भीषण गर्मी में जल संकट से गुजर रहा है आदित्यपुर के लोग,पानी का समुचित प्रबंध नही होने से लोग दूर दराज से ला रहे हैं पानी
सरायकेला : कोल्हान में एक तरफ लोक सभा तो चुनाव दुसरी ओर भीषण आग बरसाने वाले गर्मी के साथ पानी की किल्लत से जन जीवन अस्त-वयस्त देखा गया । भारी आबादी वाले क्षेत्र आदित्यपुर मोहल्ले वासियों ने पानी की समस्या से अवगत कराया मोहल्ले में पानी का समूचित प्रबंध नहीं है लोग मिलो मिल दूर दराज से भरकर घर लाने को मजबूर हैं ।
दो बूंद पानी के लिए भी लोग तरसते हैं। स्थानीय पार्षद से बोल-बोल कर थक चुके हैं। फिर भी कोई हल नहीं निकल रहा है। आदित्यपुर में कई दर्जनों घरों के चापाकल है, पर सभी चार महीनो से ड्राई हैं 5 सौ फीट के ऊपर खुदाई वाला डिप बोरिंग भी बेकार हैं ,यहां स्थिति यह है कि पानी की किल्लत से यहां कोई मेहमान नहीं आना चाहता है ।
अभी तक नगर निगम का सप्लाई भी पानी नहीं आया है जबकि घर घर नल लगा दिया गया है और दूर दराज किलो मीटर दूर से पानी भरकर लाना पड़ता है।
सरायकेला खरसावां जिला के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में कुल 35 वार्ड है पर 35 वार्डो की स्थिति कमावेश ऐसी ही है और सभी 35 वार्डो में पानी की कील्लत है कही पानी आता है तो कही टैंकर से सप्लाई होता है पर टैंकर से घर घर सप्लाई करने पर भी पूरा नही हो पा रहा है लोगो को मिलो मिल दूर दराज से पानी लाना पड़ रहा है वार्ड 27 की बात करे जहाँ आप खुद देख सकते है कि लोगो को पानी के लिए कितना जिंदो जहद करना पड़ रहा है यहाँ तक कि लोगो के घर आने वाले मेहमान को अपने घरों में आने के लिए भी लोगो ने मना कर दिया है।
जहां पानी भरने वाली महिला बताती है कि प्रतिदिन दूसरों के घर से पानी लाना पड़ता है । टैंकर एक दिन बीच कर आता है घरों का चापाकल है, जो पूरी तरह से सुख गया है ,पानी की गंभीर समस्या बन चुके हैं नगर निगम टैंकर पहुंचता है लेकिन कुछ लोगों को पता नही है अगर भीड़ लग जाए तो पानी का एक एक बून्द भी मिलना मुश्किल हो जाएगी ।
स्थानीय महिला निवासी मोहल्ले में पानी की किल्लत तो हमेशा से बनी रही ,जीने के लिए लोगो को पानी खरीद कर चलाना पड़ रहा है। इसके बाद भी निगम व पेयजल विभाग की कुंभकरण का नींद नहीं टूट रही है ।
लोकसभा चुनाव है पर प्रत्याशी भी इन मुद्दों से चुप्पी साधी हुई है, इस बार वोट नही देने की बाते सामने आ रही है ।इस जगह पर पानी ,सड़क ,बिजली आदि की सुविधा की मुद्दा बना हुआ है।
डीप बोरिंग से जलस्तर नीचे चला गया है जलस्तर नीचे जाने से चापाकलों से पूरा पानी नहीं मिल पाता है मैथन जलापूर्ति भी अनियमित है हर दिन पानी नहीं चलता है इससे जलसंकट झेलना पड़ रहा है
स्थानीय निवासी पानी की किल्लत से मेरे घर मेहमान भी नहीं आना चाहते हैं परिवार के लिए घर के बच्चों को स्कूल बंक करना पड़ता है ।
इस भीषण आग बरसाने वाले गर्मी के चलते जल संकट की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्र में लगातार जल संकट गहरा रहा है. नदियां सूख चुकी है, तालाब में पानी नहीं है और चापाकल भी जबाब दे चुका है. यही नजारा आदित्यपुर में देखने को मिल रहा है। सबसे खराब स्थिति
जहां पांच दर्जन से अधिक परिवार को पानी के लिए रोजाना जद्दोजहद करना पड़ रहा है. यहां के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. नल-जल योजना का हाल भी बेहाल है. लोगों को पेयजल के लिए लंबा रास्ता तय कर लाना पड़ रहा है। टैंकर है पर जितना पानी लोगो चाहिए वह मिल नही पा रहा है टैंकर चालक का कहना है हमे जहा हमे ऑडर होता वहाँ टैंकर पहुचाने का काम होता है पानी की इतनी किल्लत हो रही है कि घर में आए मेहमान भी तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। पानी के लिए जगह जगह डीप बोरिंग लगा हुआ है जो सुख पड़ा है घरों में लगे बोरिंग भी सुख पड़ा है पानी के लिए दूर दराज से लाना पड़ रहा है सरकार की महत्वाकांक्षी योजना यहां पूरी तरह से फेल है। लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.बताया कि कई दिनों से पानी के अभाव में स्नान नहीं कर पाए हैं। घर में देवी-देवताओं की पूजा कई दिनों से नहीं हो रही है। पानी की इतनी दिक्कत है कि चारों तरफ त्राहिमाम मचा है।
May 06 2024, 20:27