जबतक जीवित है बीजेपी से रहेगी दोस्ती वाले बयान को लेकर मचे घमासान पर बोले सीएम नीतीश कुमार, निजी रिश्तों की बात का राजनीतिक मायने निकालना दुखद
डेस्क : बीते गुरुवार को मोतिहारी में केन्द्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि जबतक वे जीवित है बीजेपी से दोस्ती बनी रहेगी। उनके इस बयान के बाद प्रदेश मे चर्चाओं का बाजार गरम हो गया। यह मायने निकाला जाने लगा कि नीतीश कुमार एकबार फिर बीजेपी के साथ जा सकते है।
इधर इस चर्चा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अफसोस जताया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना एम्स के कार्यक्रम में अफसोस जताते हुए कहा कि निजी रिश्तों की बात करने पर भी सियासी मायने निकाला जा रहा है यह दुखद है।
पटना एम्स के दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि मोतिहारी में पुराने साथियों के साथ मिलकर किए गए विकास कार्य की याद क्या दिलाई, अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि हम सबकी तारीफ करते रहते हैं। आज हम दूसरी जगह (मोतिहारी में) बोले हैं तो सब क्या-क्या चला दिया। पुराने साथियों के साथ मिलकर जो काम किए थे, वही कहे थे कि आप सबको तो याद है ही।
समारोह के दौरान एम्स ऑडिटोरियम में मौजूद भाजपा सांसद रामकृपाल यादव और छेदी पासवान की ओर मुखातिब होकर कहा कि ये लोग भी यहीं बैठे हैं। इसी तरह वहां भी पुराने साथी लोग बैठे थे। वहां कहा था कि याद है न भाई, यहां पर क्या-क्या किए थे जब हम साथ थे, तो वे लोग ताली बजाने लगे। इसी पर सब क्या-क्या समझ लिया।
बता दें मोतिहारी केन्द्रीय विवि के पहले दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वहां मौजूद भाजपा नेताओं का नाम लिये बगैर कहा कि यहां सामने जो लोग बैठे हुए हैं, ये 2005 से हमारे साथ रहे हैं। हम इधर हैं, आप उधर हैं, इसे छोड़िए। दोस्ती थोड़े खत्म होगी। हम सबकी इज्जत करते हैं और हम जब तक जीवित रहेंगे हमारे मन में आप सब के प्रति आदर का भाव रहेगा। हम आगे भी आप सबकी सेवा और सम्मान करते रहेंगे।
Oct 20 2023, 10:44