पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के खिलाफ थाने पहुंची महिला, लगाया छेड़खानी का आरोप
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चुनावी माहौल में देश में आरोप-प्रत्यारोपों की बौछार हो रही है। अभी कर्नाटक के हासन से जीडी(एस) सांसद और एनडीए प्रत्याशी प्रजव्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल पर विवाद कम नहीं हुआ है कि इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस के खिलाफ एक महिला ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। गुरुवार रात एक महिला हेयर स्ट्रीट पुलिस थाने पहुंची और आरोप लगाया कि उसके साथ छेड़छाड़ हुई है। जानकारी के मुताबिक महिला राजभवन में अस्थायी कर्मचारी के तौर पर काम करती है। हालांकि पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की है लेकिन शिकायत की कॉपी लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुरुवार दोपहर को राजभवन में शांति कक्ष से जुड़ी एक अस्थायी कर्मचारी होने का दावा करने वाली एक महिला गवर्नर हाउस के अंदर स्थित पुलिस चौकी के प्रभारी के पास पहुंची और आनंद बोस पर उसके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। अधिकारी ने तुरंत स्थानीय हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, जिसके अंतर्गत राजभवन आता है, जिसके बाद पुलिस गवर्नर हाउस पहुंची।बाद में महिला को राजभवन से हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उसने राज्यपाल पर स्थायी नौकरी दिलाने के बहाने 'छेड़छाड़' करने का आरोप लगाते हुए एक लिखित शिकायत दर्ज कराई।महिला का आरोप है कि राज्यपाल ने उन्हें बायोडाटा के साथ राजभवन स्थित अपने चेंबर में आने को कहा था, जहां उनके साथ छेड़खानी की गई।
आरोपों की जांच के लिए टीम का गठन
कोलकाता पुलिस के सेंट्रल डिवीजन की डिप्टी कमिश्नर (डीसी) इंदिरा मुखर्जी ने कहा, 'राज्यपाल के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। इस मामले में एक जांच टीम का गठन किया गया है। हम अगले कुछ दिनों में कुछ संभावित गवाहों से बात करेंगे। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के लिए अनुरोध किया गया है।'
संदेशखालि पर बात करने से पहले भाजपा को इस पर जवाब देना चाहिए-ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को राजभवन में महिला कर्मी से कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने को लेकर राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस को आड़े हाथों लिया। पूर्वी बर्धवान जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि राजभवन में महिला के साथ छेड़छाड़ की खबर सुन उनका दिल रो रहा है। उन्होंने इसे शर्मनाक करार दिया। कल, महिला की व्यथा सुन मेरा दिल से पड़ा। मैंने उसके आरोप का वीडियो देखा। संदेशखालि पर बात करने से पहले भाजपा को यह जवाब देना चाहिए कि राज्यपाल ने राजभवन में काम करने वाली महिला के साथ ऐसा क्यों किया।" ममता ने आश्चर्य जताया कि "कल रात राजभवन में आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मुद्दे पर एक शब्द भी क्यों नहीं बोला।" उन्होंने कहा, "महिला रोती हुई बाहर आई और कहा कि वह अब राजभवन में काम करने को लेकर बहुत ही भयभीत है।
कुछ राजनीतिक ताकतों द्वारा लगाए गए आरोपों का स्वागत- राज्यपाल
हालांकि, राज्यपाल बोस ने आरोपों का खंडन किया है। राजभवन ने शुक्रवार को राज्यपाल का एक रिकॉर्ड बयान जारी किया था। इसमें तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राज्यपाल ने कहा था, 'कोई भी टीएमसी के भ्रष्टाचार और हिंसा पर लगाम लगाने के मेरे प्रयासों को रोक नहीं सकता है। मेरे प्रयास दृढ़ हैं। बयान में उन्होंने आगे कहा कि मैं कुछ राजनीतिक ताकतों द्वारा लगाए गए आरोपों का स्वागत करता हूं। मैं जानता हूं कि अभी और भी बहुत कुछ होने वाला है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि कोई मुझे इन बेतुके आरोपों से नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लग रहा है कि मुझे एक दिन 1943 की बंगाल फेमिन के साथ-साथ 1946 में कलकत्ता में हुई हत्याओं के लिए भी दोषी ठहराया जाएगा।'
May 04 2024, 15:29