तुलसी प्रजापति कथित फेक एनकाउंटकर मामले में अमित शाह की पैरवी करने वाले वकील रॉबिन मोगेरा अब राहुल गांधी के सूरत मामले में जज
‘मोदी सरनेम’ मामले में सूरत की ट्रायल कोर्ट राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी। कांग्रेस नेता ने सेशन कोर्ट में एक याचिका दायर कर अपनी दोषसिद्धि पर रोक लगाने की अपील की है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रॉबिन मोगेरा राहुल गांधी की याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं।
वर्तमान अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रॉबिन मोगेरा जनवरी 2018 में जज बने है। मीडिया रिपोट्स से पता चलता है कि मोगेरा पहले भाजपा नेता अमित शाह के वकील हुआ करते थे। उन्होंने तुलसी प्रजापति कथित फेक एनकाउंटकर मामले में अमित शाह की पैरवी की थी।
तुलसी प्रजापति का एनकाउंटर दिसंबर 2006 में हुआ था। प्रजापति 2005 में हुए सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर के चश्मदीद दे। इन दोनों एकनकाउंटर के वक्त गृह राज्य मंत्री अमित शाह थे।
शाह के लिए फटकार खा चुके हैं मोगेरा
जून 2014 में सीबीआई की एक अदालत ने रॉबिन मोगेरा को फटकार भी लगाई थी, क्योंकि वह बिना कोई कारण बताए अपने मुवक्किल के लिए एक और छूट (पेशी से) मांग रहे थे। शाह के वकील रॉबिन मोगेरा ने अदालत में दिए एक आवेदन में लिखा था, “शाह नई दिल्ली में राजनीतिक काम में लगे हुए हैं और इसलिए अदालत नहीं आएंगे।” मोगेरा के आदेवन पर विशेष न्यायाधीश जेटी उत्पट ने कहा था, “हर बार आप बिना कोई कारण बताए छूट का आवेदन दे रहे हैं।” इस टिप्पणी के कुछ ही दिन बाद जज उत्पट का तबादला पुणे हो गया था।
Apr 13 2023, 17:03