*स्थानीय सीताकुण्ड धाम पर भव्य नव दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा महोत्सव*
सुलतानपुर,स्थानीय सीताकुण्ड धाम पर भव्य नव दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा महोत्सव ज्ञानयज्ञ में सातवें दिवस में कथा व्यास बाल योगी पूज्य सन्त गोरखानन्द दास जी महाराज ने बड़े ही मार्मिक सरल शब्दों में कथा का रसापान कराते हुये कहा की भाइयों में प्रेम हो तो वह श्रीराम व भरत जैसा होना चाहिए।
आज भी उनके प्रेम का उदाहरण दिया जाता है,उन्होंने कहा कि जो धर्म को चाहते हैं वह भरत चरित्र को जीवन में आत्मसात करें,भरत ने अयोध्या जैसे राज्य को त्याग दिया और आज लोग जमीन के थोड़े से टुकड़े के लिये भाई के हत्यारे बन बैठते हैं लेकिन जिसने राम नाम का स्नान कर लिया वह इस संसार से सरलता से पार हो जाता है। उसका कल्याण और मोक्ष भी हो जाता है।
राम नाम की माला जपे तो जीवन में सुख ही सुख रहेगा,राम शब्द जीवन में आनंद की मिठास घोलता है,प्रभु दर्शन मात्र से जीवन में कल्याण हो जाता है इसलिए प्रभु दर्शन निरंतर सदैव करना चाहिए। कौशल्या के जीवन में राम का जन्म अनेक खुशियां लेकर आया था। जब मन में राग, द्वेष, क्रोध, मोह, माया छूट जाती है तब भगवान राम आते हैं, जब मानव के मस्तिष्क में क्रोध नहीं होता तब राम की भक्ति का अवसर मिलता है,जिस भजन में राम नाम के आनंद की अनुभूति हो वही भजन करना चाहिए। कथा में मुख्य रूप से सुलतानपुर ज़िला के सी एम ओ डा.गोयल सर,राजेश पाठक,दूधनाथ पाण्डेय,डॉ.कुंवर दिनकर प्रताप सिंह,महावीर दास ज़िला मठ मन्दिर प्रमुख अयोध्या,प.विवेक शास्त्री जी,आलोक तिवारी,अनुराग पाण्डेय,हंसराज सिंह प्राध्यापक सहित सैकड़ों महिला पुरुष उपस्थित रहे। यह कथा 15 दिसम्बर 2023 से प्रति दिन 02 बजे से सायं 05 तक 23 दिसम्बर 2023 तक श्रीराम कथा का रसपान करा रहे हैं।पुजारी विनोद कुमार ने कहा कि आप सभी भक्त जन समय से कथा में पहुँचकर पुण्य के भागी बने।
Dec 23 2023, 06:42