गोविन्दपुर प्रखंड: विकास के डगर पर
नवादा: मगध प्रक्षेत्र के अन्तर्गत सकरी नदी के दक्षिणी किनारे पर बसा एक छोटा सा कस्बा - गोविन्दपुर। बिहार प्रांत के नवादा जिले के अंतर्गत कुल 14 प्रखंड गोविंदपुर का महत्वपूर्ण स्थान है। राज्य उच्च पथ सं0 103 पर अवस्थित गोविन्दपुर नवादा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। रजौली अनुमंडल अन्तर्गत गोविन्दपुर एक विधानसभा क्षेत्र है, जो प्रथम आम चुनाव वर्ष 1952 से लगातार आज पर्यन्त बना हुआ है।
गोविन्दपुर नवादा से लगभग 22 किलोमीटर पूर्व में है। इसके उत्तर में रोह प्रखण्ड, दक्षिण में अकबरपुर प्रखंड, पूर्व में झारखंड प्रदेश का कोडरमा जिला का सतगावाँ प्रखंड तथा पश्चिम में अकबरपुर प्रखण्ड का भूभाग पड़ता है। गोविन्दपुर प्रखण्ड में अवस्थित कई पहाड़ और वनक्षेत्र इसके प्राकृतिक सौन्दर्य को निखारता है। यह प्रखण्ड अपने भौगोलिक स्वरूप के कारण छोटानागपुर के पठारी क्षेत्र का आभास कराता है।
गोविन्दपुर प्रखंड मुख्यालय से 8 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में बिहार का कश्मीर की उपमा से नवाजे जाने वाले शीतल ककोलत जलप्रपात (झरना) है। ककोलत अपने प्राकृतिक छटा और खूबसूरती के कारण सैलानियों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करती है।
किंवदंती के अनुसार महाभारत काल में पांडवों ने इसी क्षेत्र में अज्ञातवास किया था। प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल से एक सप्ताह तक यहाँ प्रसिद्ध विसुआ (सतुआनी) मेला भी लगता है। ककोलत का आध्यात्मिक महत्व भी है।
गोविन्दपुर प्रखंड में कुल 9 पंचायतें हैं। यह प्रखण्ड देश की आजादी के बाद से ही स्थाई प्रखंड सह अंचल कार्यालय के रूप में संचालित है।
माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार नया कलेश्वर ओढ़कर चैतरफा विकास की धुन में लीन है। गोविन्दपुर प्रखंड में भी विकास की बयार बहती रही है, जो अनवरता जारी है। यहाँ सड़कों का जाल, खेतों की हरियाली, उन्नत स्वास्थ्य केन्द्र, बिजली पावर ग्रिड, शैक्षणिक संस्थान, पेयजल आदि की बुनियादी सुविधाएं आम जनों की सेवा में कार्यरत है। साथ ही चप्पे-चप्पे पर ‘सात निश्चय की निशानियाँ तथा षष्टम राज्य वित्त आयोग व पन्द्रहवीं केन्द्रीय वित्त आयोग की उपलब्धियाँ दृष्टिगोचर हो रही हैं।
सड़कों का निर्माण राज्य सरकार द्वारा पूरे राज्य में छोटे-छोटे बसावट को पक्की वारहमासी सड़क से जोड़े जाने संबंधी योजना के अंतर्गत गोविन्दपुर प्रखंड में कई गाँवों और टोलों को मुख्य पथ से पक्की सड़कों के निर्माण कर जोड़ा गया है कुतरूचक- बुधवारा पथ, कोरिअना रामपुर पथ, हरना बेला कृष्णानगर पथ आदि दर्जनों आदि दर्जनों पथों का निर्माण ‘मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना‘ एवं ‘प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से करवाया गया है। जिससे आमलोगों के लिए आवागमन सुलभ हो गया है। मंझवे से दर्शन (गोविन्दपुर) तक निर्माणरत ‘राज्य उच्च पथ सं0 103‘ का अधिकांशतः हिस्से से गोविन्दपुर प्रखंड आच्छादित होने से यह क्षेत्र व्यवसायिक गतिविधियों का केन्द्र बनता जा रहा है। जिससे स्थानीय लोगों की आय में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है।
श्री आशुतोष कुमार वर्मा जिलाधिकारी नवादा के मार्गदर्शन में लगातार गोविंदपुर प्रखंड का विकास हो रहा है । ककोलत को अत्याधुनिक रूप से सजाया जा रहा है ।पर्यटन का विकास के दृष्टिकोण से बिहार सरकार के पर्यटन विभाग के द्वारा लगभग 14 करोड़ 95 लाख की लागत से ककोलत जल प्रपात का विकास किया जा रहा है, जिसमें सीढ़ी, स्वीमिंग पूल, गेस्ट हाउस, रेस्तरा, कैफेटेरिया, वाहन पार्किंग इत्यादि सुविधाएँ पर्यटकों के लिए उपलब्ध होगा। ककोलत अपने नये स्वरूप के कारण पर्यटन मानचित्र पर एक प्रख्यात केन्द्र बनेगा। जिससे रोजगार और राजस्व के स्त्रोत में वृद्धि होगी। ककोलत से थोड़ी दूरी पर कोल महादेव डेम है, जहाँ बोटिंग, मत्स्य पालन, पन बिजली, सिंचाई हेतु जल की काफी संभावनाएँ है।
कृषि के क्षेत्र में कार्य कृषि कार्य की बेहतरी और पैदावार के बढ़ावा हेतु मृदा जाँच क्रम में 270 लक्ष्य के विरूद्ध 152 किसानों का मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना से आच्छादित किया गया है। चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में सभी 9 पंचायतों में ऑनलाईन पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर 78.66. किवंटल बीज वितरण किया जा जा चुका है। इस वर्ष खरीफ फसल के अंतर्गत 3657 हेक्टेयर लक्ष्य के विरूद्ध 3399 हेक्टेयर भूमि पर धान की रोपनी की गई है। आकस्मिक फसल योजना के तहत कुल 237 क्विंटल बीज का वितरण किया जा चुका है। वर्षा मापी यंत्र सभी पंचायतों में सुचारू रूप से चालू है।
पंचायती राज विभाग- पंचायत समिति हेतु पद्रहवीं वित्त आयोग में वित्तीय वर्ष 2022-23 का अवशेष राशि 1,39,81,101 रूपये में से चालु वर्ष में 26,73,601, रूपये व्यय कर गली-नली एवं अन्य से संबंधित 13 लंबित योजनाओं में से 8 योजनाओं को पूर्ण कर लिया गया है, शेष 5 योजनाऐं प्रगति पर है।
षष्टम वित्त आयोग से प्राप्त राशि 2,00,11,950 रूपये में से 1,16,55,796 रूपये व्यय कर गत वर्ष की लंबित 14 योजनाएँ और चालू वर्ष की 21 योजनाओं को शामिल की गई है. जिसमें से 19 योजनाएँ पूर्ण कर ली गई है, शेष 16 निर्माणाधीन है।
पंचायत सरकार भवनों में बनिया विगहा पंचायत का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। ग्राम पंचायत विशुनपुर और सुघड़ी में कार्य प्रगति पर है। दो ग्राम पंचायत भवनपुर और बुधवारा में पंचायत सरकार भवन बनाने हेतु स्थल चयन कर अंचलाधिकारी से एन०ओ०सी० प्राप्त कर जिला को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
हर घर नल का जल के अंतर्गत 121 वार्डों में से 134 योजनाएं ली गई, जिसमें से 131 योजनाओं को पूर्ण कर लिया गया है। शेष 3 अपूर्ण स्थिति में है। साथ ही सभी योजनाओं का हस्तांतरण च्भ्म्क् को किया जा चुका है।
गोविन्दपुर द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 137 आवेदकों को जन्म प्रमाण पत्र एवं 157 आवेदकों को मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया जा चुका है।
मनरेगा के अंतर्गत गोविन्दपुर प्रखंड में कुल 15,709 जॉब कार्डधारी हैं, जिसमें अनुसूचित जाति से 3581 शेष 12,083 अन्य वर्ग से आते हैं। माह अक्टूबर 2023 के लिए 3,01,422 मानव श्रम दिवस का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें से 1,68,098 मानव श्रम दिवस की उपलब्धि प्राप्त कर ली गई है। मनरेगा के तहत विभिन्न प्रकार के 2176 योजनाओं पर कार्य जारी है।
विधुत विभाग गोविन्दपुर द्वारा आरडीडीएस स्कीम के तहत सभी गाँवों में सर्वेक्षण पूर्ण कर लिया गया है, साथ ही 12 गाँवों में कार्य प्रगति पर है। हर घर नल का जल योजना के तहत 24 जगहों को छोड़कर शेष सभी योजनाओं को बिजली का कनेक्सन उपलब्ध करा दिया गया है। ‘हर घर बिजली योजना तहत 11 आवेदन पेंडिंग है, शेष सभी का निष्पादन कर दिया गया है। कृषि कार्य हेतु 24 घंटा में से 8 घंटा विधुत आपूर्ति सुनिश्चित किया गया है।
ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में वित्तीय वर्श 2016-17 से 2021-22 तक कुल 5774 लाभूकों को आवास की स्वीकृति दी जा चुकी है। जिसमें से 5584 आवास का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष अपूर्ण आवास वाले लाभूको को नोटिस निर्गत किया जा चुका है*।
मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 73 आवास की निर्माण स्वीकृति दी गई थी, जिसमें से 58 आवास का निर्माण पूर्ण किया जा चुका है।
लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु भवनपुर पंचायत को छोड़कर शेष सभी 8 पंचायतों में आवश्यक उपकरण सामग्री का क्रय किया जा चुका है। जिसमें ग्राम पंचायत सरकंडा, विशुनपुर और माधोपुर को छोड़कर शेष सभी 5 पंचायतों में नियमित रूप से कुड़े का उठाव किया जा रहा है। अक्टूबर के अंत तक शेष पंचायतों में कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
जीविका के अंतर्गत महिला सदस्यों को 1237 स्वंय सहायता समूह के माध्यम से प्रत्यक्ष रूप से 15032 महिला सदस्यों को जोड़कर जीविकोपार्जन गतिविधियों में शामिल किया गया है। गोविन्दपुर प्रखंड में मुख्य रूप 87 ग्राम संगठन व 3 सीएलएफ गठित है। एसवाईजे योजना के तहत 175 घरों को लाभान्वित किया गया है। जीविका के सहयोग से 10,368 शौचालय का निमार्ण कराया जा सका है।
समेकित बाल विकास परियोजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना में 357 लक्ष्य के विरूद्ध 242 आवेदनों का निष्पादन हो गया है। प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना हेतु निर्धारित लक्ष्य 856 के विरूद्ध 353 आवेदन का निष्पादन किया जा चुका है। पूरक पोषाहार योजना में कुल 8346 लाभार्थी चिन्हित हैं, जिसमें से सभी 8346 लाभार्थी को पोषाहार वितरण कर दिया गया है। लक्ष्य 4280 के विरूद्ध 4280 लाभुकों में पोशाक राशि का वितण कर दिया गया है।
कल्याण विभाग के अंतर्गत महादलित टोलों में सामुदायिक भवन सह वर्कशेड का निर्माण वित्तीय वर्ष 2016-17 में बकसोती पंचायत के रहीम विगहा में तथा वित्तीय वर्ष 2017-18 में सुघड़ी पंचायत के दुलारडीह के जयप्रकाश नगर में पूर्ण हो गया है। वित्तीय वर्ष 2021-21 में सरकंडा पंचायत के महादलित टोला में भी निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है पंचायत भवनपुर के कोरिऔना में सामुदायिक भवन का निर्माण हेतु निविदा की प्रक्रिया में है।
स्वास्थ्य विभाग के तहत प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र गोविन्दपुर में माह सितम्बर 2023 में कुल 124 संस्थागत प्रसव कराया गया है और 52 परिवारों को परिवार नियोजन कार्यक्रम में शामिल किया गया है। बीसीजी का टीका 235 शिशुओं को लगाया गया है। ओपीडी में प्रत्येक दिन सैकड़ो मरीजों का ईलाज किया जा रहा है, जिनके लिए पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाईयां उपलब्ध हैं।
पशुपालन विभाग के अंतर्गत पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना में 75,560 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। कुल 61.952 पशुओ के ईयर टैग किया गया है। पशु चिकित्सालय में पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवा उपलब्ध है।
श्रम संसाधन विभाग के अंतर्गत माह अक्टूबर 2023 में ‘न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1948 के तहत 08 मजदुरों की जाँच श्रम प्र० पदा० द्वारा की गई है। बिहार शताब्दी असंगठित कार्यक्षेत्र कामगार एवं शिल्पकार सामाजिक सुरक्षा योजना 2011 के तहत चालू माह में 04 आवेदन प्राप्त किया गया है।
राजस्व और भूमि सुधार विभाग के अंतर्गत अंचल कार्यालय में एक अभिलेखागार की स्थापना की जा चुकी है। प्रत्येक शनिवार को जनता दरबार आयोजित कर भूमि विवाद/समस्या का निपटारा किया जाता है।
सहकारिता विभाग के अंतर्गत धान अधिप्राप्ति वर्ष 2023-23 में 9 पैक्स एवं 1 व्यापार मंडल के द्वारा कुल 386 किसानों से 23.450 क्विंटल धान का क्रय न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गई थी। वित्तीय वर्ष 2023-24 हेतु खरीफ खाद्यान्न का क्रय 15 नवंबर से शुरू होगा।
शिक्षा विभाग के अंतर्गत यहाँ से पूर्व से तीन उच्च माध्यमिक विद्यालय थे। राज्य सरकार के लक्ष्य के अनुसार समस्त 9 पंचायतों में एक-एक मध्य विद्यालयों को उच्च माध्यमिक विद्यालय में उत्क्रमित कर लक्ष्य को पूर्ण कर लिया गया है।
सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत गोविंन्दपुर प्रखंड में वृद्धजन पेंशन योजना के तहत लाभूको की संख्या 4519 है लक्ष्मी बाई पेंशन योजना के तहत लाभुक 1273 है। इंदिरा गाँधी वृद्धवस्था पेंशन योजना के तहत लाभूकों की संख्या 2786 है। बिहार निःशक्तता पेंशन योजना के तहत् लाभुक की संख्या 891 है। इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के तहत लाभुकों की संख्या 221 है। इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय निःशक्तता पेंशन योजना के तहत लाभुकों की संख्या 21 है। पेंशन अन्तर्गत कुल लाभार्थियों की संख्या:- 9711 है।
पुलिस विभाग के द्वारा अपराध नियंत्रण हेतु नक्सल थाना थाली की स्थापना व निर्माण किया जा चुका है बिहार-झारखंड सीमा पर ग्राम दर्शन के निकट चेक पोस्ट के माध्यम से सघन जाँच की जाती है। थाना परिक्षेत्र में 24 घंटे पुलिस गश्ती की जाती है।
’’ हमारे इरादों का इम्तहान अभी बाकी है। हमारे हौसलों का उड़ान अभी बाकी है। अभी तो नापी है मुट्ठी भर जमीं, नापने को सारा आसमान अभी बाकी है।’’
Oct 30 2023, 18:56