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गाजा पट्टी में अस्पताल को ढाल बनाकर छिपे थे आतंकी, इजरायल ने किया हमला, 22 लोगों की मौत, फिलिस्तीन ने निर्दोषों को मारने का लगाया आरोप

इजरायल-हमास युद्ध के बीच गाजा पट्टी के एक अस्पताल पर हमला हुआ है। इस हमले में 22 लोगों की मौत की सूचना है। फिलिस्तीन ने इजरायल को हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है। हलांकि, इजरायली डिफेंस फोर्स ने आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजा के अल-शिफा अस्पताल को दो दिनों से इजरायल ने घेर रखा था। इजरायल का कहना है कि यहां आतंकी छिपे थे।

गाजा के उत्तरी युद्ध क्षेत्र से जान बचाकर भाग रहे फलस्तीनी नागरिकों ने कहा कि गाजा शहर के मध्य में स्थित शिफा अस्पताल में शरण लिए हुए हजारों लोग रात भर हुए धमाकों के बाद वहां से भाग गए। इजराइल-हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच अस्पताल में 80,000 लोग शरण लिये हुए थे।

अस्पताल से शुक्रवार को भागे लोगों में से कुछ ने कहा कि इमारत में सैकड़ों बुरी तरह से घायल मरीज और चिकित्सक ही रह गए हैं। वहीं, फोन और इंटरनेट सेवा बाधित होने के चलते शिफा के अस्पताल के चिकित्सकों से टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो पाया।

हमास शासित गाजा पट्टी के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल-हमास युद्ध में मरने वाले फलस्तीनी नागरिकों की संख्या 11,000 को पार कर गई है। 

गाजा पट्टी में 50 प्रतिशत से अधिक घर क्षतिग्रस्त

इजरायल के हमलों से गाजा पट्टी स्थित आवास इकाइयों में आधे से अधिक को नुकसान पहुंचा है और उनमें से 40,000 से अधिक को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। फिलिस्तीनी एन्क्लेव की सरकार ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी। बयान में कहा गया है कि गाजा में 50 प्रतिशत से अधिक आवास इकाइयां इजरायल के हवाई हमलों और गोलीबारी में क्षतिग्रस्त हो गयीं तथा 40,000 से अधिक आवास इकाइयां पूरी तरह से नष्ट हो गयी है।

पाकिस्तान के इस मछुआरे के हाथ लगी ऐसी मछली, की रातोंरात बदल गई उसकी किस्मत, यहां पढ़िए, पूरी खबर


ऐसा सपनों में या बॉलीवुड सिनेमाओं में होता है कि रातोंरात लोग करोड़पति बन जाते हैं। हकीकत में ऐसा शायद ही कभी होता है, लेकिन पाकिस्तान के इस मछुआरे के लिए यह सच साबित हो गया है। सालों से रोज मछली पकड़ रहे मछुआरे के साथ अचानक जो हुआ, उसने खुद भी कभी सपने में नहीं सोचा होगा।

इस मछली ने बदल दी किस्मत

सिनेमाई लगने वाली यह कहानी घटी है पाकिस्तान के कराची में रहने वाले हाजी बलुच के साथ, जो पेशे से मछली पकड़ने का काम करते हैं। हाजी बलुच कराची के बेहद मामूली से गांव इब्राहिम हैदरी के रहने वाले हैं। उन्हें हाल ही में एक दिन मछली पकड़ते हुए ऐसी मछली हाथ लग गई, जिसने उनके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया। गरीबी में जीवन-यापन कर रहे हाजी बलुच एक झटके में करोड़पतियों की कतार में खड़े हो गए।

दवाओं में होता है इस्तेमाल

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, दरअसल इस कहानी में हुआ ये कि हाजी बलुच और उनकी टीम के हाथों ऐसी मछली लगी, जो विलुप्तप्राय है और बेशकीमती है। इस मछली को सोवा नाम से जाना जाता है और बताया जाता है कि उसका इस्तेमाल कई तरह की दवाएं बनाने में होता है। हाजी बलुच और उनकी टीम के लिए यह मछली सोने का खजाना साबित हुई।

नीलामी में मिले इतने रुपये

पाकिस्तान के फिशरमैन फॉक फोरम के प्रतिनिधि मुबारक खान के हवाले से पीटीआई ने बताया है कि हाजी बलुच और उनकी टीम को मिली सोवा मछली की नीलामी शुक्रवार तड़के कराची हार्बर पर हुई। नीलामी में उन्हें 70 मिलियन पाकिस्तानी रुपये की भारी-भरकम रकम मिली। भारतीय करेंसी में यह रकम 2.05 करोड़ रुपये के बराबर हो जाती है।

ऐसी होती है सोवा मछली

बलुच बताते हैं कि उन्होंने और उनकी टीम ने मिलकर 10 सोवा मछलियों को पकड़ने में सफलता हासिल की। उन्हें हर मछली के लगभग 7 मिलियन पाकिस्तानी रुपये के भाव मिले हैं। बता दें कि सोवा मछली बड़ी प्रजाति की होती है। यह मछली साइज में डेढ़ मीटर तक बड़ी होती है और उसका वजन 20 से 40 किलो के बीच होता है। दवाओं में इस्तेमाल और बेहद कम पाए जाने के चलते इस मछली के भाव आसमान पर रहते हैं।

भारत और अमेरिका की दोस्ती और हुई प्रगाढ़, चीन को जवाब देने दोनों देश मिलकर करेंगे बख्तरबंद वाहनों का निर्माण

भारत और अमेरिका की दोस्ती में एक फैक्टर कॉमन है और वह है चीन। दोनों देशों की संबंध लंबे समय से चीन के साथ अच्छे नहीं हैं। एलएसी पर भारत और चीन के बीच कई बार झड़प हो चुकी है, तो वहीं, अमेरिका का ताइवान, साउथ चाइना सी समेत तमाम मुद्दों पर चीन से आमना-सामना होता रहता है। चीन से टकराव के बीच भारत और अमेरिका ने बड़ा कदम उठाया है। दोनों देश मिलकर बख्तरबंद वाहनों का निर्माण करेंगे। इससे चीन की किसी भी नापाक हरकत पर जवाब दिया जा सकेगा। बाद में इन वाहनों की तैनाती चीन और पाक बॉर्डर के पास की जा सकेगी, जोकि पड़ोसी देशों के लिए मुश्किलें पैदा करने वाला होगा।

अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शुक्रवार को कहा कि भारत और अमेरिका रक्षा औद्योगिक सहयोग के तहत लड़ाकू वाहनों का को-प्रोडक्शन करेंगे। ऑस्टिन दिल्ली में 'टू प्लस टू' रक्षा और विदेश मंत्रिस्तरीय विचार-विमर्श के बाद कुछ संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में ऑस्टिन के अलावा विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी शामिल थे। भारतीय पक्ष का नेतृत्व विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया। ऑस्टिन ने कहा, "हम बख्तरबंद वाहन के सह-उत्पादन के लिए मिलकर काम कर रहे हैं और यह बेहद अहम है।"

उन्होंने कहा कि चीन से बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों सहित विभिन्न मुद्दों पर बैठक के दौरान चर्चा हुई। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका-भारत संबंध सिर्फ चीन की ओर से मिली चुनौतियों पर हीं आधारित नहीं हैं, बल्कि ये दोनों देशों के साझा मूल्यों पर आधारित हैं। भारत के अमेरिका से 31 एमक्यू-9बी ड्रोन खरीदने से जुड़ी परियोजना के बारे में पूछने पर ऑस्टिन ने कहा कि इसकी घोषणा उचित समय पर की जाएगी। 

उन्होंने कहा कि सरकार के अधिकारीगण यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं कि भारत को वह क्षमता जल्द से जल्द हासिल हो। ऑस्टिन ने कहा, 'हम अंतरिक्ष से लेकर समुद्र के नीचे तक विभिन्न क्षेत्रों में अमेरिका-भारत रक्षा सहयोग को बढ़ा रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ''हमने हिंद-प्रशांत क्षेत्र, मध्य पूर्व और यूक्रेन के अहम घटनाक्रमों पर विचार-विमर्श किया।'' अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि मौजूदा अमेरिका-भारत सहयोग पहले से कहीं अधिक मजबूत है। 

एक भारतीय अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर 'ब्लूमबर्ग' से कहा, अधिकांश वाहनों को चीन से लगती सीमा पर तैनात किया जाएगा, जहां 2020 में एक झड़प के बाद तनाव अधिक बना हुआ है। इसके अलावा, कुछ वाहनों को पाकिस्तान के साथ लगती भारत की सीमा पर भी तैनात किया जाएगा। भारत हजारों सह-निर्मित वाहनों की मांग कर रहा है, जिनमें से अधिकांश टैंक रोधी मिसाइल सिस्टम से लैस होंगे। अधिकारी ने कहा, ''बाकी का इस्तेमाल युद्धक्षेत्र की निगरानी या कमांड वाहनों के रूप में किया जाएगा।''

गुजरात के सूरत रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में बिहार के दो यात्री की मौत की सूचना, कई लोगों की हालत बिगड़ी

गुजरात के सूरत में बड़ा हादसा हुआ है। त्योहार में अपने घर लौट रहे प्रवासी लोगों की भीड़ सूरत रेलवे स्टेशन पर उमड़ गयी। ट्रेन में सीट पाने की होड़ में मची भगदड़ में कुछ लोगों की मौत की जानकारी सामने आ रही है। जबकि कई लोग इस हादसे में जख्मी हुए हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार को सूरत रेलवे स्टेशन पर बड़ी तादाद में बिहार-यूपी के लोग पहुंचे थे। सूरत से छपरा जाने वाली ताप्ती गंगा एक्सप्रेस में बैठने के लिए मची होड़ में भगदड़ मच गयी और इस दौरान कई लोग एक दूसरे के नीचे दब गए। भागलपुर के लोदीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जमसी गांव के एक युवक की मौत की सूचना मिली है। जबकि छपरा के भी यात्री की मौत की अपुष्ट जानकारी सामने आ रही है। घायलों को अस्पताल भेजा गया है।

भगदड़ का शिकार बने यात्री

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सूरत में बिहार-यूपी के लोग रोजगार के लिए बड़ी तादाद में रहते हैं। त्योहारों में घर लौटने का सिलसिला जारी है। दशहरा के बाद अब दिवाली और छठ में घर लौटने वालों की भीड़ रेलवे स्टेशनों पर देखी जा रही है। बिहार-यूपी की लगभग सभी ट्रेनों में सीटें अभी फुल है। इसी क्रम में शनिवार को भी सूरत रेलवे स्टेशन पर सैंकड़ों यात्रियों की भीड़ उमड़ी हुई थी। देर रात से ही यात्री स्टेशन में आकर जम चुके थे। पूरा स्टेशन खचाखच भरा हुआ था। इसी दौरान जब ताप्ती-गंगा एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म पर आकर लगी तो अंदर बैठने की होड़ में यात्रियों के बीच भगदड़ मच गयी। इस दौरान कई यात्री नीचे गिर पड़े। लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। हालात देखकर फौरन रेल पुलिस ने मोर्चा थामा और यात्रियों को संयम बरतने का अनुरोध किया। भीड़ को तितर-बितर किया गया। वहीं जख्मी यात्रियों को अस्पताल भेजा गया। सूचना के अनुसार, एक मृतक की पहचान बिहार के भागलपुर जिला अंतर्गत लोदीपुर थाना क्षेत्र के जमसी गांव के एक युवक के रूप में की गयी है।

त्योहार पर यात्रियों की भीड़ को लेकर चलायी जायेगी विशेष ट्रेन

इधर, रेलवे प्रशासन द्वारा आगामी त्योहार पर होने वाली यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए यात्री जनता की सुविधा हेतु 05071/05072 गोमतीनगर-नयी दिल्ली-छपरा विशेष गाड़ी का संचालन नौ एवं 16 नवंबर 2023 को गोमतीनगर से एवं 10 एवं 17 नवंबर 2023 दिन शुक्रवार को नयी दिल्ली से दो फेरों के लिए किया जायेगा। इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के संबंध में समय-समय पर जारी सभी मानको का पालन करना होगा।

जानिए समय-सारिणी

05071 गोमतीनगर-नयी दिल्ली विशेष गाड़ी गोमतीनगर से 23.00 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन ऐशबाग से 00.05 बजे, कानपुर सेण्ट्रल से 01.55 बजे तथा गाजियाबाद से 07.32 बजे छूटकर नई दिल्ली 08.15 बजे पहुंचेगी। वापसी यात्रा में 05072 नई दिल्ली-छपरा विशेष गाड़ी 10 एवं 17 नवम्बर को नई दिल्ली से 10.00 बजे प्रस्थान कर गाजियाबाद से 10.42 बजे, कानपुर सेंट्रल से 16.52 बजे, ऐशबाग से 19.12 बजे, गोमतीनगर से 20.02 बजे, गोण्डा से 22.15 बजे, बस्ती से 23.35 बजे, दूसरे दिन खलीलाबाद से 00.07 बजे, गोरखपुर से 00.45 बजे, देवरिया सदर से 01.37 बजे तथा सीवान से 02.57 बजे छूटकर छपरा 04.15 बजे पहुंचेगी।

ट्रेन में कोचों की संख्या

इस गाड़ी में जेनेरेटर सह लगेज यान का 01, एलएसएलआरडी का 01, साधारण द्वितीय श्रेणी के चार, शयनयान श्रेणी के छह, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 08 तथा वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 02 कोचों सहित कुल 22 कोच लगाये जायेंगे।

 वहीं गाड़ी संख्या 05159/05160 छपरा-नयी दिल्ली-छपरा विशेष गाड़ी का संचालन 11 एवं 18 नवंबर 2023 को छपरा से एवं 13 एवं 20 नवम्बर, 2023 को नयी दिल्ली से दो फेरों के लिए किया जायेगा। इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के संबंध में समय-समय पर जारी सभी मानकों का पालन करना होगा।

राजस्थान के दौसा में पुलिस सब इंस्पेक्टर ने बच्ची के साथ की दरिंदगी, शिकायत करने पहुंचे पिता को हवालात में डाला, उग्र लोगों ने किया प्रदर्शन

 राजस्थान में महिलाओं और बच्चियों के साथ बढ़ते अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां आम जनता के रखवाले ही हवस के भूखे भेड़िए बनकर घूम रहे हैं। दौसा से एक इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां राजस्थान पुलिस के सब इंस्पेक्टर ने एक चार साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदागी की। बताया जा रहा है कि दौसा के राहुवास पुलिसथाना क्षेत्र में हुई इस घटना के क्षेत्र के लोगों में गुस्सा बढ़ गया।

इस घटना के विरोध में राहुवास पुलिस थाने के बाद सैकड़ो लोग विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे और आरोपी सब इंस्पेक्टर के सिए फांसी की सजा की मांग करने लगे। इसके बाद एक वीडियो भी सामने आया। जिसमें दावा किया गया कि प्रदर्शन कर रहे कुछ ग्रामीणों ने मिलकर आरोपी पुलिस वाले को पीट दिया। वहीं इस घटना पर अब सियासत भी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस शर्मसार करने वाली घटना को लेकर राजस्थान सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.।

वसुंधरा राजे ने कांग्रेस को घेरा

वसुंधरा राजे ने इस शर्मसार करने वाली घटना को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है बीते पांच वर्षों में कांग्रेस ने राजस्थान को जो कुशासन दिया है, उसी का नतीजा है कि यहां बेटियों से दरिंदगी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। दौसा में चार वर्ष की मासूम के साथ रेप की वारदात ने राजस्थान को एक बार फिर शर्मसार किया है। इस बेटी की चीखें तब तक प्रदेशवासियों के कानों में गूंजती रहेगी, जब तक कि अपराधियों को सजा नहीं मिल जाती और जब तक इस निष्क्रिय सरकार की विदाई नहीं हो जाती।

बीते पांच वर्षों में कांग्रेस ने राजस्थान को जो कुशासन दिया है, उसी का नतीजा है कि बेटियों से दरिंदगी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। दौसा में चार वर्ष की मासूम के साथ दुष्कर्म की वारदात ने राजस्थान को एक बार फिर शर्मसार किया है। इस बेटी की चीखें तब तक प्रदेशवासियों के…

ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

वहीं इस मामले में ग्रामीणों ने बताया कि सब इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह क्षेत्र में एक किराए के मकान में रहता है। चार साल की मासूम बच्ची खेलते खेलते उसके कमरे के पास पहुंची थी। इसके बाद नशे में धुत सब इंस्पेक्टर ने चार साल की मासूम के साथ दरिंदगी की। बताया ये भी जा रहा है कि सब इंस्पेक्टर ने हैवानियत का विरोध करने वाले नाबालिग के पिता के साथ भी की है। वहीं चार साल की मासूम बच्ची के साथ हुई हैवानियत के बाद सैकड़ों की तादाद में गुस्साए ग्रामीणों ने राहुवास थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

बच्ची के पिता को हवालात में डाला

सूत्रों से मिली जानकारी में सामने आया है कि रहगर बस्ती में एक चार साल की बच्ची रहती है, जो खेलने के लिए घर से बाहर गई थी। इसी दौरान आरोपी सब- इंस्पेक्टर ने बच्ची को बहला फुसला कर अपने कमरे में बुला लिया उसके बाद रेप किया। इसके बाद बच्ची रोते हुए अपनी मां के पास पहुंची आपबीती बताई, जिसके बाद बच्ची के पिता पुलिस थाने शिकायत करने पहुंचे तो उल्टा बच्ची के पिता को पकड़कर हवालात में डाल दिया गया।

फिर नाबालिग के पिता के साथ भी मारपीट की गई और उनका हाथ तोड़ दिया गया। उसके बाद सब इंस्पेक्टर ने लड़की के पिता को कहा कि अब बच्ची को नहला दो ताकि सबूत मिट जाए। वहीं बताया ये भी जा रहा है कि विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों नेआरोपी पुलिस वाले को पिट दिया।

भारत-अमेरिका के बीच 'टू प्लस टू मीटिंग', डिफेंस प्रोडक्शन, इजरायल-हमास जंग और चीन से निपटने को लेकर हुई बात

#india_us_two_plus_two_ministerial_level_talks

भारत और अमेरिका के बीच शुक्रवार को 'टू प्लस टू' वार्ता हुई। इसमें कई मुद्दों पर दोनों पक्षों में बातचीत हुई। बैठक के बाद भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान कनाडा में खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर भारत ने अमेरिका से चिंता जाहिर की है। 'टू प्लस टू' मंत्रिस्तरीय वार्ता के दौरान खतरनाक एमक्यू-9बी ड्रोन हासिल करने के लिए भी बात हुई।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘हमने अपनी चिंताओं को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है।’ 'टू प्लस टू' मंत्रिस्तरीय वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने किया, जबकि विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय पक्ष का नेतृत्व किया। क्वात्रा ने कहा, ''हमारी मुख्य चिंता सुरक्षा को लेकर है और मुझे यकीन है कि आप सभी हाल ही में एक ऐसे व्यक्ति के, सामने आए वीडियो से अवगत होंगे।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि हमने अपनी चिंताओं को साफ कर दिया है। हमारी मुख्य चिंता सुरक्षा को लेकर है। सभी को गुरपतवंत सिंह पन्नू के वीडियो के बारे में मालूम है, जो बहुत ही गंभीर सुरक्षा चिंता पैदा कर रहा है। अमेरिका ने कहा कि भारत और कनाडा को सहयोगात्मक तरीके से इस मतभेद को सुलझाने का रास्ता खोजना चाहिए।

नई दिल्ली में हुई इस बैठक के दौरान इजरायल-हमास जंग पर भी बात की गई। अमेरिका ने कहा है कि भारत-अमेरिका दोनों ही देश इजरायल के साथ खड़े हैं। वहीं, भारत ने भी इस बैठक में फिलिस्तीन की स्थापना के लिए बातचीत फिर से शुरू करने की वकालत की। भारत ने ये भी कहा कि मध्य पूर्व के हालात चिंता का विषय हैं।

'टू प्लस टू' मंत्रिस्तरीय वार्ता में भारत-अमेरिका के बीच हथियारों के सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा की गई। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बताया कि भारत-अमेरिका डिफेंस इंडस्ट्रीज पार्टनरशिप के तहत लड़ाकू विमानों को मिलकर बनाएंगे। उन्होंने बताया कि बख्तरबंद वाहनों के प्रोडक्शन पर काम चल रहा है। ये बेहद अहम है। भारत के अमेरिका से 31 एमक्यू-9बी ड्रोन खरीददारी पर ऑस्टिन ने कहा कि इसका ऐलान सही समय पर कर दिया जाएगा।

पीएम मोदी ने मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए लिखा गीत, ‘अबंडेंस इन मिलेट्स’ ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट

#song_abundance_in_millets_nominated_for_grammy_award_pm_modi_helped_in_writing

केन्द्र मोदी सरकार लगातार मोटे अनाज यानी मिलेट्स को बढ़ावा देने की कोशिशें कर रही है। इसको लेकर कई तरह के कार्यक्रमों का बी आयोजन किया जा चुका है। यहां तक की जी 20 शिखर सम्मेलन में भी विदेसी मेहमानों के सामने मोटे अनाज से बने व्यंजन पेश किए गए थे।यही नहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया को मोटे अनाज के फायदे बताने के लिए एक गीत भी लिखा है। अब पीएम नरेंद्र मोदी के सहयोग से लिखे गाने ‘एबंडेंस इन मिलेट्स’ को बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक परफॉर्मेंस कैटेगरी में ग्रैमी पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया है।

‘एबंडेंस इन मिलेट्स’ गीत को भारतीय-अमेरिकी गायक फाल्गुनी शाह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सहयोग से लिखा था। ये गाना फाल्गुनी शाह और उनके पति गौरव शाह ने ही गाया है।गाने को कंपोज करने में फाल्गुनी का साथ उनके पति और म्यूजिशियन गौरव शाह ने दिया है। खास बात ये है कि इस गीत में पीएम मोदी भी नजर आए हैं।‘एबंडेंस इन मिलेट्स‘ गीत को ग्रैमी अवार्ड के बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक परफॉर्मेंस श्रेणी में नामांकित किया गया है।

‘एबंडेंस इन मिलेट्स‘ गीत 16 जून को रिलीज हुआ था। इस गीत के रिलीज होने से पहले खुद फाल्गुनी शाह ने ये बताया कि ये गीत पीएम मोदी ने मेरे और मेरे पति गौरव शाह के साथ मिलकर लिखा है। उन्होंने बताया था कि यह गीत अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष का जश्न मनाने के लिए तैयार किया गया है।दरअसल, वर्ष 2023 को ‘‘अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष’’ के रूप में नामित किया गया है, जिसके लिए भारत द्वारा एक प्रस्ताव लाया गया था और संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के शासी निकायों के सदस्यों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र द्वारा इसका समर्थन किया गया था।

ऐसा पहली बार है जब किसी राजनेता को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित ग्रैमी नॉमिनेशन में जगह मिली हो।इस गाने में मिलेट्स फूड यानी बाजरा की खेती और अनाज के तौर पर इसकी उपयोगिता के बारे में बात की गई है।

आप सांसद संजय सिंह का सनसनीखेज दावा, बोले- केजरीवाल की सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, बल्कि बड़ी घटना को दिया जाएगा अंजाम

#aap_mp_sanjay_singh_claims_big_incident_going_to_happen_with_arvind_kejriwal

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। यहां संजय सिंह ने मीडिया के सामने बड़ा दावा किया। आप सांसद ने केजरीवाल को फंसाने को लेकर बड़ी साजिश रचे जाने का दावा किया।बता दें कि ईडी ने शराब नीति घोटाले में पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन भेजा था। हालांकि वह ईडी के सामने पेश नहीं हुए। उन्होंने एजेंसी के नोटिस को राजनीति से प्रेरित और गैर कानूनी बताया था।

राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के लिए आप सांसद सांसद संजय सिंह को जमानत नहीं मिली। दिल्ली शराब नीति घोटाले में गिरफ्तार संजय सिंह के मामले और जमानत याचिका पर सुनवाई 24 नवंबर को होगी। कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया। यानी संजय सिंह की दिवाली जेल में ही मनेगी। आप सांसद ने कोर्ट से बाहर निकलते हुए एक बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा- ” ये केजरीवाल को फंसाने की बहुत बड़ी साजिश है। सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, ये लोग केजरीवाल के साथ बड़ी घटना को अंजाम देने वाले हैं।” 

आम आदमी पार्टी के एक्स हैंडल से इस भी वीडियो को इसी कैप्शन के साथ शेयर किया गया है। जिसमें संजय सिंह बड़ा खुलासा करते हुए कह रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी ही नहीं बल्कि उन्हें फंसाने की पूरी साजिश है और कुछ बड़ी घटना हो सकती है। 

बता दें कि दिल्ली शराब घोटाले में राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहले से ही जेल में बंद हैं। इसके बाद पिछले दिनों जांच एजेंसी ईडी ने अरविंद केजरीवाल को भी समन जारी किया था। उन्हें 2 नवंबर को पेश होने को कहा गया था। हालांकि वह ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे और उन्होंने ईडी के समन को गैरकानूनी बता दिया था। इसके बाद दिल्ली विधानसभा में आप विधायकों की एक बैठक बुलाई गई थी। यह बैठक सीएम केजरीवाल को ईडी का समन और उनकी गिरफ्तारी की आशंका को लेकर बुलाई गई थी। इस बैठक एक बाद दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा था कि अगर केजरीवाल गिरफ्तार होते हैं तो दिल्ली सरकार जेल से चलेगी।

क्या महाराष्ट्र में फिर आने वाला है सियासत बवंडर? शरद पवार से मिलने के बाद तुरंत दिल्ली पहुंचे अजीत पवार

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क्या सुलझ जाएगी पवार परिवार की लड़ाई? शरद पवार और अजीत पवार को लेकर ये सवाल बार बार उठते रहे हैं। दरअसल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में दो फाड़ होने के बाद शरद पवार और अजीत पवार के बीच तनाव की बता होती रही है। हालांकि, दोनों नेताओं ने बार बार इस बात को झुठलाया है। यही नहीं, अजीत पवार के एनडीए के साथ आने के बाद भी चाचा-भतीजा की मुलाकातें होती रही हैं। जिसके बाद 'चाचा-भतीजा' का जिक्र होता रहा है। एक बार फिर इसी तरह के हालात बने हैं। दरअसल, शरद पवार और अजित पवार एक बार फिर साथ मिले। दिवाली के मौके पर शरद पवार के भाई प्रताप पवार से उनके आवास पर मुलाकात हुई। शरद पवार से मुलाकात के तुरंत बाद अजित पवार दिल्ली पहुंचे हैं। यहां वो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिल सकते हैं। इससे महाराष्‍ट्र के राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।

महाराष्‍ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। उनके कार्यालय ने कल कहा था कि अजित पवार कुछ और दिन आराम करेंगे और पवार परिवार की दिवाली के लिए बारामती नहीं जाएंगे। लेकिन शुक्रवार को उन्होंने स्वास्थ्य कारणों को किनारे रखते हुए पुणे में शरद पवार से मुलाकात की। शरद पवार, अजित पवार, सुप्रिया सुले, सुनेत्रा पवार और परिवार के अन्य सदस्य पुणे के बानेर में शरद पवार के भाई प्रता राव पवार के घर पर जमा हुए। इस मुलाकात और बातचीत के बाद अजित पवार विशेष विमान से सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो गए। जिसे लेकर लेकर भी राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है।

बता दें कि अजित पवार के नेतृत्व में कई विधायकों ने कुछ महीने पहले बगावत कर दी थी। इसके बाद ये लोग सीएम एकनाथ शिंदे और बीजेपी की सरकार में शामिल हो गए। इस सरकार में अजित पवार डिप्टी सीएम बन गए। एनसीपी में इस टूट के बाद अजित पवार और शरद पवार कई दफे मुलाकात कर चुके हैं। हालांकि दोनों गुट पार्टी के चुनाव सिंबल पर दावा कर रहे हैं। इसको लेकर चुनाव आयोग में मामला चल रहा है

कतर की कोर्ट में भारत की अर्जी दाखिल, मौत की सजा पाए 8 पूर्व नौसेना अफसरों को छुड़ाने के लिए लड़ेगा हिंदुस्तान

 भारत सरकार ने अक्टूबर में कतर की एक अदालत द्वारा आठ पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों को सुनाई गई मौत की सजा के जवाब में अपील दायर कर दी है। जासूसी के कथित आरोप में सितंबर 2022 में गिरफ्तार किए गए अधिकारी, उनकी कानूनी स्थिति को संबोधित करने के लिए भारत के राजनयिक प्रयासों का केंद्र रहे हैं।

अपील और गोपनीयता

भारत के विदेश मंत्रालय ने खुलासा किया कि अदालत के फैसले की गोपनीय प्रकृति पर जोर देते हुए अपील की गई है। मंत्रालय ने कहा है कि, "फैसला गोपनीय है। जिस अदालत ने फैसला सुनाया है, उसे हमारी कानूनी टीम के साथ साझा किया गया है। सभी कानूनी विकल्पों पर विचार करते हुए अपील दायर की गई है।"

कांसुलर पहुंच और निरंतर सहायता

भारतीय अधिकारी कतरी अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं और हिरासत में लिए गए व्यक्तियों तक राजनयिक पहुंच सुनिश्चित की है। विदेश मंत्रालय ने मामले की संवेदनशील प्रकृति के कारण अटकलबाजी के खिलाफ आग्रह करते हुए, चल रहे कानूनी और कांसुलर समर्थन पर जोर दिया।

जासूसी के आरोप और गिरफ्तारियां

पूर्व नौसेना अधिकारियों को शुरू में व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। हालाँकि, बाद के घटनाक्रमों में जासूसी, विशेष रूप से इज़राइल के लिए जासूसी के आरोप सामने आए। इन व्यक्तियों को कतर नौसेना को प्रशिक्षण और परामर्श सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी दहारा ग्लोबल टेक्नोलॉजी एंड कंसल्टेंसी द्वारा नियोजित किया गया था।

आरोपों का विवरण

आरोपी अधिकारी कथित तौर पर कतर और एक इतालवी जहाज निर्माण कंपनी, 'फिनकैंटिएरी एसपीए' के ​​बीच एक समझौते से जुड़े पनडुब्बी कार्यक्रम की जासूसी कर रहे थे। कतर का आरोप है कि भारतीय अधिकारी पनडुब्बी कार्यक्रम की गोपनीय जानकारी इजराइल के साथ साझा कर रहे थे. जबकि कतर ने जासूसी गतिविधियों का संकेत देने वाले संचार को रोकने का दावा किया है, भारत के साथ कोई सबूत साझा नहीं किया गया है।

पारिवारिक व्यस्तता और चिंता

भारत सरकार हिरासत में लिए गए अधिकारियों के परिवार के सदस्यों के संपर्क में है और निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया है। सामने आ रही स्थिति नाजुक कूटनीतिक संतुलन को रेखांकित करती है क्योंकि भारत कानूनी जटिलताओं से निपटना चाहता है और विदेशी क्षेत्राधिकार में अपने नागरिकों के हितों की रक्षा करना चाहता है।