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आज मेडिकल कॉलेज में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) को रद्द करने की मांग को लेकर द्रमुक ने की भूख हड़ताल शुरू

तमिलनाडु : सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) को रद्द करने की मांग को लेकर राज्यव्यापी भूख हड़ताल आज रविवार को पूरे तमिलनाडु में शुरू किया है। इस हड़ताल का नेतृत्व राज्य के मंत्री और पार्टी की युवा इकाई के प्रमुख उदयनिधि स्टालिन कर रहे हैं। 

उदयनिधि के साथ द्रमुक के वरिष्ठ नेताओं और कैबिनेट मंत्रियों दुरईमुरुगन, एम. सुब्रमण्यम और पीके शेखर बाबू, पार्टी के सांसद, विधायक और चेन्नई की महापौर प्रिया आर ने भी यहां वल्लूवर कोट्टम में प्रदर्शन में भाग लिया।

कर्नाटक : रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित एक मानव रहित वायु यान (यूएवी) हुई दुर्घटनाग्रस्त

कर्नाटक में चित्रदुर्ग जिले के एक गांव में रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित एक मानव रहित वायु यान (यूएवी) दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह ड्रोन तापस 07 ए-14, जिले के हिरियूर तालुक स्थित वड्डिकेरे गांव के बाहर खेतों में दुर्घटनाग्रस्त हुआ।

आज पाक के पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में आतंकवादी हमले में 11 मजदूरों की हो गयी मौत

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में आतंकवादी हमले में कम से कम 11 मजदूरों की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। स्थानीय मीडिया की खबरों में रविवार को यह जानकारी दी गई।

‘जियो न्यूज’ ने उपायुक्त रेहान गुल खट्टक के हवाले से बताया कि आतंकियों ने शनिवार को शावाल तहसील के गुल मीर कोट के पास 16 मजदूरों को ले जा रहे एक वाहन को विस्फोट करके उड़ा दिया।

पाकिस्तान में भीषण सड़क हादसा, पिकअप वैन से टक्कर के बाद बस में लगी आग, 16 यात्रियों की मौत, 11 जख्मी, खिड़कियां तोड़कर अन्य यात्रियों को बचाया


पाकिस्तान के पंजाब के पिंडी भट्टियां इलाके के पास भीषण सड़क हादसा हुआ है। फैसलाबाद मोटरवे पर रविवार तड़के एक बस में आग लगने से 16 लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। 

कराची से इस्लामाबाद जा रही थी बस

पाकिस्तान के न्यूज चैनल जियो न्यूज ने बचाव अधिकारियों के हवाले से बताया कि 35 से 40 यात्रियों को लेकर बस कराची से इस्लामाबाद जा रही थी। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जिला पुलिस अधिकारी डॉक्टर फहद ने बताया कि डीजल ड्रम ले जा रही एक पिकअप वैन से टकराने के बाद बस में आग लग गई।

खिड़कियां तोड़कर यात्रियों को बचाया गया

फहद ने कहा कि ज्यादातर घायल यात्रियों की हालत गंभीर है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि दोनों वाहनों के ड्राइवरों की मौत हो गई, दुर्घटना के समय आसपास मौजूद लोगों ने खिड़कियां तोड़कर यात्रियों को बस से बाहर निकालने की कोशिश की।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस के बाद पंजाब प्रांत में काफी सड़क दुर्घटनाएं देखी गईं। 1,659 यातायात दुर्घटनाओं में 17 लोगों की मौत हो गई और 1,773 अन्य घायल हो गए। लाहौर में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं।

14 अगस्त को लाहौर के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए मरीजों पर असाधारण बोझ देखा गया।

13 अगस्त को हुईं 1234 सड़क दुर्घटनाएं

आपातकालीन सेवा विभाग (ईएसडी) द्वारा संकलित आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 13 अगस्त को पूरे प्रांत में हुई 1,234 सड़क दुर्घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गई और 1,338 अन्य घायल हो गए।

डॉन के अनुसार, लाहौर के प्रमुख सरकारी अस्पतालों के दुर्घटना और आपातकालीन वार्डों में 14 अगस्त को सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए मरीजों का असाधारण बोझ देखा गया।

केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री निर्णय नहीं ले रहे हैं, बल्कि आरएसएस ले रहा, ये ही सारे कार्य निर्धारित कर रहे, लद्दाख में राहुल गांधी ने वीडियो

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हमला बोलते हुए दक्षिणपंथी संगठन पर देश के हर संस्थान में अपने लोगों को रखने का आरोप लगाया। एक वीडियो क्लिप में राहुल गांधी ने दावा किया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री निर्णय नहीं ले रहे हैं, बल्कि 'आरएसएस के एक खास सज्जन' जो वहां तैनात हैं, वही ले रहे हैं। राहुल ने कहा कि ये लोग मंत्रियों के साथ यह तय करने के लिए काम करते हैं कि मंत्रालय में क्या होना चाहिए। यह वीडियो कथित तौर पर लद्दाख में एक सार्वजनिक बातचीत का बताया जा रहा है। 

आरएसएस को व्यापक रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वैचारिक शाखा के रूप में माना जाता है, और विपक्ष अक्सर उनके बीच समानताएं खींचता रहा है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि देश में सब कुछ आरएसएस चला रहा है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल कहते हैं, "अगर आप केंद्र सरकार के किसी भी मंत्री से पूछें, तो वे आपको बताएंगे कि वे असल में अपने मंत्रालय नहीं चला रहे हैं। आरएसएस द्वारा प्रतिनियुक्त लोग असल में इन मंत्रालयों को चला रहे हैं और सब कुछ सुझा रहे हैं।" एक वीडियो क्लिप जो अब सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है।

अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद राहुल गांधी पहली बार लद्दाख का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने लेह में एक कार्यक्रम में युवाओं से बातचीत भी की। उन्होंने कहा, "भारत को 1947 में आजादी मिली और भारत में आजादी को मजबूत करना ही संविधान है। संविधान नियमों का एक समूह है...जिस तरह से आप संविधान को क्रियान्वित करते हैं, वह संस्थानों की स्थापना करके होता है जो संविधान के दृष्टिकोण का समर्थन करते हैं। भाजपा और आरएसएस क्या कहते हैं वे अपने लोगों को संस्थागत ढांचे के प्रमुख पदों पर बिठा रहे हैं।''

केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री निर्णय नहीं ले रहे हैं, बल्कि आरएसएस ले रहा, ये ही सारे कार्य निर्धारित कर रहे, लद्दाख में राहुल गांधी ने वीडियो

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हमला बोलते हुए दक्षिणपंथी संगठन पर देश के हर संस्थान में अपने लोगों को रखने का आरोप लगाया। एक वीडियो क्लिप में राहुल गांधी ने दावा किया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री निर्णय नहीं ले रहे हैं, बल्कि 'आरएसएस के एक खास सज्जन' जो वहां तैनात हैं, वही ले रहे हैं। राहुल ने कहा कि ये लोग मंत्रियों के साथ यह तय करने के लिए काम करते हैं कि मंत्रालय में क्या होना चाहिए। यह वीडियो कथित तौर पर लद्दाख में एक सार्वजनिक बातचीत का बताया जा रहा है। 

आरएसएस को व्यापक रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वैचारिक शाखा के रूप में माना जाता है, और विपक्ष अक्सर उनके बीच समानताएं खींचता रहा है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि देश में सब कुछ आरएसएस चला रहा है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल कहते हैं, "अगर आप केंद्र सरकार के किसी भी मंत्री से पूछें, तो वे आपको बताएंगे कि वे असल में अपने मंत्रालय नहीं चला रहे हैं। आरएसएस द्वारा प्रतिनियुक्त लोग असल में इन मंत्रालयों को चला रहे हैं और सब कुछ सुझा रहे हैं।" एक वीडियो क्लिप जो अब सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है।

अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद राहुल गांधी पहली बार लद्दाख का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने लेह में एक कार्यक्रम में युवाओं से बातचीत भी की। उन्होंने कहा, "भारत को 1947 में आजादी मिली और भारत में आजादी को मजबूत करना ही संविधान है। संविधान नियमों का एक समूह है...जिस तरह से आप संविधान को क्रियान्वित करते हैं, वह संस्थानों की स्थापना करके होता है जो संविधान के दृष्टिकोण का समर्थन करते हैं। भाजपा और आरएसएस क्या कहते हैं वे अपने लोगों को संस्थागत ढांचे के प्रमुख पदों पर बिठा रहे हैं।''

रूस के मून-मिशन लूना-25 में आई तकनीकी खराबी, 'शॉर्टकट' लेकर चांद पर पहुंचने की कोशिश

डेस्क: जहां एक ओर भारत का चंद्रयान-3 मिशन इतिहास लिखने से अब महज एक कदम की दूरी पर है। वहीं रूस का मिशन मून लूना-25 फेल होता दिख रहा है। खबर है कि इसमें ऑर्बिट बदलते वक्त आई खराबी के बाद लूना-25 की लैंडिंग के चांस कम होते दिख रहे हैं। वहीं भारत का चंद्रयान-3 मिशन पूरी तरह फिक्स रूट पर है। अगर रूस का लूना-25 अपने मून मिशन में असफल होता है या इसकी लैंडिंग टलती है तो फिर सारी दुनिया की उम्मींदें भारत के चंद्रयान-3 पर ही आ टिकेंगी। 

लूना-25 में लैंडिंग से पहले आई खराबी 

बता दें कि 47 साल बाद रूस के मिशन मून को बड़ा झटका लग गया है। रूस की अतंरिक्ष एजेंसी रॉसकॉसमॉस के लूना-25 में तकनीकी ख़राबी आ गई है। लूना-25 में ये खराबी लैंडिंग से पहले ऑर्बिट बदलते वक्त हुई है। फिलहाल रॉसकॉसमॉस के साइंटिंस्ट इसे ठीक करने की कोशिश में जुटे हैं। रूस के लूना-25 की लैंडिंग 21 अगस्त को होनी थी, लेकिन तकनीकी खराबी के बाद अब ये लैंडिंग कब होगी इस बारे में अभी तक रॉसकॉसमॉस कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है। 

बता दें कि रूस के लूना-25 को भी उसी दक्षिणी ध्रुव पर उतरना है जहां इसरो के विक्रम लैंडर को उतरना है। रूस ने अपने लूना-25 को 10 अगस्त को चांद के लिए रवाना किया था। इस तकनीकी खराबी के बाद रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोसमोस ने अभी यह नहीं बताया है कि लूना-25 की कल संभावित लैंडिंग हो पाएगी या नहीं। रूस के लूना को कल यानी 21 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव सॉफ्ट लैंडिंग करनी है। रूस ने करीब पांच दशक बाद अपना ये मून मिशन लॉन्च किया था। 

शॉर्टकट लेकर चांद की ऑर्बिट में पहुंचा लूना-25

ये बता भी ध्यान देने वाली है कि जहां एक ओर इसरो ने चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को चांद की ओर रवाना किया था तो वहीं रूस ने इसके करीब एक महीने बाद लूना-25 को 10 अगस्त को लॉन्च किया था। बावजूद इसके भी लूना-25 की सॉफ्ट लैंडिंग चंद्रयान-3 से पहले होने वाली है। ऐसा इसलिए क्योंकि लूना-25 के पास इसरो से कहीं ज्यादा आधुनकिक लॉन्चर है जो लूना-25 को डायरेक्ट रूट से चांद तक लेकर गया है।

 जो केवल 11 दिनों में चांद तक की सतह तक पहुंच जाएगा। वहीं इसरो के चंद्रयान-3 ने चांद तक पहुंचने के लिए ऑर्बिटल रूट लिया है जिसके तहत इसे लैंडिंग करने में एक महीने से भी ज्यादा वक्त लग रहा है। इतना ही नहीं लूना-25 भारत के चंद्रयान-3 से काफी हल्का भी है। लूना-25 का वजन केवल 1,750 किलोग्राम है, जो चंद्रयान-3 के 3,800 किलोग्राम से काफी हल्का है।

चांद की सतह को 25 किलोमीटर दूर है चंद्रयान-3

वहीं दूसरी ओर भारत के चंद्रयान-3 से पूरी दुनिया को चमत्कार की उम्मीद है। अब दुनिया भर के अतंरिक्ष वैज्ञानिकों की इसरो की तरफ निगाहें हैं। शनिवार रात 2 बजे चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर विक्रम में दूसरी बार डीबूस्टिंग की गई। इस डीबूस्टिंग के बाद अब लैंडर विक्रम चंद्रमा की धरती के और करीब पहुंच गया है। इस वक्त लैंडर विक्रम चंद्रमा की कक्षा में सबसे पास 25 किलोमीटर की दूरी पर और सबसे दूर 134 किलोमीटर की दूरी की कक्षा में चक्कर लगा रहा है।

 इसरो के मुताबिक अब केवल डोरबिट बर्न और लैंडिंग ही बची है। लैंडर इस समय जिस कक्षा में है उसे इसरो द्वारा इंटरमीडिएट ट्रांसफर ऑर्बिट कहा जाता है। यह वह जगह है जहां लैंडर अपने लैंडिंग स्थल पर सूर्योदय होने का इंतजार करेगा और इसी कक्षा से लैंडर विक्रम की चंद्रमा पर 23 अगस्त शाम 5 बजकर 45 मिनट पर लैंडिंग होगी।

चलती ट्रेन में अपने सीनियर और 3 यात्रियों की गोली मारकर हत्या के आरोपी RPF कांस्टेबल चेतन सिंह को लेकर खुलासा, उज्जैन में मुस्लिम ऑटो ड्राइवर को

पिछले महीने चलती ट्रेन में अपने सीनियर अधिकारी और 3 यात्रियों की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी RPF कांस्टेबल चेतन सिंह को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। आरोप है कि सिंह ने इससे पहले उज्जैन में एक मुस्लिम ऑटो ड्राइवर को परेशान किया और उसे धमकी दी थी। पीड़ित ने कहा कि उसने कई दिनों तक उसे परेशान किया और फिर गैरकानूनी तरीके से हिरासत में लेकर मारपीट की। पीड़ित का नाम वाहिद खान है। 45 वर्षीय खान ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि उसे आतंकवादी कहकर फंसाने की कोशिश की गई। लगातार दुर्व्यवहार झेलने के बाद खान ने सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पहली शिकायत के एक साल से अधिक समय बाद जांच शुरू हुई और आखिरकार सिंह को गुजरात के भावनगर में ट्रांसफर कर दिया गया।

वाहिद खान की चेतन सिंह से मुलाकात 2016 में हुई जब वो आरपीएफ के डॉग स्क्वाड में तैनात था। खान ऑटो ड्राइवर था और उसका सामान्य पार्किंग स्पॉट उज्जैन रेलवे स्टेशन के 'माल गोदाम' के पास था। वाहिद खान ने कहा, '2016 में एक दिन चेतन सिंह ने मुझे देखा और मुझसे मेरा नाम पूछा। इसके बाद, जब भी वह मुझे देखता तो मुझसे दूर-दूर जगहों पर लेकर जाने के लिए कहता, जिसे वह काम पर जाना बताता था। उसने बमुश्किल कभी पैसे दिए होंगे। सिंह मुझसे अपने घर से सामान लेने और छोड़ने के लिए भी कहने लगा। शुरू में मैंने कुछ नहीं कहा, लेकिन मुझे एहसास होने लगा कि वह मुझे निशाना बना रहा है।'

2017 में क्या हुआ था, खान ने बताया

जनवरी 2017 के अंत या फिर फरवरी की शुरुआत में वाहिद खान 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी को स्कूल से लेने के लिए रेलवे स्टेशन से निकला था। इसी वक्त सिंह उसके ऑटो में कूदकर बैठ गया। खान ने बताया, 'मैंने उससे कहा कि मैं उसके साथ नहीं जा सकता क्योंकि मेरी बेटी इंतजार कर रही है। इस पर वो मुझे गाली देने लगा। उसने मुझे देशद्रोही और आतंकवादी कहा। वह घृणा से भरा हुआ था और बड़बड़ाने लगा। सिंह ने कहा कि मुसलमान आतंकवादी हैं और उनकी असली जगह जेल में है। उसने मुझे बहुत परेशान किया, लेकिन मैं कुछ नहीं कर सका।'

'घसीटकर RPF चौकी लेकर गया और...'

पीड़ित वाहिद खान ने कहा कि इसके बाद भी चेतन सिंह ने उसे कई बार परेशान किया। खान ने कहा, '2017 की ही बात है। सिंह ने मुझे देखा और हमला करना शुरू कर दिया। वह मुझे घसीटकर आरपीएफ चौकी में लेकर गया। वह मुझे मारता रहा और कहा कि वह मुझे किसी केस में फंसा देगा। मगर, आसपास खड़े लोगों ने हस्तक्षेप किया। इसके बाद, मैंने फैसला किया कि मुझे कार्रवाई करनी होगी।' खान ने 18 फरवरी को उज्जैन में आरपीएफ अधिकारियों, रेलवे के रतलाम मंडल के अधिकारियों और अन्य सीनियर ऑफिसर्स को शिकायत दर्ज कराई। इसमें उसने कहा कि धर्म के कारण उसे परेशान किया गया है।

मजबूर होकर मुझे करनी पड़ी शिकायत: ड्राइवर

ऑटो ड्राइवर ने कहा, 'शिकायत में मैंने कहा कि उसने मुझे आतंकवादी कहा। सिंह ने मेरी पिटाई की और झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी।' इन शिकायतों के बाद सिंह ने खान को परेशान करना बंद कर दिया। मगर, यह डर था कि वह दोबारा भी ऐसा कर सकता है। खान ने मामले को आगे बढ़ाया और सितंबर 2017 में RTI दायर कर अपनी शिकायत पर की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी। शिकायत के एक साल बाद RPF कमांडेंट की ओर से जांच का आदेश दिया गया और आरपीएफ अधिकारियों की टीम ने खान का बयान लिया। खान ने कहा, 'मुझे बताया गया कि उन्होंने आरपीएफ नियमों के अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि सिंह को एक साल की ट्रेनिंग के लिए केरल भेजा गया और फिर उसे भावनगर ट्रांसफर कर दिया गया। इसके बाद मैंने उसे कभी नहीं देखा।'

चेतन सिंह के खिलाफ दर्ज हैं और भी मामले

बता दें कि पिछले महीने चलती ट्रेन में फायरिंग करके चार लोगों की हत्या करने वाले कांस्टेबल चेतन सिंह को सर्विस से बर्खास्त कर दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि आरपीएफ के वरिष्ठ मंडलीय सुरक्षा आयुक्त ने चेतन को बर्खास्त करने का आदेश सोमवार को जारी किया। उन्होंने बताया कि चौधरी पहले कम से कम तीन अनुशासन संबंधी घटनाओं में शामिल रहा था, जिनमें 2017 में एक मुस्लिम व्यक्ति के उत्पीड़न का मामला शामिल है। अधिकारी ने कहा कि सिंह ने गुजरात में अपनी तैनाती के दौरान एक बार एक सहकर्मी को पीटा था। एक अन्य घटना में, उसने एक सहकर्मी के एटीएम कार्ड का उपयोग करके पैसे निकाले थे। उन्होंने कहा कि चेतन सिंह को बर्खास्त करने का फैसला ट्रेन में हुई हत्या की घटना के आधार पर लिया गया है।

हरियाणा के पानीपत जिले में हिसार कि STF टीम ने मादक पदार्थ तस्कर पर जी बड़ी कार्रवाई, बिहार के तस्कर को पकड़ा

हरियाणा के पानीपत जिले में फिर दूसरे जिले की STF टीम ने मादक पदार्थ तस्कर पर बड़ी कार्रवाई की है। इस बार हिसार STF ने बिहार के मादक तस्कर को पकड़ा है। जिसके पास से 1 किलो 30 ग्राम अफीम बरामद हुई है। जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 1 लाख रुपए से अधिक है। टीम ने आरोपी के खिलाफ सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को शिकायत देते हुए केस दर्ज करवाया है।

सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को दी शिकायत में STF हिसार में तैनात SI रवि ने बताया कि वे नशा तस्करी की सूचना पर पानीपत के NH-44 नजदीक राधास्वामी सत्संग भवन पर मौजूद थे। सूचना थी कि कमलेश चौधरी निवासी जमुअरा कलां जिला गया, बिहार मादक पदार्थ लिए हुए खड़ा है।

सूचना मिलने पर टोल प्लाजा के पास टीम पहुंची। जहां मुखबिर ने इशारा कर तस्कर के बारे में बताया। उक्त तस्कर के करीब जब पुलिस टीम पहुंची, तो वह वहां से मुड़कर दूसरी ओर तेज कदमों से चलने लगा। इसी दौरान टीम ने उसे पकड़ लिया।

वॉट्सऐप कॉल पर हुई थी डील

पूछताछ में आरोपी ने अपनी पहचान वहीं बताई, जो मुखबिर ने टीम को बताया था। इसके बाद मौके पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट प्रवीन कुमार ETO सेल्स टैक्स को फोन कर मौके पर बुलाया। जिनकी मौजूदगी में आरोपी की तलाशी ली गई। जिस दौरान उसके कपड़ों से कोई नशीला पदार्थ बरामद नहीं हुआ।

इसके बाद उसकी जींस ऊपर कर चेक किया तो उसके पैरों पर घुटनों से नीचे खाकी टेप चिपकाई हुई थी। टेप उतारी तो उसके नीचे एक-एक सफेद पारदर्शी पॉलीथिन बरामद हुई। जिसमें अफीम थी। अफीम का कुल वजन 1 किलो 30 ग्राम मिला।

एक किलो में 30 हजार मुनाफा

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह यह अफीम 90 हजार रुपए प्रति किलो के हिसाब से लेकर आया है। इसे वह 1 लाख 20 हजार रुपए किलो के हिसाब से शिव कुमार निवासी बलटाना चंडीगढ़ को बेचने निकला था। शिव कुमार ने उसके बेटे रोशन के बैंक खाते में करीब 10 दिन पहले एक लाख रुपए भेजे थे। दोनों के बीच वॉट्सऐप कॉल पर बात हुई थी।

आतंकवाद से जुड़े दो मामलों में रफीक पहलू की जमानत रद्द करने का सीबीआई ने किया अनुरोध

जम्मू : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 1990 में भारतीय वायुसेना के अधिकारियों की हत्या मामले और 1989 के रूबैया सईद अपहरण कांड में जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के आतंकवादी रफीक पहलू की जमानत रद्द करने का अनुरोध करते हुए शनिवार को यहां एक अदालत का रुख किया. 

वरिष्ठ अतिरिक्त महाधिवक्ता और सीबीआई की मुख्य अभियोजक मोनिका कोहली ने बताया कि आतंकवाद से जुड़े ये दोनों मामले शनिवार को यहां विशेष टाडा अदालत के समक्ष सुनवाई के लिए आये. 

पहलू को दो मामलों में जमानत मिल चुकी है लेकिन हाल में अलगाववादी गतिविधियों को फिर से शुरू करने की कोशिश के लिए कई अन्य लोगों के साथ श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया था.जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक कुछ 'तकनीकी गड़बड़ियों के कारण' वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अदालती कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाया. 

वह भी हत्या और अपहरण के इन दोनों मामलों में आरोपी है. मलिक अप्रैल, 2019 से दिल्ली की तिहाड़ जेल में है. उसे तब राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने आतंकवाद के वित्तपोषण मामले में गिरफ्तार किया था. पहलू फिलहाल न्यायिक हिरासत में श्रीनगर की केंद्रीय जेल में बंद है.

कोहली ने बताया कि इन मामलों में कार्यवाही शनिवार को जब शुरू हुई तब सीबीआई ने इन दोनों मामलों में पहलू की जमानत रद्द करने का अनुरोध करते हुए आवेदन दिया. कोहली के अनुसार सीबीआई ने विशेष टाडा अदालत से कहा कि पहलू ने अलगाववादी गतिविधियों को फिर से शुरू कर दिया है और इस तरह उसने जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया. उन्होंने बताया कि अदालत ने केंद्रीय जेल के अधीक्षक को अगली सुनवाई के दिन डिजिटल तरीके से उसे पेश करने का निर्देश दिया.

आतंकवादी और विघटनकारी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (टाडा) के तहत एक विशेष अदालत पहले ही इन दोनों मामलों में मलिक और अन्य के खिलाफ आरोप निर्धारित कर चुकी है. जनवरी, 1990 में श्रीनगर के बाहरी इलाके में वायुसेना के चार कर्मियों की हत्या के सिलसिले में 16 मार्च, 2020 को मलिक, पहलू और पांच अन्य के विरूद्ध आरोप तय किये गये थे. वर्ष 1989 के रूबैया सईद अपहरण मामले में 11 जनवरी, 2021 को अदालत द्वारा मलिक, पहलू और आठ अन्य के खिलाफ आरोप तय किये गये थे. रूबैया सईद पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी हैं.