एमपी विधानसभा चुनाव में हार-जीत के बाद न उठे सवाल इसलिए प्रशासन ने उठाया बड़ा कदम, EVM की पहरेदारी कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव परिणामों की तिथि जैसे-जैसे पास आ रही है, वैसे-वैसे उम्मीदवारों की धड़कने बढ़ती जा रही हैं। इंदौर की सबसे हॉट सीट मानी जा रही विधनासभा क्रमांक 1 के कांग्रेस उम्मीदवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं EVM की पहरेदारी में स्ट्रांग रूम के बहार तैनात कर दिया है। कांग्रेस कार्यकर्ता तीन शिफ्ट में EVM की पहरेदारी कर रहे हैं। सभी कार्यकर्ताओं के खाने पीने तथा रुकने की व्यवस्था प्रत्याशी की तरफ से ही की गई है।
वही पहले भी देखा जाता रहा है कि प्रत्येक विधानसभा चुनाव में हार-जीत के पश्चात् EVM पर ऊंगली उठाई जाती रही है। इस बार कांग्रेस उम्मीदवारों EVM की निगरानी के लिए अपने कार्यकर्ताओं को लगाया है। प्रशासन ने इसकी अनुमति सिर्फ इसलिए दी है ताकि बाद में कोई प्रत्याशी EVM में सेंध लगने का आरोप ना लगाने पाए। स्ट्रांग रूम के बाहर कांग्रेसी कार्यकर्ता पहरेदारी कर रहे हैं। इस बार विधानसभा क्रमांक 1 से कांग्रेस उम्मीदवार संजय शुक्ला ने अपने कार्यकर्ताओं को पहरेदारी पर बिठाया है। कांग्रेस कार्यकर्ता 3 शिफ्ट में ड्यूटी कर रहे हैं। रात 10 से प्रातः 6 बजे तक एक शिफ्ट काम करती है तो दोपहर 1 से रात 10 बजे तक 2-2 कार्यकर्ता पहरेदारी कर रहे हैं। रात में एक कांग्रेस कार्यकर्ता सोता है तो दूसरा स्ट्रांग रूम की पहरेदारी करता है। स्ट्रांग रूम के बाहर लगी एलईडी स्क्रीन पर भी कार्यकर्ता नजर गढ़ाए हुए हैं। तीसरी शिफ्ट प्रातः 6 से दोपहर एक बजे तक करती है।
विधानसभा 3 और सांवेर विधानसभा के कांग्रेस उम्मीदवारों ने भी अपने कार्यकर्ताओं को ईवीएम की पहरेदारी के लिए तैनात किया है। कार्यकर्ताओं के सोने का इंतजाम प्रशासन ने जबकि खाने-पीने की व्यवस्था उम्मीदवारों की तरफ से की गई है। उम्मीदवारों ने कार्यकर्ता को कोई भी आशंका होने पर सीधे फोन लगाने की बात कही। वहीं बीजेपी ने अपने किसी भी कार्यकर्ता को स्ट्रांग रूम के बाहर तैनात नहीं किया है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि उनको प्रशासन पर पूरा विश्वास है। इंदौर क्षेत्र क्रमांक 1 में 3,63805 मतदाता है। भाजपा ने यहां से कैलाश विजयवर्गीय को उतारा है। कांग्रेस नेता संजय शुक्ला पिछली बार यहां से चुनाव जीते थे।
Nov 27 2023, 16:54