सम्पूर्ण क्रांति दिवस पर याद किये गए लोक नायक जय प्रकाश नारायाण
जहानाबाद : सम्पूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर आज सोमवार को जदयू के द्वारा जिला कार्यालय में लोगों ने उनके चित्र पर पुष्पाजलि अर्पित कर उन्हे नमन एवं याद किया!
इस मौक़े पर विचार साझा करते हुए जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा कि लोक नायक जयप्रकाश नारायन ने कहा था कि सम्पूर्ण क्रांति से मेरा तात्पर्य समाज के सबसे अधिक दबे-कुचले व्यक्ति को सत्ता के शिखर पर देखना है!
उन्होंने कहा था कि सम्पूर्ण क्रांति में सात क्रांतियाँ शामिल है - राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक, शैक्षणिक व आध्यात्मिक क्रांति। इन सातों क्रांतियों को मिलाकर सम्पूर्ण क्रान्ति होती है। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में जयप्रकाश नारायण ने संपूर्ण क्रांति का आहवान किया था। मैदान में उपस्थित लाखों लोगों ने जात-पात, तिक, दहेज और भेद-भाव छोड़ने का संकल्प लिया था। पटना के गाँधी मैदान में नारा गूंजा था: जात-पात तोड़ दो, तिलक-दहेज छोड़ दो। समाज के प्रवाह को नई दिशा में मोड़ दो।
उपाध्यक्ष नरेंद्र किशोर ने कहा कि जय प्रकाश नारायण जिनकी हुंकार पर नौजवानों का जत्था सड़कों पर निकल पड़ता था। बिहार से उठी सम्पूर्ण क्रांति की चिंगारी देश के कोने-कोने में आग बनकर भड़क उठी थी। जेपी के नाम से मशहूर जयप्रकाश नारायण घर-घर में क्रांति का पर्याय बन चुके थे। लालू यादव, नीतीश कुमार, रामविलास पासवान और सुशील कुमार मोदी, आज के सारे नेता उसी छात्र युवा संघर्ष वाहिनी का हिस्सा थे।
इस मौक़े पर प्रदेश सचिव रंगनाथ शर्मा,संगठन प्रभारी महेन्द्र कुमार सिंह, प्रधान महासचिव रामभवन सिंह कुशवाहा प्रवक्ता अमित कुमार पम्मु,मुरारी यादव, नरेंद्र किशोर सिंह,मूर्तजा अंसारी , सुनील पांडेय,मधेश्वर यादव,आदि उपस्थित थे।
जहानाबाद से बरूण कुमार
Jun 05 2023, 18:04