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शपथ से पहले संभावित मंत्रियों से मोदी की मीटिंग, बोले-100 दिन का एजेंडा तैयार उसे जमीन पर उतारना

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नरेंद्र मोदी आज शाम 7:15 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले पीएम मोदी ने रविवार को शपथ ग्रहण समारोह से पहले अपने संभावित कैबिनेट मंत्रियों और सांसदों से चाय-नाश्ते पर मुलाकात की। इस बैठक में ज्यादातर ऐसे नेता शामिल हुए, जिन्हें कैबिनेट में जगह मिलने की संभावना है। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा 100 दिन का एजेंडा तैयार है और अब उसे जमीन पर उतारना है।

100 दिन के एजेंडे को जमीन पर उतारना है- मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट के नए सहयोगियों से कहा है कि 100 दिन के एजेंडे की कार्ययोजना को जमीन पर उतारना है। आपको जो भी विभाग मिले, उसकी पेंडिंग योजनाओं को जल्दी से जल्दी पूरा करना है। 5 साल के रोड़ मैप में जुटिए। हमारी सरकार का लक्ष्य 2047 में भारत को विकसित भारत बनाना है। जनता को एनडीए पर भरोसा है। उसे और मजबूत करना है।

मंत्री बनने वाले ये 41 लोग पीएम आवास पर पहुंचे

पीएम आवास पर मंत्री बनने वाले ये 41 नेता पहुंचे हैं, इनमें अमित शाह, जेपी नड्डा, बीएल वर्मा, पंकज चौधरी, शिवराज सिंह चौहान, अन्नपूर्णा देवी, अर्जुन राम मेघवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मनोहर लाल खट्टर, नितिन गडकरी, नित्यानंद राय, हर्ष मल्होत्रा , भागीरथ चौधरी, एचडी कुमारस्वामी, किरण रिजिजू, जितिन प्रसाद, रवनीत सिंह बिट्टू, राजनाथ सिंह, राव इंद्रजीत सिंह, अजय टम्टा, जीतन राम मांझी, चिराग पासवान, निर्मला सीतारमण, सर्बानंद सोनोवाल, जी किशन रेड्डी, पीयूष गोयल, जयंत सिंह चौधरी, धर्मेन्द्र प्रधान, बंदी संजय, श्रीपद नायक, जितेंद्र सिंह, हरदीप पूरी, शोभा करंदलाजे, मनसुख मंडाविया, ललन सिंह, शांतनु ठाकुर, रामदास अठावले, राम मोहन नायडू, सी पेन्नासानी, रामनाथ ठाकुर, प्रताप राव जाधव शामिल हैं।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने जा रहे हैं।इसी के साथ वह अपने दो कार्यकाल पूरे करने के बाद गठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की बराबरी कर लेंगे। पिछली दो बार 2014 और 2019 में बीजेपी को अपने दम पर बहुमत प्राप्त हुआ था, लेकिन इस बार उसे सरकार बनाने के लिए अन्य दलों के समर्थन की जरूरत है।

मध्यप्रदेश के आष्टा में बनेगा देश का सबसे बड़ा 'एथेन क्रैकर प्लांट', 60 हजार करोड़ का होगा निवेश, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार, CM ने दी मंजूरी


मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गेल इंडिया लिमिटेड द्वारा सीहोर जिले की आष्टा तहसील में लगाई जाने वाली देश की सबसे बड़ी एथेन क्रैकर परियोजना को स्वीकृति प्रदान की है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और प्रदेश के औद्योगिकीकरण को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

परियोजना के मुख्य बिंदु

स्थान: सीहोर जिले की आष्टा तहसील

निवेश: 60 हजार करोड़ रुपये

विशेषता

देश की सबसे बड़ी एथेन क्रैकर परियोजना

ग्रीन फील्ड पेट्रोकेमिकल परिसर

एलएलडीपीई, एचडीपीई, एमईजी और प्रोपेलीन जैसे पेट्रोकेमिकल्स का उत्पादन

निर्माण अवधि में 15,000 और संचालन अवधि में 5,600 लोगों को रोजगार

70 हेक्टेयर की टाउनशिप का प्रस्ताव

फरवरी 2025 तक भूमिपूजन और वित्त वर्ष 2030.31 में वाणिज्यिक उत्पादन शुरू होने की संभावना

स्थानीय लोगों का विरोध

आष्टावासी अपनी जमीन कंपनी को देने को तैयार नहीं हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह उनकी रोजी-रोटी का साधन है। बीते दिनों नागरिकों और किसानों ने एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर विरोध जताया था। यह परियोजना एक तरफ तो विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करती है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों की जमीन और रोजगार पर संभावित खतरा भी पैदा करती है। इस परियोजना को लेकर सभी हितधारकों के बीच खुली संवाद और समझौता जरूरी है।

मध्य प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक चंद्रमौली शुक्ला और गेल इंडिया लिमिटेड के निदेशक आरके सिंघल इस परियोजना से जुड़े रहे हैं।

नीट यूजी ग्रेस मार्क्स विवादःजांच के लिए बनी कमेटी, एक हफ्ते में रिपोर्ट आएगी

#neet_ug_2024_result_controversy_nministry_formed_committee_to_review 

केंद्र सरकार ने नीट यूजी में ग्रेस अंक विवाद को फिर से जांचने के लिए कमेटी का गठन किया है। शिक्षा मंत्रालय ने 1,500 से अधिक उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस मार्क्स की समीक्षा के लिए चार सदस्यीय पैनल का गठन किया है। यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय समिति एक अंदर अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करेगी। जिसके बाद इन उम्मीदवारों के परिणामों में संशोधन किया जा सकता है। वहीं, नीट यूजी रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोपों के चलते एनटीए ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी आरोपों पर स्पष्टीकरण दिया।

एनटीए ने किसी भी अनियमितता का खंडन करते हुए कहा है कि एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तकों में बदलाव और परीक्षा केंद्र में समय जाया होने के लिए दिए गए ग्रेस मार्क्स विद्यार्थियों के अधिक अंक आने की वजह हैं। एनटीए ने सभी आरोपों को खारिज कर कहा कि परीक्षा में कोई धांधली नहीं हुई है। तय मानक के तहत ही एग्जाम हुआ है। एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कहा कि ग्रेस मार्क्स दिए जाने से परीक्षा के योग्यता मानदंड पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है और प्रभावित अभ्यर्थियों के परिणामों की समीक्षा से प्रवेश प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं कुछ छात्रों के लिए परीक्षा दोबारा आयोजित करने के सवाल पर एनटीए महानिदेशक ने कहा कि इसका निर्णय समिति की सिफारिशों के आधार पर किया जाएगा।

इस बीच रिजल्ट में गड़बड़ियों के विरोध में दिल्ली और कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई हैं। एग्जाम में टॉपर्स की बढ़ी हुई संख्या, मार्किंग स्कीम से अलग ग्रेस मार्क्स देना, आंसर की में बदलाव और एग्जाम से पहले ही पेपर लीक जैसे आरोप लगाए गए हैं।

मेडिकल प्रवेश परीक्षा का परिणाम 4 जून को घोषित किया गया था। घोषित परिणामों ने असाधारण रूप से बड़ी संख्या में उन उम्मीदवारों का तत्काल ध्यान आकर्षित किया, जिन्होंने 720/720 का सही स्कोर प्राप्त किया और इस तथ्य के लिए कि कुछ उम्मीदवारों को 718 या 719 अंक मिले। जिनके बारे में दूसरों का दावा था कि इस योजना में इसे प्राप्त करना असंभव था। वहीं कुछ उम्मीदवार पेपर लीक के भी आरोप लगे हैं।

के. अन्नामलाई मोदी 3.0 कैबिनेट के हो सकते हैं हिस्सा, जानिए मंत्री की सूची में और कितने हैं नाम

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ लेने से पहले मोदी कैबिनेट के संभावित मंत्रियों के पास फोन पहुंचने शुरू हो गए हैं। हालांकि, अभी तक आधिकारिक रूप से कोई बयान सामने नहीं आया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अनुप्रिया पटेल, जयंत चौधरी, जीतन राम मांझी को फोन से बताया गया है कि उन्हें कैबिनेट की शपथ लेनी है। वहीं सहयोगी दलों के संभावित मंत्रियों को भी फोन किया गया है।

बता दें, अनुप्रिया पटेल की अपना दल (सोनेलाल) ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से अनुप्रिया पटेल अपनी ही सीट जीत सकी थी। वहीं जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के खाते में एनडीए से एक ही सीट गई थी और इस सीट (गया) से वह खुद चुनाव लड़े और जीतकर संसद पहुंचे। वहीं जयंत चौधरी की पार्टी को दो सीटें मिली थीं और दोनों ही सीटों पर उनकी पार्टी विजयी रही। जयंत चौधरी खुद राज्यसभा सांसद हैं।

चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने अपने कोटे के मंत्रियों के नाम की घोषणा कर दी है। टीडीपी नेता जयदेव गल्ला ने X पर लिखा, 'उनकी पार्टी को मोदी 3.0 मंत्रिपरिषद में एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री का बर्थ मिला है। तीन बार के सांसद राम मोहन नायडू टीडीपी कोटे से नवगठित केंद्रीय मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री होंगे और पी चन्द्रशेखर पेम्मासानी राज्य मंत्री होंगे।

अभी तक आ चुके इन सासंदों के पास फोन

राजनाथ सिंह – बीजेपी
नितिन गडकरी – बीजेपी
पीयूष गोयल – बीजेपी
ज्योतिरादित्य सिंधिया – बीजेपी
जयंत चौधरी–रालोद
अनुप्रिया पटेल – अपना दल (एस)
रामनाथ ठाकुर – जेडीयू
मोहन नायडू – टीडीपी
जीतनराम मांझी – हम
पी चन्द्रशेखर पेम्मासानी – टीडीपी
एचडी कुमारास्वामी – जेडीएस
प्रताप राव जाधव – शिवसेना
जितेंद्र सिंह – बीजेपी
अन्नामलाई – बीजेपी
रक्षा खडसे – बीजेपी
मनोहर लाल खट्टर – बीजेपी
राव इंद्रजीत सिंह – बीजेपी
शिवराज सिंह चौहान –बीजेपी
प्रह्लाद जोशी –बीजेपी
सर्बानंद सोनोवाल –बीजेपी
अर्जुन राम मेघवाल –बीजेपी
जी किशव रेड्डी –बीजेपी
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पहुंचे दिल्ली, नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में होंगे शामिल
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नरेंद्र मोदी आज लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। शाम 7.15 बजे राष्ट्रपति भवन में होगा शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मोदी के साथ बीजेपी और एनडीए घटक दल के कई सांसद आज मंत्री पद की शपथ लेंगे। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली पहुंच चुके हैं।पिछले साल नवंबर में मालदीव के राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज्जू पहली बार भारत दौरे पर आए हैं। मालदीव के राष्ट्रपति भारत के पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के सात देशों के उन नेताओं में शामिल हैं, जो आज शाम राष्ट्रपति भवन में मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''नरेन्द्र मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू नई दिल्ली पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।''उन्होंने कहा, ''भारत और मालदीव समुद्री साझेदार और करीबी पड़ोसी हैं।'' बांग्लादेश की राष्ट्रपति शेख हसीना और सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, हसीना और अफीफ के अलावा समारोह ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले अन्य नेताओं में नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे शामिल हैं। उसने कहा, “नरेन्द्र मोदी के लगातार तीसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए नेताओं की यात्रा भारत द्वारा अपनी ‘पड़ोसी पहले’ नीति और ‘सागर’ दृष्टिकोण को दी गई सर्वोच्च प्राथमिकता के अनुरूप है।” पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने वाले नेताओं में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के पीएम जगन्नाथ, नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे शामिल हैं।
नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होगा विपक्ष! जानें क्या है रूख

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केंद्र में एक बार फिर मोदी सरकार सत्ता संभालने जा रही है। नरेंद्र मोदी रविवार शाम 7.15 बजे राष्ट्रपति भवन आयोजित समारोह में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे। इस शपथ समारोह में भारत ने पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्षों को न्योता दिया है, इनमें कई नेता भारत पहुंच चुके हैं। उधर, पीएम मोदी के शपथ समारोह में विपक्षी इंडिया गठबंधन के नेता शामिल होंगे या नहीं, इस पर सस्पेंस बना हुआ है। जानकारी मिल रही कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता दिया गया है।वहीं, टीएमसी नेता ममता बनर्जी को भी निमंत्रण मिला है।

जानकारी के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष खरगे को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए फोन आया है। हालांकि, उनका कहना है कि वह जाएंगे या नहीं अभी फैसला नहीं किया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के निमंत्रण पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “हमारे लिए कोई निमंत्रण नहीं आया है। 2024 का चुनाव नरेंद्र मोदी के लिए नैतिक हार है। मोदी मुद्दा है और मोदी को 240 सीटें मिलती हैं। पंडित नेहरू को 1952, 1957, 1962 में दो तिहाई बहुमत मिला, उन्हें 370 सीटें और उससे भी ज़्यादा सीटें मिली थी। पिछले 10 साल में संसद पर बुलडोजर चलाया गया है।"

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी लीडर ममता बनर्जी ने भी न्योता न मिलने की बात कही। तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल की बैठक के बाद पत्रकारों से ममता बनर्जी ने कहा कि वो समारोह में शामिल भी नहीं होंगी। उन्होंने कहा, “तृणमूल कांग्रेस का कोई नेता भी इस समारोह में शामिल नहीं होगा।” ममता बनर्जी ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा, "एक असंवैधानिक और गैरकानूनी पार्टी को सरकार के गठन के लिए शुभकामनाएं नहीं दी जा सकती हैं। इस सरकार का गठन गैरकानूनी और अलोकतांत्रिक तरीके से किया जा रहा है। हम बीजेपी को नहीं तोड़ेंगे. लेकिन वह भीतर से ही टूटेगी. उस पार्टी के लोग खुश नहीं हैं।"

ममता ने कहा, "चार सौ पार का नारा देने वाले अपने बूते बहुमत भी हासिल करने में नाकाम रहे हैं। एनडीए ने सरकार बनाने का दावा किया है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आगे कुछ भी नहीं होगा। हम इंतज़ार कर रहे हैं और परिस्थितियों पर नज़र रख रहे हैं। चीज़ें बदलती हैं।"

उन्होंने आगे राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव का संकेत देते हुए कहा कि "कई बार सरकारें एक दिन ही टिक पाती हैं। कुछ भी हो सकता है। कौन जाने कि यह सरकार 15 दिन भी चल पाएगी या नहीं?"

नरेन्द्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह आज, इन नेताओं को भी मिल सकती है कैबिनेट में जगह

#narendra_modi_shapath_grahan

भाजपा नेता नरेंद्र मोदी रविवार को लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए तैयार हैं। इस भव्य समारोह में पड़ोसी देशों के नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों सहित 8,000 से अधिक लोग शामिल होंगे। मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर राष्ट्रीय राजधानी को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हर जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। ड्रोन उड़ाने, पैराग्लाइडिंग पर रोक लगा दी गई है। राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में कई देशों के राष्ट्रप्रमुख भी शामिल होंगे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और सेसेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ शनिवार को भारत पहुंच गए। वहीं श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमासिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जुगनाथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोग्बे भी आज भारत पहुंचेंगे। 

मोदी के साथ आज जो सासंद आज मंत्री पद की शपथ लेंगे, उन्हें फोन आने शुरू हो गए हैं। मोदी के साथ शपथ के लिए जिन जिन सांसदों को फोन गया है, उनमें चिराग पासवान, रामनाथ ठाकुर, जीतन राम मांझी, जयंत चौधरी, एचडी कुमारस्वामी, सर्वानंद सोनोवाल, जितेंद्र सिंह, अर्जुन मेघवाल, पीयूष गोयल, नितिन गडकरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, टीडीपी से दो सांसदों को राम मोहन नायडू और चंद्रशेखर पेम्मासानी शामिल हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोदी कैबिनेट में चार मंत्री चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी से हो सकते हैं। वहीं नीतीश कुमार की जदयू को दो मंत्री पद मिल सकते हैं। टीडीपी से राम मोहन नायडू, हरीश बालायोगी और दग्गुमल्ला प्रसाद को मंत्री बनाया जा सकता है। 

वहीं जनता दल यूनाइटेड से ललन सिंह और राम नाथ ठाकुर मंत्री बन सकते हैं। ललन सिंह लोकसभा और राम नाथ ठाकुर राज्यसभा सांसद हैं। गौरतलब है कि राम नाथ ठाकुर भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया जा रहा है कि रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी, अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया पटेल, बिहार की हम पार्टी के नेता जीतनराम मांझी को भी केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार शाम को हुई एनडीए की बैठक में यह फैसला हुआ। लोकसभा चुनाव में तेदेपा ने 16 और जदयू ने 12 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है और मौजूदा एनडीए सरकार में इन दोनों पार्टियों की अहम भूमिका है।

CBI ने लैंड फॉर जॉब केस मामले में लालू यादव और अन्य आरोपियों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट, 6 जुलाई को कोर्ट करेगी सुनवाई

डेस्क: सीबीआई ने आज कोर्ट में लैंड फॉर जॉब मामले में लालू प्रसाद यादव और अन्य आरोपियों के खिलाफ कंक्लूडिंग चार्जशीट दाखिल कर दिया है। इस चार्जशीट में 78 लोगों के नाम है। इससे पहले दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीबीआई को चार्जशीट दाखिल करने का आदेश दिया था। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 29 मई को अपने एक आदेश में कहा था कि सीबीआई 7 जून तक फाइनल चार्जशीट दाखिल करे। कोर्ट ने सीबीआई पर हर तारीख को चार्जशीट दाखिल करने के लिए समय मांगने पर नाराजगी भी जताई थी। 

कोर्ट ने जताई थी नाराजगी

इसी कारण आज सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब मामले में लालू प्रसाद यादव और अन्य आरोपियों के खिलाफ कंक्लूडिंग चार्जशीट दाखिल किया है। सीबीआई ने यह चार्जशीट अतिरिक्त सेशन जज विशाल गोगने की कोर्ट में लालू प्रसाद यादव सहित अन्य के खिलाफ दाखिल किया है। सीबीआई ने 78 लोगों को आरोपी बनाया है। सीबीआई ने कहा कि 38 कैंडिडेट्स है, इसके अलावा कुछ अधिकारी शामिल है। सीबीआई ने कहा कि मंजूरी का इंतजार है। सीबीआई ने कहा 6 जुलाई तक इस मामले में मंजूरी मिल जाने की उम्मीद है। कोर्ट चार्जशीट पर 6 जुलाई को सुनवाई करेगा।

क्या है लैंड फॉर जॉब मामला?

लैंड फॉर जॉब मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू यादव रेल मंत्री थे। लालू पर आरोप है कि लालू यादव ने पद पर रहते हुए परिवार को जमीन दिलाने के बदले रेलवे में नौकरियां दिलवाई थी। सीबीआई ने यह भी आरोप लगाया कि रेलवे में की गई भर्तियां भारतीय रेलवे के मानकों के दिशा निर्देशों के हिसाब से नहीं थीं।

स्वाति को धमकियां मिल रहीं, जमानत नहीं दे सकते..', मारपीट मामले में केजरीवाल के PA बिभव कुमार की याचिका ख़ारिज

 दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने स्वाति मालीवाल मारपीट मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पूर्व सहयोगी बिभव कुमार की नियमित जमानत याचिका शनिवार को खारिज कर दी। अदालत ने पीड़िता स्वाति मालीवाल को मिली धमकियों और आरोपी द्वारा गवाहों को प्रभावित करने की आशंका के मद्देनजर जमानत याचिका खारिज कर दी। सुनवाई के दौरान स्वाति मालीवाल भी मौजूद थीं और उन्होंने उन्हें मिली धमकियों के सबूतों के स्क्रीनशॉट की एक प्रति रिकॉर्ड पर रखी। उन्होंने 13 मई को हुई घटना के बारे में भी बताया।

विशेष न्यायाधीश (NDPS) एकता गौबा मान ने बिभव कुमार की नियमित जमानत याचिका खारिज कर दी। पुलिस पूछताछ के बाद वह न्यायिक हिरासत में है। विशेष न्यायाधीश एकता गौबा मान ने 7 जून को आदेश दिया कि, “इस तथ्य के मद्देनजर कि जांच प्रारंभिक चरण में है और पीड़िता के मन में अपनी सुरक्षा के साथ-साथ अपने परिवार के सदस्यों की सुरक्षा को लेकर डर है। यह भी आशंका है कि आरोपी बिभव कुमार अगर स्वतंत्र रहे तो गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए मुझे आरोपी बिभव कुमार की जमानत याचिका में कोई दम नहीं दिखता। इसलिए आरोपी बिभव कुमार की मौजूदा नियमित जमानत याचिका खारिज की जाती है।” 

पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसके परिवार और परिवार के अन्य सदस्यों को लगातार धमकियां दी जा रही हैं। स्वाति ने यह भी कहा कि वह डरी हुई हैं, क्योंकि अगर आरोपी को जमानत दी गई तो उनकी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों की जान को खतरा है। उन्होंने जमानत याचिका का कड़ा विरोध किया। यह दूसरी जमानत याचिका है जिसे अदालत ने खारिज किया है। उसकी पहली नियमित जमानत याचिका 27 मई को खारिज की गई थी। जमानत मांगते हुए बचाव पक्ष के वकील ने तर्क दिया कि आरोपी 2010 से केजरीवाल का पीए है, उस समय केजरीवाल सीएम भी नहीं थे। वह सिर्फ मुख्यमंत्री का PA है जो सीएम के निर्देशानुसार नियुक्तियां देता है। उन्होंने सीएम आवास स्थित कैंप कार्यालय के सहायक अनुभाग अधिकारी द्वारा अपने विभाग को दी गई शिकायत का भी हवाला दिया, जिसमें पीड़िता और आरोपी के 13 मई 2024 को पहुंचने के समय के बारे में बताया गया था।

पीड़िता ने जमानत याचिका का विरोध किया और कहा कि आरोपी बहुत प्रभावशाली व्यक्ति है और उसके खिलाफ शिकायत करने के बाद, उसके राजनीतिक दल के सभी नेता और कैबिनेट मंत्री पीड़िता को बदनाम करने/उसका चरित्र हनन करने में लगे हुए हैं और उसे उसकी पूरी राजनीतिक पार्टी ने बहिष्कृत कर दिया है, क्योंकि उसने आरोपी के खिलाफ शिकायत की है। स्वाति ने यह भी कहा कि आरोपी बिभव कुमार बहुत प्रभावशाली व्यक्ति है और अपने राजनीतिक दल के नेताओं के संरक्षण में है।

दिल्ली महिला आयोग (DCW) की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने यह भी कहा कि घटना के बाद आरोपी द्वारा एक फर्जी वीडियो बनाया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी द्वारा लीक किया गया कथित छेड़छाड़ और संपादित वीडियो किसी काम का नहीं है, क्योंकि वीडियो घटना के वक़्त का नहीं, बल्कि घटना के बाद का है, जब उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया था। अतिरिक्त लोक अभियोजक (APP) अतुल श्रीवास्तव ने याचिका का विरोध किया और कहा कि जांच चल रही है और आरोपी एक प्रभावशाली व्यक्ति है। नोएडा में उनके खिलाफ एक मामला लंबित है। उन्हें जमानत नहीं दी जानी चाहिए। यह भी कहा गया कि जांच अधिकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के आवास पर मुलाकात के लिए कोई उचित रजिस्टर नहीं रखा गया है।

यूपी में मिली जीत के बाद 'धन्यवाद यात्रा' निकालेगी कांग्रेस, 11 जून से शुरू होगा कार्यक्रम

उत्तर प्रदेश में INDI गठबंधन के शानदार प्रदर्शन से उत्साहित कांग्रेस ने घोषणा की है कि वह 11 से 15 जून तक राज्य के सभी 403 निर्वाचन क्षेत्रों में 'धन्यवाद यात्रा' निकालेगी। इस यात्रा में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के भाग लेने की उम्मीद है। यात्रा के दौरान विभिन्न समुदायों के लोगों को संविधान की एक प्रति देकर सम्मानित किया जाएगा। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से छह पर जीत हासिल की, जबकि उसकी सहयोगी समाजवादी पार्टी (सपा) ने 37 सीटें हासिल कीं। दोनों दलों ने भाजपा को पछाड़ दिया, जिसने 33 सीटें हासिल कीं। 

2019 के लोकसभा चुनावों में क्रमशः एक और पांच सीटें जीतने के बाद सपा और कांग्रेस दोनों के लिए यह एक उल्लेखनीय सुधार था। भाजपा ने उस चुनाव में 62 सीटों के साथ राज्य में जीत दर्ज की थी। राहुल गांधी ने रायबरेली में भाजपा प्रतिद्वंद्वी दिनेश प्रताप सिंह को तीन लाख से अधिक मतों से हराया, यह एक ऐसी सीट है, जिसका प्रतिनिधित्व पहले उनकी मां सोनिया गांधी करती थीं। चुनाव आयोग के अनुसार, राहुल गांधी ने 2019 में रायबरेली में अपनी मां की जीत के अंतर को पार कर लिया, जब उन्होंने दिनेश प्रताप सिंह के खिलाफ 1,67,178 मतों के अंतर से सीट जीती थी। दूसरी ओर, भाजपा की स्मृति ईरानी, ​​जिन्होंने 2019 के चुनावों में कांग्रेस के एक और गढ़ अमेठी से राहुल गांधी को हराया था, कांग्रेस के वफादार किशोरी लाल शर्मा से 1.65 लाख से अधिक मतों के अंतर से हार गईं।

जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक दल (RLD) और अपना दल (सोनीलाल) सहित अन्य दलों, जो दोनों भाजपा के नेतृत्व वाले NDA के सहयोगी हैं, ने क्रमशः दो और एक सीट जीती। आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी एक सीट पर जीत हासिल की। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक लोकसभा सीटें (80) और विधानसभा क्षेत्र (403) हैं।