लोकसभा चुनाव के नतीजों पर राहुल गांधी ने कसा तंज, बोले-वाराणसी में मुश्किल से बचे पीएम मोदी
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पिछले कुछ सालों से लगातार सीटें गंवा रही कांग्रेस के लिए 2024 का लोकसभा चुनाव बेहतर रहा। कांग्रेस ने 2024 के चुनाव में बीते 10 साल में सबसे जोरदार प्रदर्शन किया। जहां 2014 में कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में 44 सीटें आई थी। वहीं 2019 में 52 सीटें अपने नाम की थी। 2024 में कांग्रेस “शतक” से चूक गई। इस बार के चुनाव में कांग्रेस ने 99 सीटें जीतीं हैं। इस जीत के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी खासे उत्साहित नजर आ रहे है। कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन से उत्साहित राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री मोदी पर हमलावर हैं। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज बुधवार को उत्तरी केरल के मलप्पुरम पहुंचे।
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राहुल गांधी ने वायनाड से लगातार दूसरी बार शानदार जीत दर्ज की है। जिसके बाद वह लोगों का आभार जताने के लिए यहां पहुंचे है। इस दौरान राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जमकर तंज कसे। उन्होंने कहा कि मोदी की तरह मुझे भगवान से गाइडेंस नहीं मिल रही है। मैं साधारण मनुष्य हूं। वायनाड या रायबरेली का फैसला मुझे खुद ही करना होगा। मेरे लिए देश की गरीब जनता ही मेरी भगवान है। मैं जनता से बात करूंगा और फैसला लूंगा।
जनता ने पीएम को बताया वे तानाशाही नहीं कर सकते-राहुल गांधी
राहुल गांधी ने आगे कहा कि केरल और उत्तर प्रदेश के लोगों ने पीएम मोदी को बताया है कि संविधान हमारी आवाज है और वे इसको छू नहीं सकते हैं। देश की जनता ने पीएम को बताया कि वे तानाशाही नहीं कर सकते हैं। चुनाव से पहले भाजपा के नेता कहते थे कि वो संविधान को फाड़ देंगे। अब चुनाव के बाद मोदी संविधान को सिर से लगाते हैं। मोदी वाराणसी में मुश्किल से जीत पाए हैं। भाजपा अयोध्या में भी हार गई है। नफरत को मुहब्बत ने हरा दिया।
इस बार का चुनाव संविधान को बचाने के लिए था-राहुल गांधी
इसके आगे राहुल ने कहा कि इस बार का चुनाव संविधान को बचाने के लिए था। उन्होंने कहा कि एक तरफ देश के वो लाखों लोग थे जो अपनी परंपरा, इतिहास, संस्कृति से प्यार करते हैं और अपना भविष्य खुद तय करना चाहते थे। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह थे जो कहते थे कि नहीं। राहुल ने कहा कि पीएम और शाह चाहते थे कि अगर वो चाहेंगे कि केरल के लोग हिंदी बोले तो उन्हें हिंदी ही बोलना पड़ेगा, अगर वो चाहेंगे कि तमिल लोग तमिल छोड़कर हिंदी बोले तो उन्हें ऐसा ही करना पड़ेगा।
लगातार हमलावर हैं राहुल
इससे पहले राहुल गांधी ने मंगलवार को रायबरेली में आयोजित आभार सभा में भी पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला था।राहुल गांधी ने कहा था कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साख लगातार गिर रही है। उन्होंने कहा कि अगर वाराणसी लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ती तो पीएम मोदी की हार निश्चित थी।राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजे इस बात का सबूत हैं कि अब यहां से मोदी और योगी, दोनों का प्रभाव लगातार कम हो रहा है। लोग अब बीजेपी की तोड़-फोड़ की राजनीति को अच्छी तरह से समझ चुके हैं।








ओडिशा में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 147 सीटों में से 78 पर रिकॉर्ड जीत हासिल की है। राज्य की सत्ता में करीब 24 साल से राज कर रही बीजेडी को हराकर इस बार बीजेपी पहली बार प्रदेश में सरकार बना रही है। ओडिशा की क्योंझर सीट से भाजपा विधायक मोहन चरण माझी आज राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह शाम पांच बजे भुवनेश्वर के जनता मैदान में होगा। माझी के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 2:30 बजे पहुंचेंगे। प्रदेश में पहली बार सरकार बनाने जा रही भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को विधायक दल की बैठक के बाद माझी के नाम का एलान किया था।इसके साथ ही भाजपा ने प्रदेश में दो उप मुख्यमंत्री बनाने का भी फैसला लिया है। इन दो उप मुख्यमंत्रियों में कनकवर्धन सिंहदेव और प्रभाती परिडा का नाम शामिल है।माझी के नाम का एलान 11 जून को हुई विधायक दल की बैठक में किया गया। भाजपा ने वरिष्ठ पार्टी नेता राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को ओडिशा में विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। मोहन चरण माझी का जन्म 6 जनवरी 1972 को क्योंझर जिले के सदर थाना क्षेत्र के रायकला में हुआ था। उनकी शैक्षणिक योग्यता बैचलर ऑफ आर्ट्स है। माझी ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1997 में की थी। वह 1997 से लेकर साल 2000 तक सरपंच रहे। इसके बाद 2000 में वह क्योंझर से पहली बार विधायक चुने गए। उन्होंने 2000, 2004, 2019 और 2024 में भाजपा के टिकट पर क्योंझर सीट से जीत दर्ज की है । वह 28 फरवरी, 2005 से 9 मार्च, 2009 तक विपक्ष के उप मुख्य सचेतक थे। सरपंच से अपनी राजनीति की शुरुआत करने वाले माझी जब पहली बार विधायक बने थे तब नवीन पटनायक पहली बार राज्य के सीएम पद की शपथ ले रहे थे।वो बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता माने जाते हैं। इन्हें संगठन में काम करने का अच्छा अनुभव भी है। संघ में भी इनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है। इससे पहले बीजेडी के नवीन पटनायक ने राज्य में लंबा शासन किया है। वो साल 2000 से लगातार 2024 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। वे इस पद पर 24 साल और 98 दिन तक रहे। लेकिन इस बार ओडिशा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की सत्ता में काबिज बीजू जनता दल के विजयरथ को रोक दिया और बड़ी जीत दर्ज की। सूबे की 147 सीटों में से बीजेपी ने 78 पर कब्जा किया।
Jun 12 2024, 14:13
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