भारत से तकरार, चीन से बढ़ रहा प्यारः मालदीव की ड्रैगन के साथ सीक्रेट मिलिट्री डील
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मालदीव और भारत के बीच रिश्तों में तनाव और बढ़ता दिख रहा है। भारत के साथ तनाव के बाद मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू सरकार की चीन से नजदीकियां बढ़ने लगी हैं। एक ओर मालदीव को भारतीय सैनिकों की उपस्थिति से दिक्कत हो रही है। वहीं, दूसरी ओर चीनी सैनिकों से अपनापन बढ़ रहा है।भारत के 85 सैनिकों को जाने का आदेश देने के बाद अब मालदीव की सरकार ने चीन के साथ दो सीक्रेट मिलिट्री डील की है। इन समझौतों को चीन और मालदीव के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंधों में एक नए चैप्टर की शुरुआत माना जा रहा है।
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू द्वारा अपने द्वीप राष्ट्र से भारतीय सैन्य कर्मियों के पहले समूह की वापसी के लिए समय सीमा तय करने के कुछ हफ्तों बाद, चीन ने सोमवार को मालदीव के साथ "मजबूत" द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने की और एक कदम उठाया। चीन ने मालदीव के साथ मुफ्त सैन्य सहायता प्रदान करने के लिए एक रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों पर मालदीव के रक्षा मंत्री घसान मौमून और चीनी सेना के मेजर जनरल झांग बाओकून ने हस्ताक्षर किया है।
मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, मौमून और मेजर जनरल बाओकुन ने 'मालदीव गणराज्य को मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सैन्य सहायता प्रावधान वाले समझौते पर हस्ताक्षर किए।' मालदीव की मीडिया के मुताबिक इन समझौतों को गुप्त रखा गया है और किसी को भी इनकी जानकारी नहीं दी जा रही है।
माना जा रहा है कि चीन मालदीव में शक्तिशाली रेडॉर लगा सकता है जिससे भारत के हर युद्धपोत की मालदीव निगरानी कर सकेगा। मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि इस समझौते में प्रावधान है कि चीन मुफ्त में मालदीव को सैन्य मुहैया करा सकता है। मालदीव ने चीन के साथ इन डील की कोई भी डिटेल खुद अपनी जनता के लिए भी सार्वजनिक नहीं किया है। इससे ड्रैगन की मंशा को लेकर मालदीव की मीडिया में भी सवाल उठ रहे हैं।
इससे पहले चीन ने मालदीव को 12 इको-फ्रेंडली एंबुलेंस भी गिफ्ट किया है। रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय में आयोजित एक समारोह में मालदीव में चीनी राजदूत वांग लिक्सिन ने मालदीव को एम्बुलेंस का उपहार देने वाला पत्र प्रस्तुत किया।
दोनों देशों का समझौता ऐसे समय में हुआ है, जब एक उच्च तकनीक वाले चीनी अनुसंधान जहाज जियांग यांग होंग 03 को माले में रोका गया था। कर्मियों के रोटेशन के लिए बंदरगाह पर कॉल की अनुमति देने के कुछ दिनों बाद अब मुफ्त सैन्य सहायता का समझौता हुआ है।
Mar 05 2024, 15:30