जिले का नाक कहे जाने वाले वैरिया चौक का हाल-बेहाल, लोगों को झेलनी पड़ रही बड़ी परेशानी
मुजफ्फरपुर : शहर ही नहीं जिले का नाक कहे जाने वाले वैरिया चौक का हाल-बेहाल है। स्थिति आपको इन तस्वीरों से ही पता चल जायेगा। टूटी जर्जर सड़के और उसपर जलजमाव की आफत से स्थानीय लोग व्यवसायि वर्ग और राहगीरों के लिए परेशानियों का सबब बन गया है।
मुजफ्फरपूर शहर से सटे बैरिया गोलंबर चौक की यह स्थिति हल्की बारिश होने के बाद की हैं। यहां ज़लज़माव की समस्या बरसात खत्म होने बाद तकरीबन 15 दिनों तक ऐसे ही बनी रहती हैं।
सड़क पर कहीं डेढ़ 2, 3 फिट तक गड्ढे में पानी भरने से राहगीरों को गड्ढे और सड़क का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता हैं। आए दिन इस जगह पर राहगीर गिरते रहते हैं। ऑटो में सवार यात्री हो या स्कूली छात्र छात्राएं, चाहे मोटरसाइकिल सवार राहगीर हो या पैदल चलने वाले लोग अक्सर गिरकर ज़ख्मी हो जाते हैं। कभी कभी तो कार और मोटरसाइकिल बीच पानी में ही बंद हो जाता हैं।
वैसे आपको बता दे कि य़ह इलाक़ा ग्रामीण क्षेत्र मे आता हैं। कोलुहा-पैगम्बरपुर पंचायत के अंतर्गत वैरिया गोलबंर यह हिस्सा आता है जहां वर्षो से जलजमाव की समस्या बारिश के मौसम में यूंही बना रहता हैं। वैरिया गोलंबर से सादतपुर एनएच 57 शनि मंदिर तक जोड़ने वाली पुरानी मोतिहारी रोड की यह स्थिति कोई नया नहीं हैं।
इधर इस समस्या का अवलोकन करने आज बुधवार को पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अंजनी कुमार पहुचें। उन्होंने पुरानी मोतिहारी रोड की जर्जर सड़क का अवलोकन किया और जलजमाव की समस्या से रूबरू हुए। चूकी कई दिनों बरसात नहीं होने के कारण फ़िलहाल जलजमाव तो नहीं दिख रहा हैं, लेकिन सड़क पर बने गड्ढे साफ़ दिख रहा हैं।
ज्ञात हो कि पिछले वर्ष भी कार्यपालक अभियंता द्वारा पुरानी मोतिहारी रोड का निरीक्षण किया गया था। जिसके बाद जर्जर सड़क की समस्या से लोगों को काफी हद तक निजात मिला लेकिन जलजमाव की समस्या का निदान अबतक नहीं हो पाया हैं।
वैरिया गोलंबर के समीप पुरानी मोतिहारी रोड में जहां य़ह झील जैसी स्थिति बन जाती है, उस जगह छोटे छोटे व्यवसायी ठेला पर फल और सब्जियों की दुकान लगाकर अपना जीविकोपार्जन करते हैं, टेंपो की सवारी यहां से बिठाया जाता हैं लेकिन जलजमाव से सबकुछ चौपट हो जाता हैं। छोट-बड़् दुकानदार को परेशानी उठानी पड़ती है। सबसे बरी समस्या इस सड़क से बड़ी वाहन बस के परिचालन से होता हैं। आसपास घनी आबादी होने के कारण यहां से जलनिकासी का कोई साधन नहीं होने से समस्या विकराल होती जा रही हैं। हालांकि नाला का निर्माण तो कराया गया है लेकिन नाला जाम होने से पानी की निकासी नहीं होती हैं। इसके अलावा वैरिया बस स्टैंड जाने वाली वाली सड़क की स्थिति भी दैनिए बनी हुई है। कई जगहों पर बरे बरे गड्ढे सड़क पर बन गया हैं।
स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि अरविंद कुमार उर्फ शंकर अमीन ने बताया कि कई जगहों पर नाला का निर्माण कराया गया है लेकिन जबतक जलनिकासी का कोई स्थायी साधन नहीं होगा तबतक इस समस्या से छुटकारा नहीं मिल सकता है।
उन्होंने बताया कि वैरिया बस स्टैंड पंचायत के अधीन है जबकि वहां से टैक्स की वसूली नगर निगम द्वारा किया जाता हैं लेकिन विकास के नाम पर निगम द्वारा खर्च शून्य किया जाता हैं। कार्यपालक अभियंता अंजनी कुमार ने निरीक्षण के दौरान कहा जर्जर सड़क की समस्या अतिशीघ्र दूर की जाएगी हालांकि जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए नाला निर्माण और पहले से बने नाला की उड़ाही करने की जरुरत हैं।
इस दौरान भाजपा नेता साहू भूपाल भारती, केशव चौबे व स्थानीय ग्रामीण नीरज प्रकाश ने उन्होंने शासन प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि विभाग नकारा साबित हो रहा हैं। अभी सावन माह के प्रत्येक सोमवारी को हज़ारों की की भीड़ वैरिया दुर्गा मंदिर परिसर में उमड़ती हैं, जलजमाव के कारण कई बार यहां गिरकर महिलाएं चोटिल भी हो गई हैं। यदि स्थिति नहीं सुधरी तो हमलोग सड़क पर उतरेंगे।
आपको बता दे कि सड़क का नवीनीकरण हो जाने मात्र से ही समस्या दूर नहीं होगी, जबतक ज़लज़माव की समस्या का निदान नहीं होगा तबतक सड़क की जर्जता बना रहेगा।
मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी
Jul 20 2023, 16:48