जिला पदाधिकारी ने की स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक, दिए कई जरुरी निर्देश
औरंगाबाद : जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री द्वारा आज समाहरणालय के सभागार में बैठक कर स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों समीक्षा की गई।
इस बैठक में सभी जिला स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ-साथ, उपाधीक्षक सदर अस्पताल औरंगाबाद एवं अनुमंडलीय अस्पताल, दाउदनगर, सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक एवं प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरकों ने भाग लिया।
इस आशय की सूचना देते हुए डीपीएम मो. अनवर आलम द्वारा बताया गया कि प्रस्तुत प्रगति प्रतिवेदन के आलोक में जिला पदाधिकारी द्वारा विभिन्न निर्देश दिए। अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केदो एवं स्वास्थ्य उप केंद्रों की समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि पदस्थापित एवं कार्यरत कर्मियों की उपस्थिति की मॉनिटरिंग पूर्वाहन में तथा अपराह्न में व्हाट्सएप के माध्यम से की जाए।
सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं स्वास्थ्य उप केंद्रों को पूर्वाह्न 9 बजे से अपराह्न 5 बजे तक खोलने के निर्देश को कड़ाई से पालन करने का निर्देश जिला पदाधिकारी द्वारा संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया है। इसी क्रम में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर मूलभूत सुविधाओं को विकसित कराने की कार्रवाई यथाशीघ्र करने हेतु निर्देश दिया गया है।
उपाधीक्षक सदर अस्पताल औरंगाबाद को पैथोलॉजी में अलग से कलेक्शन सेंटर शुरू करने, सिजेरियन ऑपरेशन प्रारंभ करने, इंजरी एवं पोस्टमार्टम का रिपोर्ट निर्गत करने में विलंब नहीं करने के साथ-साथ नए रोस्टर के अनुसार चिकित्सकों की ड्यूटी लेने हेतु निर्देश दिया गया।
सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरकों को निर्देश दिया गया कि जिन प्रखंडों में आशा का चयन का कार्य लंबित है वहां चयन का कार्य पूर्ण करें। इसी क्रम में यह भी निर्देश दिया गया कि जो आशा सही तरीके से कार्य नहीं कर रहे हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए और उन्हें चयन मुक्त करने की अनुशंसा की जाए।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी औरंगाबाद को जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि प्रखंडों में प्रतिरक्षण के कार्य को प्रभावी बनाया जाए। एनीमिया मुक्त भारत के तहत शिक्षा विभाग के साथ आवश्यक समन्वय किया जाए। इसी प्रकार आईसीडीएस विभाग से भी समन्वय कर स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों को सुदृढ़ किया जाए।
जिला पदाधिकारी द्वारा यह निर्देश दिया गया कि एंबुलेंस के परिचालन को लेकर यदि किसी प्रकार की समस्या आ रही है तो उसे उनके संज्ञान में तत्काल लाया जाए। किसी भी संस्थान में दवाई की कमी नहीं हो इसलिए सही समय पर इंडेंट किया जाए। संस्थानों में पैथोलॉजी सहित उपलब्ध अन्य डायग्नोस्टिक सेवाओं को प्रभावी रूप से क्रियान्वित कराया जाए। जिला एवं प्रखंड स्तर के सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वह क्षेत्र भ्रमण नियमित रूप से करें तथा जिला एवं प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करें।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मिथिलेश प्रसाद सिंह, जिला संचारी एवं गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रवि रंजन, सभी डेवलपमेंट पार्टनर के प्रतिनिधि एवं अन्यान्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Nov 10 2023, 18:05