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*जी-20 की सफलता से आगे की राह हुई आसान

अब भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता की दावेदारी होगी मजबूत : डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता 

शिवहर : अखिल भारती तेली महासभा बिहार प्रदेश अध्यक्ष सह सम्पूर्ण वैश्य समाज बिहार प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता के साथ ही जिला परिषद उपाध्यक्ष सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष पार्वती देवी ने कहा है कि जी-20 में कई ऐसे मुद्दों पर जिन पर सहमति असंभव लगता था ,संयुक्त घोषणा पत्र जारी करना और 55- सदस्यीय अफ्रीकी यूनियन को इस संगठन का सदस्य बनाकर इसे जी -21 का नया नाम देना मेजबान भारत की बड़ी उपलब्धि में शुमार हो गया है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है।

अखिल भारतीय तेली महासभा बिहार प्रदेश अध्यक्ष सह सम्पूर्ण वैश्य समाज बिहार प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता और जिला परिषद उपाध्यक्ष सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष पार्वती देवी ने कहा है कि जिस पर भारत में राजनीतिक विपक्ष या हमारे विदेशी विरोधी जैसे चीन या पाकिस्तान इस सफलता को नजरअंदाज कर कुछ आरोप लगा सके। जहां रूस ने इसे अपनी ही नहीं पूरी दक्षिणी दुनिया को जीत बताई और इसका श्रेय भारत को देते हुए कहा है कि उसने पश्चिमी दुनिया के मंसूबे पर पानी फेर दिया है।

उन्होंने बताया कि वहीं फ्रांस सहित पूरे यूरोप ने कहा कि नई दिल्ली शिखर सम्मेलन ने रूस को अलग-थलग कर दिया। दुनिया के राजनायिक इतिहास में बिरले ऐसे अवसर आते हैं जब किसी देश को पक्ष और विपक्ष एक ओर अमेरिका और पश्चिमी दुनिया और दूसरी ओर रूस और चीन सहित कुछ अन्य देश- दोनों श्रेय दे। इस सफलता का एक और आयाम है।

भाजपा नेता डॉ गुप्ता ने आम जनता को ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि अब भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद( यूएनएससी) में स्थाई सदस्यता की दावेदारी को नजर अंदाज करना लगभग असंभव होगा। सुरक्षा परिषद को विस्तार देना दुनिया की मजबूरी होगी और शायद चीन का ('वीटो') भी अब भारत को रोक नहीं पाएगा ,भले ही इसके लिए परिषद को चार्टर का प्रावधान बदलना पड़े।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के बल पर भारत पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक गलियारे पर सहमति एक असाधारण सफलता है ,क्योंकि इससे चीन की आर्थिक बादशाहत पर रोक लगेगी और भारत के लिए ट्रेड यातायात और संस्कृति मेलजोल के रास्ते खुलेंगे।

उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर होगा जिसमें चीन को अपनी विस्तारवादी नीति छोड़नी पड़ेगी या फिर भारत के नेतृत्व वाली नई दुनिया के साथ द्वंद करना होगा।

डॉ. कुमारी वन्दना को मिला डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान

पटना : सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन ने शिक्षा के क्षेत्र उल्लेखनीय योगदान देने के लिये डॉ. कुमारी वन्दना को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया।

राजधानी पटना के कासा पिकोला में दीदीजी फाउंडेशन ने डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2023 का आयोजन किया था। इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र उल्लेखनीय योगदान देने वाले 40 शिक्षकों को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।

गया जिले के शेरघाटी प्रखण्ड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय नकनुपा में सामाजिक विज्ञान में पदस्थापित माध्यमिक शिक्षिका डॉ. कुमारी वन्दना को को मोमेंटो और अंगवस्त देकर डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान सम्मानित किया गया।

डॉ. कुमारी वन्दना को यह सम्मान पद्श्री विमल जैन, सहायक कर आयुक्त समीर परिमल, भाजपा प्रवक्ता संजीव कर्ण और दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापक डा. नम्रता आनंद ने दिया।

वहीं डॉ. कुमारी वन्दना ‘डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान शिक्षक सम्मान प्रदान किये जाने के लिये ‘दीदीजी संस्था‘ की संस्थापिका डॉ0 नम्रता आनंद के प्रति आभार भी प्रकट किया।

डॉ॰ वन्दना ने अर्थशास्त्र से पीएच॰डी॰ तक शिक्षा पटना विश्वविद्यालय से प्राप्त की है। डॉ॰ वन्दना का कहना है कि यह सम्मान हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा।

उन्होंने कहा कि पहली बार हमारी कर्त्तव्यनिष्ठ और सेवा भाव को मान्यता दी गयी है। डॉ. वन्दना अनुशासन की कटौती सख्त है। अपने विद्यालय के बच्चों के साथ सहयोगी के रूप में जानी जाती है।

राज की रिपोर्ट

हिंदू आस्था का अपमान नही सहेगा हिंदुस्तान, गांव -गांव जाकर गठबंधन का असली चेहरा उजागर करेंगे : रविशंकर प्रसाद

पटना : पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को सनातन धर्म और हिंदुओं के खिलाफ दिए जा रहे बयान पर कांग्रेस को घेरते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से सवाल पूछा है। 

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि सोनिया, राहुल और खरगे से पूछता हूं कि मुंबई की बैठक में आपने क्या यह तय किया है कि हिन्दू आस्था को बदनाम करना है।

उन्होंने कहा कि हिन्दू, सनातन धर्म के बारे में क्यों बार बार अनाप-शनाप बोला जा रहा है? ये लोग इसका जवाब दें। डीएमके के उदयनिधि के बाद ए राजा ने सनातन धर्म का अपमान किया. ए राजा ने सनातन धर्म का अपमान करते हुए इसकी एचआईवी से तुलना की है। ए राजा ने कहा है कि सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक है। 

उन्होंने सोनिया गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हिंदू धर्म को कितना समझते हैं, हम जानते हैं। उन्होंने कहा कि मुगल सल्तनत हिंदू आस्था को नहीं हिला सकी, ब्रिटिश शासन ने भी हिंदू आस्था को टच नहीं कर सकी। सनातन की ज्वाला आगे बढ़ते गई।

श्री प्रसाद ने राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह के ' टीका वाले देश को गुलाम बनवाया ' पर कहा कि सिंह कहते है कि जो लोग तिलक लगाकर घूमते हैं उन्हीं लोगों ने भारत को गुलाम बनाया है और उधर लालू यादव मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर में जाकर दिखावे के लिए पूजा कर रहे थे।

प्रेस कांफ्रेंस में संविधान की मूल प्रति लेकर पहुंचे श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस हिन्दू आस्था को शर्मसार कर रही है। उन्होंने कहा कि इसीलिए इसे घमंडिया गठबंधन कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांव-गांव जाकर इस गठबंधन और कांग्रेस का असली चेहरा उजागर करेंगे। 

उन्होंने संविधान की मूल प्रति दिखाते हुए सोनिया को निशाने पर लेते हुए कहा कि सोनिया गांधी भूल गई हैं और राहुल गांधी तो पढ़ते-लिखते नहीं हैं इसलिए मैं इसे लेकर आया हूं। 

कहा कि संविधान मे फंडामेंटल राइट पर राम जानकी और लक्ष्मण के साथ श्रीलंका विजय के बाद अयोध्या लौटने का चित्र है। सोनिया गांधी आपके ज्ञान के लिए, एक दूसरी तस्वीर देखिए। भगवान कृष्ण अर्जुन को गीता का ज्ञान दे रहे हैं। 

रविशंकर प्रसाद ने साफ लहजे में कहा कि संविधान की मूल प्रति में भगवान हनुमान की तस्वीर, नटराज की तस्वीर, इसमें शिवाजी हैं, झांसी की रानी हैं और महात्मा गांधी हैं, अकबर, बाबर और औरंगजेब नहीं है। 

उन्होंने कहा कि इसमें राजेंद्र प्रसाद जी के बाद आपके दादा ससुर जी के भी हस्ताक्षर हैं। उन्होंने सोनिया गांधी से सवाल करते हुए कहा कि इसमें मौलाना आजाद, वल्लभ भाई पटेल, अंबेडकर, नेहरू को कभी दिक्कत नहीं हुई, आपकी कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है? 

पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को संविधान पढ़ने की जरूरत है। जरूरत पड़ेगा तो हम ख़ुद संविधान कि प्रति भेजेंगे।

प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से प्रदेश प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी मनोज शर्मा भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह प्रदेश प्रवक्ता सुषमा साहू भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल उपस्थित थे l

छात्रों का बहुप्रतिक्षित परीक्षा (जी.टी.एस.ई.) का हुआ लाँच, 6ठी से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों के लिए सुनहरा अवसर

गोल टैलेंट सर्च एग्जाम (जी.टी.एस. ई.) के माध्यम से बड़े शहर के छात्र ही नहीं, छोटे गांव, कस्बों एवं शहरों के प्रतिभाशाली बच्चों को भी कंपीटीशन के लिए तैयार किया जाता है। इस एग्जाम के माध्यम से मेधावी छात्र एवं आर्थिक रूप से कमजोर छात्र अपने गोल को पाने में कामयाब रहे हैं। कई लोगों ने काफी बेहतर मुकाम हासिल किया है। इस टेस्ट के माध्यम से काफी संख्या में स्टूडेंट्स ने अपने सपने को साकार किया है। यह बातें गोल इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह ने कही।

 उन्होंने कहा कि ग्रामीण परिवेश में अभी भी जागरूकता की जरूरत है, इस कारण से जी.टी.एस.ई. के फॉर्म सभी तरह के स्टूडेंट्स के लिए उपलब्ध है। ऑनलाइन फॉर्म भरने की व्यवस्था भी की गयी है। छठी से 12वीं तक पढ़ने वाले स्टूडेंट्स www.gtse.in पर जा कर 20 नवंबर तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं।

26 नवंबर को ऑनलाइन परीक्षाः 

परीक्षा ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड में आयोजित की जायेगी। 26 नवंबर को ऑनलाइन परीक्षा होगी, इसमें स्टूडेंट्स अपने सुविधानुसार मोबाइल एवं लैपटॉप से परीक्षा दे सकते हैं। मुख्य परीक्षा 10 दिसंबर को ऑफलाइन जोन हेडक्वार्टर में होगा।

 गोल के मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह ने बताया कि गोल संस्थान से पिछले 12 वर्षों में इस परीक्षा के माध्यम से लगभग 3.75 लाख स्टूडेंट्स लाभान्वित हो चुके हैं। हर वर्ष 100 शहरों के लगभग 300 छात्रों को प्रोत्साहन स्वरूप लैपटॉप, टैबलेट, बैग एवं घड़ी देकर प्रोत्साहित किया जाता है और गोल के कोर्स के लिए 100 प्रतिशत तक छात्रवृत्ति भी दी जाती है। इस परीक्षा में चयनित स्टूडेंट्स को पूर्वी भारत का सर्वश्रेष्ठ शिक्षण प्लेटफॉर्म के रूप में गोल एजुकेशन विलेज में रखकर क्लास और सेल्फ स्टडी की सुविधा दी जाती है, जहां से प्रत्येक वर्ष सैकड़ों स्टूडेंट्स सफलता पाकर मेडिकल एवं जेइइ का टॉप रैंकर बनते हैं।

नैतिक शिक्षा के साथ-साथ जरूरी है अवेयरनेस

गोल इन्स्टीट्यूट के फाउण्डर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह कहते हैं कि जागरूकता समाज में जरूरी है।

 जागरूकता से सामाजिक परिवर्तन होता है, सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए नैतिक शिक्षा के साथ-साथ अवेयरनेस जरूरी है। शिक्षा और जागरूकता साथ-साथ हो तो कई समस्या का समाधान तुरंत हो जायेगा। 6ठी से 12वीं में पढ़ने वाले बच्चों की उम्र नाजुक होती है, इस उम्र में बच्चों को किसी भी दिशा में मोड़ सकते है इस कारण गोल टैलेंट सर्च एग्जाम के माध्यम से बच्चों में कंपीटीशन की भावना जागृत करने का प्रयास है, इसके बाद काउंसेलिंग में बच्चों को सही दिशा में गाइड भी किया जाता है। 

शारीरिक रूप से अक्षम व दिव्यांग स्टूडेंट्स को निःशुल्क दी जायेगी शिक्षा गोल टैलेंट सर्च एग्जाम के मकसद को बताते हुए गोल इंस्टीट्यूट के असिसटेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने कहा कि सामाजिक दायित्व के तहत स्टूडेंट्स को पहले से ही प्रतियोगिता से संबंधित जागरूकता लाने के लिए हमलोगों ने गोल टैलेंट सर्च एग्जाम की शुरूआत की है और हमें खुशी है कि प्रत्येक वर्ष हजारों छात्र इसका लाभ ले रहे हैं। शारीरिक रूप से अक्षम, दिव्यांग चयनित छात्रों को हमारी संस्थान मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए बिना किसी शुल्क के शिक्षा प्रदान करेगी।

अच्छे रैंक लाने वाले को मिलेगा लैपटॉपः 

बिहार एवं अन्य राज्यों के कई मेधावी छात्र जो दूर-दराज गांवों में अपनी प्रतिभा को खुद में समेटे किसी अवसर की तलाश में रहते हैं, उनके लिए आशा की किरण के रूप में आती है 'गोल प्रतिभा खोज परीक्षा'। अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने को बेताब साइंस में रूचि रखने वाले ऐसे छात्र-छात्राएं, जो कक्षा छठी से 12वीं में पढ़ रहे हैं, वे इस परीक्षा के माध्यम से अन्य प्रतियोगी छात्रों के लिए अपनी प्रतिभा को जांच सकते हैं ।

 अच्छे रैंक लाने पर वे लैपटॉप एवं कई अन्य पुरस्कारों को पाने के साथ गोल इंस्टीट्यूट में मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए निःशुल्क तैयारी करने का अवसर पा सकते हैं। गोल इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह बताते हैं कि इस प्रोग्राम में दो चरणों में परीक्षा ली जाती है, प्रथम चरण में ऑनलाईन परीक्षा होगी जिसे छात्र लैपटॉप, डेस्कटॉप एवं मोबाईल के माध्यम से अपने घरों से दे सकते हैं। करीब छः राज्यों बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, उड़ीसा के हजारों छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में शामिल होंगे। इस चरण में चयनित स्टूडेंट्स द्वितीय या मुख्य परीक्षा में भाग लेंगे, जो जोन मुख्यालय में ऑफलाईन मोड में आयोजित किया जाता है- 

टैलेंटेड स्टूडेंट्स को 100 फीसदी तक स्कॉलरशिप

इन्हीं जोन में मुख्य परीक्षा के साथ सेमिनार का आयोजन किया जाता है, जहां छात्र खुद से संबंधित प्रतियोगिता परीक्षा के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं, इस सेमिनार में उन्हें उचित दिशा-निर्देश भी दिया जाता है। इस सेमिनार में चयनित छात्रों को पुरस्कृत कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है। श्री बिपिन सिंह ने कहा कि इसमें वैसे प्रतिभाशाली चयनित छात्र को पुरस्कार के साथ गोल के क्लासरूप कोर्स में 100 प्रतिशत तक की स्कॉलरशिप दी जाती है, ताकि टैलेंटेड छात्रों की तैयारी में कोई बाधा न आ सके।

गोल इन्स्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने बताया कि 6ठी से 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे छात्रों को शुरूआती दौर से ही कॉम्पीटीटीव अवेयरनेस के साथ-साथ भविष्य में आने वाले प्रतियोगी परिक्षाओं से रूबरू करवाया जाता है ताकि उनका फंडामेंटल शिक्षा को नए समय के जरूरतों के अनुसार मजबुती दी जा सके जिसके आधारस्तंभ पर छात्र सफलता की नई इमारत खड़ी कर सकें। साथ ही उन्होनें कहा कि हमारी संस्थान ओलंपियाड एवं नेशनल टैलेंट सर्च परीक्षा (एन.टी.एस.ई.) के लिए भी छात्रों को मार्गदर्शन देकर सफलता के लिए प्रेरित करती है। 

जीटीएसइ टॉपर अब आई.आई.टी. व टॉप मेडिकल कॉलेज में

गोल संस्थान के आर. एण्ड डी. हेड आनन्द वत्स ने बताया कि गोल टैलेंट सर्च एग्जाम में बेहतर करने वाले स्टूडेंट्स आज अच्छे मुकाम पर हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, आइएएस, आइपीएस के साथ अन्य प्रतियोगिता परीक्षा में बेहतर कर रहे हैं। 

कविता कांत (एम्स पटना), शंभु सिंह (आई.आई.टी. मुम्बई), प्रेरणा (लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज), मो. शाकिब (मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज), केशव प्रसुन्न (आई.आई.टी. दिल्ली), शिवांशु सिंह (वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, दिल्ली) आदि बहुत से छात्र विभिन्न मेडिकल कॉलेज से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। नेशनल टॉपर शंभू कुमार आइ.आइ.टी. मुंबई से बी.टेक. कर रहे है- उनकी सफलता ने गोल टैलेंट सर्च परीक्षा का महत्व सुनिश्चित किया है। शंभू कुमार ने इस सफलता के बाद देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कॉलेज में अपना नामांकन प्राप्त करने के साथ इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बड़ी सफलता की ओर अपना कदम बढ़ाया है-

गोल में एडमिशन के लिए कोई दवाब नहीं: 

इस प्रतियोगिता में गोल के कोर्सेस में एडिमशन लेने के लिए कोई दवाब नहीं दिया जाता है, उन्हें अपने कैरियर चुनने की आजादी है। कहीं भी पढ़े, लेकिन उन्हें स्कॉलरशिप दी जाती है। गोल के द्वारा आयोजित सेमिनार में कैरियर से संबंधित मार्गदर्शन दिया जाता है। 

इस टेस्ट में सफल होने वाले स्टूडेंट्स अगर इंजिनियरिंग या मेडिकल की तैयारी करने के लिए गोल में एडमिशन लेते हैं, तो उन्हें विशेष रियायत दी जाती है। 

महत्वपूर्ण जानकारियाँ

फार्म भरने की अंतिम तिथिः 20 नवंबर

फॉर्म ऑनलाइनः www.gtse.in पर भरा जा सकता है।

फॉर्म ऑफलाइनः गोल इंस्टीट्यूट के किसी भी ऑफिस में जाकर प्राप्त कर सकते हैं- इसके लिए 200 रुपये शुल्क देना होगा।

प्रारंभिक परीक्षाः 26 नवंबर (ऑनलाइन) छात्र अपने सुविधानुसार मोबाइल एवं लैपटॉप से दे सकते हैं।

मुख्य परीक्षाः 10 दिसंबर (ऑफलाइन) जोन हेडक्वार्टर में पटना, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णियां, भागलपुर, रांची, धनबाद, देवघर, जमशेदपुर, डाल्टेनगंज, भीलाई, रायपुर, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश एवं उड़ीसा में होगा।

गोल हेल्पलाईनः 9334594165 / 66 / 67

शिक्षक दिवस पर गोल इन्स्टीट्यूट ने किया शिक्षकों को सम्मानित

समाज और देश की सभ्यता और संस्कृति वहाँ के शिक्षकों पर ही निर्भर करता है।

सभ्य, शिक्षित और सुसंस्कृत समाज की संरचना में शिक्षकों की भूमिका अहम होती है। बी.आई.ए. हॉल, पटना में गोल इन्स्टीट्यूट एवं लायन्स क्लब आस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह में शिक्षकों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में दिए गए बहुमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

सम्मानित शिक्षकों को संबोधित करते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के फाउण्डर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर श्री विपीन सिंह ने कहा कि हम शिक्षकों के ऊपर समाज निर्माण की बहुत बड़ी जिम्मेवारी है। हमें अपने खुशियों के ऊपर छात्रों के हित का ख्याल रखना आवश्यक है। श्री सिंह ने कहा कि संबंधित विषय के शिक्षण के साथ-साथ छात्रों को नैतिक शिक्षा भी देना आवश्यक है ताकि छात्र अच्छे प्रोफेशनल के साथ-साथ नैतिक जिम्मेवारियों को निभाते हुए अच्छे इन्सान बनें।

इस समारोह में लायन्स क्लब पाटलीपुत्र आस्था के प्रेसिडेन्ट डॉ. समरेन्द्र सिंह ने कहा कि शिक्षकों का स्थान ईश्वर के ऊपर भी इसलिए रखा गया है कि शिक्षक जीवन के अज्ञानरूपी अंधकार को ज्ञानरूपी प्रकाश से प्रज्वलित करते हैं। शिक्षकों के पास समाज निर्माण की बहुत बड़ी जिम्मेवारी है। गोल इन्स्टीट्यूट के ज्वांइट डायरेक्टर डॉ. ममता सिंह ने शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि हमारी संस्थान महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए छात्राओं एवं आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को शिक्षित करने में सहयोग करेगा।

समारोह का संचालन गोल इन्स्टीट्यूट के आनंद वत्स द्वारा किया गया जिसमें गोल संस्थान के सभी शिक्षक एवं लायन्स क्लब के कई गणमान्य सदस्य उपस्थित थे साथ ही गोल संस्थान के रंजय सर, विनित जी, संजीव जी, गौरव सिंह एवं कई अन्य सदस्य उपस्थित थे।

दशहरा कमेटी ट्रस्ट द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का किया शुभारंभ

दशहरा कमेटी ट्रस्ट द्वारा आयोजित श्री कृष्ण जन्माष्टमी भी महोत्सव का आज संध्या माइल हाई स्कूल ग्राउंड में शुभारंभ हुआ कार्यक्रम का उद्घाटन श्री कामेश्वर चौपाल द्वारा किया गया। दशहरा कमिटी के अध्यक्ष अरुण कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि राम के बाद श्रीकृष्ण को भी हमलोगों को लेना है। इसीलिये हमलोगों ने पहली बार यह कार्यक्रम का शुभारंभ किया है।

 अध्यक्ष ने पूर्व महामहिम सिक्किम गंगा प्रसाद चौरसिया, विधायक संजीव चौरसिया, पटना की महापौर सीता साहु, विजय सोनकर जिन्होंने 900  पेज का श्रीकृष्ण चरित्र मानस लिखा है, एवं मंच पर उपस्थित महेश जालान, गणेश खेतरीवाल, तिलकराज गांधी आदि का स्वागत किया। 

ट्रस्ट के महासचिव मुकेश नंदन ने बताया कि इस महोत्सव में दही हांडी फोड़ प्रतियोगिता में आठ टीमें भाग ले रहे है जिसमे तीन महिलाओं की टीम है। यह कार्यक्रम हमे सशक्त भारत के लिए समर्पण का सीख देता है। यह श्रीकृष्ण महोत्सव कार्यक्रम पांच से अस्सी वर्ष के लोगों को प्रेरित करता है। 

माननीय गंगा प्रसाद चौरसिया ने अपने संबोधन में कहा कि श्री कृष्ण ने किसी को अपना नही समझ कर गलत का विरोध किया। कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में श्रीकृष्ण के समय मे आज से भी आगे था। भीष्म पितामह जब वाणों की शैया पर थे तब उन्हें प्यास लगने पर अर्जुन ने तीर से जमीन को छेद कर पानी निकालकर उनकी प्यास बुझाई।

शंख नाद कार्यक्रम से महोत्सव का शुभारंभ हुआ। स्वागत समारोह के बाद श्री ओम काशी विश्वनाथ डमरू दल जिसमे 21 सदस्य हैं ने अपने डमरू वादन से सबक मन मोह लिया। सोनपुर से आये ग्रुप ने नृत्य के माध्यम से श्रीकृष्ण लीला को दिखाया। 

 

पटना जिलाधिकारी का पारस एचएमआरआई में सफलता पूर्वक हुआ डेंगू का इलाज, डिस्चार्ज होने पर डीएम डॉ. चंद्रशेखर ने हॉस्पिटल को दिया धन्यवाद

पटना : जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह डेंगू से ऊबर गए हैं। पारस एचएमआरआइ में बेहतर इलाज के बाद आज मंगलवार को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। यहां के डॉक्टर की तत्परता से वो जल्द स्वस्थ हो गए। 

पारस एचएमआरआइ के सिनियर कंसल्टेंट डॉ. वी. के. ठाकुर एंव पल्मोनोलोजिस्ट डॉ. प्रकाश सिन्हा की देखरेख में उनका इलाज हुआ। इसके बाद गुरुवार की रात को ही रिपोर्ट आने के बाद उन्हें प्लेटलेट्स चढ़ाया गया। इसके बाद उन्हें अगले दिन दोबारा से प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद से सुधार हुआ और नियमित दवा और निगरानी में इलाज से वे जल्द ठीक हो गये। 

जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने पारस एचएमआरआई की सुविधा, बेहतर व्यवस्था और साफ सफाई के लिए धन्यवाद दिया है। 

पारस हेल्थ के जोनल डायरेक्टर डॉ. विक्रम सिंह चौहान बताते हैं कि पारस एचएमआरआई में क्रिटिकल केयर और आपातकालीन 24X7 आधुनिक सुविधाओं के साथ इलाज विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा किया जाता है। यहां मरीजों की सुरक्षा और किफायती दर में इलाज का पूरा ध्यान रखा जाता है।

बता दें पारस एचएमआरआई, पटना बिहार और झारखंड का पहला कॉर्पोरेट हॉस्पिटल है। 350 बिस्तरों वाले पारस एचएमआरआई में एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध। यह अस्पताल एक आपातकालीन सुविधा, तृतीयक और चतुर्धातुक देखभाल, उच्च योग्य और अनुभवी डॉक्टरों के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र है। 

पारस इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर बिहार में अपनी विशेषज्ञता, बुनियादी ढांचे और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के लिए प्रसिद्ध है।

दरोगा व अग्निशामालय पदाधिकारी की परीक्षा कदाचार मुक्त सम्पन्न, कड़ी सुरक्षा के साथ कैमरे से पूरे एग्जाम की हुई निगरानी

पटना : बिहार में होने वाली सभी परीक्षाओं को पारदर्शी व कदाचार मुक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा कई पुख्ता कदम के साथ-साथ नई तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। हाल ही में शिक्षक भर्ती की परीक्षा में भी इसकी बानगी देखी गई है।

वहीं बीते रविवार को बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के द्वारा दरोगा व अग्निशामालय पदाधिकारी की लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें भी परीक्षा को कदाचारमुक्त और पारदर्शी बनाए रखने के लिए कई सख्त व्यवस्था देखने को मिली। 

परीक्षा के दौरान बायोमैट्रिक हाजरी के साथ साथ सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी गई। जिसकी मोनिटरिंग आयोग के कार्यालय में लगे कई बड़े व छोटे स्क्रीन के द्वारा कई अधिकारियों द्वारा की गई। 

बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आयोग के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने बताया कि अवर निरीक्षक (दारोगा) मद्य निषेध एवं अनुमंडल अग्निशामालय पदाधिकारी के कुल 64 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया के अंतर्गत आज रविवार को लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया और इसको पारदर्शी व कदाचार मुक्त बनाने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया, ताकि योग्य उम्मीदवार चुनकर आये। 

आपको बता दे की इन पदों के लिए रविवार को संयुक्त मुख्य लिखित परीक्षा का आयोजन स्थानीय टीपीएस कॉलेज परिसर में किया गया। कुल 13 कमरों में परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा देने की व्यवस्था की गई थी। 

सभी कमरों की वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से ऑनलाइन निगरानी आयोग मुख्यालय से की गयी। मुख्य परीक्षा में कुल 1280 अभ्यर्थी शामिल हुए। इसके बाद शारीरिक जांच परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। शारीरिक जांच परीक्षा के लिए कुल सीट के छह गुणा अभ्यर्थियोंका चयन किया जाएगा। शरीरिक जांच परीक्षा के माध्यम से अंतिम चयन किया जाएगा। 

इन पदों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन संख्या- 01/2023 के तहत मार्च में आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए थे। कुल 64 पदों के लिए 66, 398 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 16 जुलाई को इन पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया गया था। प्रारंभिक परीक्षा में कुल पदों के 20 गुणा अभ्यर्थियों को मुख्य लिखित परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया था।

क्षेत्र के बेरोजगार युवकों के लिए एक सुनहरा अवसर गाँव मे ही मिलेगी नौकरी : किरण प्रभाकर


क्षेत्र के बेरोजगार युवकों को नौकरी देने हेतु दो दर्जन से भी अधिक कंपनियां अब खैरा भूधर,विक्रमगंज आने वाली है। अब तक लगभग 200 से ज्यादा बेरोजगार युवक इसके लिए अपने नाम रजिस्टर कर चुके हैं। अधिक से अधिक युवा इस अवसर का फायदा उठाएं । उक्त बातें प्रसिद्ध समाजसेवी किरण प्रभाकर ने विक्रमगंज के एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कही। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा आगामी 30 सितंबर से 01 अक्टूबर तक खैरा भूधर,विक्रमगंज में बृहद पैमाने पर समृद्धि रोजगार मेला का आयोजन किया जाएगा।

 मेले में देश विदेश में काम कर रही लगभग दो दर्जन से ज्यादा कम्पनियां आएगी और स्थानीय युवाओं को योग्यता अनुसार नौकरी दी जाएगी। यह इस तरह का पहला ऐसा कार्यक्रम है जिसका आयोजन किसी भी जिला में या बड़े शहर में नही बल्कि छोटे से गाँव मे किया जा रहा है। मेले के लिए निःशुल्क रजिस्ट्रेशन स्टार्ट किया जा चुका है अभी तक 200 से अधिक युवा रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। हम चाहते हैं अधिक से अधिक युवा इस अवसर का फायदा उठाएं।

 उक्त मेले का आयोजन किरण प्रभाकर द्वारा चलाये जा रहे समृद्ध बिहार अभियान की एक कड़ी है। जिसका मकसद अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार देना व रोजगार के लिए प्रेरित करना है। गौरतलब है कि समाज सेवी किरण प्रभाकर द्वारा पिछले कुछ दिनों में क्षेत्र के अपने अनुभवों और उनके मंदिर यात्रा की शुरुआत की थी। कुछ ही दिनों में क्षेत्र के लगभग २५ मंदिर और तमाम ब्लॉक में यह अभियान पहुंचा है। तथा इस अभियान से स्थानीय जनता जोरशोर से जुड़ भी रही है साथ ही राखी के अवसर पर लगभग ५०० से अधिक राखी अपने क्षेत्र के लोगो को भेज चुकी है।

संतोष कुमार पासवान की हत्या में प्रशासन की भूमिका को लेकर चिंता: चिराग पासवान

पटना: लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री चिराग पासवान जी समस्तीपुर जिला के शिवाजी नगर प्रखंड के काकङघाट गांव पहुंचे जहां कुछ दिन पूर्व रोसरा पंचायत समिति के सदस्या गीता देवी के पति संतोष कुमार पासवान की हत्या अपराधियों ने कर दी थी। 

चिराग ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि चिंता सिर्फ हत्या को लेकर नहीं है ,हत्या में प्रशासन की भूमिका को लेकर हैं। जिस तरह से हत्या के बाद परिवार वालों को, पड़ोस वाले को उनको जिस तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है, रात में आकर जिस तरह से उनको मारा, पीटा ,धमकाया ओर डराया जा रहा है । यह उदासीन रवैया दिखता है स्थानीय प्रशासन का। परिवार ने कमाने वाले सदस्य को खोया है। ऐसे में सरकार ने परिवारवालो को ना कोई सुरक्षा दी गई और ना ही परिवार के हिफाजत के लिए कोई ठोस कदम उठाया गया। आज एक हत्या हुई है, कल को इस परिवार की, या अगल-बगल से किसी और की हत्या हो जाएगी तो इसके लिए कौन जिम्मेवार होगा।

 अफसोस है इस बात का ओर ज्यादा की स्थानीय प्रशासन एसपी साहब फोन तक उठाना जरूरी नहीं समझा।

आगे श्री चिराग ने कहा कि तमाम इन बातों को लिखित रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को ,गृह सचिव ,डी.जी.पी और स्थानीय एसपी को शिकायत लिखित रूप में दिया जाएगा। जिस तरीके से परिवार वालों ने जिन लोगों का नाम दिए संभवत उन लोगों से पूछताछ भी नहीं हुआ है और ऐसे में परिवार वालों को जो बार-बार धमकी मिल रही है, परिवार को किसी तरह की सुरक्षा मुहैया नहीं कराना कहीं ना कहीं दर्शाता है की संभवतः अपराधियों को संरक्षण स्थानीय प्रशासन द्वारा मिल रही है । 

ऐसे में परिवार मांग करता है सीबीआई से इसकी जांच हो। मैं भी लिखित रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से यह मांग करेंगे कि आप सीबीआई जांच की सिफारिश राज्य सरकार से कर दिया जाए क्योंकि राजय सरकार सक्षम नहीं है अपराधियों को पकड़ने में। जिन अपराधियों का संरक्षण वही लोग कर रहे हैं।

 जिसे सजा दिलाने की जिम्मेवारी है, ऐसे में दर्शाता है कि संभवतः राज्य सरकार पीड़ित परिवार को नया तो नहीं दिल पाएगी। ऐसे में हम लोग मांग करते हैं कि सीबीआई का जांच हो जितने भी दोषी हैं कड़ी से कड़ी कार्रवाई उनके ऊपर होना चाहिए।

इस आशय की जानकारी पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी के कुंदन पासवान ने दिया।