प्रथम श्रीराम स्वरूप मेमोरियल वर्चुअल नेशनल मूट कोर्ट प्रतियोगिता आयोजित
लखनऊ/बाराबंकी। इन्स्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज, श्रीराम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में तीन दिनों से चल रही प्रथम श्रीराम स्वरूप मेमोरियल वर्चुअल नेशनल मूट कोर्ट प्रतियोगिता का बुद्धवार को समापन सम्पन्न हुआ। इस मौके पर जजों के रुप में आमन्त्रित जस्टिस शमीम अहमद खान (उच्च न्यायालय), जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव (चेयरमैन उत्तर प्रदेश स्टेट ला कमीशन), प्रो० डॉ रोहित पी साबरन, डायरेक्टर, आई एल एस, डॉ पी० सी० मिश्रा, डॉ श्रुति शर्मा ने फाइनल राउंड की विजेताओं का निर्णय लिया।
इस प्रतियोगिता में देशभर से 30 से अधिक टीमों ने प्रतिभाग किया था। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बेस्ट रिसर्चर का अबार्ड निलय खत्री, यूनिवर्सिटी आफ प्रेट्रोलियम एन्ड एनर्जी साइंस देहरादून, बेस्ट मेमोरियल बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की टीम को, बेस्ट स्पीकर के लिए अदिति, डॉ बी आर अम्बेडकर नेशनल ला यूनिवर्सिटी, सोनीपत चुनी गई, वहीं प्रतियोगिता के विजेता के रूप में एडम यूनिवर्सिटी, तथा रनर अप के लिए स्कूल आफ एक्सीलेंस इन ला, डॉ अम्बेडकर ला यूनिवर्सिटी तमिलनाडु की टीम चुनी गई।
उपरोक्त निर्णायक मंडल एवं चांसलर इजी० पंकज अग्रवाल, प्रो० चांसलर इजी० पूजा अग्रवाल एवं वाइस चांसलर प्रो० डॉ डी० के० शर्मा ने बच्चों से संवाद स्थापित करते हुए उनको उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। डायरेक्टर प्रोफेसर रोहित पी साबरन ने उच्च न्यायालय के जस्टिस शमीम अहमद को स्मृति चिन्ह एवं पौध भेंट करके सम्मानित किया।
जस्टिस शमीम अहमद ने डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ रोहित पी साबरन, बाइस चांसलर प्रो० डॉ डी० के० शर्मा एवं स्टूडेंट्स कमेंटी को ऐसे भव्य आयोजन के विशेष बधाई देते हुए कहा कि भारत में इंडस्ट्रियल विकास और वैश्वीकरण के दौर में विभिन्न विधिक चुनौतियों के मध्य ऐसे आयोजनों से भावी अधिवक्ताओं के लिए यह बहुत उपयोगी प्रयास है, सम्बोधन का अन्त उन्होंने एक शैर कहते हुए की कि,
हज़ारों साल नर्गिस अपनी बे नूरी पे रोती है,
बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदा वर पैदा,
तत्पश्चात जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव (चेयरमैन उत्तर प्रदेश स्टेट ला कमीशन) को स्मृति चिन्ह प्रदान कर डा देवेन्द्र ने सम्मानित किया, उन्होंने अपने सम्बोधन में भिन्न तरीके से अपने विचार रखे और मूट कोर्ट को बच्चों की विधिक योग्यताओ को और निखारने वाला महत्वपूर्ण चरण करार दिया और वास्तविक कोर्ट के वृत्तिक नीतिशास्त्र पर प्रकाश डाला और कम समय में बच्चों और फैकल्टी द्वारा किए गए प्रबंधन की सराहना की।
डॉ देवेन्द्र ने वोट आफ थैंक में अपने सहकर्मियों और प्यारे बच्चों (खासकर मूट कोर्ट कमेटी) , के हित में डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ रोहित पी साबरन, चांसलर, प्रो चांसलर, एवं बाइस चांसलर और मीडिया पार्टनर्स को धन्यवाद दिया। मीडिया बाइट देते हुए डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ रोहित पी साबरन ने क्षेत्र में क्वालिटी एजुकेशन के लिए संस्था की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए कार्यक्रमो की सफलता को यूनिवर्सिटी के पाज़िटिव माहौल का असर बतलाया। इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोगी स्टूडेंट्स आर ए ऋषिकेश, अर्चिता श्रीवास्तव अभिषेक सिंह, महर्षि शुक्ल, लक्ष्मण सिंह आदि के सहयोग की प्रशंसा की।
Apr 27 2023, 10:54