रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बीच कोलकाता में ममता बनर्जी की सद्भावना रैली, बोलीं किसी कार्यक्रम से कोई लेना-देना नहीं
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अयोध्या में भव्य मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की देशभर में धूम रही।वहीं, कोलकाता में अलग-अलग रंग देखने को मिला। जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में सद्भावना रैली निकाली गई।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महानगर में सर्वधर्म सद्भाव रैली का नेतृत्व किया। विभिन्न धर्मगुरुओं और पार्टी नेताओं के साथ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता ने हाजरा मोड़ से संगति मार्च निकाला। सफेद और नीली बॉर्डर वाली सूती साड़ी पहने और गले में शॉल लपेटे ममता बनर्जी को सडक़ के दोनों ओर खड़े लोगों का हाथ जोडक़र अभिवादन करते देखा गया।
मुख्यमंत्री ने शहर के कालीघाट मंदिर में पूजा अर्चना के बाद रैली शुरू की।अपनी ट्रेडमार्क सफेद, नीली बॉर्डर वाली सूती साड़ी और गले में शॉल लपेटे ममता सड़क के दोनों ओर हाथ जोड़कर लोगों और दर्शकों का अभिवादन करती चलीं। ममता इस रास्ते पर पड़ने वाले मस्जिदों, चर्चों और गुरुद्वारों सहित विभिन्न धार्मिक स्थानों पर पहुंचीं। उन्होंने मस्जिदों, गिरिजाघरों, गुरुद्वारे सहित विभिन्न धर्मों का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न पूजा स्थलों को अपनी रैली में शामिल किया।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन कर बीजेपी वोट जुटाने की चाल चल रही है। उन्होंने कहा था कि मैं ऐसे उत्सवों का समर्थन नहीं करती हूं, जो दूसरे समुदाय को शामिल ना करें।
बता दें कि ममता अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं। तृणमूल कांग्रेस की ओर से कार्यक्रम में किसी ने शिरकत नहीं की। तृणमूल कांग्रेस के नेता रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को पॉलिटिकल इवेंट कहा है। उनका मानना है कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव अभियान के लिए राममंदिर को एक स्प्रिंगबोर्ड की तरह इस्तेमाल करना चाहती है। इसीलिए पार्टी ने इस इवेंट से दूरी बनाई है।
Jan 22 2024, 19:46