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बदल गया नेहरू मेमोरियल का नाम, अब पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के नाम से होगी पहचान, जानें क्या है कांग्रेस की प्रतिक्रिया

#nehru_memorial_renamed_as_pm_museum_and_library

दिल्ली में स्थित नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय का नाम बदल दिया गया है। अब से यह प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड सोसाइटी के नाम से जाना जाएगा।इसे लेकर पहले ही फैसला लिया जा चुका था, लेकिन स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इसे बदल दिया गया।जाहिर सी बात है कांग्रेस की इस पर जोरदार प्रतिक्रिया होगी।कांग्रेस महासचिव और पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने पर मोदी सरकार पर नेहरू की विरासत को नष्ट करने का आरोप लगाया है। 

बता दें कि जून महीने में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी की एक विशेष बैठक में इसका नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी करने का फैसला किया गया था।स्वतंत्रता दिवस पर नाम परिवर्तन को औपचारिक रूप दे दिया गया।पीएमएमएल के उपाध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश ने एक्स (ट्विटर) पर नाम बदलने की पुष्टि की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) अब 14 अगस्त, 2023 से प्रधान मंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (पीएमएमएल) सोसायटी है, जो समाज के दायरे के लोकतंत्रीकरण और विविधीकरण के अनुरूप है। 

पीएम मोदी के पास डर और असुरक्षा का एक बड़ा पिटारा-जयराम रमेश

अब इसे लेकर कांग्रेस की तरफ से रिएक्शन सामने आया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है।नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने को लेकर जयराम रमेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, आज से एक प्रतिष्ठित संस्थान को नया नाम मिल गया है, विश्व प्रसिद्ध नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) प्रधानमंत्री स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय बन गया है। पीएम मोदी के पास डर और असुरक्षा का एक बड़ा पिटारा है। 

उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को नकारना-जयराम रमेश

खासतौर पर जब हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री की आती है, उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को नकारना, विकृत करना, बदनाम करना और नष्ट करना है। उन्होंने N को मिटाकर उसकी जगह P डाल दिया है। वह पी वास्तव में संकीर्णता और अपमानित करने के लिए है।कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, वैज्ञानिक और उदारवादी नींव रखने में नेहरू की योगदान को हम नहीं भूलने देंगे। नेहरू ने देश की आजादी के लिए अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि अब सब मोदी और उनके साथ काम करने वालों के हाथ में है। इन सब के बावजूद जवाहरलाल नेहरू की विरासत दुनिया के देखने के लिए जीवित रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को वह प्ररित करते रहेंगे। 

बता दें कि 1948 में तीन मूर्ति भवन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का आधिकारिक आवास बन गया। वे यहां करीब 16 सालों तक रहें और यहीं उन्होंने अपनी आखिरी सांस भी ली थी। उनके निधन के बाद इस तीन मूर्ति भवन को उनकी याद में समर्पित कर दिया गया। इसके बाद से ही इसे पंडित नेहरू मेमोरियल के नाम से जाना जाने लगा। 15 जून को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंहकी अध्यक्षता में एक विशेष बैठक हुई थी, जिसमें नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने के फैसले पर मुहर लगी थी। बता दें राजनाथ सिंह नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के उपाध्यक्ष हैं वहीं, प्रधानमंत्री इसके अध्यक्ष हैं। अब केंद्र सरकार ने इसका नाम नेहरू मेमोरियल से बदलकर पीएम म्यूजियम एंड सोसाइटी कर दिया है।

अटल बिहारी बाजपेयी की पुण्यतिथि आज, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी समेत कई नेता और मंत्री श्रद्धांजलि देने पहुंचे 'सदैव अटल'

#atalbiharivajpayeeonhisdeathanniversary

देश के पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के संस्थापक सदस्य भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज 5वीं पुण्यतिथि है। इस मौके राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमाम केंद्रीय मंत्रियों ने सुबह-सुबह अटल स्मृति पर जाकर उनको श्रद्धांजलि दी। 

दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर आज उनकी समाधि 'सदैव अटल' पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर 'सदैव अटल' स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भी अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर 'सदैव अटल' स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। 

एनडीए गठबंधन के भी नेताओं का लगा जमावड़ा

अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर बीजेपी की ओर से दिल्ली में अटल स्मृति पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें औपचारिक तौर पर गठबंधन के भी नेताओं को भी बुलाया गया है। एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, केंद्रीय मंत्री और अपना दल (सोनीलाल) की नेता अनुप्रिया पटेल और हम नेता जीतन राम मांझी सहित अन्य एनडीए नेताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर 'सदैव अटल' स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।

पीएम मोदी ने किया ट्वीट

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा कि अटल जी की पुण्यतिथि पर मैं देश के 140 करोड़ लोगों के साथ उन्हें नमन करता हूं। भारत को उनके नेतृत्व से काफी फायदा मिला, उन्होंने देश के विकास में अहम योगदान दिया और 21वीं सदी के भारत की नींव डालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 93 साल की उम्र में 16 अगस्त 2018 में हुआ था, वह लंबे वक्त से बीमार थे। अटल बिहारी वाजपेयी ने 3 बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, साल 1998 से लेकर 2004 तक उन्होंने बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूरा किया था। अटल ने सबसे पहले 1996 में 13 दिन, 1998 में 13 महीने और फिर 1999 में 5 साल तक अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री रहे थे। अटल बिहारी वाजपेयी 9 बार वो लोकसभा सांसद चुने गए जबकि 2 बार राज्यसभा सांसद चुने गए।

अटल बिहारी वाजपेयी को भाजपा के सर्वोच्च नेताओं में से एक माना जाता है, जिनकी अगुवाई में बीजेपी का उदय हुआ और सत्ता तक का सफर तय हुआ। वाजपेयी को पार्टी को उनके आधार से परे लोकप्रिय बनाने और छह साल तक सफलतापूर्वक गठबंधन सरकार चलाने का श्रेय दिया जाता है, इस दौरान उन्होंने सुधारों को आगे बढ़ाया और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा दिया।

चांद के और करीब पहुंचा चंद्रयान-3, आखिरी ऑर्बिट में ली एंट्री, अब 23 अगस्त का इंतजार

#chandrayaan_3_successfully_completes_fifth_and_final_maneuver_to_reach_moon

चंद्रयान-3 चांद के और करीब पहुंच गया है।चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने की पांचवीं और अंतिम कवायद सफलतापूर्वक पूरी कर ली है।जी हां, चंद्रयान-3 आज चंद्रमा के आखिरी ऑर्बिट में पहुंच गया है। इसरो ने इसकी जानकारी दी है।इसरो ने ट्वीट कर बताया कि रफ्तार बढ़ाने के लिए की गई आज की सफल फायरिंग थोड़े समय के लिए आवश्यक थी। इस फायरिंग ने चंद्रयान-3 को अपनी मंशा के अनुरूप 153 किलोमीटर से 163 किलोमीटर की कक्षा में स्थापित कर दिया है।यह वो पल है जहां से चंद्रयान की यात्रा में महत्वपूर्ण लेकिन निर्णायक बदलाव होने हैं। 

इसरो के मुताबिक, इस ऑर्बिट में पहुंचने के बाद वह लैंडर को अलग करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे।इसरो ने बताया कि अब तैयारियों का समय आ गया है क्योंकि प्रोपल्शन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल अपनी अलग-अलग यात्राओं के लिए तैयार हो रहे हैं। लैंडर मॉड्यूल को प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग करने की योजना 17 अगस्त, 2023 को बनाई गई है।

इसरो ने ट्वीट में कहा गया है कि आज इंजन को सफलतापूर्वक ऑन करने के बाद उसने चांद की तरफ जाने वाली एक ऑर्बिट को पूरा कर लिया है। अब उसकी दूरी 153 km x 163 km रह गई है। यहां से लैंडर को अलग किया जाएगा और इस मिशन का कैरियर 17 अगस्त से एक और राउंड पूरा करने के बाद अपनी अलग-अलग यात्रा शुरू करेंगे। अगर सब ठीक रहता है तो लैंडर 23 अगस्त को अपने तय समय के मुताबिक चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर जाएगा।

लैंडर के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने और 100 किमी x 30 किमी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद सॉफ्ट लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लगभग 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर चंद्रमा की सतह तक नीचे जाने के लिए अपने थ्रस्टर्स का उपयोग करेगा। सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए इस नाजुक ऑपरेशन के लिए सटीक नियंत्रण और नेविगेशन की आवश्यकता होती है। चंद्रयान-3 का मिशन न सिर्फ अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की बढ़ती तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन है बल्कि इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोजें करना भी है।

‘चंद्रयान-3' का प्रक्षेपण 14 जुलाई को किया गया था और पांच अगस्त को इसने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था।चंद्रयान-3 ने जब पहली बार चंद्रमा की कक्षा में एंट्री की थी तो उसकी ऑर्बिट 164 Km x 18,074 Km थी।ऑर्बिट में प्रवेश करते समय उसके ऑनबोर्ड कैमरों ने चांद की तस्वीरें भी कैप्चर की थीं। इसरो में ने अपनी वेबसाइट पर इसका एक वीडियो बनाकर शेयर किया था।पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने के बाद छह और नौ अगस्त को चंद्रयान को कक्षा में नीचे लाए जाने की दो प्रक्रियाओं को अंजाम दिया गया।

मिजोरम को लेकर बीजेपी नेता के दावे का सचिन पायलट ने दिया करारा जवाब, कहा- मेरे पिता ने बम जरूर गिराए थे, लेकिन...

#sachin_pilot_replied_on_amit_malviya_claims 

मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार और विपक्ष आमने सामने हैं। विपक्ष द्वारा हाल ही में मणिपुर के मसले पर संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इस बीच मिजोरम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जुबानी जंग छिड़ गई है।इस बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने उनके पिता राजेश पायलट को लेकर किए किए गए भारतीय जनता पार्टी के दावे का करारा जवाब दिया है। अमित मालवीय ने ये दावा करते हुए ट्वीट किया था कि राजेश पायलट ने मार्च 1966 में बतौर भारतीय वायुसेना पायलट मिजोरम में बम गिराए थे। इस पर सचिन पायलट ने कहा कि आपके तथ्य और दिनांक दोनों ही गलत हैं।

सचिन पायलट ने अमित मालवीय के ही ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने लिखा, 'स्व. राजेश पायलट दिनांक 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिज़ोरम में बमबारी करी थी- काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है। हां, 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिजोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थाई शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका जरूर निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ, जय हिन्द।'

इसके साथ ही सचिन पायलट ने पिता राजेश पायलट के वायुसेना में कमीशन होने का सर्टिफिकेट भी अटैच किया है।

दरअसल, अमित मालवीय ने 13 अगस्त को एक ट्वीट किया था। मालवीय ने ट्वीट में लिखा था, "राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए। बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने। साफ है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया।"

बता दें कि मिजोरम का यह मसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अविश्वास प्रस्ताव के दौरान दिए भाषण के बाद उठा है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि मिजोरम में कांग्रेस ने अपने ही नागरिकों पर वायुसेना से हमला करवाया था, क्या मिजोरम के लोग हमारे देश के नागरिक नहीं थे। आज भी 5 मार्च को मिजोरम में शोक दिवस मनाया जाता है. मणिपुर पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने यह हमला किया था, जिसके बाद से ही बीजेपी-कांग्रेस के बीच तकरार चल रही है।

जहानाबाद में 11 हजार बिजली के चपेट में आने से एक की हुई मौत।

जहानाबाद जिले में बिजली के 11 हजार तार के गिरे रहने के कारण एक की मौत हो जाने से अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया।

मिली जानकारी के अनुसार जिले के घोषी थाना क्षेत्र के ग्राम ओयना में एक किसान की मौत बिजली के चपेट में आने से हो गया। बताया जाता है

कि ग्राम ओयना निवासी स॑जय सिंह धान की पटवन हेतु जा रहा था, कि बिजली के 11 हजार वोल्ट की तार बधार में गिरा हुआ था

कि अचानक गिरा हुआ तार पर पैर रखा गया।गिरे हुए तार में बिजली प्रवाहित होने के कारण स॑जय वही गिर पड़ा, ग्रामीणों की नजर पड़ते ही लोग दौड़कर आये और तत्काल इलाज हेतु जहानाबाद सदर अस्पताल लाया,

जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। लोगों ने बताया कि बिजली विभाग की लापरवाही के फलस्वरूप घटना घटी।

जहानाबाद से बरुण कुमार

सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया शोक

#sulabhinternationalfounderbindeshwarpathakpassedaway

सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का निधन हो गया है। नई दिल्ली स्थित एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि सुलभ इंटरनेशनल के केंद्रीय कार्यालय में झंडोत्तोलन के बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी और उन्हें एम्स में भर्ती करवाया गया था। बताया जा रहा है कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था। डॉक्टरों ने उन्हें कार्डियक पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) की मदद से सांस देने की भी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली।

उनके एक सहयोगी ने बताया कि 80 वर्षीय बिंदेश्वर ने सुबह स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उसके तुरंत बाद वह अचानक गिर गए, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए एम्स लाया गया। अस्पताल के एक सूत्र ने कहा कि बिंदेश्वर पाठक को दोपहर 1:42 बजे मृत घोषित कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट है।

सामाजिक कार्यकर्ता रहे बिंदेश्वर पाठक ने हाथ से मैला ढोने वाली प्रथा के खिलाफ बड़े पैमाने पर लड़ाई लड़ी।बिंदेश्वर पाठक की पहचान बड़े समाज सुधारकों की रही है, जिन्होंने निचले तबके के लोगों के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया।उन्होंने मानव अधिकारों, स्वच्छता और सामाजिक सुधारों को लेकर 1970 में सुलभ इंटनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गनाइजेशन की स्थापना की थी।

कई राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित

वहीं, सुलभ ने एक इनोवेटिव डिजाइन के आधार पर लगभग 1.3 मिलियन घरेलू शौचालय और 54 मिलियन सरकारी शौचालयों का निर्माण किया है। शौचालयों के निर्माण के अलावा संगठन ने मानव अपशिष्ट की मैन्युअल क्लीनिंग को खत्म करने के लिए एक आंदोलन का नेतृत्व किया। उन्होंने सुलभ शौचालयों को किण्वन संयंत्रों से जोड़कर बायोगैस निर्माण का अभिनव उपयोग किया, जिसे उन्होंने तीन दशक पहले डिजाइन किया था। अब दुनिया भर के विकासशील देशों में स्वच्छता के लिए एक पर्याय बन रहे हैं। उनके अग्रणी काम, विशेष रूप से स्वच्छता और स्वच्छता के क्षेत्र में, उन्हें विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं।

बिंदेश्वर पाठक के निधन का समाचार अत्यंत दुखदाई- राष्ट्रपति

सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक श्री बिन्देश्वर पाठक के निधन का समाचार अत्यंत दुखदाई है। श्री पाठक ने स्वच्छता के क्षेत्र में क्रान्तिकारी पहल की थी। उन्हें पद्म-भूषण सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। उनके परिवार तथा सुलभ इंटरनेशनल के सदस्यों को मैं अपनी शोक-संवेदनाएं व्यक्त करती हूं।

पीएम मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, डॉ. बिंदेश्वर पाठक जी का निधन हमारे देश के लिए एक गहरी क्षति है। वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने सामाजिक प्रगति और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया। पीएम मोदी ने कहा, बिंदेश्वर जी ने स्वच्छ भारत के निर्माण को अपना मिशन बना लिया था। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन को जबरदस्त समर्थन प्रदान किया। हमारी विभिन्न बातचीत के दौरान स्वच्छता के प्रति उनका जुनून हमेशा दिखता रहा।

77 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बिहार सरकार के मंत्री रत्नेश सदा ने कारगिल चौक पर माल्यार्पण कर शहीदों को किया नमन, स्वतंत्रता सेनानियों को किया सम्मानित

जहानाबाद : आज 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांधी मैदान स्थित मुख्य समारोह स्थल पर मुख्य अतिथि मामंत्री, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, बिहार, पटना सह प्रभारी मंत्री जहानाबाद श्री रत्नेश सदा द्वारा कारगिल चौक पर वीर शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए माल्यार्पण किया गया। 

इस क्रम में अंबेडकर चौक स्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। इसके उपरांत माननीय मंत्री, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, बिहार, पटना सह प्रभारी मंत्री, जिला पदाधिकारी महोदय एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा गांधी मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। 

उसके बाद एसपी ने बीएमपी के जवान, जिला पुलिस बल- पुरुष, जिला पुलिस बल- महिला (डीएपी) तथा गृह रक्षा वाहिनी के जवानों की प्रत्येक टुकड़ी का निरीक्षण किया गया तथा प्रातः 9:00 बजे मुख्य समारोह स्थल गांधी मैदान में झंडोत्तोलन किया गया।  

मंत्री, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, बिहार, पटना सह प्रभारी मंत्री द्वारा जिलावासियों को संबोधित कर स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर शुभकामना देते हुए जिले में हुए विकास और प्रगति पर चर्चा करते हुए कार्यान्वित योजनाओं एवं विकासशील कार्यों से अवगत कराया गया। 

मुख्य समारोह स्थल गांधी मैदान में मंच पर सांसद जहानाबाद चंदेश्वर प्रसाद, माननीय सदस्य विधानसभा जहानाबाद कुमार कृष्ण मोहन उर्फ उदय यादव, सदस्य विधानसभा मखदुमपुर सतीश कुमार एवं अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे। 

इस अवसर पर प्रभारी मंत्री द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों को अंग वस्त्र भेंट किया गया। तत्पश्चात प्रभारी मंत्री द्वारा ईरकी स्थित महादलित टोला वार्ड 28 में झंडोतोलन कार्यक्रम में भाग लिया गया। 

इस अवसर पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा प्रातः 8:00 बजे जिलाधिकारी आवास पर झंडोतोलन किया गया। मुख्य समारोह के पश्चात जिला पदाधिकारी द्वारा जहानाबाद नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत जोलाविघा में झंडोत्तोलन कार्यक्रम में भाग लिया गया तथा बच्चों के बीच टॉफी का वितरण किया गया। 

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अब्दुलबारी नगर भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विद्यालयों के बच्चों एवं कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति की गई।

जहानाबाद से बरुण कुमार

जहानाबाद के महर्षि विद्या पीठ में शान से लहराया तिरंगा, विद्यालय निदेशक साकेत रौशन ने किया झंडोतोलन

जहानाबाद : शहर के उतरी गाँधी मैदान स्थित महर्षि विद्या पीठ में 77वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर विद्यालय निदेशक साकेत रौशन ने झंडातोलन किया और तिरंगे को सलामी दी। 

इस अवसर पर इस स्कूली छात्र छात्राओं ने भारत माता के जयकारे लगाते हुए सामूहिक राष्ट्रगान किया। जिसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में नन्हें मुन्ने बच्चो द्वारा देशभक्ति गीतों पर शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी। 

इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के अलावा शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया। शिक्षिकाओं ने भी एक से बढ़कर एक देशभक्ति गीत प्रस्तुत की। जिसे सुनकर छात्र मंत्रमुग्ध हुए एवं उन्होंने इन गीतों का भरपूर आनंद लिया। 

विद्यालय निदेशक साकेत रौशन ने अपने उद्बोधन में छात्र-छात्राओं को संबोधित कर कहा की छात्र ही आने वाले भविष्य के निर्माता है। जिनके कंधों पर ही देश का भार है। अतः वे देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहे एवं देश की खातिर अपना सर्वस्व न्योछावर करने की सोच रखे साथ ही देश की एकता और अखंडता को हमेशा कायम रखें।

इस कार्यक्रम में विद्यालय निदेशक साकेत रौशन के अलावा प्राचार्य सोनाली शर्मा, शिक्षिका अंजलि कुमारी, सपना कुमारी, अणु कुमारी, निशी कुमारी, कृति कुमारी, श्रुति कुमारी, ब्यूटी कुमारी एवं पूजा कुमारी सहित विद्यालय के सभी छात्र एवं छात्राएँ उपस्थित थे।

जहानाबाद से बरुण कुमार

भाजपा नगर मंडल ने धूमधाम से मनाया 77 वा स्वतंत्रता दिवस, इंडियन बैंक के पास झंडोत्तोलन कर तिरंगे को दी सलामी

जहानाबाद : स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर जहानाबाद नगर मंडल के अध्यक्ष कुणाल गुप्ता के अध्यक्षता में इंडियन बैंक के पास झंडोत्तोलन कर तिरंगे को सलामी दी गई। 

झंडोत्तोलन के मुख्य अतिथि बिहार विधान परिषद के सदस्य डॉ प्रमोद चंद्रवंशी उपस्थित थे। 

उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश देश विकास की ओर बढ़ रहा है हर घर तिरंगा अभियान देशवासियों में राष्ट्र के प्रति प्रेम को बढ़ाता है। 

झंडा तोलन में जिला अध्यक्ष अजय कुमार देव पूर्व जिला अध्यक्ष पूनम सिन्हा महामंत्री अनिल ठाकुर उपाध्यक्ष सोहन प्रसाद ककू कृष्णकांत राय मंजू देवी जिलामंत्री विजय कुमार सत्कार सर्वेश वर्मा पुष्पा कश्यप  शंकर चौहान नगर के महामंत्री ओम प्रकाश चौधरी संतोष चंद्रवंशी नगर उपाध्यक्ष बृजेश शर्मा रितु साहू रवि केसरी रंजीत सिंह राजपूत अमृत वर्मा कोषाध्यक्ष सुजीत जसवाल नीतीश कुमार संतोष चौधरी संजय साहू पूनम देवी सुमित्रा देवी चंद्रेश दास विजय प्रकाश केसरी दीपक गुप्ता शुभम राजमिट्टू गौरव सिंह भरत चंद्रवंशी दामोदर प्रसाद अजय गुप्ता सोनू पांडे बालकृष्ण जी आदि सैकड़ों कार्यकर्ता ने भारत माता के जय वंदे मातरम का नारा लगाया। 

जहानाबाद से बरुण कुमार

जहानाबाद जदयू जिला कार्यालय में किया गया झंडोतोलन

जहानाबाद जदयू जिला कार्यालय में जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा जी ने जदयू कार्यालय में जिले के प्रभारी मंत्री श्री रत्नेश सदा एवं सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी जी के उपस्थिति में झंडोतोलन किया गया और जिले के हर पंचायत एवम् नगर परिषद क्षेत्र के अनुसूचित जाति टोला में जा

झंडोतोलन कार्यक्रम आयोजित किया गया इस दौरान नगर परिषद क्षेत्र में वार्ड नंबर एक बभना अनुसूचित जाति टोला में 70 वर्षीय भगवान दास पासवान जी झंडोतोलन किया और वार्ड पार्षद मंजू देवी ने

 आगत अतिथियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर ग्राम संसद का आयोजन किया गया जिसका अध्यक्षता जदयू महासचिव विमल चौधरी ने किया और कार्यक्रम का संचालन जिला प्रवक्ता अमित कुमार पम्मु ने किया इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी,जेपी,लोहिया,

बाबा साहेब आंबेडकर और जननायक कर्पूरी ठाकुर की सोच को आगे बढ़ाने का काम किया।अपने पुरखों के आदर्शो पर चलते हुए समाज सुधार के कार्यों शुरू किया।

महिलाओं की मांग पर उन्होंने शराबबंदी लागू की ।साथ ही दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसे कोढ़ से समाज को मुक्त करने की मुहिम शुरू हुई।जदयू जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा कि जीविका कार्यक्रम के तहत 10 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों का गठन कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनोखी पहल की गई। 

मुख्यमंत्री साइकिल योजना ,मुख्यमंत्री पोशाक योजना,लागू कर मिल का पत्थर साबित हुआ।इस कार्यक्रम को संबोधित करते विधान सभा प्रभारी इसके तहत प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक राहुल शर्मा जी उतरसेरथु अनुसूचित जाति टोला ग्राम संसद में संबोधित करते हुए कहा की मुख्यमंत्री ने सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल,मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना ,स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना ,मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, राज्य के सभी वृद्धों के पेंशन आदि योजना के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गरीब एवं असहाय लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। इतना ही नहीं सत्ता में आते ही अति पिछड़ा वर्ग आयोग महादलित आयोग का गठन किया जो समाज के कमजोर एवं वंचित तत्वों के लिए मिल का पत्थर साबित हुआ और सामाजिक सद्भाव को विस्तार मिला।

इस ग्राम संसद के तहत जहानाबाद विधानसभा प्रभारी रबिंद्र पटेल ,रंगनाथ शर्मा,निरंजन केशव प्रिंस,शत्रुध्न पासवान ,

पूनम कुशवाहा,संगठन प्रभारी महेंद्र कुमार सिंह,रामभवन सिंह कुशवाहा,कमलेश वर्मा,राजू पटेल,विंदेश्वर प्रसाद ,नगर अध्यक्ष चंदन कुमार,रिंकी मालाकार,सिया देवी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

      

जहानाबाद से बरुण कुमार