जी 20 की दिल्ली में बैठक में पाकिस्तान को नहीं बुलाने पर शर्मिंदा महसूस कर रहे पाकिस्तान के लोग, पढ़िए, कैसी कैसी अा रही प्रतिक्रिया
जी 20 समूह में कुल 20 देश शामिल है। इन सभी देशों के प्रमुख भारत पहुंचे हुए हैं। इसके अलावा भारत ने अन्य 9 देश को अतिथि के तौर पर आने के लिए न्योता भेजा था। इस वक्त सारी दुनिया की नजरें देश में होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन पर टिकी हुई है, जहां दुनिया के सबसे ताकतवर देश के नेता का एक जगह पर शामिल हुए है। जी 20 शिखर सम्मेलन 9 से 10 सितंबर के बीच आयोजित किए जाएगा।
इस सम्मेलन में उपस्थित सारे देश आर्थिक मुद्दों से लेकर सामाजिक और पर्यावरण से संबंधित विषयों पर विचार-विमर्श करने वाले हैं। हालांकि, इसी बीच पाकिस्तान के लोगों को इस बात का अफसोस हो रहा है कि भारत ने उन्हें जी 20 शिखर सम्मेलन में बतौर अतिथि भी शामिल होने का न्योता नहीं दिया।
बता दें कि जी 20 समूह में कुल 20 देश शामिल है। इन सभी देशों के प्रमुख भारत पहुंचे हुए हैं। इसके अलावा भारत ने अन्य 9 देश को अतिथि के तौर पर आने के लिए न्योता भेजा था। बांग्लादेश भी शामिल है, जो पाकिस्तान से अलग होकर एक नया देश बना था। इन्हीं बातों को लेकर पाकिस्तानी लोगों को बहुत शर्म आ रही है कि बांग्लादेश एक न्यूक्लियर देश न होकर भी जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने जा रहा है और वहीं पाकिस्तान को न्यूक्लियर देश होने के बावजूद नहीं बुलाया गया।
पाकिस्तानियों को महसूस हो रही शर्मिंदगी
पाकिस्तानी यूट्यूबर शोएब चौधरी ने आवाम के बीच जाकर भारत में होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन को लेकर राय जाननी चाही। इस पर पाकिस्तानियों ने कहा कि हमे बहुत ज्यादा शर्मिंदगी महसूस हो रही है। भारत ने हमे शिखर सम्मेलन में न्योता नहीं दिया है।
जी 20 समूह में शामिल देशों के अलावा और भी 9 देशों को विशेष आमंत्रण पर शामिल होने के न्योता दिया गया है। इन देशों में बांग्लादेश, ईजिप्ट, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात शामिल है।
पाकिस्तान को न्योता न भेजने की वजह
भारत का पाकिस्तान को न्योता न भेजने की वजह ये है कि भारत के रिश्ते पाकिस्तान के साथ सही नहीं है। पाकिस्तान हमेशा से भारत के खिलाफ जहर उगलता रहा है। इसके अलावा पड़ोसी मुल्क आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश भी करता है और कई बार अपने नापाक मसूंबों में सफल भी हुआ है, जिसमें साल 2008 में हुआ मुंबई हमला एक उदाहरण है। इसके अलावा देश के जवानों को अपना निशाना बनाता रहता है। पुलवामा अटैक और उरी हमला इसका उदाहरण है।
Sep 10 2023, 13:48