जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में बैठक आयोजित, 51 तालाबों का डीपीआर तैयार कर विभाग को किया गया समर्पित
गया। जल जीवन हरियाली अभियान के तहत गया प्रभारी मंत्री मो० इसराईल मंसूरी की अध्यक्षता में ज़िला परामर्श दातृ समिति की बैठक समाहरणालय सभगार में आयोजित की गई। जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने बताया कि यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है। वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री द्वारा जल जीवन हरियाली अभियान योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना गया जिला के लिए एक वरदान है, क्योंकि गया जिला दक्षिण बिहार में पड़ता है यहां कम वर्षा होना सुखाड़ की स्थिति रहना हमेशा लगा रहता है।
और साथ ही साथ गया जिला पूरे पहाड़ियों से घिरा हुआ जिला है। जल जीवन हरियाली अभियान के तहत गया जिले में काफी कार्य किए गए हैं ताकि किसानों को सिंचाई हेतु पानी मिले। जिले का भूगर्भ जल स्तर बरकरार रहे। जिलाधिकारी ने जल जीवन हरियाली के विभिन्न अवयवों का बिंदुवार स्थिति की जानकारी प्रभारी मंत्री को दी गई। सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त कराने के संबंध में बताया कि वर्ष 2019 से 2023 तक राजस्व विभाग द्वारा 1563 जल संरचनाओं में हुए अतिक्रमण को चिन्हित करते हुए अतिक्रमण वाद चलाकर हटाया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में थी अतिक्रमण की सूचना जहां से प्राप्त हो रही है उसे युद्ध स्तर पर अतिक्रमण को हटाया जा रहा है। सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं के तहत तालाब के जीर्णोद्धार के समीक्षा के दौरान लघु जल संसाधन विभाग द्वारा अब तक 57 तालाब का जीर्णोद्धार कार्य करवा लिया है तथा इस वर्ष 2023 -24 में 51 तालाबों का डीपीआर तैयार कर विभाग को समर्पित किया है।
इसी प्रकार ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा द्वारा कुल 604 तालाबों का जीर्णोद्धार किया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 153 तालाबों का जीर्णोद्धार कराने की योजना है, इसमें 67 तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण भी कर लिया है। उसी प्रकार नगर विकास एवं आवास विभाग के तहत गया नगर निगम द्वारा घुघडी ताड तालाब, सरयू तालाब, बतेस्वर तालाब, गडालोल तालाब एवं सूर्यपोकर तालाब के जरमार हेतु एस्टीमेट तैयार कर प्रशासनिक स्वीकृति हेतु विभाग को भेजा गया है। सार्वजनिक आहर/ पइन के जीर्णोद्धार के समीक्षा के दौरान लघु जल संसाधन विभाग द्वारा अब तक 28 योजनाओं का जीर्णोद्धार किया गया है तथा 33 योजनाओं का जीर्णोद्धार का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है जिसमें 23 आहर पर कार्य चल रहा है। उसी प्रकार मनरेगा द्वारा अबतक 3580 आहार का जीर्णोद्धार पूर्ण कर लिया है। वित्तीय वर्ष 2023 -24 में 674 आहार का जीर्णोद्धार कराने की योजना है जिसमें 259 योजना का जीर्णोद्धार पूर्ण भी कर लिया गया है। मनरेगा द्वारा 2555 पइन का जीर्णोद्धार किया गया है। इस वर्ष 761 पइन के जीर्णोद्धार का योजना लिया गया, जिसमे 330 योजना का जीर्णोद्धार भी पूर्ण हो गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि बरसात के मौसम में थोड़ा काम धीमी है क्योंकि मिट्टी का काम नहीं होता है परंतु शेष स्ट्रक्चर/ कंक्रीट का काम तेजी से करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बांके बाजार, अतरी, फतेहपुर, गुरुआ एवं गुरारू में काफी बड़े-बड़े योजना पहाड़ों के पानी को संचय कर आसपास के अधिक संख्या में गांव के किसानों को सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराने के लिए वन विभाग एवं लघु जल संसाधन विभाग द्वारा लिए गए हैं। सार्वजनिक कुआं का जीर्णोद्धार के संबंध में बताया गया कि पंचायती राज विभाग द्वारा 1181 सार्वजनिक चापाकल को को चिन्हित कर जीर्णोद्धार करवाया गया है। जिला पदाधिकारी ने यह भी बताया कि जिले में भूगर्भ जल स्तर बरकरार रहे इसके लिए जिले में जितनी संख्या में सार्वजनिक चापाकल हैं, सभी के समीप सोख्ता का निर्माण करवाया जा रहा है ताकि पानी का कुछ अंश वापस धरती में जा सके. 15 अगस्त तक कम से कम 3000 सोख्ता निर्माण करने का लक्ष्य भी रखा गया है। लघु जल संसाधन विभाग एवं वन विभाग द्वारा जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में 9 स्थानों पर गारलैंड ट्रेंच निर्माण करवाया गया है और उससे सिचाई हेतु पर्यपत आहार एवं पोकर को जोड़ा गया है, ताकि दूरी तक के गाँव के किसानों को भी पटवन से जोड़ा जा सके। इसमें मुख्य रूप से बिशुनपुर, खिजरसराय एवं बाराचट्टी शामिल है। पहाड़ के पानी को बांध बनाकर अच्छे तरीके से संरक्षण किया जा रहा है।
नए जल स्रोतों का सृजन के संबंध में डीएम ने बताया कि बड़े स्तर पर नए योजना संबंधित विभागों द्वारा लिए गए हैं। भावना में छत वर्षा जल संचयन संरचना निर्माण के समीक्षा के दौरान बताया गया कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 125 भवनों पर संरचना का निर्माण करवाया है। भवन निर्माण विभाग द्वारा 123 भवनों पर संरचना का निर्माण करवाया है, स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक भवन पर, शिक्षा विभाग 195 भवन, नगर निगम 15, बोधगया नगर परिषद एक भवन तथा टिकारी नगर परिषद तीन भवन पर संरचना का निर्माण करवाया है।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि सभी सरकारी भवनों पर अनिवार्य रूप से छत वर्षा जल संचयन संरचना का निर्माण करवाया जाना है। सभी विभागों से समन्वय कर संरचना का निर्माण करवाया जा रहा है। सघन वृक्षारोपण के संबंध में जिला पदाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष गया जिले में 1600000 पौधा लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसमें वन विभाग मनरेगा एवं जीविका का अहम योगदान रहेगा उन्होंने कहा कि इस वर्ष अब तक 175000 पौधे वन विभाग द्वारा लगाए जा चुके हैं परंतु वर्षा नहीं होने के कारण पौधा लगाने का कार्य रोका गया है ताकि नवजात पौधों को पूरी तरह से संरक्षित रखा जा सके। उन्होंने बताया कि नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे, प्राइवेट एवं सरकारी शिक्षण संस्थान, आहार, पोखर, तालाब, पहाड़ी क्षेत्र इत्यादि स्थानों पर व्यापक पैमाने पर पौधारोपण करवाया जाएगा तथा लगाए गए पौधों को बचाव तथा संरक्षित रखने के लिए इस पर विशेष ध्यान देने की व्यवस्था रखी जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि गयाजी डैम के पूरब की ओर सीता पथ के समीप वन विभाग द्वारा प्लांटेशन करवाया जाएगा। बिपार्ड एवं ब्रह्म वन में गंगाजल पहुंचाने हेतु वुडको को कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
■ माननीय नगर विधायक डॉक्टर प्रेम कुमार ने सुझाव दिया कि शहरी क्षेत्र में विशेष रूप से पौधारोपण करवाएं।
■ माननीय सांसद औरंगाबाद के प्रतिनिधि ने राज बांध निर्माण कार्य प्रगति पर जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि अगस्त माह के अंतिम तक राज बांध निर्माण कार्य पूर्ण कर ली जाएगी।
■ माननीय विधायक बोधगया के प्रतिनिधि ने बताया कि छाछ, अमवा एवं मोचरिम पाइन में अतिक्रमण अब तक नही हटाया गया है। साथ ही फतेहपुर के जपुरहार्न पाइन, जेठनी पाइन एवं मनहोला आहर की सफाई आवश्यक है।
■ माननीय विधायक बेला के प्रतिनिधि ने बताया कि पनारी गांव में पानी की अत्यंत समस्या है वह क्षेत्र पहाड़ी क्षेत्र है वहां पर वर्षा का पानी संरक्षित रखने के लिए योजना तैयार किया जाए।
■ माननीय विधायक गुरुआ ने चारोर पंचायत में डैम निर्माण करवाने का अनुरोध किया। मलपा टीलेही के क्षेत्र में लघु जल संसाधन विभाग द्वारा जो कार्य किए गए हैं वह संतोषजनक नहीं है उन्होंने माननीय प्रभारी मंत्री से अनुरोध किया है कि किसी अन्यत्र विभाग से कार्यों की गुणवत्ता का जांच करवाया जाए। उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में लघु जल संसाधन विभाग द्वारा निर्माण किए जा रहे तालाब पोखर में योजना का प्रारंभ या योजना का उद्घाटन में कोई भी सिलापट्ट बोर्ड नहीं लगाया गया है। मध्य विद्यालय गुरुआ के पास पाइन की सफाई आवश्यक है। मनियाह बिगहा में बड़ा नाला की सफाई करवाने का अनुरोध किया है। श्रीराम बिगहा पाइन, सूर्य मंदिर के तालाब एवं पनसोइया पाइन ( परैया) की सफाई की मांग किया है। उन्होंने शिकायत किया कि पीएचडी विभाग के परैया के कनीय अभियंता ना ही क्षेत्र में रहते हैं और ना ही जनप्रतिनिधियों का फोन कॉल रिसीव करते हैं।
■ टिकारी विधायक के प्रतिनिधि ने बताया कि कोच सलेमपुर के सूर्य मंदिर का विकास कराने का अनुरोध किया है।
■ नगर विधायक डॉ० प्रेम कुमार ने बताया दक्षिण बिहार का सबसे बड़ा एवं महत्वपूर्ण जिला गया जिला है जहां वर्षा कम होता है वर्षा समय पर नहीं होता है जिसके कारण सुखार तथा जल समस्या से यह जिला प्रभावित रहता है उन्होंने अनुरोध किया कि सार्वजनिक जल स्रोतों का अतिक्रमण जो शेष बचा है उसे तेजी से अतिक्रमण मुक्त करवाएं। सार्वजनिक कुआं के संबंध में उन्होंने कहां की शहरी क्षेत्र में अधिक संख्या में कुआं होते थे परंतु धीरे-धीरे लोग कुआं को भर दिया है कुआं को संरक्षित करने के लिए एक सर्वे करवाना आवश्यक है। ब्रह्म योनि, रामशिला एवं सलेमपुर में जल संग्रह हेतु जल संरचना का निर्माण हेतु सर्वे कराएं। छत वर्षा जल संचयन के लिए निजी भवन में भी यह व्यवस्था लागू हो इस पर विभाग को पत्र भेजने का आग्रह किया है। नेशनल हाईवे 82 एवं 83 सहित अन्य सड़कों को चौड़ीकरण के दौरान काटे गए पेड़ों के अनुपात में नए पौधे तेजी से लगवाने का अनुरोध किया है। पार्को के रखरखाव पर विशेष ध्यान आकृष्ट करवाया है। उन्होंने अनुरोध किया है कि फल्गु नदी के किनारे देव घाट के पास अक्षय वट आजाद पार्क गांधी मैदान इत्यादि क्षेत्रों में पर्याप्त पौधे लगवाए। उन्होंने कहा कि ब्रह्म वन के तर्ज पर रामशिला एवं सलेमपुर बिठो शरीफ में आकर्षक बनवाने पर प्रस्ताव विभाग को भेजने का अनुरोध किए। पटना गांधी मैदान के तर्ज पर गया के गांधी मैदान को विकसित एवं सौंदर्यीकरण करवाने का अनुरोध किए।
■ जिला परिषद अध्यक्ष ने अतरी, मोहरा एवं वजीरगंज पहाड़ी क्षेत्र है, यहां आर्षेनिक की जांच करवाने का अनुरोध किया है।
■ इमामगंज विधायक के प्रतिनिधि ने इमामगंज क्षेत्र में सिंचाई प्रणाली को दुरुस्त रखने के लिए अनुरोध किया है।
■ प्रभारी मंत्री ने कहा कि जल जीवन हरियाली योजना आज के समय काफी महत्वपूर्ण योजना है यह योजना 2021 में शुरुआत हुई थी पर्यावरण कैसे संतुलित रहे इस पर बड़ा काम सरकार स्तर तथा प्रशासन के स्तर पर किया जा रहा है इसके लिए सभी जनप्रतिनिधियों से भी राय लिया जा रहा है ताकि उनके क्षेत्र को आगे और कैसे बेहतर तरीके से जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए विकास हो सके उन्होंने जिला पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि सभी संबंधित जनप्रतिनिधियों को उनके क्षेत्र में जो भी योजनाएं चलाई जा रही है या योजनाओं ली जा रही है उसकी हर हाल में सूचना उपलब्ध करा दें साथ ही जनप्रतिनिधि को हर हाल में सिलाना एवं उद्घाटन के दौरान उन्हें आमंत्रित करें। उन्होंने जिला पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि सार्वजनिक जल संरचनाओं में हुए अतिक्रमण तथा वर्तमान समय में जितने भी जल संरचनाओं में अतिक्रमण है, उसे युद्ध स्तर पर जांच कराते हुए अतिक्रमण मुक्त करवाएं।
उन्होंने कहा कि जिले में जितने भी तालाब तथा पोखर तथा अन्य जल संरचना का निर्माण हुआ है उसकी वर्तमान स्थिति क्या है इसकी जांच निरीक्षण संबंधित पदाधिकारी द्वारा करवाते रहें। उन्होंने कहा कि सरकारी भवनों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम जो लगाए हुए हैं वह वर्तमान स्थिति में क्रियाशील है या नहीं इसकी भी जांच करवाएं। जल जीवन हरियाली योजना 2019 में प्रारंभ हुई थी इसे लेकर लोगों के जन शिकायत जो प्राप्त हुए होंगे उसकी समीक्षा हर हाल में करें उन्होंने सभी विभागों के पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जल जीवन हरियाली अभियान काफी महत्वपूर्ण अभियान है पूरे अच्छे तरीके से जनहित में कार्य करें।
Jul 27 2023, 20:28