पॉट नियुक्ति पत्र सौंपा गया बीसीसीएल द्वारा 40 लोगों की नियुक्ति अनुकंपा के आधार पर दी गई, वहीं टाटा द्वारा दो एवं रेलवे के द्वारा दो लोगों को नियुक्ति दी गई। नियुक्ति पत्र मिलने पर इबरान अंसारी ,अमन चौहान, स्वप्ननिल कुमार, कपिल चंद्र दास ,अश्वनी कुमार, उज्जवल कुमार पासवान, विनीता देवी, ने बताया कि वह सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाते लगाते थक गए थे डालसा ने उन्हें न्याय दिलाया ।

 इस मौके पर झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार की मेंबर सेक्रेटरी रंजना अस्थाना,डिप्टी सेक्रेटरी अभिषेक कुमार ,उपायुक्त माधवी मिश्रा, बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता, निदेशक फाइनेंस राकेश कुमार सहाय, निदेशक ऑपरेशन एस के सिंह, डीडीसी सादत अनवर, एसएसपी एच पी जनार्नदन, जिला एवं सत्र न्यायाधीश रजनीकांत पाठक,प्रभाकर सिंह, सुजीत कुमार सिंह,डी सी अवस्थी,स्वयंभू, कुलदीप,नीरज विश्वकर्मा,एस एन मिश्रा, प्रफुल्ल कुमार,संजय कुमार सिंह,साकेत कुमार,अंजनी अनुज, पारस कुमार सिन्हा, राकेश कुमार, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आरती माला, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजीव त्रिपाठी,अवर न्यायाधीश निताशा बारला,स्वेता कुमारी, ऐजोलिना जॉन,नगर आयुक्त,नेशनल हाईवे के डायरेक्टर अरविंद कुमार सिंह,सिटी एसपी, विकास पालिवाल डीएफओ धनबाद,मिणा लाल चीफ लीगल ऑफिसर टाटा,ईसीएल, सीसीएल व विभिन्न विभागों के पदधिकारी, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सहाय महासचिव जीतेंद्र कुमार लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के चीफ कुमार विमलेंदु डिप्टी चीफ अजय कुमार भट्ट सहायक कांउसिल,पैरा लीगल वालंटियर,मेडिएटर समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

प्रसव कराने के नाम पर किया रांची का जेनेटिक अस्पताल 4 लाख का डिमांड, जमीन बेच कर 2 लाख दिया,

2 लाख और नहीं दे पाने पर नवजात को छोड़ कर माँ को 23 दिनों तक बनाये रखा बंधक, अब रांची हाई कोर्ट ने लिया स्वत सज्ञान


झारखंड डेस्क 

जिस चिकित्सक को धरती का भगवान कहा जाता है. जो बच्चे जब चिकित्सा विज्ञान की शिक्षा का संकल्प लेते हैं तब उस से यही उम्मीद बांधती है की अपनी सेवा भाव से लोगों का इलाज़ करेंगे और मानवीय आचरण के साथ सेवा भाव रखेंगे. लेकिन आज चिकित्सा ऐसा व्यवसाय बन गया है कि जिसमे मानवता तो छोड़िये दया धर्म सब भूल कर लोगों को इलाज़ के नाम पर लूटने तक का काम कुछ लोग करने लगे हैं. ऐसा हीं एक मामला झारखण्ड के रांची स्थित जेनेटिक अस्पताल का एक मामला आया जहाँ प्रसव में अनाप शनाप बील नहीं चूका पाने के लिए माँ को बंधक बना लिया.और माँ को बच्चे से अलग कर दिया.इस पुरे मामले का शुक्रवार को हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया। जस्टिस आर मुखोपाध्याय और जस्टिस दीपक रोशन की अदालत ने स्वास्थ्य 

सचिव को मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया। 

सिविल सर्जन को भी अस्पताल के निबंधन की जांच का निर्देश दिया। मामले की अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी।

शुक्रवार को रिम्स से जुड़े मामले की सुनवाई के दौरान अदालत को मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया गया कि जेनेटिक अस्पताल ने मरीज के साथ अमानवीय व्यवहार किया है।

 खूंटी के रनिया की सुनीता कुमारी को 28 मई को प्रसव पीड़ा होने के बाद रिम्स रेफर किया गया था पर ऑटो चालक महिला के पति को झांसा देकर उनको जेनेटिक अस्पताल ले गया। जहां बच्चे के जन्म के बाद यह घटना घटी।

जमीन बेचकर दिए दो लाख

अस्पताल प्रबंधन ने साधारण प्रसव कराने के लिए मंगलू से 4 लाख रुपए मांगे। उसने जमीन बेचकर 2 लाख दे दिए। शेष 2 लाख देने में उसने असमर्थता जतायी। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने सुनीता को बंधक बना लिया था। सूचना मिलने पर सीआईडी की टीम ने 27 जून को सुनीता को अस्पताल से मुक्त कराया।

 लम्बे समय तक बच्चे को दूध नहीं पिलाने के कारण मां का दूध सूख गया

23 दिनों के बाद जब सुनीता घर आकर अपने कलेजे के टुकड़े को देखा तो दौड़कर उसे सीने से लगा लिया। उसे अपना दूध पिलाने लगी। पर, मां का दूध सूख चुका था। गांव की महिलाओं ने बताया कि जन्म देने के बाद लंबे समय तक बच्चे को दूध नहीं पिलाने से मां का दूध सूख जाता है। इसके बाद सुनीता रोने लगी।

अस्पताल में बंधक माँ को खाना तक नहीं दिया जाता था

सुनीता बताती हैं कि अस्पताल ने उसे खाना देना भी बंद कर दिया था। बच्चे को पहले बूस्टर समेत और कोई टीका नहीं लगाया गया। बानाबीरा निवासी आशिष साहू ने सुनीता की रिहाई में सराहनीय कार्य किया है। आशिष ने बंधक बनाने की जानकारी सीआईडी के डीआईजी अनुराग गुप्ता को दी थी, जिसके बाद छुड़ाया गया।

सीडब्ल्यूसी ने लिया स्वत संज्ञान

कोर्ट को यह भी बताया गया कि जब अस्पताल प्रबंधन ने महिला के पति को नवजात शिशु के साथ घर भेज दिया तो उसने बकरी का दूध पिलाकर शिशु को जिंदा रखा, जब उसकी पत्नी अस्पताल से मुक्त होकर बीते गुरुवार को घर पहुंची तो करीब 23 दिन के बाद बच्चे ने अपनी मां का दूध पिया। इस मामले में सीडब्ल्यूसी ने भी स्वत संज्ञान लिया है।

पहले कई अन्य तरह के मामलों में दोषी रहा यह अस्पताल ब्लैकलिस्ट है

बूटी रोड स्थित जेनेटिक अस्पताल प्रबंधन महिला को बंधक बनाने से पहले कई अन्य तरह के मामलों में दोषी पाया जा चुका है। अस्पताल एक साल पहले से ही आयुष्मान योजना से ब्लैक लिस्टेड है। अस्पताल प्रबंधन पर आयुष्मान भारत योजना के तहत 62 मामलों में फर्जी तरीके से क्लेम लेने का मामला था। इसमें जांच में जेनेटिक अस्पताल प्रबंधन को दोषी पाते हुए 1.12 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाते हुए ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया था। अस्पताल अब भी ब्लैक लिस्टेड ही है।

पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को झारखंड हाई कोर्ट से वेल मिलने के बाद जेल से लेकर घर तक पहुँचने के बीच की जानिए घटना-क्रम


झारखण्ड डेस्क 

पिछले 150 दिनों तक बिरसा मुंडा केंद्रीय होटवार जेल में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बंद रहने के बाद झारखंड हाईकोर्ट ने उन्हें वेल दे दी.झारखंड हाईकोर्ट ने उन्हें 50-50 हजार रुपए के दो निजी मुचलके पर जमानत की सुविधा प्रदान की है। 

जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन के भाई सह सूबे के मंत्री बसंत सोरेन सिविल कोर्ट स्थित पीएमएलए कोर्ट पहुंचे। हेमंत सोरेन की ओर से उनके वकील ने बेल बॉड भरा। जिसमें पहले जमानतदार के रूप में बसंत सोरेन एवं दूसरे जमानतदार के रूप में झामुमो के कुमार सौरव ने हस्ताक्षर किए। वहीं दोनों की पहचानी के रवि वर्मन द्वारा की गई। 

बेल बॉड की प्रकिया अपराह्न तीन बजे तक पूरी होने के बाद हेमंत सोरेन का रिलीज ऑर्डर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार ले जाया गया। इससे पूर्व बेल बॉड भरने के समय महाधिवक्ता राजीव रंजन भी पीएमएलए कोर्ट पहुंचे और हाईकोर्ट से मिली जमानत के आदेश को मेल करवाया। 

मौके पर अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे। हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। एक फरवरी को अदालत में पेश किया गया था। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया गया था। तब से वह जेल में ही थे।

भारी संख्या कार्यकर्ता उनके स्वागत के लिए होटवार जेल पहुंचे

पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बेल मिलने और जेल से रिहा होने की खबर पर शुक्रवार को करीब 200 की संख्या में झामुमो कार्यकर्ता होटवार जेल पहुंचे। दोपहर तीन बजकर सात मिनट में झामुमो जिला समिति के द्वारा सूचना प्रसारित की गई कि सभी लोग हेमंत सोरेन की रिहाई व स्वागत के लिए जेल पहुंचे। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में लोग 3.38 बजे होटवार जेल झंडे बैनर के साथ पहुंचे और नारेबाजी करने लगे।

जानिये कब क्या हुआ..?

31 जनवरी- हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार किया

4 फरवरी- हेमंत ने गिरफ्तारी के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की

28 फरवरी-सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया

15 अप्रैल- ईडी कोर्ट में हेमंत ने जमानत याचिका दायर की

24 अप्रैल- सुप्रीम कोर्ट में अंतरिम जमानत को याचिका दायर की

3 मई- हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी को सही बताया, याचिका खारिज की

13 मई- ईडी कोर्ट ने हेमंत सोरेन की जमानत याचिका खारिज की

28 जून- हाईकोर्ट ने हेमंत को जमानत प्रदान की

मोदी सरनेम को लेकर टिप्पणी से जुड़े मानहानि केस में राहुल गाँधी की मुश्किलें बढ़ी,रांची के एमपी/ एमएलए कोर्ट ने 6 जुलाई को होना होगा उपस्थित


झारखंड डेस्क

रांची के एमपी/ एमएलए कोर्ट में मोदी सरनेम को लेकर टिप्पणी से जुड़े मानहानि केस में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस मामले में राहुल पर आरोप तय किया जाएगा।

 कोर्ट ने पिछले दिनों आरोप गठन के बिंदु पर सुनवाई के लिए 6 जुलाई की तारीख तय की है। आरोप गठन के दौरान कोर्ट में बयान दर्ज कराने के लिए राहुल गांधी को रांची के एमपी/ एमएलए कोर्ट आना होगा।

अधिवक्ता प्रदीप मोदी द्वारा 23 अप्रैल 2019 को दर्ज मामले को 30 सितंबर 2021 को एमपी/एमएलए कोर्ट में स्थानांतरित किया गया था। इसके बाद कोर्ट ने राहुल के खिलाफ समन जारी किया। इस पर राहुल ने अर्जी दाखिल कर उपस्थिति से छूट मांगी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया। अब बयान दर्ज कराने के लिए राहुल को अदालत आना होगा।

लालपुर क्षेत्र निवासी अधिवक्ता प्रदीप मोदी ने सिविल कोर्ट रांची में 23 अप्रैल 2019 में शिकायतवाद कराया था। शिकायतकर्ता ने याचिका में कहा था कि राहुल गांधी ने मोदी सरनेम वाले लोगों को लेकर जो टिप्पणी की है उससे पूरा मोदी समाज आहत है। इसलिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।

2019 लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरनेम को लेकर एक टिप्पणी की थी, जिससे आहत होकर वकील प्रदीप मोदी ने उनके खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था। ऐसा ही एक केस गुजरात में भाजपा नेता पूर्णेश मोदी ने भी किया था, जिसमें राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई गई थी। सूरत कोर्ट के इस आदेश के बाद राहुल गांधी की सदस्यता छिन गई थी। हालांकि, बाद में ऊपरी अदालत से रोक के बाद उनकी सदस्यता बहाल हो गई थी।

हेमन्त सोरेन जेल से आने के बाद दी अपनी पहली प्रतिक्रिया, यहां देखे उन्होंने क्या कहा...

झारखंड हाई कोर्ट से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमानत मिलने के बाद जेल से लाने के लिए पहुंची उनकी पत्नी कल्पना सोरेन और भाई बसंत सोरेन। लगभग 5 महीने जेल में रहने के बाद हेमंत सोरेन आज जमानत पर बाहर निकले और सबसे पहले अपने पिता शिबू सोरेन से आशीर्वाद लेने उनके आवास गए। जहां कार्यकर्ताओं का भी भीड़ जुटने लगी। सभी उन्हें बधाई देने के लिए पहुंच रहे थे। 

पिता के आवास में ही पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने कार्यकर्ताओं का सबसे पहले आभार जताया। कहा कि आप सबको पता चल ही चुका है कि कानूनी रूप से कि मैं अब विगत पांच महिनों के बाद जेल से बाहर आया हूं और इन पांच महीना का जो वक्त था मुझे लगता है इस राज्य के लिए हमारे झारखंडी भाइयों के लिए यहां के मूलवासी आदिवासियों के लिए बहुत ही चिंतनीय महीने रहे हैं। 

उन्होंने न्यायालय के न्याय का आदर और सम्मान किया। वहीं उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज राजनेता, समाजसेवी, लेखक, पत्रकार जैसे लोगो को बड़े सुनियोजित तरीके से उनकी आवाजो को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है। यह भी किसी से छुपा नहीं है।

 एक झूठी और मन ग्रहन्त कहानी गढ़ कर पूरे 5 महीना तक जेल के अंदर रखा गया। इसी प्रकार आप देख रहे होंगे देश के अलग-अलग हिस्सों में कई पत्रकार बंद है। वहीं सरकार के विरुद्ध आवाज उठाने वाले लोगों की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है,दिल्ली के मुख्यमंत्री भी जेल में बंद है। आज मैं बहुत ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा लेकिन अन्तोगत्वा फिर से राज्य की जनता के बीच में हूं।

 हेमंत सोरेन ने कहा जो लड़ाई और संकल्प हमने लिया है उसको निश्चित रूप से मुकाम तक पहुंचाने का भी काम करेंगे। आज मुझे लगता है एक संदेश है राज्य के लिए ही नहीं पूरे देश के लिए की किस तरीके से हमारे विरुद्ध षड्यंत्र रचा गया है और जो कानून के आदेश है वह आपके सामने आपको देखने को मिला।

कचहरी चौक पर सीआईडी की महिला डीएसपी से छीन गयी चेन ,विरोध करने पर दिया धक्का


झारखंड डेस्क 

रांची : राजधानी की भीड़-भाड़ वाली सड़कों पर चेन स्नेचर कब किसे अपना शिकार बना ले, इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. 

यहां अपराधी ने एक महिला डीएसपी को अपना शिकार बना लिया. अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे पुलिस अफसरों के साथ भी आपराधिक वारदात करने से नहीं कतरा रहे हैं. बेखौफ अपराधियों ने रांची के अपराध अनुसंधान विभाग में पदस्थापित डीएसपी सरिता मुर्मू के गले से सोने की चेन छीन ली. 

अपराधियों ने बुधवार को इस वारदात को अंजाम दिया. इस संबंध में डीएसपी सरिता मुर्मू ने कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. थाने में डीएसपी द्वारा दिए गए आवेदन में कहा गया है कि वह शाम को अपने निजी काम से कचहरी चौक गई थीं. रात 8:15 बजे जब वह कचहरी चौक के पास पहुंचीं, 

तो बाइक सवार दो अपराधी वहां पहुंचे और उनके गले से सोने की चेन छीनकर भाग गए. हालांकि जब डीएसपी ने घटना का विरोध किया, तो आरोपियों ने उन्हें धक्का देकर सड़क पर गिरा दिया.

जनता दरबार में उपायुक्त ने सुनी आमजनों की शिकायत, समस्याओं के निष्पादन हेतु अधिकारियों को दिए निर्देश*


धनबाद : उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी सुश्री माधवी मिश्रा ने शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में जनता दरबार का आयोजन कर आम-जन की शिकायतों व समस्याओं को सुना।

 उन्होंने संज्ञान में आए सभी मामलों के आवेदन को संबंधित पदाधिकारी को तत्काल निष्पादन के लिए निर्देशित किया।

जनता दरबार में मुख्यतः शिक्षा, जमीन विवाद संबंधी, ऑनलाइन रसीद, आवास, पेंशन, रोजगार, स्वास्थ्य, बकाए वेतन, होम गार्ड नियुक्ति, आर्म लाइसेन्स, सड़क, आय प्रमाण पत्र, वंशावली, छात्रवृत्ति, मुआवजा, वार्ड सदस्य के मानदेय, अबुआ आवास, बंटवारा, जमीन मापी समेत अन्य संबंधित आवेदन आए।

इस दौरान उपायुक्त ने आवेदनों को चिन्हित कर संबंधित अधिकारियों को निष्पादन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल्द ही इन समस्याओं का समाधान होगा। इसके लिए अधाकिरियों को निर्देश दिया गया है।

मौके पर प्रभारी पदाधिकारी जन शिकायत कोषांग श्री नियाज अहमद, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी श्री सुनिल कुमार सिंह मौजूद रहें।