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छत्तीसगढ़ में फिर आ रही कांग्रेस! अधिकांश एग्जिट पोल में दिख रही बढ़त

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छतीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होंगे। लेकिन उससे पहले, एग्जिट पोल के नतीजे सामने आए हैं।अधिकांश सर्वे में कांग्रेस को बढ़त का अनुमान है, पार्टी की भाजपा से कांटे की टक्कर है।बता दें कि छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटें में हैं। छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 46 सीटों की जरूरत है। 

Polstrat के अनुसार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की वापसी हो रही है। कांग्रेस को 40 से 50 सीटें, बीजेपी को 35 से 45 और अन्य को 0 से तीन सीटें मिलने के अनुमान हैं। एक्जिट पोल का दावा है कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है।

एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में फिर एक बार कांग्रेस की सरकार बनती नजर आ रही है। पोल में छत्तीसगढ़ कांग्रेस को 45 से 50 सीटें मिलती हुई बताई गई है।वहीं, भाजपा को 38 से 46 सीटें दी गई हैं।

C-VOTER के एग्जिट पोल के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 41 से 53 सीट मिल सकती है। तो वहीं बीजेपी को 36 से 48 सीट तो वहीं अन्य के खाते में 04 सीट जा सकती है। सी वोटर के अनुसार, कांग्रेस को यहां पर 43 फीसदी मत शेयर, भाजपा को 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। 16 फीसदी वोट अन्य के खाते में जाते दिख रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में दो चरणों में वोट डाले गए। पहले चरण की वोटिंग 7 नवंबर को 20 सीटों पर हुई थी। इस दौरान, 78 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। वहीं दूसरे चरण की वोटिंग 17 नवंबर को हुई थी। नक्सल प्रभावित इस राज्य में 69.78 फीसदी वोट पड़े थे। फिलहाल अब कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल और बीजेपी की किस्मत का फैसला 3 दिसंबर को होगा।

मध्य प्रदेश में फिर खिलेगा कमल या आएगी कांग्रेस की सरकार? जानिए क्या कहती हैं एग्जिट पोल के नतीजे

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मध्य प्रदेश के एग्जिट पोल के नतीजे आ गए हैं। तमाम एजेंसियों ने परिणामों का ऐलान कर दिया है।इस बार मध्यप्रदेश चुनवा में प्रमुख दल बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर देखी जा रही है।कई सर्वे कह रहे हैं कि शिवराज की अगुवाई वाली सरकार पर जनता ने एक बार फिर से मुहर लगा दी है। कई एग्जिट पोल्स में बीजेपी की सरकार बनती नजर आ रही है।हालांकि कांग्रेस को बीजेपी से ज्यादा पीछे नहीं दिखाया गया है।ऐसे में यहां पर कड़े मुकाबले के आसार लग रहे हैं। मध्य प्रदेश की बात की जाए तो यहां की 230 सीटें है और बहुमत का जादुई आंकड़ा 116 है।

मध्य प्रदेश में टुडेज चाणक्य के ओपिनियन पोल में बीजेपी को बंपर बहुमत मिल रही है। सर्वे के अनुसार एमपी में बीजेपी को 151 औऱ कांग्रेस को 74 सीटें मिल रही हैं। इसके साथ ही अन्य के खाते में 5 सीटें जा रही हैं।

रिपब्लिक भारत के एग्जिट पोल में बीजेपी को 43.4 और कांग्रेस को 41.7 फीसदी वोट शेयर है। वहीं, अगर सीटों की बात करें तो बीजेपी को 118-130 और कांग्रेस को 97-107 और अन्य को दो सीटें मिल रही हैं।

वहीं, जन की बात के एग्जिट पोल में कांग्रेस का पलड़ा भारी दिख रहा है। जन की बात में बीजेपी 100 से 123 और कांग्रेस को 102 से 125 सीटें मिलती दिख रही है। वहीं, अन्य को छह सीटें मिल रही हैं। इसके अलावा, टीवी-9 भारतवर्ष और पोलस्टार्ट के अनुसार एमपी में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। कांग्रेस को 111-121 और बीजेपी को 106-116 सीटें मिलती दिख रही हैं।साथ ही, PolStrat के एग्जिट पोल सर्वे में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। कांग्रेस के खाते में की तस्वीर साफ हो गई है। कमलनाथ की अगुवाई में कांग्रेस बहुमत के साथ फिर से लौटती दिख रही है। कांग्रेस को यहां पर 230 सीटों में से 111 से लेकर 121 सीटें मिलने का दावा किया गया है। जबकि बीजेपी के खाते में 106 से 116 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।

2024 में खेले जाने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए सभी 20 टीमें फाइनल, युगांडा ने रचा इतिहास

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अगले साल अमेरिका और वेस्टइंडीज में टी20 वर्ल्ड कप खेला जाना है। आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 का पहला मुकाबला 3 जून को खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में 20 टीमों के बीच कुल 55 मुकाबले खेले जाएंगे। इस आईसीसी टूर्नामेंट के लिए गुरुवार को 20वीं टीम भी मिल गई। युगांडा ने पहली बार टी20 विश्व कप के लिए क्वालिफाई कर लिया है। इसी के साथ वनडे वर्ल्ड कप 2023 से बाहर रहने वाली जिम्बाब्वे इस टी20 वर्ल्ड कप में भी खेलते हुए नहीं दिखाई देगी।

युगांडा ने पूरी दुनिया को चौंका दिया

साल 2024 में जून महीने में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन किया जाएगा। इस मेगा इवेंट में कुल 20 टीमें हिस्सा लेंगी जिसमें आखिरी टीम के तौर पर अफ्रीकी रीजन से यूगांडा की टीम ने क्वालीफाई किया है। टी20 वर्ल्ड कप में अफ्रीका रीजन क्वालिफायर्स से 2 टीमों को जगह मिलनी थी। इस मुकाबले में जिम्माब्वे, नामीबिया और केन्या जैसी मजबूत टीमें थीं, जिन्हें पहले भी कई बार आईसीसी इवेंट्स में खेलने का अनुभव रहा है। ऐसा ही लग रहा था कि इनमें से ही कोई 2 टीमें कैरेबियन और अमेरिका में होने वाले टूर्नामेंट का हिस्सा बनेंगी लेकिन युगांडा ने पूरी दुनिया को चौंका दिया।

युगांडा ने जिम्बाब्वे का दिखाया बाहर का रास्ता

आईसीसी पुरुष टी20 वर्ल्ड कप 2024 में अफ्रीकी रीजन से नामीबिया ने अपनी जगह पक्की की, वहीं दूसरी और आखिरी टीम के रूप में यूगांडा की टीम अपनी जगह बनाने में कामयाब हो गई है। अफ्रीकी रीजन से सात टीमों के बीच क्वालीफायर राउंड खेले गए, जिसमें नामीबिया की टीम जहां इस समय प्वाइंट्स टेबल में पहले स्थान पर है, तो वहीं यूगांडा की टीम 6 मैचों में पांच जीत के साथ दूसरे स्थान पर काबिज है। यूगांडा ने इन 5 जीतो में से एक जिम्बाब्वे के खिलाफ भी दर्ज की है, जिसमें उन्होंने पांच विकेट से मुकाबले को अपने नाम किया था। वहीं जिम्बाब्वे की टीम का तीसरे स्थान पर प्वाइंट्स टेबल पर खत्म करना तय हो गया है। यूगांडा और नामीबिया ने 10-10 अंकों के साथ खत्म किया लेकिन बेहतर नेट रनरेट की वजह से नामीबिया की टीम पहले स्थान पर काबिज है।

इन 20 टीमों ने किया टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए क्वालीफाई

वेस्टइंडीज और यूएस की मेजबानी में खेले जाने वाले टी20 वर्ल्ड कप में पहली बार 20 टीमें हिस्सा लेंगी। इसमें मेजबान होने के नाते वेस्टइंडीज और अमेरिका पहले ही अपनी जगह पक्की कर चुकी हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत, नीदरलैंड्स, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, आयरलैंड, स्कॉटलैंड, पापुआ न्यू गिनी, कनाडा, नेपाल, ओमान, नामीबिया और यूगांडा की टीम शामिल है।

वेस्टइंडीज और यूएसए में होंगे मैच

बता दें कि आगामी टी20 वर्ल्ड कप 3 जून से लेकर 30 जून तक वेस्टइंडीज और यूएसए में खेला जाना है।टी20 वर्ल्ड कप के मुकाबले वेस्टइंडीज के एंटीगुआ एवं बारबुडा, डोमिनिका, गुयाना, सेंट लूसिया, बारबाडोस, ग्रेनेडाइंस एवं त्रिनिदाद, सेंट विंसेंट और टोबैगो में खेले जाएंगे। इसके साथ ही पहली बार अमेरिका के तीन शहर फ्लोरिडा, डल्लास और न्यूयॉर्क में भी मैच खेले जाएंगे। ये पहली बार है, जब वेस्‍टइंडीज के साथ ही अमेरिका भी आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है।

पन्नू की हत्या की साजिश को लेकर अमेरिकी आरोपों से कनाडाई पीएम ट्रूडो को मिला बल, फिर अलापा पुराना राग

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अमेरिका के एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्‍ता पर खालिस्‍तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्‍नू की हत्‍या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। अमेरिका के इन आरोपों के बाज अनाडा को एक बार फिर भारत के खिलाफ जगह उगलने का मौका मिल गया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो फिर से पुराना राग अलापा है। ट्रूडो ने कहा कि कनाडा शुरू से ही इसकी बात कर रहा था। ट्रूडो ने कहा, भारत को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की खबरों के मुताबिक कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को कहा कि अमेरिका की तरह की आरोप कनाडा ने भी भारत पर लगाया है, जिसको उसे गंभीरता से लेना चाहिए। जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि अमेरिका का आरोप है कि भारत सरकार के एक अधिकारी ने अमेरिकी धरती पर एक खालिस्तानी आतंकी की हत्या की असफल साजिश रची थी, कनाडा ने भी ऐसा ही आरोप लगाया था, जिसको भारत को गंभीरता से लेने की जरूरत है।

ट्रूडो ने कहा, अमेरिका से आ रही खबरें इस बात को और इशारा करती हैं कि हम शुरू से ही किस बारे में बात कर रहे हैं। यानी कि भारत को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा, भारत सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए हमारे साथ काम करने की जरूरत है कि हम इसकी तह तक पहुंच रहे हैं।बता दें कि कनाडा के पीएम ने आरोप लगाया है कि खालिस्‍तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्‍जर की कनाडा में हुई हत्‍या में भारतीय एजेंटों का हाथ है लेकिन अभी तक वह कोई ठोस सबूत नहीं दे सके हैं।

बता दें कि अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के मामले में न्यूयॉर्क पुलिस की एक चार्जशीट सामने आई है। इसमें एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप है। भारत के एक सीआरपीएफ अफसर ने उसे पन्नू की हत्या की प्लानिंग करने को कहा था।बुधवार देर रात को सामने आई चार्जशीट में लिखा है कि भारतीय अफसर के कहने पर निखिल ने एक अपराधी से पन्नू के मर्डर के लिए कॉन्टैक्ट किया, लेकिन असल में वह एक अमेरिकी एजेंट था। इस एजेंट ने निखिल की पहचान एक और अंडरकवर अधिकारी से कराई, जिसने पन्नू का मर्डर करने की बात कही। इस लिए करीब 83 लाख रुपए में डील हुई थी।

इससे पहले ‘द फाइनेंशियल टाइम्स’ ने पिछले हफ्ते एक खबर प्रकाशित की थी जिसमें अज्ञात स्रोतों का हवाले से बताया गया था कि अमेरिकी अधिकारियों ने प्रतिबंधित ‘सिख फॉर जस्टिस’ संगठन के गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम करने कर दिया गया।इस साजिश में शामिल होने का आरोप भारत पर लगाया था। इसके बाद खुद अमेरिका ने संगठित अपराधियों, हथियारबंद हमलावरों और आतंकियों के बीच सांठगांठ का इनपुट भी भारत सरकार को दिया था। जिसके बाद भारत ने अमेरिकी धरती पर एक सिख चरमपंथी को मारने की साजिश से संबंधित आरोपों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है।

भारतीय पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप, विदेश मंत्रालय ने कही बड़ी बात

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खालिस्तानी अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश के मामले में एक भारतीय नागरिक के खिलाफ अमेरिका में केस दर्ज किया गया है।इस मामले पर भारत सरकार ने चिंता जाहिर की।विदेश मंत्रालय ने कहा कि मामले की जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी बनाई गई है, जो जांच में जुटी है। मंत्रालय ने बिना जांच के कुछ भी कहने से फिलहाल इनकार किया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूरे मामले को भारत सरकार की नीति के उलट बताया है। अरिंदम बागची ने गुरुवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, ‘जैसा कि हमने पहले कहा है, द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग पर अमेरिका के साथ चर्चा के दौरान, अमेरिकी पक्ष ने संगठित अपराधियों और आतंकवादियों के बीच सांठगांठ से संबंधित कुछ इनपुट साझा किए। हम ऐसे इनपुट को बहुत गंभीरता से और उच्च स्तर पर लेते हैं। मामले के सभी पहलुओं पर गौर करने के लिए स्तरीय जांच समिति की स्थापना की गई है।बागची ने कहा कि अमेरिका में दर्ज मामले में भारतीय अधिकारी का जिक्र होना चिंताजनक है। 

अरिंदम बागची ने आगे कहा कि जहां तक कनाडा की बात है, हमने पहले भी कहा है कि कनाडा में भारत विरोधी कट्टरपंथियों को पनाह दी जा रही है और यह अहम मुद्दा है। कनाडा में हमारे राजनयिक को निशाना बनाया जा रहा है। हम चाहते हैं कि कनाडा की सरकार विएना कन्वेंशन की शर्तों का पालन करे। हमने देखा है कि कनाडा के राजनयिक हमारे अंदरुनी मामलों में भी दखल दे रहे हैं, जो बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।

बता दें कि अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के मामले में न्यूयॉर्क पुलिस की एक चार्जशीट सामने आई है। इसमें एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप है। भारत के एक सीआरपीएफ अफसर ने उसे पन्नू की हत्या की प्लानिंग करने को कहा था।बुधवार देर रात को सामने आई चार्जशीट में लिखा है कि भारतीय अफसर के कहने पर निखिल ने एक अपराधी से पन्नू के मर्डर के लिए कॉन्टैक्ट किया, लेकिन असल में वह एक अमेरिकी एजेंट था। इस एजेंट ने निखिल की पहचान एक और अंडरकवर अधिकारी से कराई, जिसने पन्नू का मर्डर करने की बात कही। इस लिए करीब 83 लाख रुपए में डील हुई थी

फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, जमानत के लिए दाखिल की पुनर्विचार याचिका

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आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। सिसोदिया ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की है।सुप्रीम कोर्ट से जमानत नहीं मिलने पर उन्होंने यह याचिका दायर की है। बता दें क‍ि जस्टिस संजीव खन्ना और एसवीएन भट्टी की पीठ ने 30 अक्टूबर को सिसोदिया को जमानत देने से इनकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अगर निचली अदालत में ट्रायल मे देरी होती है तो सिसोदिया तीन महीने बाद जमानत याचिका दाखिल कर सकते है।

शीर्ष अदालत ने 30 अक्टूबर को उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था और कहा था कि शराब के थोक ‘डीलर’ को 338 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाने के आरोप का साक्ष्य अस्थायी रूप से समर्थन करता है।कोर्ट ने यह भी कहा था कि अगर निचली अदालत में 6 महीने में मुकदमा खत्म नहीं होता तो मनीष सिसोदिया जमानत के लिए दोबारा आवेदन दे सकते हैं।

अदालत ने यह भी कहा था, यह राशि थोक वितरकों द्वारा दस महीनों की अवधि में अर्जित की गई थी। इस आंकड़े पर विवाद या चुनौती नहीं दी जा सकती है। इस प्रकार नई आबकारी नीति का उद्देश्य कुछ चुनिंदा थोक वितरकों को अप्रत्याशित लाभ देना था, जो बदले में रिश्वत देने के लिए सहमत हुए थे। पीठ ने सीबीआई(केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) के आरोप-पत्र पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि अपीलकर्ता मनीष सिसोदिया की साजिश और संलिप्तता पूरी तरह से स्थापित हो चुका है।

हाल ही में दिल्ली के आबकारी नीति मामले में सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट से भी राहत नहीं मिली। कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत को 11 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया है। अदालत ने कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से कई दस्तावेज दाखिल करना बाकी है।

बता दें कि शराब घोटला मामले में सिसोदिया इस साल 26 फरवरी से जेल में हैं। उनकी जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दोनों द्वारा की जा रही है। मनीष स‍िसोद‍िया पर आरोप है क‍ि दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने रिश्वत के बदले कुछ व्यापारियों को शराब लाइसेंस देने में मिलीभगत की थी। आरोपी अधिकारियों पर कुछ शराब विक्रेताओं को फायदा पहुंचाने के लिए आबकारी नीति में बदलाव करने का आरोप है।

मध्यप्रदेश में गिरेंगे ओले, तो तमिलनाडु में होगी भारी बारिश ! जानिए देश के अन्य राज्य में कैसा रहेगा मौसम

भारत के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में आज गुरुवार (30 नवंबर) को मौसम में तेज बदलाव आने की संभावना जताई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। जिसमें राज्य के कई हिस्सों में अलग-अलग ओलावृष्टि होने की संभावना है। इसके अलावा, दक्षिणी गुजरात के कई जिलों - नवसारी, तापी, डांग और वलसाड में भी गुरुवार को हल्की बारिश होने की संभावना है।

महाराष्ट्र में नागपुर, ठाणे, जलगांव, धुले, नासिक, शोलापुर, औरंगाबाद, अमरावती, गढ़चिरौली, गोंदिया और बीड जिलों में गुरुवार को हल्की बारिश की अलग-अलग घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस बीच दक्षिण भारत में, दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर 'निम्न दबाव क्षेत्र' के कारण, तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश होगी। IMD ने कहा कि राज्य के चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, मयिलादुथुराई, तंजावुर, तिरुवरुर, नागपट्टिनम, पुदुक्कोट्टई और रामनाथपुरम जिलों सहित तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है।

इसके साथ ही IMD ने मछुआरों को एक सलाह भी जारी की है, जिसमें उनसे समुद्र में न जाने को कहा गया है, क्योंकि समुद्र में "खराब" से "बहुत खराब" स्थिति उत्पन्न होने की संभावना है। इस बीच, क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (RMD), नई दिल्ली ने राष्ट्रीय राजधानी में बादल छाए रहने और हल्की रोशनी की संभावना जताई है, जिससे शहर में हवा की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है। सुबह 7 बजे दर्ज किए गए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, लोधी रोड पर हवा की गुणवत्ता 228 थी, IIT दिल्ली में AQI 283 थी और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 पर AQI 313 पर दर्ज किया गया है।

उत्तर प्रदेश में, IMD ने गुरुवार को विशेष रूप से राज्य के पश्चिमी जिलों में बारिश / गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है। पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भी आज बारिश होने की संभावना है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (RMD) पंजाब के अनुसार, संगरूर, पटियाला, एसएएस नगर, फतेहगढ़ साहिब और रूपनगर के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश के साथ आंधी/बिजली गिरने की संभावना है। दोनों उत्तरी राज्यों के साथ-साथ चंडीगढ़ में भी गुरुवार को हल्की बारिश होने की संभावना है।

प्यार में सरहद पार पाकिस्तान पहुंची अंजू वापस लौटी हिंदुस्तान, नए घर होगी वापसी या यहीं रहने का है प्लान?

#anju_return_india

6 महीने पहले भारत छोड़कर पाकिस्तान गई अंजू वापस भारत आ गई है। पाकिस्तान में जाकर उसने वहां के एक युवक से शादी कर ली थी।पाकिस्तान घूमने की बात कहकर पति और बच्चों को घर पर छोड़ पाकिस्तान पहुंची अंजू ने वहां अपने फेसबुक फ्रेंड नसरुल्ला से निकाह कर लिया था। यही नहीं, अंजू ने इस्‍लाम धर्म अपना लिया और अपना नाम फातिमा रख लिया है।अब कई महीनों बाद अंजू पाकिस्तान से वापस भारत लौटी है।अब सवाल ये उठ रहा है कि अंजू वापस क्यों आईं हैं, क्या वो हमेशा के लिए भारत आई हैं, या फिर वापस पाकिस्तान वापस लौट जाएंगी?

अंजू बुधवार को अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत में दाखिल हुई थी।अंजू का पाकिस्‍तानी पति नसरुल्‍ला उन्‍हें वाघा बार्डर पर छोड़ने आया था। नसरुल्‍ला ने खुलासा किया है कि अंजू अपने बच्‍चों से मिलने के भारत लौटी है और जल्‍द ही वापस पाकिस्‍तान आ जाएगी।दरअसल, अंजू के बच्‍चे अरविंद के पास हैं और उन्‍होंने साफ कहा है कि अंजू को मिलने नहीं देंगे। इस पूरे मामले को लेकर अरविंद पुलिस के पास भी जा चुके हैं।

बता दें कि भारत में दाखिल होंने के बाद अंजू काफी देर बीएसएफ कैंप में रही और देर रात दिल्ली पहुंची।भारत पहुंचने पर आईबी और पुलिस ने अंजू से पूछताछ की है।पुलिस ने अंजू से वापस पाकिस्तान जाने के बारे में भी सवाल किया। जिसके जवाब में अंजू ने कहा कि वो भारत में अपने पति अरविंद को तलाक देने के लिए आईं है। उसने ये भी कहा कि इस दौरान वो अपने साथ अपने दोनों बच्चों को भी साथ में ले जाने की कोशिश करेंगी जो इन इन दिनों अपने पिता के साथ रह रहे हैं ।

बता दें कि अंजू का जन्म उत्तर प्रदेश के कैलोर गांव में हुआ था और वह राजस्थान के अलवर जिले में रहती थी।वह टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान घूमने गई थी, लेकिन बाद में पता चला कि वह खैबर पख्तूनख्वा में रहने वाले नसरुल्लाह से मिलने गई है। दरअसल, नसरुल्लाह और अंजू के बीच अफेयर चल रहा था। नसरुल्ला से साल 2019 में फेसबुक पर दोस्ती हुई थी।फेसबुक पर जब दोनों की दोस्ती कुछ और आगे बढ़ी तो दोनों ने एक-दूसरे का कॉन्टैक्ट नंबर ले लिया। दोनों की बातचीत वॉट्सएप पर होने लगी। करीब दो साल तक यह बातचीत चलती रही। इसी बीच अंजू और नसरुल्लाह ने एक-दूसरे से मिलने की इच्छा जाहिर की, जब नसरुल्लाह ने भारत आने में असमर्थता जताई तो अंजू पाकिस्तान आने को तैयार हो गई।पाकिस्तान जाने के बाद अंजू ने नसरुल्लाह के साथ निकाह भी कर लिया था। अंजू और नसरुल्लाह के निकाह की तस्वीर भी सामने आई थी।

मध्यप्रदेश में गिरेंगे ओले, तो तमिलनाडु में होगी भारी बारिश ! जानिए देश के अन्य राज्य में कैसा रहेगा मौसम

भारत के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में आज गुरुवार (30 नवंबर) को मौसम में तेज बदलाव आने की संभावना जताई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। जिसमें राज्य के कई हिस्सों में अलग-अलग ओलावृष्टि होने की संभावना है। इसके अलावा, दक्षिणी गुजरात के कई जिलों - नवसारी, तापी, डांग और वलसाड में भी गुरुवार को हल्की बारिश होने की संभावना है।

महाराष्ट्र में नागपुर, ठाणे, जलगांव, धुले, नासिक, शोलापुर, औरंगाबाद, अमरावती, गढ़चिरौली, गोंदिया और बीड जिलों में गुरुवार को हल्की बारिश की अलग-अलग घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस बीच दक्षिण भारत में, दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर 'निम्न दबाव क्षेत्र' के कारण, तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश होगी। IMD ने कहा कि राज्य के चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, मयिलादुथुराई, तंजावुर, तिरुवरुर, नागपट्टिनम, पुदुक्कोट्टई और रामनाथपुरम जिलों सहित तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है।

इसके साथ ही IMD ने मछुआरों को एक सलाह भी जारी की है, जिसमें उनसे समुद्र में न जाने को कहा गया है, क्योंकि समुद्र में "खराब" से "बहुत खराब" स्थिति उत्पन्न होने की संभावना है। इस बीच, क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (RMD), नई दिल्ली ने राष्ट्रीय राजधानी में बादल छाए रहने और हल्की रोशनी की संभावना जताई है, जिससे शहर में हवा की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है। सुबह 7 बजे दर्ज किए गए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, लोधी रोड पर हवा की गुणवत्ता 228 थी, IIT दिल्ली में AQI 283 थी और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 पर AQI 313 पर दर्ज किया गया है।

उत्तर प्रदेश में, IMD ने गुरुवार को विशेष रूप से राज्य के पश्चिमी जिलों में बारिश / गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है। पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भी आज बारिश होने की संभावना है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (RMD) पंजाब के अनुसार, संगरूर, पटियाला, एसएएस नगर, फतेहगढ़ साहिब और रूपनगर के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश के साथ आंधी/बिजली गिरने की संभावना है। दोनों उत्तरी राज्यों के साथ-साथ चंडीगढ़ में भी गुरुवार को हल्की बारिश होने की संभावना है।

मणिपुर के सबसे पुराने उग्रवादी गुट UNLF ने डाले हथियार, गृह मंत्री और सीएम बीरेन सिंह की कोशिशों से हुआ 'शांति समझौता

एक ऐतिहासिक घटनाक्रम में, भारत सरकार और मणिपुर सरकार ने 29 नवंबर को नई दिल्ली में मणिपुर के सबसे पुराने घाटी स्थित सशस्त्र समूह यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) के साथ एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए। बता दें कि, UNLF का गठन 1964 में हुआ था और यह भारतीय क्षेत्र के भीतर और बाहर दोनों जगह काम कर रहा था।

समझौते पर नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्रालय और मणिपुर सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए। यह समझौता सामान्य रूप से उत्तर पूर्व और विशेष रूप से मणिपुर में शांति के एक नए युग की शुरूआत को बढ़ावा देने के लिए तैयार है। UNLF को फिलहाल गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत प्रतिबंधित कर दिया गया है और इस महीने की शुरुआत में प्रतिबंध को पांच साल के लिए बढ़ा दिया गया था। यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) संप्रभु मणिपुर के लिए गुरिल्ला युद्ध लड़ रहा था, क्योंकि वह आजादी के बाद मणिपुर के भारत में विलय को अवैध मानता है।

बता दें कि 1947 में ब्रिटिश शासन की समाप्ति के बाद, मणिपुर को अलग से स्वतंत्रता मिली और राज्य अपने स्वयं के संविधान के साथ महाराजा बोधचंद्र सिंह द्वारा शासित एक संप्रभु राष्ट्र बन गया था। हालाँकि, यह केवल 2 साल तक चला और 1949 में महाराजा बोधचंद्र सिंह ने 21 सितंबर 1949 को भारत संघ के साथ एक विलय समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए। समझौते के अनुसार, मणिपुर एक भाग C राज्य के रूप में भारत में विलय हो गया, एक केंद्र शासित क्षेत्र बन गया, और सभा का समाधान किया गया। मणिपुर 1972 में पूर्ण राज्य बन गया। मणिपुर में कई समूह विलय समझौते की समीक्षा करने और उसे रद्द करने की मांग करते हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस समझौते से एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। 'एक्स' पर अपने पोस्ट में, गृह मंत्री ने कहा कि यह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी के सर्व-समावेशी विकास के दृष्टिकोण को साकार करने और पूर्वोत्तर भारत में युवाओं को बेहतर भविष्य प्रदान करने की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। गृह मंत्री शाह ने आगे कहा कि वह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में यूएनएलएफ का स्वागत करते हैं और शांति और प्रगति के पथ पर उनकी यात्रा के लिए उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।

गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुसार और केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में भारत सरकार ने 2014 के बाद पूर्वी क्षेत्र में उग्रवाद को समाप्त करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए उत्तर के कई सशस्त्र समूहों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।” बयान में कहा गया है कि भारत सरकार की संघर्ष समाधान पहल के हिस्से के रूप में उत्तर पूर्व के कई जातीय सशस्त्र समूहों के साथ राजनीतिक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है, यह पहली बार है कि घाटी स्थित मणिपुरी सशस्त्र समूह मुख्यधारा में लौटने हिंसा को त्यागने और भारत के संविधान और देश के कानूनों का सम्मान करने पर सहमत हुआ है।

गृह मंत्रालय ने कहा कि यह समझौता न केवल UNLF और सुरक्षा बलों के बीच शत्रुता को समाप्त करेगा, जिसने पिछली आधी शताब्दी से अधिक समय में दोनों पक्षों के बहुमूल्य जीवन का दावा किया है, बल्कि समुदाय की दीर्घकालिक चिंताओं को दूर करने का अवसर भी प्रदान करेगा। आशा है कि UNLF की मुख्यधारा में वापसी से घाटी स्थित अन्य सशस्त्र समूहों को भी उचित समय पर शांति प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। बयान में आगे कहा गया है कि इसके कार्यान्वयन की निगरानी के लिए एक शांति निगरानी समिति (PMC) का गठन किया जाएगा। यह विकास राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होने की संभावना है।

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य में शांति लाने के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की प्रशंसा की। सीएम सिंह ने कहा कि, “शांति वार्ता के प्रयास वर्षों से किए जा रहे थे लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। ये हस्ताक्षर आज पीएम मोदी के नेतृत्व में हुआ. मैं प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बधाई देता हूं, जिन्होंने शांति लाने के लिए कड़ी मेहनत की।'' मुख्यमंत्री सिंह ने UNLF के सदस्यों की सराहना की और उम्मीद जताई कि राज्य में आतंकवादी शांति का रास्ता चुनेंगे।

उन्होंने कहा कि, 'UNLF के कैडर शांति के मार्ग पर चलने के लिए सहमत हुए, मैं इसके लिए सदस्यों की सराहना करता हूं। मुझे उम्मीद है कि राज्य में उग्रवादी और हथियार उठाने वाले भी शांति का रास्ता चुनेंगे।' बीरेन सिंह ने कहा कि शांति समझौता पूर्वोत्तर में भारतीय जनता पार्टी द्वारा बनाए गए विश्वास का परिणाम था। यह पूर्वोत्तर में भाजपा द्वारा बनाए गए विश्वास और वहां दिखाई गई देखभाल का परिणाम है। पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद पूर्वोत्तर, खासकर मणिपुर में जो बदलाव आया, उसी आत्मविश्वास को देखते हुए यह सब हो रहा है।''

मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने एक ट्वीट में लिखा कि, 'जैसा कि UNLF ने एक समझौते पर बातचीत की और हिंसा को त्याग दिया, मैंने "शांति वार्ता" में शामिल होने के उनके फैसले के लिए अपनी सराहना व्यक्त की। मैं UNLF समूह का लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में स्वागत करता हूं और शांति और प्रगति के पथ पर उनकी यात्रा के लिए शुभकामनाएं देता हूं।”