चीन बार्डर पर मुठभेड़ में शहीद हुए सैनिक राजेश यादव के अंतिम दर्शनों के लिए उमड़ा जनसैलाब
आतंकियों की गोलीबारी में घायल सागर(मप्र) के सैनिक राजेश यादव की दिल्ली में 26 दिसंबर को इलाज के दौरान निधन हो गया. जिले की बंडा तहसील के क्वायला गांव के रहने वाले राजेश यादव के शहीद होने की खबर के साथ गांव में मातम छा गया. शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से भोपाल और सागर होते हुए उनके गृहग्राम क्वायला पहुंचा. जहां उनके अंतिम दर्शनों के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. शहीद सैनिक राजेश यादव को उनके 4 साल के बेटे अंश ने मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया.
इस अवसर पर मंत्री प्रहलाद पटेल, बंडा विधायक वीरेन्द्र सिंह लोधी, कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी सहित जनप्रतिनिधि और भारी संख्या में लोग मौजूद रहे.
चीन बार्डर पर मुठभेड़ में लगी गोली: भारतीय सेना से मिली जानकारी के अनुसार सागर जिले की बंडा तहसील के क्वायला गांव के 29 साल के जवान राजेश यादव 508 Asc बटालियन में पदस्थ थे. 22 दिसंबर 2023 मंगलवार को राजेश यादव और सेना के जवानों की लेह लद्दाख में चीन बॉर्डर पर आंतकियों से मुठभेड़ हो गयी थी. मुठभेड़ के दौरान सीने पर गोली लगने से वे घायल हो गए थे. उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था. इलाज के दौरान राजेश यादव 26 दिसंबर को वीरगति को प्राप्त हो गए. परिवार के लोग शहीद राजेश यादव का पार्थिव शरीर लेने दिल्ली पहुंचे थे. 29 दिसंबर को शहीद राजेश यादव की शहादत में शहीद परेड की जायेगी.
शहादत को सलामी देने उमड़ा जनसैलाब:
आतंकी हमले में गोलीबारी में शहीद हुए राजेश यादव का पार्थिव शरीर जैसे ही बंडा से उनके गांव क्वायला की तरफ रवाना हुआ, तो अंतिम दर्शन के लिए रास्ते में जन सैलाब उमर पड़ा. मातृभूमि की रक्षा के लिए शहीद हुए राजेश यादव के अंतिम दर्शन के लिए 7 किमी उनके गांव तक दोनों तरफ लोगों का हुजूम था. लोगों ने रास्तों में फूल बिछाए थे और जब तक सूरज चांद रहेगा राजेश तेरा नाम रहेगा जैसे नारों के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे थे.
शहीद राजेश यादव के अंतिम दर्शनों के लिए लोग लंबी-लंबी कतारों में खड़े हुए थे. क्वायला गांव के राजेश यादव का 2014 में भारतीय सेवा में चयन हुआ था. फिलहाल राजेश लेह में 50 एएससी में पदस्थ थे. हाल ही में 23 दिसंबर को आंतकियों से मुठभेड़ के दौरान राजेश यादव गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान शहीद हो गये.अंतिम संस्कार के दौरान सेना के जवानों की टुकड़ी ने शहीद राजेश यादव का पार्थिव शरीर भोपाल से बंडा क्वायला तक लाये और अंतिम संस्कार कराया. अंतिम संस्कार के दौरान 8 सेना के जवानों ने अंतिम श्रद्धांजलि दी.
चार साल के अंश ने दी शहीद पिता को मुखाग्नि:
आज शहीद राजेश यादव का शव उनके गृहग्राम क्वायला पहुंचा. जहां सेना की औपचारिक सलामी के बाद शहीद राजेश यादव को उनके 4 साल के बेटे अंश ने मुखाग्नि दी. शहीद राजेश यादव के पिता काशीराम यादव किसान हैं. उनकी मां रामकली गृहणी है. उनकी पत्नी मुन्नीबाई और सात साल की बेटी दिव्यांशी पहली कक्षा में और चार साल का बेटा अंश नर्सरी पढ़ता है. शहीद राजेश यादव घर के बड़े बेटे थे और छोटा भाई सुरेश घर पर खेती किसानी में पिता की मदद करते हैं. उनकी दो बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है.
Dec 30 2023, 16:42