बिहार सरकार का बड़ा आरोप, विकास कार्यों के लिए केन्द्र सरकार से नहीं मिल रही अपेक्षित मदद
डेस्क : शानदार उपलब्धि के बावजूद जिस गति से राज्य सरकार बिहार की तरक्की चाहती है, केन्द्र सरकार से हमें अपेक्षित मदद नहीं मिलती। राज्य सरकार अपने कमाये पैसे को उनकी योजना में लगाती है और वाहवाही वह लूटेंगे। उक्त बातें बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कही है।
सचिवालय सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री चौधरी ने कहा कि शानदार उपलब्धि के बावजूद जिस गति से राज्य सरकार बिहार की तरक्की चाहती है, केन्द्र सरकार से हमें अपेक्षित मदद नहीं मिलती। बिहार के साथ चाहे-अनचाहे नाइंसाफी होती है। केन्द्र सरकार हमें न धन दे रही न ऋण लेने की अनुमति। ऊपर से केन्द्र प्रायोजित योजनाओं का राज्यों पर आर्थिक दबाब बनाने के लिए हथियार के रूप में इस्तेमाल हो रहा है। योजना केन्द्र बनाती है, नामाकरण, फार्मेटिंग, लागू करने का तरीका वह बनाती है। यह भी वही तय करती है कि कितना शेयर केन्द्र सरकार देगी, कितना राज्य सरकार। राज्य सरकार अपने कमाये पैसे को उनकी योजना में लगाती है और वाहवाही वह लूटेंगे।
वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार में दो लाख 35 हजार करोड़ के खर्च में केंद्रीय मदद सिर्फ 21 हजार 828 करोड़ की रही। यह राज्य के कुल व्यय का मात्र 9.29 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में केद्रांश में मद में राज्य को 24 हजार 319 करोड़ कम मिले। दूसरी तरफ राज्य सरकार ने केंद्रीय योजनाओं के राज्यांश मद में 31 हजार 551 करोड़ रुपया खर्च किया। इससे राज्य की अपनी योजनाएं प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को जितनी मदद करनी है सीधा दे। राज्य को अपनी राशि अपने तरीके से खर्च करने दें।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, सचिव लोकेश कुमार सिंह, सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, वाणिज्य-कर विभाग की सचिव -सह-राज्य-कर आयुक्त डॉ. प्रतिमा, सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के निदेशक अमित कुमार सहित वित्त एवं वाणिज्य-कर विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
Apr 02 2023, 10:08