पितृपक्ष मेले पर नगर निगम की व्यापक व हाईटेक तैयारी, तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं होगी उपलब्ध : मेयर
पितृपक्ष मेला की तैयारियों को लेकर मेयर, स्टैंडिंग मेम्बर मोहन श्रीवास्तव व नगर आयुक्त ने गयापाल पुरोहित के साथ मेला क्षेत्र का किया निरीक्षण
मेयर ने पदाधिकारियों को अभी से ही व्यवस्था को दुरुस्त करने के दिए निर्देश, श्रद्धालुओं की सुविधा पर हो विशेष ध्यान
राजकीय पितृपक्ष मेला को अंतर्राष्ट्रीय मेला घोषित करें, नगर निगम केंद्र व बिहार सरकार को लिखेगी चिठ्ठी : मोहन श्रीवास्तव
गयाजी। गयाजी में आगामी 6 सितंबर से 21 सितंबर 2025 तक आयोजित होने वाले पितृपक्ष मेले के सफल संचालन के लिए नगर निगम व्यापाक व हाईटेक तैयारी में जुटा है। इसी क्रम में सोमवार को मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, पूर्व डिप्टी मेयर सह स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने संबंधित पदाधिकारियों व गयापाल पुरोहित के साथ मेला क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे। सर्वप्रथम उन्होंने विष्णुपद मंदिर परिसर और देवघाट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में रास्ते मैं जहां भी मरामाती की आवश्यकता व कार्य अभी से ही दुरुस्त किया जाए, इसके अलावा, घाटों की साफ सफाई, सुलभ शौचालय, प्रकाश व्यवस्था सहित अन्य कार्य 15 दिनों के अंदर पूर्ण कर लें। इसके बाद मेयर व पूर्व डिप्टी और नगर आयुक्त सूर्यकुंड तालाब, अंदर गया, चाँदचौरा सहित अन्य स्थलों का जायजा लिया।
मेयर विरेन्द्र कुमार ने कहा कि इस बार पितृपक्ष मेले पर नगर निगम की व्यापक व हाईटेक तैयारियां की जा रही है। सभी कामों का आज निरीक्षण किया गया। मेला क्षेत्र में जो भी कमी दिखीं, उसे शीघ्र पूरा करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। नगर निगम इसबार तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं देने कटिबद्ध व कृतसंकल्पित हैं। मेला क्षेत्र में बेहतर साफ सफाई के साथ, तीर्थयात्रियों की सुविधा को देखते मशीनरी पनशाल की व्यवस्था की है। इसके अलावा प्रकाश व्यवस्था, हाईमास्क लाइट, जलापूर्ति सहित अन्य हाईटेक सुविधाएं उपलब्ध होंगे। अतिथि देवो भव: के तर्ज पर तीर्थयात्रियों की स्वागत किया जाएगा।
सशक्त स्थायी समिति के सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने गयाजी के विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला को अंतरराष्ट्रीय मेला घोषित करने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में कहा कि नगर निगम सभी के सहयोग से गया को गयाजी बनाने में अहम भूमिका निभाया है, उसी प्रकार राजकीय मेला को अंतरराष्ट्रीय मेला घोषित हो इसबार निगम के स्टैंडिंग व बोर्ड से निर्णय लेकर केंद्र व बिहार सरकार को चिठ्ठी के माध्यम पहल कराएंगे। उन्होंने कहा है कि धार्मिक नगरी गयाजी में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु अपने पितरों की मोक्ष प्राप्ति की कामना के लिए पिंडदान करने आते हैं। लिहाजा गयाजी की प्रसिद्ध राजकीय पितृपक्ष मेले को अंतरराष्ट्रीय मेला घोषित किया जाए। इसबार नगर निगम तीर्थयात्रियों की सुविधा विशेष के साथ साथ हाईटेक तरीके कर रही है।
वहीं नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने कहा कि पिछले वर्षों के अनुभवों और बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए, इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा और अधिक तीर्थयात्रियों के आने की पूरी संभावना है, जिसके लिए नगर निगम ने अपनी तैयारियों को युद्धस्तर पर कर रहा है। पूरे मेला क्षेत्र में बेहतर साफ सफाई, प्रकाश व्यवस्था, जलापूर्ति सहित अन्य सुविधाएं मुकम्मल होगी। इसके साथ ही नई पहल करते हुए कुंभ की तरह फल्गु नदी की साफ-सफाई वोट की जरिए किए जाएंगे। ताकि तीर्थयात्रियों के पिंड से फल्गु नदी दूषित न हो पाएं। इसके अलावे जगह जगह सेल्फी प्वाइंट बेहतर बनाए जाएंगे और कुंड की खूबसूरती बढ़ाने के लिए थीममेटिक पेंटिंग की जाएगी। सीता कुंड से गेट तक और विष्णुपद मंदिर से चाँदचौरा तक डेकोरेटिव लाइट्स लगाए जाएंगे। आज निरीक्षण के क्रम जो भी छोटी-मोटी कमियां दिखी उसे ससमय दुरुस्त करने का निर्देश दिए गए हैं।
मौके पर विष्णुपद मंदिर कमेटी के अध्यक्ष शंभूलाल विट्ठल, मंदिर कमेटी के सचिव कजाधर लाल पाठक, महेश लाल गुपुत, मणिलाल बारिक, प्रेम नाथ टईया, समाजसेवी अनिल स्वामी, समाजसेवी रजनीश कुमार झुन्ना, बबन बारिक अन्य मौजूद थे।
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