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नौकरी के बदले जमीन के मामले में ईडी ने तेजस्वी यादव को किया तलब, आज दिल्ली में पूछताछ के लिए हो सकते हैं पेश

नौकरी के बदले जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को तलब किया है। तेजस्वी पूछताछ के लिए मंगलवार को दिल्ली में ईडी के समक्ष पेश हो सकते हैं। ईडी ने सीबीआइ की प्राथमिकी के आधार पर प्रिवेंशन आफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया है।

ईडी का दावा, 600 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के साक्ष्य मिले

इससे पहले उनकी बहन और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती से ईडी ने पूछताछ की थी। जमीन के बदले नौकरी घोटाले में ईडी ने अब तक 600 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के साक्ष्य मिलने का दावा किया है। ईडी के अनुसार, अपराध से बनाई गई संपत्तियों में से 350 करोड़ की अचल संपत्ति है, जबकि 250 करोड़ रुपये बेनामी लोगों के माध्यम से लालू यादव के परिवार के पास आए थे।

आरोप है कि लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के कई जोन में हुई नियुक्तियों के लिए लोगों से नौकरी के बदले जमीन ली गई। ईडी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ग्रुप डी की नौकरियों के बदले मात्र 7.5 लाख रुपये में लिए चार भूखंडों को राजद के पूर्व विधायक सैयद अबु दोजाना को 3.5 करोड़ में बेचा गया। राबड़ी देवी ने इसका अधिकांश हिस्सा तेजस्वी यादव को ट्रांसफर कर दिया था। इसके भी साक्ष्य मौजूद हैं।

वाराणसी के ज्ञानवापी-काशी विश्वनाथ विवाद मामले में मुस्लिम पक्ष की नई याचिका सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार की, सर्वोच्च अदालत ने सुनवाई के लिए 14 अप्

वाराणसी के ज्ञानवापी-काशी विश्वनाथ विवाद मामले में मुस्लिम पक्ष की नई याचिका सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर ली है। सर्वोच्च अदालत ने सुनवाई के लिए 14 अप्रैल की तारीख तय कर दी है। इस याचिका में मुस्लिम पक्ष ने कहा था कि उन्हें मस्जिद परिसर के अंदर रमजान के दौरान वजू की अनुमति दी जाए। धार्मिक कार्य के लिए मुंह-हाथ धोने को वजू कहा जाता है।

वजूखाना सील करने को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में

इस मामले को लेकर अंजुमन इंतजामिया मस्जिद समिति ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में रमजान के पवित्र महीने के दौरान नमाज अदा करने से पहले वजूखाना को सील किए जाने को लेकर समिति सुप्रीम कोर्ट पहुंची है। मस्जिद समिति की ओर से अधिवक्ता हुजेफा अहमदी ने पीठ से मामले की जल्द सुनवाई करने का अनुरोध किया।

वजू के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाने की मांग

उन्होंने रमजान के महीने में वजू के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाने की मांग की। अधिवक्ता ने कहा कि वजू के पानी का इस्तेमाल फिलहाल ड्रम से किया जा रहा है। रमजान के मद्देनजर नमाजियों की संख्या में इजाफा हुआ है। मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता की दलील सुनने के बाद प्रधान न्यायाधीश ने इस मामले में 14 अप्रैल को सुनवाई की तारीख तय की।

शिवलिंग और फव्वारे को लेकर दोनों पक्ष के दावे

दरअसल अब तक जहां वजू किया जाता था, वहां कथित तौर पर शिवलिंग मिला है और इसके बाद प्रशासन ने उस स्थान को सील कर दिया है। पिछले साल मई में वाराणसी की एक सिविल कोर्ट ने मस्जिद के एक वीडियो सर्वेक्षण की अनुमति दी थी, जिसमें पाया गया कि परिसर में एक अंडाकार वस्तु मौजूद थी। हिंदू पक्ष ने इसके शिवलिंग होने का दावा किया है। हालांकि, मुस्लिम पक्षकारों ने इस पर विरोध करते हुए कहा कि यह केवल एक पानी का फव्वारा है। इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने 17 मई, 2023 को उस क्षेत्र को संरक्षित करने का आदेश दिया।

हिंदू पक्ष को मिली 21 अप्रैल की तारीख

इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में हिंदू पक्ष की याचिकाओं को लेकर भी तारीख तय कर दी गई है। हिंदू पक्ष की याचिकाओं पर 21 अप्रैल को सुनवाई की जाएगी। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने बताया कि ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर वाराणसी की एक अदालत में याचिकाएं दायर की गई थी। उन्होंने वहां बार-बार फैसला टालने का आरोप लगाया। इसके बाद वकील विष्णु जैन की दलील सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 21 अप्रैल की तारीख दी है। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है।

*भारत में मुसलमानों की स्थिति को लेकर निर्मला सीतारमण की दो टूक, कहा-यहां आकर देखें पाकिस्तान से बेहतर स्थिति*

#nirmalasitharamaninamericastatementonmuslim_situtaion

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक हफ्ते के अमेरिकी दौरे पर है। इस दौरान केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतामरण ने भारत में मुस्लिमों की स्थिति पर पश्चिम देशों को खरी-खरी सुनाई है। सीतारमण ने सोमवार को वाशिंगटन डीसी में आईएमएफ मुख्यालय में हुई अहम बैठक में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने भारत के मुस्लिम समुदाय के लोगों की स्थिति पर भी बात की। उन्होंने दावा किया भारत में रहे रहे मुस्लिम पाकिस्तान में रह रहे मुस्लिमों के मुकाबले का अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।

भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी है

वाशिंगटन डीसी में स्थित अमेरिकी थिंक टैंक पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स (पीआईआईई) में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत की नकारात्मक पश्चिमी पर करारा जवाब देते हुए कहा कि भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी है और यह आबादी केवल संख्या में बढ़ रही है। यदि ऐसी कोई धारणा है कि देश में सरकार के समर्थन से उनका जीवन कठिन बीत रहा है या कठिन बना दिया गया है, जो कि इन अधिकांश लेखों में निहित है, तो मैं पूछती हूं कि क्या भारत में ऐसा हो रहा है या कभी हो सकता है, क्या मुस्लिम आबादी भारत में कम हुई है। जबकि सच ये है कि 1947 की तुलना में मुस्लिम आबादी और बढ़ ही रही है।

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति बिगड़ती जा रही-सीतारमण

पीआईआईई के अध्यक्ष एडम एस पोसेन के सवालों का जवाब देते हुए निर्मला सीतारमण ने बंटवारे का जिक्र करते हुए तब के भारत और नए बने देश पाकिस्तान के बीच तुलना की। उन्होंने कहा, ‘अगर कहीं अल्‍पसंख्‍यकों की संख्‍या में गिरावट आई है तो वह पाकिस्तान है। पाकिस्‍तान ने खुद को एक इस्लामिक देश घोषित किया हुआ है, लेकिन उसने अल्‍पसख्‍ंयकों की रक्षा करने का वादा किया था। आज वहां हर अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या में कमी आई है। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति बिगड़ती जा रही है और उनकी संख्या दिन पर दिन घटती जा रही है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर छोटे-मोटे आरोप लगाए जाते हैं, जिसके लिए मौत की सजा जैसी सजा दी जाती है।

भारत में निवेश की धारणाओं पर दिया जवाब

भारत में निवेश और पूंजी प्रवाह को प्रभावित करने वाली धारणाओं पर सीतारमण ने कहा, मुझे लगता है कि इसका उत्तर उन निवेशकों के पास है जो भारत आ रहे हैं। एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जो निवेश प्राप्त करने में रुचि रखता है, मैं केवल यह कहूंगी कि भारत में क्या हो रहा है, यह देखने के लिए आपको भारत आना चाहिए, न कि उन लोगों की धारणाओं को सुनना चाहिए जो जमीनी हकीकत नहीं जानते हैं और सिर्फ रिपोर्ट तैयार करते हैं

लोकसभा सदस्यता जाने के बाद आज पहली बार वायनाड दौरे पर राहुल गांधी, रोड-शो से दिखाएंगे अपनी ताकत, प्रियंका भी होंगी साथ

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी संसद सदस्यता खोने के बाद पहली बार आज अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड (केरल) का दौरा करेंगे। इस दौरान वह एक रैली को संबोधित करेंगे। यहां रैली के जरिए वह अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे और भारतीय जनता पार्टी को संदेश देंगे। बताया गया कि कांग्रेस नेता कलपेट्टा में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और रोड-शो निकालेंगे। इस दौरान बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद रहेंगी।

रोड शो और जनसभा करेंगे राहुल

वायनाड में राहुल के स्वागत के लिए कांग्रेस ने अच्छी खासी तैयारी की है। राहुल गांधी कन्नूर हवाईअड्डे पर उतरेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर से वायनाड जिले के जिला मुख्यालय कालपेट्टा पहुंचेंगे। यहां एक विशाल रोड शो का आयोजन किया जाएगा। रोड शो दोपहर 3 बजे निकाला जाएगा। इसमें कांग्रेस के सहयोगी दल आईयूएमएल और आरएसपी के नेता भी शामिल होंगे। इसके बाद शाम में एक जनसभा का भी आयोजन किया जाएगा।

रैली में पार्टी के झंडे की जगह दिखेगा राष्ट्रीय झंडे

बताया जा रहा है कि इस रोड शो के दौरान सिर्फ तिरंगा दिखाई देगा। रैली में पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी के झंडे की जगह राष्ट्रीय झंडे का इस्तेमाल करेंगे। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि राहुल द्वारा लिखा गया एक पत्र वायनाड के मतदाताओं को भी वितरित किया जाएगा।

चार लाख से अधिक वोटों के भारी अंतर से वायनाड सीट जीती थी

लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने के बाद यह पहली बार है जब कांग्रेस नेता अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में लोगों से मिलेंगे। बता दें कि केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा साल 2019 के मानहानि के एक मामले में सजा सुनाए जाने के मद्देनजर पिछले दिनों लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहरा दिया गया था। राहुल गांधी ने वायनाड सीट पर चार लाख से अधिक वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी।

अशोक गहलोत के खिलाफ खुलकर मैदान में उतरे सचिन पायलट, कांग्रेस ने कहा- अनशन पार्टी विरोधी

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान की पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट आज पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एक्शन ना होने के बाद अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज सचिन पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ जयपुर में अनशन पर बैठने जा रहे हैं। पायलट इस बार गहलोत के साथ आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। इसके लिए उन्होंने अपनी रणनीति बना ली है और इसी रणनीति पर वह आगे बढ़ रहे हैं। 

कांग्रेस ने अनशन को बताया पार्टी विरोधी

पिछली सरकार के भ्रष्टाचार पर अपनी राज्य सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ राजस्थान के नेता सचिन पायलट के अनशन से कुछ घंटे पहले कांग्रेस के राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने उनके आंदोलन को पार्टी विरोधी गतिविधि बताया। राजस्थान के एआईसीसी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बयान जारी करके कहा कि सचिन पायलट का दिन भर का उपवास पार्टी हितों के खिलाफ है और पार्टी विरोधी गतिविधि है। अगर उनकी अपनी सरकार से कोई समस्या है तो मीडिया और जनता के बजाय पार्टी मंचों पर चर्चा की जा सकती है। रंधावा ने कहा कि मैं पिछले 5 महीनों से एआईसीसी प्रभारी हूं और पायलट जी ने मुझसे इस मुद्दे पर कभी चर्चा नहीं की। मैं उनके साथ संपर्क में हूं और मैं अभी भी शांत बातचीत की अपील करता हूं क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी के लिए एसेट हैं।

पायलट मूल्यवान नेता- रंधावा

रंधावा ने कहा कि वह बीते पांच महीनों से राज्य के प्रभारी हैं और पायलट ने इस तरह के मुद्दों पर उनसे कोई चर्चा नहीं की। रंधावा ने कहा, 'मैं उनसे संपर्क में हूं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह कांग्रेस के मूल्यवान नेता हैं। मैं उनसे बातचीत की अपील करता हूं। 

गहलोत और वसुंधरा राजे के बीच साठगांठ के आरोप

इससे पहले रविवार को उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे की साठगांठ के आरोप लगाए थे। पायलट ने कहा था कि सीएम रहते हुए गहलोत ने राजे सरकार के घोटालों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की।

पायलट के बगावती तेवर से कांग्रेस को हो सकता है नुकसान

बता दें कि राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। विस चुनावों से ठीक पहले पायलट का यह बगावती तेवर कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकता है। दो दिग्गजों की आपसी कलह लगातार आलाकमान के सामने सिरदर्द बनी हुई है। पिछले 3 सालों में लगातार इस खींचतान में उतार-चढ़ाव देखे गए लेकिन आलाकमान इस लड़ाई को सुलझाने में पूरी तरह से नाकाम दिखाई दिया। हालांकि, अब राजस्थान विधानसभा चुनावों के मुहाने पर खड़ा है, ऐसे में दोनों की यह लड़ाई कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनाव में हार की कगार पर धकेल।

नितिन गडकरी ने लिया जोजिला सुरंग का जायज़ा, बोले- 2-3 गुना बढ़ जाएगा पर्यटन, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

#nitingadkariarrivedtoinspectthezojila_tunnel 

केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कश्मीर के सोनमर्ग में ज़ोजिला सुरंग के लिए चल रहे काम का जायजा लिया। इस दौरान गडकरी ने सुरंग को ऐतिहासिक बताया और कहा कि यह परियोजना एक सपने को पूरा करने जैसी है जो कश्मीर घाटी को कन्याकुमारी से जोड़ती है। इस सुरंग के बनने से जम्मू-कश्मीर में पर्यटन 2-3 गुना बढ़ जाएगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

जोजिला सुरंग उस क्षेत्र के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी

गडकरी ने 11,500 फीट से अधिक की ऊंचाई पर काम का निरीक्षण करने के बाद संवाददाताओं से कहा, यह भारत की एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण सुरंग है। सुरंग की लंबाई एशिया में सबसे अधिक मानी जाती है। सर्दियों के दौरान श्रीनगर-लद्दाख राजमार्ग के बंद होने से केंद्र शासित प्रदेश में नागरिक आबादी और सेना दोनों के जीवन पर बुरा असर पड़ता है।जोजिला सुरंग उस क्षेत्र के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी, जो जून 2020 से सेना और चीनी सेना के बीच लंबे समय से गतिरोध का सामना कर रहा है।

इस साल अक्टूबर में होगा उद्घाटन

नितिन गडकरी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से 19 टनलों का निर्माण किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 2680 करोड़ रुपये की लागत से 6.5 किमी लंबाई के जेड-मोड़ टनल एवं एप्रोच रोड का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह 2-लेन टनल कश्मीर के गांदरबल जिले में गगनगीर और सोनमर्ग के बीच पहाड़ी थजीवास ग्लेशियर के नीचे बन रही है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी घोषणा की कि जेड-मोड़ सुरंग जो गगनगीर को सोनमर्ग से जोड़ती है और मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में रिसॉर्ट को सभी मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करती है। इसका उद्घाटन इस साल अक्टूबर में किया जाएगा। 

जोजिला टनल का 28% काम पूरा हुआ

केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि जोजिला टनल परियोजना के अंतर्गत 13,153 मीटर की एक मुख्य जोजिला टनल के साथ 810 मीटर कुल लंबाई की 4 पुलिया, 4,821 मीटर कुल लंबाई की 4 नीलग्रार टनल, 2,350 मीटर कुल लंबाई के 8 कट और कवर और 500 मीटर, 391 मीटर और 220 मीटर कुल लंबाई के 3 वर्टिकल वेंटिलेशन शाफ्ट प्रस्तावित है। अब तक जोजिला टनल का 28% काम पूरा हुआ है।

अमित शाह की चीन को दो टूक, कहा-सुई की नोंक जितनी जमीन भी कोई नहीं ले सकता

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अरुणाचल प्रदेश दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चीन को करारा जवाब दिया है। अमित शाह ने चीन को टारगेट करते हुए कहा है कि कोई भी हमारी सीमा पर आंख उठा कर नहीं देख सकता है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि वह जमाना अब चला गया है जो भारत की जमीन पर कोई भी अतिक्रमण कर सकता था। अमित शाह ने अरुणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास किबिथू इलाके में 'वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम' और विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने चीन को दो टूक जवाब दिया।

अमित शाह ने कहा- अरुणाचल प्रदेश की एक बहुत खास और अच्छी बात है, जब आप यहां के लोगों से मिलोगे तो वे नमस्ते नहीं करते हैं। यहां के लोग जय हिंद बोलते हैं। यहां कोई भी अतिक्रमण नहीं कर सकता, इसकी वजह यहां के लोगों की देशभक्ति है। शाह ने 1962 की जंग में शहीद हुए किबिथू के जवानों को याद करते हुए कहा- संख्या कम होने के बाद भी हमारे जवान बहादुरी से लड़े। 1965 में टाइम मैगजीन ने भी इस लड़ाई में भारतीय सेना के शौर्य की तारीफ की थी। भारत में सूर्य की पहली किरण इस भूमि पर पड़ती है। भगवान परशुराम ने इसका नाम अरुणाचल प्रदेश रखा था। यह भारत माता के मुकुट का एक उज्ज्वल गहना है।

हम पर बुरी नजर डालने की ताकत किसी में नहीं-शाह

अमित शाह ने कहा कि पूरा देश आज अपने घरों में चैन की नींद सो सकता है, क्योंकि हमारे आईटीबीपी के जवान और सेना हमारी सीमाओं पर दिन-रात काम कर रहे हैं। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हम पर बुरी नजर डालने की ताकत किसी में नहीं है। सैनिकों के पराक्रम से हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। ऐसे में हमारी सीमा में अतिक्रमण की तो कोई बात ही नहीं है। देश की सुई की नोंक जितनी जमीन भी कोई नहीं ले सकता।

‘लुक ईस्ट’ नीति के कारण पूर्वोत्तर देश के विकास में योगदान दे रहा-शाह

केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा, 2014 से पहले पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र को अशांत क्षेत्र के रूप में जाना जाता था, लेकिन पिछले 9 वर्षों में, पीएम मोदी की ‘लुक ईस्ट’ नीति के कारण, पूर्वोत्तर को अब एक ऐसा क्षेत्र माना जाता है, जो देश के विकास में योगदान देता है।

बता दें कि चीन ने हाल ही में इस जगह पर अपने नक्शे में 11 जगहों के नाम बदले थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच फिर से तनाव की स्थिति बन रही है। ऐसे में गृहमंत्री का अरुणाचल दौरा चीन के लिए एक बड़ा संकेत माना जा रहा है।

ट्विटर ने ‘बीबीसी” को बताया सरकारी पैसे से चलने वाली मीडिया, मस्क ने पूछा- आखिर बीबीसी का मतलब क्या होता है

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एलन मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद सोशल मीडिया साइट आए दिन सुर्खियों में रहता है।कुछ दिन पहले ट्विटर की डिस्प्ले पिक्चर से लोगो बदल दिया गया था।अब सोशल मीड‍िया प्‍लेटफार्म ट्विटर ने ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (बीबीसी) को “सरकार द्वारा वित्त पोषित मीडिया” के रूप में लेबल करके नया व‍िवाद खड़ा कर द‍िया है।

ट्विटर ने बीबीसी के वेरिफाइड अकाउंट पर गोल्डन टिक के साथ 'गवर्मेंट फंडेड मीडिया' का टैग लगाया है। ट्विटर पर देख सकते हैं कि बीबीसी के अकॉउंट के साथ नीचे में ‘गवर्नमेंट फंडेड मीडिया’ लिखा आ रहा है। बीबीसी के अलावा ट्विटर ने यह ठप्पा पीबीएस, एनपीआर और वॉयस ऑफ अमेरिका पर भी लगाया है।

ट्विटर के इस कारनामे पर बीबीसी ने आपत्ति जताई है।बीबीसी ने सीएनएन को दिए एक बयान में यह भी कहा है क‍ि हम इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए ट्विटर से बात कर रहे हैं। बीबीसी स्वतंत्र है और हमेशा से रहा है। हम ब्रिटिश जनता द्वारा लाइसेंस शुल्क के माध्यम से वित्त पोषित हैं। बीबीसी मुख्य रूप से यूके की जनता द्वारा लाइसेंस शुल्क के माध्यम से वित्त पोषित है, जो गैर-बीबीसी चैनल या लाइव सेवाओं को देखने के लिए भी आवश्यक है। यह वाणिज्यिक संचालन से आय का पूरक है।

बता दें कि ट्विटर एकाउंट के 2.2 मिलियन फॉलोअर्स हैं। जिस पर बीबीसी टेलीविजन कार्यक्रम, रेडियो शो, पॉडकास्ट, ब्रेकिंग, न्यूज स्टोरी आदि की अपडेट को शेयर करता है।सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, बीबीसी न्यूज (वर्ल्ड) और बीबीसी ब्रेकिंग न्यूज सहित बीबीसी के अन्य अकाउंट्स को यह लेबल नहीं दिया गया है। ट्विटर ने बीबीसी को गवर्मेंट फंडेड मीडिया का लेबल देने का कोई कारण नहीं बताया है।

यूपी निकाय चुनाव का एलान : दो चरणों में वोटिंग, 13 मई को बन जाएंगी शहरी संसद, यहां डिटेल में जानिये प्रदेश का पूरा चुनाव कार्यक्रम

 उत्तर प्रदेश में बहुप्रतिक्षित निकाय चुनाव का एलान हो गया है। राज्य निर्माचन आयोग ने रविवार शाम को चुनाव की तिथियों का एलान कर दिया है। चुनाव का एलान होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है। यूपी में दो चरणों में चार और ग्यारह मई को चुनाव कराए जाने हैं और 13 मई तो गिनती शुरू हो जाएगी। आयोग ने पहले ही साफ कर दिया है नगर निगम में चुनाव ईवीएम से तथा बाकी चुनाव मतपत्रों से होने हैं।

मुरादाबाद में पहले चरण में चुनाव

रविवार शाम को पत्रकार वार्ता में निर्वाचन आयोग ने एलान किया है कि प्रदेश में नामांकन प्रक्रिया 11 अप्रैल से शुरू हो जाएगी। नामांकन की जांच समेत नामांकन की प्रकिया 25 अप्रैल तक मुकम्मल हो जाएगी और चार तथा ग्यारह मई को मतदान किया जाएगा। मतों की गिनती 13 मई को होगी। पहले चरण में सहारनपुर मंडल, मुरादाबाद मंडल, आागरा मंडल, झांसी मंडल, प्रयागराज मंडल, लखनऊ मंडल, देवीपाटन मंडल, गोरखपुर मंडल व वाराणसी मंडल में मतदान होगा। दूसरे चरण में मेरठ, बरेली, अलीगढ़, कानपुर, चित्रकूट, अयोध्या, बस्ती, आाजमगढ़ व मीरजापुर मंडल में मतदान होगा। पहले चरण में चार मई को शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी, झांसी, जालौन, ललितपुर, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, उन्नाव, हरदोई, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुरखीरी, गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, गोरखपुर देवरिया, महाराजगंज, कुशीनगर, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली व जौनपुर में मतदान होगा। दूसरे चरण में 11 मई को मेरठ, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बागपत, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, बरेली, पीलीभीत, हाथरस, कासगंज, एटा, अलीगढ़, कानपुर नगर, कानपुर देहात, फरुर्खाबाद, इटावा, कन्नौज औरैया, हमीरपुर, चित्रकूट, महोबा, बांदा, अयोध्या, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, अममेठी, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, सोनभद्र, भदोही व मीरजापुर में मतदान होना हैै।

नगर निगमों में ईवीएम से होगा चुनाव

उत्तर प्रदेश में 14,684 पदों पर चुनाव होना है जिसमें 17 महापौर, 1420 पार्षद के चुनाव ईवीएम होने हैं। इसके अलावाा नगर पालिका परिषद के 199 अध्यक्ष तथा 5327 सदस्यों तथा नगर पंचायत के 544 अध्यक्ष तथा 7178 सदस्यों का निर्वाचन मतपत्रों से।किया जाएगा। प्रदेश के 760 नगरीय निकाय में 14684 पदों पर चुनाव होना है। मुरादाबाद मंडल के रामपुर, सम्भल, बिजनौर, अमरोहा में चुनाव चार मई को होगा और गिनती 13 मई को होनी है। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल लगाने की हिदायत की गई है।

चारधाम यात्रा 2023 को बनाया जा रहा सुगम : बदरीनाथ-केदारनाथ में भक्‍तों के लिए बनेगी टेंट कॉलोनी, केदारनाथ में 10 हजार बेड की व्यवस्था

 उत्तराखंड की सरकार इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के रहने की सुविधा को देखते हुए टेंट कॉलोनी के निर्माण की योजना बना रही है। विशेष रूप से केदारनाथ धाम में टेंट कॉलोनी बनाकर पांच हजार बेड की व्यवस्था की जा रही है।

 सोनप्रयाग से लेकर केदारनाथ तक के बीच निजी व सरकारी भूमि पर पांच हजार क्षमता की टेंंट कॉलोनी का निर्माण किया जाएगा। इसी प्रकार बदरीनाथ में शुरुआती चरण में कार्मिकों के रहने के लिए टेंट कॉलोनी का निर्माण किया जाएगा। आवश्यकता पडऩे पर यहां यात्रियों के लिए भी टेंट कॉलोनी बनाई जाएगी।

प्रदेश में चारधाम यात्रा में गत वर्ष रिकार्ड संख्या में यात्री आए थे। इस दौरान यात्रियों को चारधाम यात्रा मार्ग पर मूलभूत सुविधाओं को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ा था। इसे देखते हुए इस वर्ष सरकार ने चारधाम यात्रा में यात्री सुविधाओं को बढ़ाने का निर्णय लिया है।

यात्रियों के रहने की सुविधाओं पर फोकस

फोकस इस बार यात्रियों के रहने की सुविधाओं पर किया जा रहा है। केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस बार केदारघाटी घोड़ापड़ाव से लेकर केदारनाथ धाम तक 10 हजार बेड क्षमता की अलग-अलग टेंट कॉलोनी बनाई जाएंगी।

इसके लिए प्रशासन ने स्थानीय लोगों को अपनी निजी भूमि में टेंट कॉलोनी बनाने के लिए भी अनुमति दी है। इसके साथ ही गढ़वाल मंडल विकास निगम व अन्य संस्थाओं से भी टेंट कॉलोनी बनाने को कहा गया है। वहीं, केदारनाथ धाम में भी पांच हजार बेड क्षमता की टेंट कॉलोनी बनाई जाएगी। उद्देश्य यह कि यात्रियों को यहां ठहरने में किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

प्लास्टिक बोतल व रैपर वापसी को जारी किए जाएंगे बारकोड

चारधाम यात्रा में इस बार यात्रा प्रशासन ने सफाई व्यवस्था का खास ध्यान रखा है। इसके लिए गुप्तकाशी से लेकर केदारनाथ धाम तक जगह-जगह दुकानों में प्लास्टिक की बोतलें व रैपर वापस लिए जाएंगे। हर बोतल व रैपर पर एक क्यू आर कोड लगाया जाएगा। इन्हें दुकानों पर वापस करने में 10 रुपये प्रति बार कोड दिए जाएंगे। यात्रा प्रशासन का लक्ष्य 10 लाख बोतलों व रैपर को वापस लेने का है। यह व्यवस्था अन्य धामों में भी लागू की जाएगी।

प्लास्टिक में प्रसाद की पैकिंग नहीं

चारों धामों को प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए इस बार प्रसाद की प्लास्टिक फ्री पैकिंग की जाएगी। यात्रा प्रशासन ने प्रसाद बनाने वाले सभी स्वयं सहायता समूहों को इस बार प्लास्टिक में प्रसाद न पैक करने का अनुरोध किया है।

दुकानों पर रेट लिस्ट लगाना होगा 

चारधाम यात्रा में इस बार नकली खाद्य पदार्थ और मनमानी कीमतों पर भी नजर रखी जाएगी। इसके लिए यात्रा मार्ग पर पडऩे वाले सभी होटल व ढाबों को रेट लिस्ट लगाना अनिवार्य होगा। वे तय मूल्य से अधिक पर सामान नहीं बचेंगे। इस पर नजर रखने के लिए एसडीएम व तहसीलदार के नेतृत्व में टीमें बनाई जाएंगी। ये टीमें नकली खाद्य पदार्थों पर नजर रखने के साथ ही मनमाने रेट पर लगाम कसेंगी और यात्रियों की शिकायतों का निस्तारण करेंगी।

यात्रा मार्ग पर जगह-जगह शौचालय

यात्री सुविधाओं के मद्देनजर इस बार यात्रा मार्ग पर जगह-जगह शौचालय बनाए जाएंगे। इनमें मोबाइल शौचालय तो रहेंगे ही, साथ ही विभिन्न मार्गों पर 20-20 सीट वाले 10 बड़े शौचालय भी बनाए जा रहे हैं। इनमें स्नानकक्ष भी बनाए जाएंगे। केदारनाथ धाम व हेमकुंड साहिब में भी शौचालय बनाए जा रहे हैं।

चारधाम यात्रा में यात्री सुविधाओं और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। यात्रा मार्ग पर टेंट कॉलोनी बनाने के साथ ही प्लास्टिक की बोतलों को वापस लेने की व्यवस्था की जा रही है। जगह-जगह शौचालय भी बनाए जा रहे हैं। यात्रा मार्ग पर पडऩे वाले सभी जिलों को इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।