सैनिक के घर हुई चोरी, बिजनौर पुलिस बोली चुनाव चल रहा है
सरोजनीनगर /लखनऊ। राजधानी सहित पूरे उत्तर प्रदेश में ऐसे बहुत मामले देखने में आते हैं जहां पुलिस की लापरवाही से अपराधी ना केवल भागने में सफल हो जाते हैं बल्कि कार्यवाही ना होने से अपराधियों का मनोबल बढ़ जाता है और अपराधों की बाढ़ आ जाती है।
खास तौर पर चुनाव के समय यदि कोई घटना घट जाती है तो पुलिस के पास सीधा बहाना व्यस्तता का होता है लेकिन इस बार लखनऊ पुलिस ने लापरवाही की ऐसी हद पार कर दी कि भारतीय सेना के सिपाही का परिवार दर बदर ठोकरें खा रहा है।राजधानी के बिजनौर थाना थानांतर्गत चंद्रावल की वन्दे भारत कॉलोनी में भारतीय सेना में हवलदार सत्यप्रकाश सिंह का मकान है जो इस समय असम में तैनात है। उनकी पत्नी ममता सिंह दो छोटे बच्चों के साथ यहां रहती है।
गत 28 अप्रैल को वह दोपहर में परिवार के साथ अयोध्या दर्शन करने गई थी और जब रात में लगभग दो बजे वापस लौटी तो पाया कि पीछे का दरवाजा खुला हुआ था और घर का सारा सामान अस्त-व्यस्त था। अलमारियां खुली देखी तो पता चला कि घर से लगभग 4-5 लाख रुपए के कीमती गहने और मोबाइल फोन चोरी हो चुके थे।
ममता सिंह ने बताया कि उन्होंने तुरंत 112 नम्बर डायल किया, पुलिस आई और स्थानीय बिजनौर थाने को सूचना दी गई। अगले दिन 29 अप्रैल को कुछ भूतपूर्व सैनिकों के साथ ममता सिंह बिजनौर थाने सुबह 10 पहुंची और बहुत हीलाहवाली के बाद लगभग दो बजे एफआईआर दर्ज हो सकी, जबकि डेढ़ बजे तक उनका चोरी हुआ मोबाइल फोन ऑन था।
पीड़िता ममता सिंह बताती है कि उन्हें पास के निर्माणाधीन घरों में काम कर रहे कुछ मजदूरों पर शक है जो अक्सर पानी पीने के बहाने आते थे और उनका नाम भी उन्होंने रिपोर्ट में लिखवाया है, लेकिन बिजनौर पुलिस की लापरवाही से आज तक कोई पूछताछ, मोबाइल सर्विलांस, फिंगरप्रिंट या गिरफ्तारी नहीं की गई है। ममता सिंह ने कहा कि उनके पति देश की रक्षा कर रहे हैं कि भारत सुरक्षित रहें हैं, लेकिन उनके घर की हिफाजत लखनऊ पुलिस नहीं कर पा रही है। ममता सिंह ने बताया कि जब वह रिपोर्ट दर्ज करवाने गई तब बिजनौर पुलिस ने उनसे कहा कि नगर निकाय चुनाव चल रहा है और पुलिस केवल उनके चोर को पकड़ने के लिए ही खाली नहीं बैठी है।
दो दिन बीतने के बाद भी थाना प्रभारी मनोज भदौरिया और हलका इंचार्ज विवेक कुमार शुक्ला मौका मुआयना करने तक नहीं आए हैं।पड़ोसी भूतपूर्व सैनिक दिनेश सिंह ने कहा कि यहां आबादी बहुत कम है जिसका फायदा यहां रहने वाले मजदूर उठा रहें हैं। पहले भी चोरियां हो चुकी है लेकिन बिजनौर पुलिस के हाथ खाली है।
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Apr 30 2023, 20:59