अमेरिका भारत के विपक्ष के लिए तो आवाज उठाता है लेकिन पाकिस्तान के लिए, जानें पत्रकार के इस सवाल पर क्या बोला यूएस
#us_spoke_person_squirming_on_pakistani_journalist_question
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में बंद है। अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अमेरिका, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र के अफसरों ने बयान जारी किया था। हांलाकि, भारत की ओर से इन पर आपत्ति जाहिर की गई थी। भारत ने अपने आंतरिक मामलों में दखल ना देने की सलाह दी थी। अब बुधवार को अमेरिका के विदेश विभाग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसके प्रवक्ता मैथ्यू मिलर इस मामले में फंसते नजर आए। इसे लेकर अमेरिका पर पक्षपात का आरोप लग रहा है। दरअसल एक पत्रकार ने अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से पूछा कि अमेरिका, भारत में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर मुखर है, लेकिन पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तार पर उसने चुप्पी क्यों साधी हुई है?
अमेरिका ने इसपर सफाई देते हुए कानून के शासन को बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया कि सभी के साथ निष्पक्षता और मानवाधिकारों के सम्मान के साथ व्यवहार किया जाए।दरअसल, प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पाकिस्तानी मूल के पत्रकार ने पूछा, अमेरिका भारत के विपक्ष के लिए तो आवाज उठाता है लेकिन ऐसा पाकिस्तानी विपक्ष को लेकर देखने नहीं मिलता है। जबकी पाकिस्तान में कई पॉलिटिकल लीडर जेलों के अंदर है जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। जिसके जवाब में स्पोकपर्सन ने ज्यादा कुछ नहीं बोलने का नहीं रहा। उन्होंने जवाब दिया कि अमेरिका का स्टेंड सभी देशों के लिए समान है। कई मौकों पर हमने पाकिस्तान के लिए भी ऐसी ही आवाजें उठाई है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद मिलर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अमेरिका केजरीवाल की गिरफ्तारी की निगरानी कर रहा है और भारत से निष्पक्ष और समय पर कानूनी प्रक्रिया सुनिश्चित करने का आह्वान किया। हालांकि पाकिस्तान के मामले में मिलर का बयान अलग देखा जाता रहा है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अगस्त 2023 में गिरफ्तार किया गया था। मिलर ने तब इसे पाकिस्तान का आंतरिक मामला बताया था। मिलर से पूछा गया था कि क्या उन्हें लगता है कि इमरान की सुनवाई निष्पक्ष होगी? इसपर उन्होंने कहा था, 'हमारा मानना है कि यह पाकिस्तान का आंतरिक मामला है।' इसके अलावा उन्होंने इमरान को सजा सुनाए जाने की भी कोई आलोचना नहीं की थी।
बता दें कि दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर अमेरिका, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र ने बयान जारी किया। इस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने एक बयान में कहा कि हम एक संप्रभु राष्ट्र हैं और हम नहीं चाहते कि हम एक दूसरे के आंतरिक मामलों में दखल दें।






दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल गिरफ्तारी के बाद से ही अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल के जरिए अपना मैसेज लोगों तक पहुंचा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने गुरुवार 4 अप्रैल को एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस की और तिहाड़ जेल में बंद मुख्यमंत्री का संदेश पढ़ा। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने सभी विधायकों को एक संदेश भेजा है। बता दें कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की तिहाड़ जेल से रिहाई के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना ये संदेशा भेजा है। सुनीता केजरीवाल ने आज गुरुवार को प्रेस वार्ता कर सीएम केजरीवाल का तिहाड़ जेल से आम आदमी पार्टी (आप) विधायकों को भेजा गया संदेश पढ़ा।सुनीता ने बताया कि सीएम केजरीवाल ने कहा, मैं जेल में हूं इस वजह से मेरे किसी दिल्लीवासी को किसी तरह की तकलीफ नहीं होनी चाहिए। सभी विधायक हर दिन अपनी विधानसभा में जाएं और इलाकों का दौरा करें। लोगों की समस्याओं का हल करें। मैं केवल सरकारी विभागों से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने की बात नहीं कर रहा, हमें लोगों की बाकी समस्याएं भी दूर करनी हैं। दिल्ली की दो करोड़ जनता मेरा परिवार है। उन्होंने कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।' बता दें कि दिल्ली सीएम की पत्नी सुनीता केजरीवाल इससे पहले भी उनका संदेश साझा कर चुकी हैं। शराब नीति घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग में एक अप्रैल को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिमांड खत्म होने पर ईडी ने उन्हें राउव एवेन्यू कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की।इस पर अदालत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजे दिया। इसके बाद सोमवार शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया।

तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पद से हटाने के लिए दाखिल दूसरी जनहित याचिका को भी दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। इससे पहले भी हाईकोर्ट केजरीवाल को सीएम पद से हटाने वाली एक जनहित याचिका खारिज कर चुका है। इस दौरान कोर्ट ने कहा था कि ये कार्यपालिका से जु़ड़ा मामला है। शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग करने वाली एक और याचिका दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा है कि इस बारे में कदम उठाना एलजी और राष्ट्रपति के अधिकार क्षेत्र में है। ऐसे में इस तरह का आदेश हम नहीं दे सकते। हालांकि, कोर्ट ने एक अहम टिप्पणी करते हुए कहा, कई बार राष्ट्रीय हित, निजी हित से बड़े होते हैं, लेकिन यह निर्णय उनका (केजरीवाल) है। हिंदू सेना नामक संगठन के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से दायर याचिका में दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल की गिरफ्तारी का हवाला देते हुए उन्हें सीएम पद से हटाने की मांग की गई थी। हालांकि, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा की खंडपीठ ने कहा कि यह केजरीवाल का निजी फैसला होगा कि उन्हें मुख्यमंत्री बने रहना है या नहीं। फिर भी, पीठ ने एक सूक्ष्म संकेत जरूर दिया। इसमें टिप्पणी की गई कि "कभी-कभी, व्यक्तिगत हित को राष्ट्रीय हित के अधीन करना पड़ता है लेकिन यह उनका (केजरीवाल का) निजी फैसला है। याचिका खारिज करते हुए कोर्ट ने कहा कि हम कैसे कह सकते हैं कि सरकार काम नहीं कर रही है। एलजी फैसला लेने में सक्षम हैं। उन्हें हमारी सलाह की जरूरत नहीं है। वो कानून के मुताबिक काम करेंगे। इस मामले में एलजी या राष्ट्रपति ही सक्षम हैं। जब कोर्ट ने इस मामले में कोई आदेश देने से इनकार कर दिया तो याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि वो इसे वापस लेना चाहते हैं और एलजी के पास अपनी दरख्वास्त देंगे। बता दें कि अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में रहने वाले हैं। हालांकि दिल्ली सीएम केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट ने बुधवार को उनकी याचिका पर 3 घंटे तक चली सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया। आज कोर्ट इस बात का फैसला कर सकता है कि केजरीवाल को जमानत दी जाए या फिर उन्हें अभी न्यायिक हिरासत में ही रहना होगा।
Apr 04 2024, 18:13
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
0- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
10.7k