सांसद जयंत सिन्हा ने सऊदी अरब में फंसे हज़ारीबाग व झारखण्ड के 45 मज़दूरों को भारत वापस लाने हेतु विदेश मंत्री से किया आग्रह
हज़ारीबाग: सऊदी अरब में हज़ारीबाग के 25 मज़दूरों समेत गिरिडीह ज़िले के 16 और बोकारो ज़िले के 4 मज़दूर फंसे हुए हैं। यह सभी वहां रोज़गार की तलाश में गए थे।
हज़ारीबाग के मज़दूरों के परिवारों ने जयंत सिन्हा से उन्हें भारत वापस लाने हेतु मदद मांगी। इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए उन्होंने विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर जी से आग्रह किया है और विदेश मंत्रालय से लगातार चर्चा कर रहे हैं।
सांसद जयंत सिन्हा ने विदेश मंत्री से कहा कि हमें यह जानकारी दी गयी है कि इन सभी मज़दूरों को एजेंट द्वारा सऊदी अरब के अल-हरिक शहर में कंपनी में काम करने के लिए मई, 2023 में भेजा गया था। ये सभी मज़दूर वहां फंस चुके हैं, इनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है और पिछले 5 महीने से उन्हें वेतन भी नहीं दिया जा रहा है।
इनको दिन में मात्र एक समय ही भोजन दिया जाता है। यह सभी भारत वापस आना चाहते हैं लेकिन पासपोर्ट के अभाव में यह मुमकिन नहीं हो पा रहा है।
जयंत सिन्हा ने विदेश मंत्री से से विनम्र निवेदन किया कि वे इस मामले की गंभीरता को देखते हए शीघ्र ही ठोस कदम उठाने की कृपा करें और सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास को इन मज़दूरों को जल्द से जल्द भारत भिजवाने का निर्देश दें।
इस पर शीघ्रता से कार्रवाई करते हुए सांसद जयंत सिन्हा को विदेश मंत्रालय ने बताया कि उन्होंने मज़दूरों की सहायता के लिए सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास को निर्देश दिया है। दूतावास के अधिकारीयों ने कंपनी, हितधारकों और मज़दूरों से संपर्क कर लिया है। इस गंभीर मामले के शीघ्र समाधान के लिए वे साइट का दौरा कर रहे हैं। दूतावास ने मामले पर बारीकी से नजर बनाई हुई है और श्रमिकों को हर संभव सहायता मिले यह सुनिश्चित किया जा रहा है।
सांसद जयंत सिन्हा इस पूरी प्रक्रिया व हर गतिविधि पर नज़दीकी से नज़र बनाये हुए हैं और वे और उनका कार्यालय मज़दूरों और उनके परिवारों के संपर्क में हैं। वे सभी श्रमिक भाइयों को जल्द से जल्द भारत वापस लाने के लिए प्रयासरत हैं। इससे पूर्व में भी वे विदेश में फंसे हज़ारीबाग के नागरिकों को भारत वापस लाये हैं। उन्होंने यूक्रेन, मलेशिया, सऊदी अरब, पश्चिम अफ्रीका, आबूधाबी व कोरोना महामारी के समय अन्य कई देशों में फंसे क्षेत्रवासियों की सहायता की है।
सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि मैं अपने क्षेत्र के नागरिकों की सेवा व सहायता में 24 घंटे उपलब्ध हूँ और हर परिस्थिति में उनके साथ खड़ा हूँ। विदेश में आज हर भारतीय इस विश्वास से रह रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार उनकी सहायता के लिये सदैव उपलब्ध है। हमारे सभी श्रमिक सकुशल भारत वापस लौटें, मेरी यही कामना है। उन्होंने इस अवसर पर हर सहयोग उपलब्ध करवाने के लिए प्रधानमंत्री जी और विदेश मंत्री जी का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
Jan 02 2024, 16:52