त्योहारों के अवसर पर भी चली राजनीतिक बयानबाजी, एक दूसरे पर हुए हमलावर,आपत्तिजनक बयान पर 26 लोगों पर हुआ एफआईआर
राँची: प्रकृति पर्व सरहुल आदिवासियों का एक बहुत ही बड़ा त्योहार माना जाता है। आदिवासियों को प्रकृति का पुजारी भी कहा जाता है। 11 अप्रैल को प्रकृति पर्व सरहुल रांची सहित पूरे राज्य में धूमधान से मनाया गया।
इस त्यौहार में लोगों के द्वारा तरह-तरह की झांकियां निकाली। इसी झांकी में एक ऐसा आपत्तिजनक झांकी निकला गया जिसमें करीब 26 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। और इस झांकी को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई अटकलें भी लगाई जा रही है।
जैसे-जैसे चुनाव की तिथियां नजदीक आते जा रही है तरह-तरह के पोस्टर बैनर देखे जा रहे हैं। इसी संदर्भ में आज रांची के सड़कों पर सरहुल महोत्सव में के एक ऐसा झांकी देखा गया जो आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है। ऐसे ही एक झांकी पर सबका खास ध्यान गया, जिसमें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में बंद दिखाए पड़ रहे थे।
दरअसल सरहुल पर्व में सड़कों पर कई तरह की झांकियां देखने को मिल रही थी। जिसमे से एक झांकी जेल का है इसमें हेमंत सोरेन को जेल के अंदर बंद दिखाया गया है और जेल के दीवारों पर ईडी सीबीआई और आईटी लिखा हुआ दिखाया गया है। झांकी में स्लोगन लिखा था, जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा। बस क्या था,, चुनाव के इस सरगर्मी में इस झांकी को जिला प्रशासन ने आचार संहिता का उल्लंघन माना। इस मामले में जिला प्रशासन की ओर से केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की समेत 26 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
केंद्रीय सरना समिति भारत के द्वारा यह झांकी निकाली गई थी। झांकी के विषय में इस समिति के महासचिव राजू मुंडा ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान किए थे। उसी प्रकार हेमंत सोरेन झारखंड के विकास की लड़ाई लड़ रहे थे। लेकिन केंद्रीय एजेंसियों के द्वारा शोषित किया गया। अगर हेमंत सोरेन बेगुनाह है तो छवि अच्छा होना चाहिए और गुनहगार हैं तो हमलोग स्वीकार करते है। यह मुद्दा धीरे-धीरे तूल पकड़ता गया और राजनीतिक पार्टिया एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगी। पहले सुनिए की राजू मुंडा ने क्या कहा
इस झांकी को लेकर जहां जिला प्रशासन ने माना की धार्मिक जुलूस में इस प्रकार का स्लोगन लिखना एवं झांकी में राजनीतिक चित्र प्रस्तुत करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। जिस पर जिला प्रशासन के आदेश एवं जुलूस में तैनात दंडाधिकारी के बयान पर कोतवाली थाना में केंद्रीय सरना समिति भारत के नेतृत्वकर्ता फूलचंद तिर्की सहित 26 लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है। इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे है। जेएमएम केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह झांकी यहां के आदिवासियों के द्वारा एक आक्रोश है। वह राजनीतिक दल के द्वारा दिया गया कोई वक्तव्य नहीं है। रही कार्रवाई की बात तो प्रशासन हमारे हाथ में नहीं है वह तो आचार संहिता के कारण चुनाव आयोग के निर्देश पर चल रहा है। वहीं दूसरी ओर भाजपा के सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि यह पूरी तरह से आचार संहिता का उल्लंघन है। जिसने ऐसा किया है उसे गिरफ्तार करने की मांग की और साथ ही उन्होंने कहा कि जिसने भी ऐसा कार्य करवाया है उसके चेहरे को जनता के सामने लाने की जरूरत।
यू तो आचार संहिता की वजह से इस बार ईद और सरहुल का रूप ही कुछ अलग था। त्योहार के मौके पर कई दिन पहले से बैनर-पोस्टर शहर में लगने शुरू हो जाते थे मगर इस बार वैसा कुछ नहीं दिखा। त्योहार के मौके पर बैनर पोस्टर के जरिए जरूर राजनीति होती थी मगर आचार संहिता की वजह से इस बार मामला ही कुछ अलग था।
Apr 14 2024, 11:17